पीरियड मासिक धर्म चक्र का वह हिस्सा है जब एक महिला की योनि से कुछ दिनों (करीब 3 से 5 दिन तक) के लिए खून बहता है. Show
ज्यादातर महिलाओं में पीरियड्स सर्कल हर 28 दिनों में होता है, लेकिन मासिक धर्म चक्र के 21 वे दिन से लेकर 40 वे दिन तक आना भी नार्मल ही माना जाता है. यदि इस अवधि से अधिक समय होने पर भी अगर किसी महिला को पीरियड्स न हो, तो इसे पीरियड्स मिस होना कहते हैं. इस दौरान महिलाओं में पीरियड्स के लक्षण दिखते हैं जिसमें सबसे प्रमुख लक्षण है कमर दर्द. पीरियड मिस होने पर कमर दर्द के कारणों में प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम, रीढ़ में लिगामेंट, हार्मोनल परिवर्तन जैसी परेशानियों शामिल हैं. इस लेख के माध्यम से पीरियड मिस होने पर कमर दर्द क्यों होता है, इस बारे में हम विस्तार से जानेंगे. (और पढ़ें - पीरियड्स में कमर दर्द) पीरियड मिस होने पर कमर दर्द क्यों होता है?पीरियड्स मिस होने पर कमर दर्द के कुछ प्रमुख कारण हो सकते हैं, जैसे हार्मोनल बदलाव, प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम, प्रीमेंस्ट्रुअल डिस्फोरिक डिसऑर्डर इत्यादि. आइए विस्तार से जानते हैं इन कारणों के बारे में - हार्मोनल चेंजपीरियड मिस होने पर कमर दर्द आमतौर पर हार्मोनल बदलाव और रीढ़ में लिगमेंट (स्नायुबंधन) पर उनके प्रभाव से जुड़ा हो सकता है. पेन्सिलवेनिया विश्वविद्यालय के मेडिकल शोधकर्ताओं ने यह पता लगाया है कि हार्मोनल बदलाव कोलेजन उत्पादन को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे लिगामेंट में शिथिलता या शरीर में ढीले लिगामेंट विकसित हो सकते हैं. ढीले लिगामेंट की वजह से रीढ़ की हड्डी में अस्थिरता उत्पन्न होती है, जिसके कारण कमर में दर्द हो सकता है. (और पढ़ें - मासिक धर्म में देरी के कारण) पीएमएस (प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम)प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (पीएमएस) से प्रभावित महिलाओं को पीरियड्स मिस होने पर कमर में दर्द की परेशानी हो सकती है. यह एक ऐसी जटिल स्थिति है, जो कई महिलाओं को प्रभावित करती है. पीएमएस के लक्षण आमतौर पर पीरियड्स से पहले सप्ताह के भीतर होते हैं और पीरियड्स शुरू होने के बाद बंद हो जाते हैं. पीएमएस से प्रभावित महिलाओं में कमर दर्द के साथ-साथ सूजन, पेट में मरोड़, स्तनों में दर्द, कब्ज या दस्त, सिर दर्द और मूड स्विंग के लक्षण दिख सकते हैं. अगर आपको पीरियड्स होने के दिनों में या फिर पीरियड्स मिस होने पर इस तरह के लक्षण दिखते हैं, तो अपना तुरंत इलाज कराएं. पीएमडीडीपीएमडीडी (प्रीमेंस्ट्रुअल डिस्फोरिक डिसऑर्डर) से ग्रसित महिलाओं को भी पीरियड्स मिस होने पर कमर दर्द की परेशानी हो सकती है. यह प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम से अधिक गंभीर समस्या है. इस समस्या से ग्रसित महिलाओं की कार्य क्षमता काफी ज्यादा प्रभावित होती है. इसकी वजह से महिलाओं में कमर दर्द के साथ-साथ अवसाद, चिंता. एलर्जी, मुंहासे, शरीर में सूजन और उल्टी-मतली जैसे लक्षण दिखते हैं. एंडोमेट्रिओसिसएंडोमेट्रिओसिस से प्रभावित महिलाओं में पीरियड्स के दौरान या फिर पीरियड्स