संगीत का मानव जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है? - sangeet ka maanav jeevan par kya prabhaav padata hai?

संगीत सभी के जीवन में महान भूमिका निभाता है। यह हमें खाली समय में व्यस्त रखता है और हमारे जीवन को शान्त पूर्ण बनाता है। सुव्यवस्थित ध्वनि, जो रस की सृष्टि से उत्पन्न होती है, वह संगीत कहलाती है। संगीत के मोहन-सुर की मादकता का जीव जगत पर जो प्रभाव पड़ता है, वह किसी से छिपा नहीं है। संगीत हमारे जीवन में आन्तरिक और आवश्यक भूमिका निभाता है। संगीत विभिन्न प्रकार का होता है, जिनका हम अपनी आवश्यकता और जरूरत के अनुसार आनंद ले सकते हैं।

संगीत पर बड़े तथा छोटे निबंध (Long and Short Essay on Music in Hindi, Sangeet par Nibandh Hindi mein)

निबंध 1 (300 शब्द) - संगीत एक योग

प्रस्तावना

जीवन में खुश और व्यस्त रहने के लिए संगीत सबसे अच्छा तरीका है। इस व्यस्त, भीड़-भाड़ और भ्रष्ट संसार में, जहाँ हर कोई हरेक समय एक दूसरे को हानि पहुँचाना चाहता है, ऐसे कठिन समय में संगीत हमें खुश रखता है और हमारे मस्तिष्क को राहत प्रदान करने में मदद करता है। मैंने अपने वास्तविक जीवन में स्वयं यह महसूस किया है कि, संगीत वास्तव में, हमेशा खुश रखने में सहायता करने वाला एक साधन है। संगीत ध्यान और योग से अधिक है, क्योंकि यह हमारे शरीर और दिमाग दोनों को लाभ पहुँचाता है। हम पूरे दिन में कभी भी संगीत सुन सकते हैं, मध्यम आवाज में संगीत सुनना एक बहुत ही अच्छी आदत है।

मैं हमेशा अपनी पढ़ाई के समय पर संगीत सुनना पसंद करता हूँ और विशेष रुप से, अपनी परीक्षा के समय पर। यह पढ़ाई के दौरान मेरे एकाग्रता को बढ़ाने में काफी मदद करता है और यह वास्तव में, मुझे काफी अच्छा परिणाम भी देता है। जिसके कारण मैं अपने विषयों में अच्छे अंक प्राप्त कर पाता हूँ।

संगीत का मानव जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है? - sangeet ka maanav jeevan par kya prabhaav padata hai?

संगीत एक योग है

संगीत योग की तरह है जो हमें हमेशा खुश रखता है इसके साथ ही यह हमारे शरीर में हार्मोन का संतुलन भी बनाये रखता है। संगीत का हमारे स्वस्थ पर काफी अच्छा असर होता है यह हमारे शरीर को स्वस्थ तथा हमारे मन को शांत बनाये रखता है। आजकल के समय में इतना भ्रष्टाचार है और मित्रों की कमी है इस वक़्त पर संगीत ही हमारा मित्र बनता है। जो हमें खुश रखता है और मस्तिष्क को राहत पहुँचाता है। मैंने भी अपने जीवन में इस बात को कई बार महसूस किया है कि संगीत हमें खुश रहने में भी काफी सहायता प्रदान करता है।

निष्कर्ष

मैं हर सुबह आध्यात्मिक संगीत सुनता हूँ क्योंकि मेरे पिता मेरे कमरे में सुबह 5 बजे संगीत शुरु कर देते हैं। वह मुझे हमेशा यही बताते है कि, संगीत वो शक्ति है जो हमें स्वयं भगवान ने हमें दी है। इसे कभी भी बंद नहीं करना चाहिए। संगीत वो शक्तिशाली यंत्र है, जो हमारी ध्यान की शक्ति को बढ़ाता है और हमेशा हमारी आगे बढ़ने में मदद करता है तथा हमें हमारे जीवन में सफलता के ओर अग्रसित करता है।

