ऊष्मागतिकी में, एन्ट्रॉपी एक भौतिक राशि है जो सीधे मापी नहीं जाती बल्कि गणना (कैल्कुलेशन) द्वारा इसका मान निकाला जाता है। इसका प्रतीक S है। किसी निकाय की कुल ऊर्जा का वह भाग जिसे उपयोग में नहीं लाया जा सकता (दूसरे शब्दों में, कार्य में नहीं बदला जा सकता), उस निकाय की एन्ट्रॉपी कहलाती है। एण्ट्रॉपी की गणितीय परिभाषा नीचे दी गयी है। जर्मनी के गणितज्ञ एवं भौतिकशास्त्री रुडॉल्फ क्लासिअस ने १८५० के दशक में एन्ट्रॉपी की संकल्पना दी और उसका यह नाम दिया। १८७७ में लुडविग बोल्ट्जमान ने एन्ट्रॉपी की प्रायिकता पर आधारित परिभाषा दी।* Show
परिचय[संपादित करें]उष्मागतिकी के द्वितीय नियम द्वारा भी एक नए संकल्पना (कॉसेप्ट) का समावेश होता है। यह एंट्रापी की संकल्पना है। अन्य संकल्पनाओं की अपेक्षा अधिक अमूर्त होने के कारण इसको समझना भी अधिक कठिन है। एण्ट्रॉपी के बारे में मुख्य बातें नीचे दी गयीं हैं-
परिभाषा[संपादित करें]ऊष्मागतिकीय रूप से व्युत्क्रमणीय किसी निकाय के लिये एन्ट्रॉपी में परिवर्तन (ΔS) निम्नलिखित सम्बन्ध द्वारा पारिभाषित है- ,जहाँ T निकाय का परम ताप है, dQ निकाय को दी गयी ऊष्मा है। एण्ट्रॉपी की यह परिभाषा कभी-कभी 'व्यष्टिगत परिभाषा' (macroscopic definition) कहलाती है। ध्यान दें कि यह 'एण्ट्रॉपी में परिवर्तन' ( ΔS) की परिभाषा है, न कि कुल एण्ट्रॉपी (S) की। एण्ट्रॉपी की संकल्पना बहुत उपयोगी पायी गयी है और इसकी कई अन्य परिभाषाएँ और भी हैं। आगे चलकर निरपेक्ष एण्ट्रॉपी (absolute entropy S) की परिभाषा भी की गयी जो सांख्यिकीय यांत्रिकी पर आधारित है या ऊष्मागतिकी के तृतीय नियम पर। यदि किसी प्रक्रिया में ताप अपरिवर्तित हो (समतापी प्रक्रम) तो उपयोग[संपादित करें]मूलभूत ऊष्मागतिक सम्बन्ध[संपादित करें]आदर्श गैस के लिये[संपादित करें]एन्ट्रॉपी की उपरोक्त परिभाषा तथा आदर्श गैस के समीकरण का उपयोग करते हुए निम्नलिखित सम्बन्ध निकाला जा सकता है- या, जहाँ ( = 5/3 एकपरमाणुक गैस के लिये, तथा 7/5 द्विपरमाणुक गैस के लिये) एन्ट्रॉपी की सांख्यिकीय व्याख्या[संपादित करें]१८९० से १९०० की कालावधि में आस्ट्रिया के भौतिकशास्त्री लुडविग बोल्ट्जमान और अन्य वैज्ञानिकों ने सांख्यिकीय यांत्रिकी का विकास किया। इसने एन्ट्रॉपी की संकल्पना को बहुत प्रभावित किया। एन्ट्रॉपी और ऊष्मागतिकीय प्रायिकता में निम्नलिखित सम्बन्ध दिया गया है- ,जहाँ S एन्ट्रॉपी है, k बोल्ट्जमान नियतांक है, Ω निकाय के सभी सम्भव सूक्ष्म-स्टेट्स (microstates) की संख्या है। इन्हें भी देखें[संपादित करें]
विषयसूची एंट्रॉफी क्या है इसकी भौतिक सार्थकता समझाइए?इसे सुनेंरोकेंऊष्मागतिकी में, एन्ट्रॉपी एक भौतिक राशि है जो सीधे मापी नहीं जाती बल्कि गणना (कैल्कुलेशन) द्वारा इसका मान निकाला जाता है। इसका प्रतीक S है। किसी निकाय की कुल ऊर्जा का वह भाग जिसे उपयोग में नहीं लाया जा सकता (दूसरे शब्दों में, कार्य में नहीं बदला जा सकता), उस निकाय की एन्ट्रॉपी कहलाती है। ऊष्मागतिकी का प्रथम नियम क्या है समझाइए?इसे सुनेंरोकेंऊष्मागतिकी का प्रथम नियम Cp, Cu से बडा़ होता है – जब स्थिर आयतन पर किसी गैस को ऊष्मा दी जाती है तो सम्पूर्ण ऊष्मा उसके ताप बढ़ाने में व्यय होती है। परन्तु जब स्थिर दाब पर किसी गैस को ऊष्मा दी जाती तो उसका कुछ भाग आयतन बढ़ाने में व्यय होता है एवं बाकी भाग उसके ताप वृद्धि में व्यय होता है। अत: Cp, Cu से बडा़ होता है। ब्रह्मांड की एन्ट्रापी क्या है? इसे सुनेंरोकेंब्रह्माण्ड का निर्माण प्रणाली और परिवेश द्वारा होता है और इसे एक पृथक प्रणाली माना जाता है। iii) एक पृथक प्रणाली की एन्ट्रापी वृद्धि प्रणाली द्वारा गुजरने वाली प्रक्रिया की अव्युत्क्रमणीयता की सीमा का एक माप है। वास्तविकता में व्युत्क्रमणीय समएंट्रोपिक प्रक्रिया कभी होती ही नहीं है, यह केवल एक आदर्श प्रक्रिया है। एंट्रोपी की इकाई क्या है? इसे सुनेंरोकेंएन्ट्रॉपी की SI इकाई प्रति केल्विन जूल (J/K) है । एंट्रॉफी पर ताप का क्या प्रभाव पड़ता है?