मिस होने के बाद कमर दर्द की परेशानी हो सकती है. इसकी वजह से महिलाओं को लगातार गंभीर रूप से कमर दर्द हो सकता है. एंडोमेट्रियोसिस एक ऐसी स्थिति है जो गर्भाशय के बाहर यूटेरिन टिश्यूज़ (उत्तकों) के विस्थापन की विशेषता है. यह ऊतक आमतौर पर श्रोणि के अन्य क्षेत्रों की ओर बढ़ता है. इससे प्रभावित महिलाओं को गंभीर दर्द का अनुभव करना पड़ता है. (और पढ़ें - पीरियड ना आने पर क्या खाएं) मासिक धर्म लड़कियों व महिलाओं के जीवन की एक सामान्य सी प्रक्रिया है। इस दौरान अधिकांश महिलाओं को पेट व कमर के निचले हिस्से में तेज दर्द की समस्या से परेशान होना पड़ता है। इस समय होने वाले दर्द को केवल महिलाएं ही महसूस कर सकती है। हर माह होने वाले इस दर्द से कई बार महिलाओं का सामान्य जीवन भी प्रभावित हो जाता है। वैसे तो मासिक धर्म के दौरान होने वाले पेट व कमर के निचले हिस्से के दर्द को दूर करने के लिए कई तरह के उपाय मौजूद हैं, लेकिन इन उपायों में से हम आपके लिए कुछ चुनिंदा उपाय लेकर आएं हैं। जिनकी मदद से आप इस समय होने वाले दर्द की तीव्रता को कम कर सकती हैं। (और पढ़ें – सीनियर परिवारिक चिकित्सक डॉ गीता प्रकाश से मासिक धर्म के बारे में जानें)
मासिक धर्म के समय पेट दर्द और कमर दर्द के डॉक्टर पीरियड्स में कमर दर्द और पेट दर्द के उपाय और इलाज - Home Remedies for menstrual cramps in Hindiमासिक धर्म में पेट दर्द से राहत के लिए करें गर्म बोतल का उपयोग - Apply heat pad for menstrual cramps in Hindiउपाय के लिए जरूरी सामग्री गर्म करने वाला पैड (Heating pad) या कांच की बोतल - 1 गर्म पैड का उपयोग कैसे करें एक गर्म पैड या किसी कांच की बोलत के अंदर आप गर्म पानी को भर लें। इसके बाद आपको इससे अपने पेट व कमर के निचले हिस्से पर सिकाई करनी होगी। इस तरह की सिकाई आप करीब दस से पंद्रह मिनट तक करें। इसके अलावा आप गर्म पानी में सूती कपड़े को डालकर निचोड़ लें और इसके बाद पेट व पीठ के निचले हिस्से पर थोड़ी-थोड़ी देर रखकर सिकाई करें। एक दिन कितनी बार करें इस्तेमाल इस उपाय को आप दिन में थोड़े-थोड़े समय के अंतराल में तब तक करते रहें, जब तक आपका दर्द कम नहीं हो जाता। यह उपाय क्यों कारगर है आपको बता दें कि इस तरह की समस्या को कम करने के लिए गर्म पानी से सिकाई एक बेहतर उपाय मानी जाती है। आपकी मांसपेशियों को आराम पहुंचाने व सूजन को कम करने के लिए इस उपाय को आजमा सकती है।
(और पढ़ें - पीएमएस सिंड्रोम के लक्षण) मासिक धर्म के समय पेट में दर्द से बचने के लिए करें मालिश - Massage for stomach pain in periods in Hindiकुछ विशेष तेलों का इस्तेमाल करके भी आप इस तरह की समस्या से निजात पा सकती हैं। इन तेलों में कई तरह के गुण होते हैं जो पीरियड्स में होने वाले दर्द को दूर करने का काम करते हैं। इनमें से कुछ तेलों के बारे में हम नीचे बता रहें हैं। 1. लैवेंडर का तेल (Lavender Oil) उपाय के लिए जरूरी सामग्री लैवेंडर का तेल - 3 से 4 बूंद लैवेंडर के तेल का उपयोग कैसे करें इस उपाय को आजमाने के लिए आपके पास लैवेंडर का तेल होना चाहिए। इसके अलावा आप नारियल तेल व जोजोबा का तेल भी ले लें। इसको आजमाने के लिए आप 3 से 4 बूंद लैवेंडर ऑयल व 1 से 2 चम्मच नारियल तेल व जोजोबा ऑयल को साथ में मिला लें। इसके बाद आप इस मिश्रण को अपने दर्द की जगह यानि की पेट व कमर के निचले हिस्से पर लगा लें। इसके अलावा आप लैवेंडर ऑयल की कुछ बूंदे गर्म पानी में डालकर, उसकी भाप भी ले सकती हैं। एक दिन कितनी बार करें उपयोग इस उपाय को आप एक दिन में 1 से 2 बार आजमा सकती हैं। यह उपाय क्यों कारगर है