निबंध 2 (400 शब्द) - संगीत का शौक

प्रस्तावना

पूरी मानव प्रजाति के लिए संगीत भगवान द्वारा दिया गया उपहार है। यह हमारे लिए एक आत्मीय कुंजी के समान है जो हमें मानसिक तथा शारीरिक स्वस्थ रुप से स्वस्थ बनाये रखने में हमारी सहायता करता है। संगीत वो लय है, जो बीते समय, पसंदीदा स्थानों, व्यक्तियों या उत्सवों आदि की सभी अच्छी यादों और सकारात्मक विचारों को लाता है। संगीत बहुत ही मधुर और वैश्विक भाषा है, जो सब कुछ शान्तिः से बताता है और हमारी सभी समस्याओं को हमसे बिना पूछे खत्म करता है।

मैं संगीत के प्रति बहुत प्रतिबद्ध हूँ और इसे अधिकतर सुनता हूँ। यह बहुत बड़े स्तर पर राहत प्रदान करते हुए मुझे खुश रखता है। संगीत सुनना मेरा शौक है और यह मेरे स्वस्थ और सुखी जीवन का रहस्य है। यह मेरे लिए भगवान का तोहफा है, जिसे मैं अपने भले के लिए प्रयोग करता हूँ और इसके साथ ही दूसरों को भी संगीत सुन कर इससे लाभ लेने की सलाह देता हूँ।

संगीत का शौक

मैं बचपन से ही अपने पिता के कारण संगीत सुनने का शौकीन होने के साथ ही अपने मित्रों के साथ संगीत प्रतियोगिता, चर्च, जन्मदिन समारोह, आदि अन्य स्थानों पर गायन में भाग भी लेता हूँ। संगीत मेरे जीवन का बहुत महत्वपूर्ण भाग है; मैं संगीत के बिना अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकता। मेरे माता-पिता, विशेष रुप से मेरे पिता ने मुझे संगीत सीखने में बहुत प्रोत्साहित किया और मेरी इस आदत को एक अद्भुत पहचान दी।

संगीत बहुत ही आसान है; जिसे कोई भी किसी भी समय सीख सकता है हालांकि, इसे सीखने के लिए शौक, नियमित अभ्यास और अनुशासन की आवश्यकता है। मैं बंसी बजाना बहुत अच्छे से जानता हूँ, जिसके कारण मेरे मित्रों और साथियों के बीच में मेरी काफी प्रशंसा होती है। यह मेरे मस्तिष्क को शान्त करने का कार्य करता है। इसके साथ ही यह मुझे सकारात्मक विचारों से भी भरता है जो मेरे व्यक्तिगत जीवन में मेरी काफी सहायता करता है। इस तरह कहा जा सकता है कि, संगीत आध्यात्मिक, मानसिक और शारीरिक शक्ति प्रदान करने के साथ ही मनुष्य में आत्मविश्वास को भी विकसित करता है।

भारतीय संगीत

भारतीय संगीत प्राचीन काल से ही भारत में काफी लोकप्रिय है, इसे काफी समय से सुना तथा पसंद किया जाता है। इस संगीत का प्रारंभ वैदिक काल से भी पूर्व का है। इस संगीत का मूल स्रोत वेदों को माना जाता है। हिंदु परंपरा मे ऐसी मान्यता है कि ब्रह्मा ने नारद मुनि को संगीत वरदान में दिया था। भारतीय संगीत दुनिया भर में काफी प्रसिद्ध है। यह काफी शांति और सुकून प्रदान करने वाला है, भारतीय संगीत इतिहास में ऐसे महान कलाकारों का वर्णन है, जो अपने संगीत द्वारा पेड़-पौधों और प्रकृति को भी मंत्रमुग्ध कर देते हैं।

निष्कर्ष

संगीत बहुत ही शक्तिशाली माध्यम है और सभीतक काफी सकारात्मक संदेश पहुँचाता है। हमें संगीत द्वारा काफी सहायता मिलती है, संतीत हमारे जीवन को और भी अच्छा करने का कार्य करता है। संगीत की प्रकृति प्रोत्साहन तथा बढ़ावा देने की भी है, जो सभी नकारात्मक विचारों को हटाकर मनुष्य की एकाग्रता की शक्ति को बढ़ाने का कार्य भी करता है। संगीत वो वस्तु है जो हमारे सबसे प्रिय व्यक्ति के साथ की, सभी अच्छी यादों को पुनः ताजा करने में हमारी सहायता करता है।

संगीत का मानव जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है? - sangeet ka maanav jeevan par kya prabhaav padata hai?

