क्या किसी इंसान के शरीर में देवी मां की छाया नजर आ सकती है। क्या कोई इंसान देवी का रूप धारण कर अंगारों पर चल सकता है। आइए आस्था और अंधविश्वास की इस कड़ी में हम जानते हैं देवी उनके शरीर में किस तरह प्रवेश कर अपने भक्तों का कल्याण करती है और उनके दुख-दर्द कैसे दूर करती है। Show अजीबो-गरीब ढंग से करते हैं व्यवहार आस्था या अंधविश्वास मनोवैज्ञानिक बीमारी महिलाओं को माता क्यों आती है?मनोवैज्ञानिक बीमारी
विज्ञान का मानना ये है कि जब व्यक्ति जिसका दिमाग कमजोर होता है वो एक ही चीज़ के बारे में बार-बार सोचता है। जैसे की रात्रि के समय अगर वो माता के बारे में ही सोचता रहेगा उतने समय तक तो उसका दिमाग यही सोचने लगता है। उसके बाद उसे वैसा ही महसूस होता है जैसा वो दिमाग में सोचता है।
इंसान के शरीर में माता क्यों आती है?मान्यताओं के मुताबिक, चिकन पॉक्स उस इंसान को होता है, जिसपर माता का बुरा प्रकोप पड़ता है। ऐसे में इस दौरान उनकी पूजा करने पर माता व्यक्ति की बॉडी में आती है और बीमारी को ठीक कर देती हैं। लोग चिकन पॉक्स का इलाज करवाने की जगह इस दौरान काफी प्रिकॉशन रखते हैं और 6 से 10 दिन में बीमारी के ठीक होने का इंतजार करते हैं।
शरीर में देवी कैसे आती है?चिकन पॉक्स वेरीसेल्ला जोस्टर वायरस से फैलने वाली एक संक्रमित बीमारी है. इस बीमारी में इंसान के शरीर पूरे शरीर पर लाल रंग के चकत्ते उभर आते हैं. आपको बता दें कि ये बीमारी तेजी से एक इंसान से दूसरे इंसान में फैलने वाली है. अगर को व्यक्ति चेचक पीड़ित के सीधे संपर्क में आ जाए तो उसे भी चेचक हो सकता है.
देवी आना क्या होता है?किसी के सिरे देवी अथवा देवता का आना — यह कोई मानसिक बीमारी नहीं है। परन्तु जो मूल देवी देवता हैं बह किसी के अंदर प्रवेश नहीं करते क्योंकि उनका तेज किसी व्यक्ति का शरीर सहन नहीं कर सकता। जिन्हें हम देवी अथवा देवता कह रहे हैं दरअसल बह गौण अथवा सिद्ध आदि होते हैं।
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