2. पिपरमिंट का तेल उपाय के लिए जरूरी सामग्री पिपरमिंट का तेल - 3 से 4 बूंद पिपरमिंट के तेल का उपयोग कैसे करें लैवेंडर के तेल की तरह ही पिपरमिंट के तेल को भी मासिक धर्म के दौरान इस्तेमाल किया जाता है। इसको भी आप जोजोबा व नारियल तेल के साथ उपयोग में ला सकती हैं। इसको इस्तेमाल करने के लिए आप 3 से 4 बूंद पिपरमिंट ऑयल की लें और इसमें नारियल व जोजोबा ऑयल की मिला लें। इसके बाद इसको अपने दर्द वाले स्थान पर लगा लें व हल्के हाथों से करीब दो मिनट मसाज करें। एक दिन कितनी बार करें उपयोग इस उपाय को आप एक दिन में एक बार करें। यह उपाय क्यों कारगर है
(और पढ़ें – पेट दर्द के कारण) पीरियड्स में पेट के दर्द से बचने के लिए खाएं पौष्टिक आहार - Foods that ease menstrual cramps in Hindiइस समय महिलाओं पौष्टिक आहार के सेवन करने की जरूरत है, क्योंकि इस समय महिलाओं के शरीर को खून की कमी (एनीमिया) का सामना करना पड़ता है। लोहे और मैग्नीशियम से भरपूर खाद्य पदार्थों का भरपूर सेवन करें। खुद को स्वस्थ रखने के लिए हरी पत्तेदार सब्जियां, बादाम आदि खाएं। शीतल पेय पदार्थों (सॉफ्ट ड्रिंक आदि) से बचें, क्योंकि यह आपके दर्द को बड़ा सकते हैं। (और पढ़ें - हरी सब्जियां खाने के फायदे) विटामिन डी लेने के फायदे विटामिन डी की एक खुराक आपके मासिक धर्म में होने वाले दर्द को काफी हद तक दूर करने का काम करती है। मासिक धर्म में होने वाले दर्द के लिए जिम्मेदार प्रोस्टाग्लैंडीन (Prostaglandin) को विटामिन डी की मदद से कम किया जा सकता है। इसके लिए आप विटामिन डी को अपनी डाइट के माध्यम से लेना शुरू करें। इसके लिए आप खाने में मछली, पनीर, अंडे, संतरे का जूस व दालों को शामिल करें। (और पढ़ें – पत्ता गोभी के फायदे) महावारी में पेट दर्द को दूर करने के लिए लें हर्बल चाय - Herbal tea for stomach pain during periods in Hindiहर्बल टी यानी की कुछ प्राकृतिक चाय मासिक धर्म के दर्द को दूर करने के लिए एक बहुत अच्छा उपाय मानी जाती है। यह एक दर्द निवारक पदार्थ के रूप में कार्य करती है। इस समय दर्द को कम करने वाली अन्य प्रकार की प्राकृतिक चाय के बारे में जानते हैं। 1. ग्रीन टी - उपाय के लिए जरूरी सामग्री ग्रीन टी - एक पैकट (टी बैग) गर्म पानी - एक कप शहद - आधा चम्मच ग्रीन टी का उपयोग कैसे करें ग्रीन टी से भी आप अपने मासिक धर्म के दर्द को दूर कर सकती हैं। इसके लिए आप ग्रीन टी के साथ शहद को मिलाकर पिएं। एक दिन में कितनी बार करें सेवन मासिक धर्म के दर्द की तीव्रता के अनुसार इस चाय का सेवन करें। दर्द तेज हो तो आप दिन में दो से चार बार भी इस चाय को पी सकती हैं। यह उपाय क्यों कारगर है ग्रीन टी में कई तरह के पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो हमारे शरीर को कई तरह की परेशानियों से दूर रखते हैं। इसमें पाए जाने वाले एंटी ऑक्सिडेंट तत्व मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द को दूर करने का काम करते हैं। 