राष्ट्र का तीसरा अंग कौन सा है? - raashtr ka teesara ang kaun sa hai?

राष्ट्र का तीसरा अंग क्या है?...


राष्ट्रज्ञान गंगा

राष्ट्र का तीसरा अंग कौन सा है? - raashtr ka teesara ang kaun sa hai?

GAZIBAR RAHMAN

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0:13

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का सवाल है राष्ट्रीय का तीसरा आज्ञा है तो दीजिए सवाल का जवाब है राष्ट्रीय का तीसरा अंग है जनता जो देश के जानता है वही राष्ट्र का तीसरा अंग होता है थैंक यू

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राष्ट्र का तीसरा अंग कौन सा है? - raashtr ka teesara ang kaun sa hai?

1 जवाब

राष्ट्र का तीसरा अंग कौन सा है? - raashtr ka teesara ang kaun sa hai?

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राष्ट्र का तीसरा अंग कौनसा है?

राष्ट्र का तीसरा अंग जन की संस्कृति है। मनुष्यों ने युगों-युगों में जिस सभ्यता का निर्माण किया है वही उसके जीवन की श्वास-प्रश्वास है। बिना संस्कृति के जन की कल्पना कबन्ध मात्र है; संस्कृति ही जन का मस्तिष्क है। संस्कृति के विकास और अभ्युदय के द्वारा ही राष्ट्र की वृद्धि सम्भव है।

राष्ट्र का दूसरा अंग क्या है?

( 4 ) मातृभूमि पर निवास करनेवाले मनुष्य राष्ट्र का दूसरा अंग हैं । पृथिवी हो और मनुष्य न हों तो राष्ट्र की कल्पना असम्भव है । पृथिवी और जन दोनों के सम्मिलन से ही राष्ट्र का स्वरूप सम्पादित होता है । जन के कारण ही पृथिवी मातृभूमि की संज्ञा प्राप्त करती है ।

राष्ट्र का सुखदायी रूप क्या है?

सहिष्णुता एवं समन्वय के आधार पर वह एक राष्ट्र का रूप प्राप्त करती हैं। लेखक उदाहरण देते हुए समझाते हैं कि जिस प्रकार अनेक नदियों का जल समुद्र में मिलकर एक बनता हैं उसी तरह राष्ट्रीय जीवन की अनेक पद्धतियां भी राष्ट्रीय संस्कृति में समन्वय प्राप्त करती हैं। लेखक बताते हैं – समन्वय युक्त जीवन ही राष्ट्र का सुखदायी रूप है।