इसे सुनेंरोकेंअतः एंट्रॉपी परिवर्तन ऊष्मा ऊर्जा के परिवर्तन पर निर्भर करता है। द्रव्यमान, तापमान और विशिष्ट ताप भी एंट्रॉपी को बदलते हैं लेकिन यह परिवर्तन इन चरों के कारण होने वाले ताप में परिवर्तन के कारण होता है। इसलिए ताप के एंट्रॉपी परिवर्तन का मूल और यह विभिन्न साधनों से बदल सकता है। `( क एन्ट्रॉपी पर ताप का क्या प्रभाव पड़ता है?`?इसे सुनेंरोकेंDetailed Solution. अतः एंट्रॉपी परिवर्तन ऊष्मा ऊर्जा के परिवर्तन पर निर्भर करता है। द्रव्यमान, तापमान और विशिष्ट ताप भी एंट्रॉपी को बदलते हैं लेकिन यह परिवर्तन इन चरों के कारण होने वाले ताप में परिवर्तन के कारण होता है। इसलिए ताप के एंट्रॉपी परिवर्तन का मूल और यह विभिन्न साधनों से बदल सकता है। विलगित निकाय का मतलब क्या होता है? इसे सुनेंरोकेंवह निकाय जिस पर कोई बाह्य बल नहीं लगा जाता है, विलगित निकाय कहलाता है। विलगित निकाय क्या होता है? इसे सुनेंरोकेंप्राकृतिक विज्ञानों के अन्तर्गत विलगित तंत्र अथवा विलगित निकाय वह तंत्र है जो अपने परिवेश से कोई संक्रिया नहीं करता है। यह खुले तंत्र के विपरीत है। इस प्रकार का तंत्र कई संरक्षण नियमों का पालन करता है। इसकी कुल उर्जा एवं द्रव्यमान अपरिवर्तित रहता है। ऊष्मागतिकी का दूसरा नियम क्या है?इसे सुनेंरोकें(second law of thermodynamics in hindi) ऊष्मागतिकी का द्वितीय (दूसरा) नियम : ऊष्मा गतिकी का दूसरा नियम यह बताता है कि ऊष्मा ऊर्जा को पूर्ण रूप से यांत्रिक उर्जा में परिवर्तन नहीं किया जा सकता है। अर्थात यदि हम चाहे कि कोई ऊष्मा ऊर्जा पूर्ण रूप से अर्थात 100% यान्त्रिक ऊर्जा में परिवर्तित हो जाए तो यह संभव नहीं है। एन्ट्रॉपी से आप क्या समझते हैं?इसे सुनेंरोकेंएन्ट्रॉपी। ऊष्मागतिकी में, एन्ट्रॉपी एक भौतिक राशि है जो सीधे मापी नहीं जाती बल्कि गणना (कैल्कुलेशन) द्वारा इसका मान निकाला जाता है। इसका प्रतीक S है। किसी निकाय की कुल ऊर्जा का वह भाग जिसे उपयोग में नहीं लाया जा सकता (दूसरे शब्दों में, कार्य में नहीं बदला जा सकता), उस निकाय की एन्ट्रॉपी कहलाती है। एंट्रापी क्या है इसकी भौतिक सार्थकता समझाइये 4?परिणामतः निकाय की ऊर्जा कम हो जाती है ।
सबसे कम एंट्रॉफी किसकी होती है?अतः, 0K तापमान पर ऑक्सीजन गैस में सबसे कम एन्ट्रॉपी होगी।. हम जानते हैं कि गैस के अणु यादृच्छिक गति को दर्शाते हैं।. उन्हें ऊष्मा/तापमान के साथ आपूर्ति करने से उन्हें यादृच्छिक गति करने के लिए ऊर्जा मिलेगी।. जैसे-जैसे हम तापमान बढ़ाते जाते हैं, अणुओं की गतिज ऊर्जा बढ़ती जाती है।. तापमान बढाने पर एंट्रापी की स्थिति क्या होती है?यदि ताप 115 K तक बढ़ाया जाए, तब अणु गति करना आरंभ कर देते हैं एवं अपनी साम्यावस्था से दोलन करते हैं और निकाय अधिक अव्यवस्थित हो जाता है। अतः एन्ट्रॉपी बढ़ जाती है।
गलन की एन्ट्रापी क्या है?Solution : गलन की एन्थैल्पी (Heat of fusion) - एक मोल ठोस को उसके गलनांक तथा 1 वायुमण्डलीय दाब पर 1 मोल द्रव में परिवर्तित करने पर होने वाले एन्थैल्पी परिवर्तन को ठोस की गलन ऊष्मा या गलन की एन्थैल्पी कहते है। <br> उदाहरण- बर्फ के गलनांक पर 1 मोल बर्फ को 1 मोल जल में परिवर्तित करने के लिए 6.01 kJ ऊर्जा लगती है।
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