2. कैमोमाइल चाय - उपाय के लिए जरूरी सामग्री कैमोमाइल चाय - एक पैकट (टी बैग) गर्म पानी - एक कप शहद - आधा चम्मच ग्रीन टी का उपयोग कैसे करें मासिक धर्म के दर्द को दूर करने के लिए आपको कैमोमाइल से बनी चाय का इस्तेमाल करना चाहिए। इसका उपयोग करने के लिए आपके पास कैमोमाइल के टी बैग व शहद होना चाहिए। इस उपाय को आजमाने के लिए आपको गर्म पानी में कैमोमाइल टी बैग को करीब दस मिनट के लिए डूबोकर रखना होगा। थोड़ी देर बाद जब यह पानी हल्का ठंड़ा हो जाए तो आप इसमें शहद मिला दें और इसका सेवन करें। एक दिन में कितनी बार करें सेवन इस विशेष चाय को आप पीरियड्स में कमजोरी महसूस करने होने पर दिन में कम से कम दो बार जरूर सेवन करें। यह उपाय क्यों कारगर है
(और पढ़ें – चाय के प्रकार) मासिक धर्म में पेट दर्द से निजात पाने के लिए अदरक - Ginger for menstrual cramps in Hindiउपाय के लिए जरूरी सामग्री अदरक - 50 ग्राम बारीक पिसा हुआ गर्म पानी - एक कप शहद - करीब आधा चम्मच अदरक का उपयोग कैसे करें अदरक एक उत्कृष्ट घटक है जो आप मासिक धर्म के दर्द से राहत पाने के लिए आप इसका इस्तेमाल कर सकती हैं। यह आपकी थकान को कम करता है और आपको अधिक ऊर्जावान महसूस करने में मदद करता है। एक कप गर्म पानी में, थोड़ा अदरक और शहद मिलाएं और कुछ समय के लिए ऐसे ही रहने दें, जब पानी हल्का गुनगुना हो जाए तो इसको पी लें। एक दिन कितनी बार करें सेवन मासिक धर्म में तेज दर्द होने पर आप एक दिन में तीन बार अदरक की चाय को पी सकती हैं। यह उपाय क्यों कारगर है
(और पढ़ें – अदरक की चाय के फायदे) पीरियड्स के दौरान पेट दर्द मे करें तुलसी का प्रयोग - Basil for menstruation stomach pain in Hindiउपाय के लिए जरूरी सामग्री तुलसी के पत्ते - 8 से 10 पानी - करीब डेढ़ गिलास तुलसी का उपयोग कैसे करें तुलसी के इस्तेमाल से कई बीमारियों का इलाज सदियों से किया जाता रहा है। इसमें एसिड होता है, जो प्राकृतिक दर्द निवारक के रूप में काम करता है। आप कुछ तुलसी के पत्तों को मिलाकर एक काढ़ा तैयार करें और इसका सेवन करें। आप तुलसी लेने के बाद निश्चित रूप से अच्छा महसूस करेंगी। एक दिन कितनी बार करें सेवन इससे बने काढ़े को आप दिन में कम से कम तीन बार सेवन करें। पीरियड्स के दर्द से बचने के लिए आचार के जूस का सेवन - Drink pickle juice in periods cramps in Hindiउपाय के लिए जरूरी सामग्री आचार का अर्क - करीब आधा कप आचार के अर्क(जूस) का उपयोग कैसे करें आचार के अर्क (जूस) को भी मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द को दूर करने के लिए जाना जाता है। इसके लिए आप आधा कप आचार का जूस पी सकती हैं। एक दिन में कितनी बार सेवन करें इस परेशानी में आप दिन में एक बार इस उपाय को आजमा सकती है। यह उपाय क्यों कारगर है आचार के अर्क (जूस) में प्रचुर मात्रा में सोडियम पाया जाता है जो आपको ऊर्जावान करने का काम करता है। इसके अलावा यह मासिक धर्म में होने वाले
