हिन्दी शब्दकोश से पशुता शब्द का अर्थ तथा उदाहरण पर्यायवाची एवम् विलोम शब्दों के साथ। Show
पशुता संज्ञा १. संज्ञा / अवस्था / मानसिक
अवस्था अर्थ : पशु होने की अवस्था या वह अवस्था जिसमें मानव पशु जैसा क्रूर और अमानवीय हो जाता है। उदाहरण : अच्छे कर्मों से मानव मन की पशुता नष्ट हो जाती है। पर्यायवाची : अमनुष्यता, अमानवता, अमानवीयता, अमानुषिकता, जानवरपन, पशुत्व, पाशवता, पाशविकता, हैवानियत The trait of extreme cruelty. brutality, ferociousness, savagery, viciousness चौपालइंस्टॉल करें पिछला अगला मुहावरे भाषा को सजीव एवम् रोचक बनाते हैं। हिन्दी भाषा के मुहावरे यहाँ पर उपलब्ध हैं। पशुता (pashutaa) ka meaning, vilom shabd, paryayvachi aur samanarthi shabd in English. पशुता (pashutaa) ka matlab kya hota hai? पशुता का मतलब क्या होता है? हिन्दी में पशुता का क्या अर्थ होता है?हिन्दीशब्दकोश में पशुता की परिभाषापशुता संज्ञा स्त्री० [सं०] पशु का भाव । २. जानवरपन । मूर्खता और औद्धत्य । शब्द जिसकी पशुता के साथ तुकबंदी हैका अनुवाद पशुताहमारे हिन्दी बहुभाषी अनुवादक के साथ पशुता का 25 भाषाओं में अनुवाद ढूंढ़ें।. इस अनुभाग में प्रस्तुत हिन्दी इस अनुभाग में प्रस्तुत पशुता अनुवाद स्वचालित सांख्यिकीय अनुवाद के माध्यम से प्राप्त किए गए हैं; जहां आवश्यक अनुवाद इकाई हिन्दी में «पशुता» शब्द है। अनुवादक हिन्दी - चीनी兽性 1,325 मिलियन बोलने वाले लोग अनुवादक हिन्दी - स्पैनिशanimalidad 570 मिलियन बोलने वाले लोग अनुवादक हिन्दी - अंग्रेज़ीAnimality 510 मिलियन बोलने वाले लोग हिन्दीपशुता 380 मिलियन बोलने वाले लोग अनुवादक हिन्दी - अरबीالطبيعة الحيوانية 280 मिलियन बोलने वाले लोग अनुवादक हिन्दी - रूसीживотный мир 278 मिलियन बोलने वाले लोग अनुवादक हिन्दी - पुर्तगालीanimalidade 270 मिलियन बोलने वाले लोग अनुवादक हिन्दी - बांग्लाপশুত্ব 260 मिलियन बोलने वाले लोग अनुवादक हिन्दी - फ़्रेंचanimalité 220 मिलियन बोलने वाले लोग अनुवादक हिन्दी - मलयkebinatangan 190 मिलियन बोलने वाले लोग अनुवादक हिन्दी - जर्मनAnima 180 मिलियन बोलने वाले लोग अनुवादक हिन्दी - जापानी獣性 130 मिलियन बोलने वाले लोग अनुवादक हिन्दी - कोरियन동물성 85 मिलियन बोलने वाले लोग अनुवादक हिन्दी - जैवेनीज़Animality 85 मिलियन बोलने वाले लोग अनुवादक हिन्दी - वियतनामीAnimality 80 मिलियन बोलने वाले लोग अनुवादक हिन्दी - तमिलAnimality 75 मिलियन बोलने वाले लोग अनुवादक हिन्दी - मराठीप्राणी 75 मिलियन बोलने वाले लोग अनुवादक हिन्दी - तुर्कAnimality 70 मिलियन बोलने वाले लोग अनुवादक हिन्दी - इटैलियनanimalità 65 मिलियन बोलने वाले लोग अनुवादक हिन्दी - पोलिशzwierzęcość 50 मिलियन बोलने वाले लोग अनुवादक हिन्दी - यूक्रेनियनтваринний світ 40 मिलियन बोलने वाले लोग अनुवादक हिन्दी - रोमेनियनanimalitate 30 मिलियन बोलने वाले लोग अनुवादक हिन्दी - ग्रीकζωικότητα 15 मिलियन बोलने वाले लोग अनुवादक हिन्दी - अफ़्रीकांसdierlikheid 14 मिलियन बोलने वाले लोग अनुवादक हिन्दी - स्वीडिशanimalisk 10 मिलियन बोलने वाले लोग अनुवादक हिन्दी - नॉर्वेजियनdyriske 5 मिलियन बोलने वाले लोग «पशुता» पद के उपयोग की प्रवृत्तियां