निबंध 3 (500 शब्द) - मानव जीवन पर संगीत का प्रभाव

प्रस्तावना

संगीत मेरे लिए आशीर्वाद है, क्योंकि इसने मेरे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। यह हमेशा हमारे लिए कुछ अच्छा ही करता है। संगीत मेरे लिए प्राण वायु आक्सीजन की तरह है, जो मुझे जीवन को और भी अच्छे से जीने में सहायता करता है। संगीत हमें स्वस्थ तथा शांत रहने में भी हमारी सहायता करता है। यह सत्य ही कहा गया है कि, बिना संगीत के जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है क्योंकि संगीत के बिना हमारा जीवन बिल्कुल अधूरा हो जायेगा।

संगीत का प्रभाव

मेरे बचपन से लेकर मेरे बड़े होने तक, मैं बिना किसी आनंद और खुशियों के बहुत ही शान्त स्वभाव का व्यक्ति था। मेरे स्वभाव के कारण मुझसे कोई भी बात नहीं करता था। एक दिन मैं बहुत परेशान था और मेरे पिता ने मुझे देखा और मेरी समस्या के बारे में मुझसे पूछा। मेरी बातों को सुनकर उन्होंने मुझे संगीत स्कूल में प्रवेश लेने के लिए प्रोत्साहित किया और कम से कम एक घंटे संगीत सीखने की सलाह दी। मैंने उनकी सलाह मानी और उनकी सलाह के अनुसार कार्य किया, इसने एक महीने में ही मेरे जीवन में पूरी तरह से बड़ा बदलाव किया। मैं पहले की तरह नहीं रहा जैसा कि मैं संगीत सीखने से पहले था।

संगीत ध्यान की तरह है, यदि पूरी लगन और श्रद्धा के साथ इसका अभ्यास किया जाए, तो यह मानसिक स्वास्थ्य और एकाग्रता को सुधारता है। हम संगीत से जुड़े सत्य को नजर अंदाज नहीं कर सकते। यह बहुत ही शक्तिशाली है,जो हमारे तरह की भावनाओं तथा शक्ति को बढ़ाने का प्रयास करता है। संगीत एक ऐसा माध्यम है जो हमारी आत्मा तक को स्पर्श करता है और संसार से कभी भी खत्म नहीं किया जा सकता।

संगीत मानव जीवन का प्राण

संगीत एक निश्चित भौतिक प्रक्रिया है और जिस प्रकार प्रकृति और प्राणी जगत में प्रकाश और गर्मी का प्रभाव होता है। उससे उनके शरीर बढ़ते, पुष्ट और स्वस्थ होते हैं। उसी प्रकार संगीत  में भी तापीय और प्रकाशीय ऊर्जा होती है और वह प्राणियों के विकास में इतना महत्त्वपूर्ण स्थान रखती है, जितना अन्न और जल।

पीड़ित व्यक्ति के लिए तो संगीत उस रामबाण औषधि की तरह है, जिसका श्रवण पान करते ही तात्कालिक शांति मिलती है। ध्वनि एक निश्चित भौतिक प्रक्रिया है और जिस प्रकार प्रकृति और प्राणी जगत में प्रकाश और गर्मी का प्रभाव होता है। उससे उनके शरीर बढ़ते, पुष्ट और स्वस्थ होते हैं। उसी प्रकार ध्वनि में भी तापीय और प्रकाशीय ऊर्जा होती है और वह प्राणियों के विकास में इतना महत्त्वपूर्ण स्थान रखती है, जितना अन्न और जल। पीड़ित व्यक्ति के लिए तो संगीत उस रामबाण औषधि की तरह है, जिसका श्रवण पान करते ही तात्कालिक शांति मिलती है।