दर्द को दूर कर, आपकी मांसपेशियों में होने वाली ऐंठन को भी ठीक करता है। चेतावनी इसका खाली पेट बिल्कुल सेवन न करें। पीरियड्स में कमर दर्द व पेट दर्द को दूर करने के लिए दही - Curd to remove waist pain and stomach pain in periods in hindiउपाय के लिए जरूरी सामग्री दही - करीब तीन से चार कप दही का उपयोग कैसे करें इस समस्या में आप हल्का खाना ही खाएं। इस दौरान आप दही का सेवन करें, इससे आपके पेट को काफी आराम मिलता है। साथ ही साथ यह भी ध्यान दें कि इस दही में आप कुछ मिलाएं नहीं, बल्कि सादे दही का सेवन करने से आपको विशेष लाभ मिलेगा। एक दिन में कितनी बार खाएं एक दिन में आप 3 से 4 बार दही का सेवन कर सकती हैं। यह उपाय क्यों कारगर है दही में अधिक मात्रा में कैल्शियम और विटामिन डी होता है। इस तरह से यह दोनों तत्व आपके दर्द को दूर करने का काम करते हैं। (और पढ़ें - छाछ के फायदे) पीरियड्स में कमर व पेट दर्द में सेंधा नमक का उपाय - Measurement of rock salt in the waist and abdominal pain in periods in Hindiउपयोग के लिए जरूरी सामग्री सेेंधा नमक - एक कप सेंधा नमक का उपयोग कैसें करें सेंधा नमक से स्नान करके आप अपने मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द को दूर कर सकती हैं। इसके लिए आप एक कप सेंधा नमक नहाने के हल्के गनुगने पानी में मिलाएं और इससे स्नान करें। (और पढ़ें - समुद्री नमक के फायदे) एक दिन में कितनी बार करें पीरियड्स की तारीख से एक दो दिन पहले से आप इस उपाय को करना शुरू करें और इसको दिन में एक बार करें। यह उपाय क्यों कारगर है सेंधा नमक में मैग्निशियम सल्फैट मौजूद होता है। कहा जाता है कि मैग्निशियम सल्फेट में दर्द को दूर करने व सूजन को ठीक करने वाले गुण होते हैं। इस स्नान के दौरान जब सेंधा नमक आपकी त्वचा के अंदर जाता है तो यह आपको पीरियड्स के दर्द को कम करता है। (और पढ़ें - काले नमक के फायदे) मासिक धर्म में पेट दर्द से बचने के लिए मेथी दाना का उपयोग - Use of fenugreek grains to avoid stomach pain in menstrual period in Hindiउपाय के लिए जरूरी सामग्री मेथी दाना - करीब एक चम्मच मेथी दाने का उपयोग कैसे करें माना जाता है कि खाली पेट मेथी दाने के पानी का सेवन करना मासिक धर्म के दौरान कमर व पेट के निचले हिस्से में होने वाले दर्द में राहत पहुंचाने का काम करता है। इस उपाय को करने के लिए आप मेथी दाने को एक गिलास पानी में रात भर भिगोने के लिए रख दें। अगली सुबह खाली पेट आप इस पानी का सेवन करें। एक दिन में कितनी बार सेवन करें पीरियड्स शुरू होने से करीब दो दिन पहले आप इस उपाय को हर सुबह करें। यह उपाय क्यों कारगर है मेथी दाने में प्रोटीन की अधिक मात्रा होती है। इसके अलावा मेथी दाने में कई चिकित्सीय गुण मौजूद होते हैं। मेथी दाना दर्द को दूर करने वाले गुणों से भरपूर होता है। इन गुणों के कारण यह आपके मासिक धर्म होने वाले कमर व पेट दर्द में आराम पहुंचाते है। (और पढ़ें - मेथी के तेल के फायदे और नुकसान) पीरियड्स के दर्द में करें पैरों की मसाज - Foot massage in periods cramps in Hindiपैरों में हमारे पूरे शरीर के प्रेशर प्वाइंट होते हैं। इस कारण से इनकी मसाज से शरीर के लगभग सभी प्रकार के दर्द को ठीक किया जा सकता