ऊपर दर्शाया गया नक्शा अलग-अलग देशों में «पशुता» पद के उपयोग की आवृत्ति प्रदान करता है। हिन्दी किताबें जो «पशुता» से संबंधित हैंनिम्नलिखित ग्रंथसूची चयनों में पशुता का उपयोग पता करें। पशुता aसे संबंधित किताबें और हिन्दी साहित्य में उसके उपयोग का संदर्भ प्रदान करने वाले उनके संक्षिप्त सार।. 1 Tarkashastra Evam Vaigyaanik Paddhyati Logic And ... - Page 23 संक्षेप में इन बातों को हम निम्नलिखित रूप में देख सकते हैं : -दृ 'मनुष्य' पद वस्तुवाचकता गुणवाचकता सारी मानव जाति ने---------) पशुता । विवेकशीलता वस्तुवाचकता में सास " ' गुणवाचकता ... 2 Tarkashastra Evam Vaigyaanik Paddhyati For Bihar State - Page 23 1 ' 'मनुष्य' पद बस्तुवाचकता गुणवाचकता सारी मानव जाति उ---------, पशुता + विवेकशीलता यस्तुवावरुता में हास - गुणवाचकता में वृद्धि _ _ - सभी विद्वान मनुष्य ने--------" पशुता । विदेकशीलता । 3 Sampooran Kahaniyan : Suryakant Tripathi Nirala - Page 107 मनुष्य की पशुता को जितनी बार भी काट दो, वह मरना नहीं जानती है कुछ हजार साल पहले मनुष्य ने नाखून को सुकुमार विनोदों के लिए उपयोग में लाना शुरू किया था : वात्स्यायन के 'कामसूत्र ... Suryakant Tripathi Nirala, 2008 4 Sidha Sada Rasta: - Page 299 कान्ति है नई दुनिया का पेड़ उगाने के लिए धरती को जना, छोड़ना ।'' "परन्तु कान्ति में जो पशुता जाग उठती हैं यह केवल नाश करना जानती है । उसमें रचनात्मक शक्ति नहीं होती क्योंकि उदार ... 5 Srinkhala Ki Kadiyan: - Page 87 ज्यों-ज्यों महाय-जाति में छिपी हुई पशुता यों जान मिलता गया वह और अधिक सबल होती रायों तथा उभी, बड़े हुए अवर को अधिक खाद्य बई आवश्यकता पड़ती गयो । होते-बोते हमारी पशुता ने न ... 6 Aaj Ki Kavita - Page 42 पशुता वले कविता की र-यत्रा पहले भी वभी नहीं रही । साज पहले तो भी दम है. उबर है जि मलय, फमाज और जन में पशुता बद २ही है. बद २ही है, ऐना नहीं जि पते तरह बद चुकी हो. पते तरह बद चुस्ती होती (गे ... 7 Bhāratīya sāmājika vicāradhārā रा:, गाँधी जी ने देखा कि जगत में अब तक पशुता का पशुता से, हिंसा का हिंसा से, शल का शर्त से ही सामना किया गया है । फलता निबल पशुता पर सबल पशुता ही विजयनी हुई और बलहीन शब्दों पर सबल ... 8 Śrīmadbhagavadgītā: Gītā-svādhyāya, vijñānabhāṣya, ... गीता के अनुरूप साधना-क्रम यया हो हैं ममव का महाव पशुता के संदर्भ में ही स्पष्टता परिलक्षित होता है । इस संब का औचित्य भी है, क्योंकि पशुता-भुक्ति का स्तर ही मानवीय गरिमा का ... यहीं मुक्तिबोध चाकेठिक" भूमिका पर है है ईमान को मानती पकुता की शर्त नामंजूर है है यह पशुता हमारी-आपकी कमजोरियों के स्याह जिरह-र पहनकर रर्णख्यार हो गई है है वह दिल की बहितयो को ... 10 Hindi Gadya Lekhan Mein Vyangya Aur Vichar - Page 114 नकल-कोसी में जो जितना जागे बढ़ जाए, हमसे यह उतना ही बहा है प इस नकल-कोसी की परिणति पशुता में होनी ही बी, ''यंच का महुवा पर हावी होना और मनुष्य का उसकी राक्षसी शक्ति में योग देना; ... «पशुता» पद को शामिल करने वाली समाचार सामग्रियांइसका पता लगाएं कि राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रेस ने निम्नलिखित समाचार सामग्रियों के बारे में क्या चर्चा की है और इस संदर्भ में पशुता पद का कैसे उपयोग किया है। पशु बलि प्रथा बंद करने नुक्कड़ नाटक हुआ जगदलपुर| छग हाईकोर्ट के आदेशानुसार कलेक्टर बस्तर के निर्देशानुसार पशुबली प्रथा बंद करने शाउमावि भगतसिंह के छात्र-छात्राओं के द्वारा जनचेतना-जनजागरण के लिए नुक्कड़ नाटक का आयोजन लालबाग चौक पर किया गया। नुक्कड़ नाटक का विषय पशुता ... «दैनिक भास्कर, अक्टूबर 15» युद्ध से घृणा ही बचाएगी मानवता को जो भी यहां एटमी ताकत की विभीषिका-पशुता का एहसास करने आता है, वह इस खंडहर को और फिर शानदार शहर हिरोशिमा