निष्कर्ष

पूरी मानव प्रजाति के लिए संगीत भगवान द्वारा दिया गया उपहार है। यह आत्माशांति की कुंजी है जो हमें मानसिक और शारीरिक स्वस्थ बनाने में हमारी सहायता करता  है। संगीत वो लय है, जो बीते समय, पसंदीदा स्थानों, व्यक्तियों या उत्सवों आदि की सभी अच्छी यादों और सकारात्मक विचारों को लाता है। संगीत हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण है। और यह हमारी दैनिक जिंदगी का हिस्सा बन चुका है।


निबंध 4 (600 शब्द) - संगीत का सकारात्मक प्रभाव

प्रस्तावना

बहुत से लोग विभिन्न उत्सवों और कार्यक्रमों पर संगीत सुनना और गाना बहुत पसंद करते हैं। कुछ लोग हरेक समय संगीत सुनते हैं जैसे: ऑफिस में, घर में, रास्ते में आदि। यह जीवन की सभी समस्याओं से दूर रखने में मदद करता है और समस्याओं के समाधान भी देता है। आजकल, बड़ी कम्पनियों में ऑफिसों में कर्मचारियों के काम करने के समय पर उनके मस्तिष्क को तरोताजा, शान्तिपूर्ण, एकाग्र, सकारात्मक विचारों वाला बनाने के साथ ही कर्मचारियों की कार्य क्षमता को बढ़ाने के लिए धीमी आवाज में गाना चलाने का दौर चलन में है।

संगीत से प्रेम

मुझे संगीत से प्रेम अपने आनुवंशिक गुणों के कारण है क्योंकि मेरे पिताजी और दादाजी को संगीत का बहुत शौक था। मेरे घर में सुबह से शाम तक धीमी आवाज में संगीत चलता रहता है। मैं संगीत की धुनो के बारे में ज्यादा नहीं जानता, लेकिन मैं अकसर यात्रा या पढ़ाई के दौरान संगीत सुनना पसंद करता हूँ। साप्ताहिक अवकाश के दौरान, अपने परिवार के साथ घर या पिकनिक पर या अन्य किसी भी पसंदीदा जगह पर, हम नृत्य करते हैं, संगीत सुनते हैं और गाने गाकर छुट्टी का आनंद लेते हैं। संगीत मेरी आत्मा को छूता है और मुझे यह अहसास कराता है कि, मुझे इस संसार में कोई समस्या नहीं है।

संगीत का सकारात्मक प्रभाव

संगीत बहुत ही शक्तिशाली है और सभी भावनात्मक समस्याओं के लिए सकारात्मक संदेश पहुँचाता है और किसी से भी कुछ भी नहीं पूछता। यह एक प्रकार का मधुर संगीत है। हालांकि हमें सब कुछ बताता है और मनुष्यों से ज्यादा समस्याओं को साझा करता है। संगीत की प्रकृति प्रोत्साहन और बढ़ावा देने की है, जो सभी नकारात्मक विचारों को हटाकर मनुष्य की एकाग्रता की शक्ति को बढ़ता है। संगीत वो वस्तु है जो हमारे सबसे प्रिय व्यक्ति के साथ की, सभी अच्छी यादों को पुनः याद करने में मदद करता है। इसकी कोई सीमा, बाधा और नियम निर्देशिका नहीं है; इसे तो केवल लगन और श्रद्धा के साथ सुनने की आवश्यकता है।