है। टखने की हड्डी से चार अंगुलियों की चौड़ाई के ऊपर इस दर्द को कम करने वाला बिंदु होता है। इस बिंदु पर हल्के हाथों से मसाज करने से पेट व कमर के निचले हिस्से के दर्द को कम किया जा सकता है। मासिक धर्म में पेट दर्द और कमर दर्द के लक्षण - Symptoms of Stomach pain and back pain in menstrual period in Hindiमासिक धर्म के दौरान आपको कई तरह की अन्य समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है। इस समय आपके शरीर में क्या लक्षण दिखाई देते हैं, जानते है इस बारे में।
(और पढ़ें - डिलीवरी के बाद कमर दर्द) कई महिलाएं कभी-कभी निम्न तरह के लक्षणों का भी सामना करती हैं।
कभी-कभी पीरियड्स या मासिक धर्म के समय पेट व कमर दर्द बेहद ही तेज होने लगता है। इस दौरान हार्मोन के बदलाव के कारण आपके विचारों (मूड) में भी बदलाव आ जाता है। इस समस्या को दूर करने के लिए आपको घरेलू उपायों को आजमाना चाहिए। यह इस समस्या को दूर करने का प्राकृतिक और सरल उपाय होता है। पीरियड्स में पेट दर्द और कमर दर्द के कारण - Causes of Abdominal Pain and Waist Pain in Periods in Hindiपीरियड्स में पेट दर्द और कमर दर्द के निम्न कारण हो सकते हैं।
मासिक धर्म में पेट दर्द और कमर दर्द से बचाव - Menstrual abdominal pain and prevention of back pain in Hindiमासिक धर्म में होने वाले कमर व पेट के निचले हिस्से के दर्द से बचने के लिए आप कुछ उपाय आजमा सकती हैं। इसके बचाव के तरीकों को हम नीचे बता रहें हैं।
ऊपर दिए गए उपायों को अपनाने के बाद भी यदि आपको दर्द से राहत न मिले, तो तुरंत किसी स्त्री रोग विशेषज्ञ से मिलकर इस समस्या की जांच कराएं। शहर के ऑब्स्टट्रिशन एंड गयनेकोलॉजिस्ट खोजें
मासिक धर्म के समय पेट दर्द और कमर दर्द के डॉक्टरसम्बंधित लेखक्या पीरियड आने से पहले कमर में दर्द होना?महिलाओं की ओवरी (गर्भाशय) के इंटरनल भाग को एंडोमेट्रियम कहा जाता है। अगर पीरियड्स के दौरान इसका कुछ भाग ओवरी, फैलोपियन ट्यूब या आंतो में पहुंच जाता है तो इसके कारण तेज कमर दर्द होने लगता है।
पीरियड से पहले कमर दर्द हो तो क्या करें?कमर दर्द को कम करने के लिए या पीरियड्स के दौरान कुछ घरेलू इलाज का सहारा लिया जा सकता है।. हीटिंग पैड से सिकाई: एक हीटिंग पैड लेकर उससे कमर और पेट के निचले हिस्से में सिकाई करें। ... . गर्म पानी से स्नान करना: पीरियड्स में नहाते समय गर्म पानी का इस्तेमाल करने से कमर के दर्द और मांसपेशियों की ऐंठन में आराम पहुंचता है।. पीरियड आने के कितने दिन पहले दर्द होता है?पीरियड्स शुरु होने से एक हफ्ते पहले यह दर्द बढ़ जाता है और कभी-कभी इसकी वजह से कब्ज, गैस की शिकायत भी होती है ।
पीरियड आने के संकेत क्या होते हैं?पीरियड आने से पहले शरीर के उन हिस्सों में बाल आने लगते हैं, जहां पहले नहीं थे। टांगों और अंडरआर्म्स में बाल आते हैं और यौन अंगों में भी हेयर ग्रोथ शुरू हो जाती है। ब्रेस्ट बड्स निकलने के कुछ समय बाद ही प्यूबिक हेयर यानी यौन अंगों में बाल आने लगते हैं। यह पीरियड शुरू होने का संकेत हो सकता है।
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