NCERT Solutions for Class 11 Economics Statistics for Economics Chapter 7 Correlation (Hindi Medium)These Solutions are part of NCERT Solutions for Class 11 Economics. Here we have given NCERT Solutions for Class 11 Economics Statistics for Economics Chapter 7 Correlation. Show
प्रश्न अभ्यास प्र.1. कद (फुटों में) तथा वजन (किलोग्राम में) के बीच सहसंबंध गुणांक की इकाई है: (क) कि. ग्रा/फुट उत्तर (ग) अविद्यमान प्र.2. सरल सहसंबंध गुणांक का परास निम्नलिखित होगा (क) 0 से अनंत तक उत्तर (ख) -1 से +1 तक प्र.3. यदि rxy धनात्मक है तो x और y के बीच का संबंध इस प्रकार का होता है। (क) जब y बढ़ता है तो x बढ़ता है। उत्तर (क) जब y बढ़ता है तो x बढ़ता है। प्र.4. यदि rxy = 0 तब चर x और y के बीचः (क) रेखीय संबंध होगा। उत्तर (ख) रेखीय संबंध नहीं होगा प्र.5. निम्नलिखित तीनों मापों में कौन-सा माप किसी भी प्रकार के संबंध की माप कर सकता है। (क) कार्ल पियरसन सहसंबंध गुणांक उत्तर (ख) स्पीयरमैन का कोटि सहसंबंध प्र.6. यदि परिशुद्ध रूप में मापित आँकड़े उपलब्ध हों, तो सरल सहसंबंध गुणांकः (क) कोटि सहसंबंध गुणांक से अधिक सही होता है। उत्तर (ग) कोटि सहसंबंध की ही भाँति सही होता है। प्र.7. साहचर्य के माप के लिए r को सहप्रसरण से अधिक प्राथमिकता क्यों दी जाती है? (क) यह धनात्मक ऋणात्मक और शून्य सहसंबंध के विषय में बताता है। प्र.8. क्या आँकड़ों के प्रकार के आधार पर r, -1 तथा + 1 के बाहर स्थित हो सकता है? प्र.9, क्या सहसंबंध के द्वारा कार्यकारण संबंध की जानकारी मिलती है? 4 प्र.10. सरल सहसंबंध गुणांक की तुलना में कोटि सहसंबंध गुणांक कब अधिक परिशुद्ध होता है?
प्र.11. क्या शून्य सहसंबंध का अर्थ स्वतंत्रता है? इसे शून्य सहसंबंध माना जायेगा, जबकि एक स्तर तक x और y धनात्मक रूप से संबंधित है तथा तदुपरांत उनमें ऋणात्मक सहसंबंध है। प्र.12. क्या सरल सहसंबंध गुणांक किसी भी प्रकार के संबंध को माप सकता है? (क) यह आरेखीय सहसंबंध नहीं माप सकता। प्र.13. एक सप्ताह तक अपने स्थानीय बाजार से 5 प्रकार की सब्जियों की कीमतें प्रतिदिन एकत्र करें। उनका सहसंबंध गुणांक परिकलित कीजिए। इसके परिणाम की व्याख्या कीजिए। प्र.14. अपनी कक्षा के सहपाठियों के कद मापिए। उनसे उनके बेंच पर बैठे सहपाठी का कद पूछिए। इन दो चरों का सहसंबंध गुणांक परिकलित कीजिए और परिणाम का निर्वचन कीजिए। प्र.15. कुछ ऐसे चरों की सूची बनाएँ जिनका परिशुद्ध माप कठिन हो। (क) सुंदरता प्र.16. r के विभिन्न मानों +1, -1, तथा 0 की व्याख्या करें। प्र.17. पियरसन सहसंबंध गुणांक से कोटि सहसंबंध गुणांक क्यों भिन्न होता है? प्र.18. पिताओं (x) और उनके पुत्रों (y) के कदो का माप नीचे इंचों में दिया गया है। इन दोनों के बीच सहसंबंध गुणांक परिकलित कीजिए। उत्तर प्र.19. x और y के बीच सहसंबंध गुणांक को परिकलित कीजिए और उनके संबंध पर टिप्पणी कीजिए। उत्तर प्र.20. x और y के बीच सहसंबंध गुणांक परिकलित कीजिए और उनके संबंध पर टिप्पणी कीजिए। उत्तर Hope given Statistics for Economics Class 11 Solutions Chapter 7 are helpful to complete your homework. If you have any doubts, please comment below. NCERT-Solutions.com try to provide online tutoring for you. सहसंबंध विधि क्या है?जैसे -किसी व्यक्ति कि दो विषय कि विशेषताओं का परीक्षण द्वारा मापन करना ओर प्रत्येक व्यक्ति के दोनों विषयों के अलग-अलग प्राप्ताकों को तालिका में जोड़ों के रुप में व्यवस्थित करके सांख्यिकीय गणना द्वारा दोनों में सम्बन्ध ज्ञात किया जाता है उसे सह-सम्बन्ध कहते है।
पियर्सन सहसंबंध विधि का प्रयोग कब किया जाता है?कार्ल पियरसन का सहसंबंध - गुणांक दो चरों के बीच के रेखीय संबंधों का संख्यात्मक मापन करता है। संबंध को तब रेखीय कहा जाता है, जब इसे एक सीधी रेखा द्वारा प्रस्तुत किया जा सके। स्पीयरमैन का सहसंबंध गुणांक व्यष्टिगत मदों के बीच उनके गुणों के आधार पर निर्धारित कोटियों के द्वारा रेखीय सहसंबंध को मापा जाता है।
कार्ल पियर्सन सहसंबंध गुणांक तथा कोटि सहसंबंध गुणांक क्यों भिन्न होता है कोई?पियर्सन सहसंबंध गुणांक से कोटि सहसंबंध गुणांक क्यों भिन्न होता है? सामान्यत: कार्ल पियर्सन सहसंबंध गुणांक एवं कोटि सहसंबंध गुणांक की विशेषताएँ एकसमान होती हैं। दोनों ही मामलों में सहसंबंध गुणांक का मान ± 1 के मध्य होता है। परंतु कोटि सहसंबंध के परिणाम पियर्सन सहसंबंध के परिणाम की भाँति शुद्ध नहीं होता।
सहसंबंध से आप क्या समझते हैं इसे मापने की दो विधियों की व्याख्या कीजिए?सहसंबंध (Correlation):
दो सांख्यिकीय चरों के बीच सम्बन्ध का माप सहसम्बन्ध (Correlation) कहलाता है। इससे पता चलता है कि दो चर आपस में कितने सम्बन्धित हैं। दो समंक-श्रेणियाँ सह-सम्बन्धित कही जाती है यदि एक समंक माला (श्रेणी) के चर-मूल्य में परिवर्तन होने पर दूसरी समंक माला (श्रेणी) के चर-मूल्य में भी परिवर्तन होता है।
|