जब भी हम संगीत सुनते हैं, यह हृदय और मस्तिष्क में बहुत अच्छी भावना लाता है, जो हमें हमारी आत्मा से जोड़ती है। यहीं जुड़ाव भगवान की सर्व शक्ति होता है। संगीत के बारे में किसी ने सही कहा है कि;“संगीत की कोई सीमा नहीं है, यह तो सभी सीमाओं से परे है।” और “संगीत जीवन में और जीवन संगीत में निहित है।” इससे प्रभावित होकर, मैंने भी संगीत और गिटार बजाना सीखना शुरु कर दिया है और यही आशा है कि, एक दिन बहुत अच्छा संगीतज्ञ बनूँगा।

जीवन में संगीत का महत्व

संगीत में काफी शक्ति होती है यह लोगों के मन में कई तरीके से जगह बनाता है। जहां ये काम को बना सकता है वह बिगाड़ भी सकता है। संगीत के सबके जीवन पर बहुत ही गहरा असर पड़ता है मनुष्य से लेकर पेड़-पौधे, जीव-जंतु आदि। वैज्ञानिक ने यह सिद्ध कर दिया है की संगीत के जरिये रोगों का उपचार भली-भांति किया जा सकता है। नेत्र रोग और ह्रदय रोग के उपचार में इसका प्रयोग बहुत सफल रहा है I संगीत के स्वरों से पाचन सम्बंधित बीमारियों का उपचार भी किया जाता है I जैसे-जैसे मनुष्य संगीत की स्वर लहरो में खोता चला जाता है, उसका ध्यान सब बातों से हट जाता है और वह सुकून महसूस करने लगता है।

निष्कर्ष

संगीत योग की तरह है। यह हमें खुश रखता है और हमारे शरीर में हार्मोनल संतुलन को भी बनाये रखता है। इसके साथ ही यह शरीर व मस्तिष्क को राहत देने का भी कार्य करता है। जिसके कारण यह शारीरिक और मानसिक रुप से हमारे शरीर को स्वस्थ बनाये रखने में हमारी सहायता करता है। यह हमें मोटापे तथा मानसिक समस्याओं से भी बचाने का कार्य करता है। मैं संगीत बहुत पसंद करता हूँ और हर सुबह संगीत सुनना मुझे काफी पसंद है। संगीत हमारे हृदय के लिए भी काफी महत्वपूर्ण है और यह एक अच्छी नींद प्राप्त करने में भी हमारी सहायता करता है।

संगीत का हमारे जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है?

संगीत बहुत ही शक्तिशाली माध्यम है और सभीतक काफी सकारात्मक संदेश पहुँचाता है। हमें संगीत द्वारा काफी सहायता मिलती है, संतीत हमारे जीवन को और भी अच्छा करने का कार्य करता है। संगीत की प्रकृति प्रोत्साहन तथा बढ़ावा देने की भी है, जो सभी नकारात्मक विचारों को हटाकर मनुष्य की एकाग्रता की शक्ति को बढ़ाने का कार्य भी करता है।

शिक्षा में संगीत का क्या महत्व है?

गीत वातावरण की नीरसता, एकरसता, ऊब और भारीपन को दूर कर सरसता, समरसता, उमंग और उत्साही परिवेश का निर्माण करते हैं। सीखने-सिखाने की प्रक्रिया को गीत रोचक और ऊर्जावान बना देते हैं। गीत केवल शब्दों का कोरा समुच्चय भर नहीं हैं, इनमें माटी की महक है, लोक की गमक है और सामाजिक प्रवाह का कलरव भी।

संगीत हमें क्यों पसंद है?

एक रिसर्च बताती है- अगर आप अपने पसंद का संगीत सुनते हैं तो आपका मूड खुश-मिजाज रहता है और सोचने-समझने की शक्ति भी बढ़ती है।

संगीत की विशेषता क्या है?

लोक संगीत के गीतों में पुनरावृत्ति होती है। गीत की पहली पंक्ति महत्वपूर्ण होती है और सामान्यतः अन्य पंक्तियों का निर्धारण इसकी लय पर ही होता है। कुछ लोक संगीतों के गीत प्रश्नावली के प्रारूप में होते हैं। गीत के प्रथम पद में प्रश्न होता है और उसी गीत के अगले पद में उत्तर भी होता है।