को देखकर मनुष्य की ... उस दिन पूरे हिरोशिमा में कुल मिलाकर एक लाख से अधिक लोग एटम बम के माध्यम से मनुष्य की पशुता का शिकार हुए थे। «Dainiktribune, अगस्त 15» महिलाओं के ये अवगुण, उनके साथ-साथ कर देते हैं कुल … चरित्रहीन महिला पशुओं तथा नारकीय जीवों से भी नीची होती है क्योंकि पशु और नारकीय जीव तो पहले किए हुए पाप-कर्मों का फल भोगकर मनुष्यता की तरफ आ रहे हैं पर चरित्रहीन महिला पापों में लगकर पशुता तथा नरकों की तरफ जा रही होती है। «पंजाब केसरी, जून 15» 'रोते हुए आना दुर्भाग्य नहीं, रोते हुए मरना … मनुष्य में मनुष्यता, पशुता और दिव्यता ये तीन शक्तियां निवास करती हैं। मनुष्य को गिरना नहीं है, बल्कि ऊपर उठना है। वह ऊपर उठे तो देवता हो सकता है और नीचे गिरे तो पशु हो सकता है। मंदिर प्रांगण में शाम को मुनिश्री ने सांयकालीन आनंद यात्रा ... «दैनिक जागरण, मई 15» भगवान बुद्ध ने विश्व को दिया करुणा और सेवा का … उन्होंने मनुष्य को पशुता की ओर जाने से वर्जित करके पीडि़त मानवता की सेवा का संदेश दिया। मुख्य अतिथि श्री जैन ने कहा कि वर्तमान में पाप बढ़ रहा है। इसलिए भूकंप जैसी आपदाएं आ रही हैं। ऐसे में भगवान बुद्ध से प्रेरणा लेकर धर्ममार्ग में ... «दैनिक भास्कर, मई 15» अतिशय भोग की आग में! समस्या है, उस मनुष्य की, जो पशुता के जीवन-दर्शन पर चल रहा है. उसे वहां से हटा क र चेतना के आधार पर, ईश्वरीय आधार पर खड़ा करना ही रास्ता है. आस्था के द्वीप तभी दिखायी देंगे, जब यह समाज खोजेगा. लोग हैं, लेकिन चुपचाप बैठे हैं. हम इसके लिए कोई संगठन ... «प्रभात खबर, नवंबर 14» झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (13 नवम्बर) पशुता से मनुष्यता की और, मनुष्यता से देवत्व की और, देवत्व से भगवतत्व की और । यदि हमने अच्छे कर्म किये हो तो हमें निरोगी शरीर, सुख समृद्धि वैभव की प्राप्ति होगी और कर्म बुरे है तो तकलीफ उठाना पड़ेगी । कर्म सत्ता का खेल ही निराला है क्यों ... «आर्यावर्त, नवंबर 14» डर से न डरें... यादें समय का परिणाम, पशुता से मिली विरासत होती हैं। इसके आधार पर ही हम प्रतिक्रिया करते हैं। यह प्रतिक्रया विचार से जुड़ी होती है। विचार कुछ निश्चिति स्तरों पर तो जरूरी होता है परंतु जब यह बीते हुए और आने वाले वक्त में, अतीत और भविष्य में ... «नवभारत टाइम्स, दिसंबर 13» सत्ता : अटल बिहारी वाजपेयी की कविता न देश-भक्ति का तमगा, वे यदि घोषणा-पत्र हैं तो पशुता का, प्रमाश हैं तो पतितावस्था का, ऐसे कपूतों से मां का निपूती रहना ही अच्छा था, निर्दोष रक्त से सनी राजगद्दी, श्मशान की धूल से गिरी है, सत्ता की अनियंत्रित भूख रक्त-पिपासा से भी बुरी है। «Webdunia Hindi, नवंबर 13» स्त्री के प्रति सामाजिक परिवेश अनुकूल नहीं है … ... कड़े कानून की मांग कर रहा है लेकिन हमें इस विषय पर गंभीरता से विचार करना होगा कि अगर हमारी राजनीति और अर्थव्यवस्था सामाजिक-सांस्कृतिक स्तर पर हरसंभव पशुता को ही बढ़ावा दे रही है तो मात्र कानून इस प्रवृत्ति से छुटकारा नहीं दिला सकता। «Webdunia Hindi, मई 13» पशुता का पर्यायवाची शब्द क्या है?पशुता – पशुत्व, जानवरपन, मूर्खता, जड़ता।
पर्यायवाची शब्द कौन सा है?पर्यायवाची शब्द किसे कहते हैं? जो शब्द समान अर्थ के कारण किसी दूसरे शब्द की जगह ले लेते हैं उन्हें पर्यायवाची शब्द कहते हैं या समान अर्थ प्रदान करने वाले शब्द पर्यायवाची शब्द अथवा समानार्थक शब्द कहलाते हैं। सामान्य अर्थ में ऐसे शब्द जिनके अर्थ समान हों, पर्यायवाची शब्द कहलाते हैं।
100 का पर्यायवाची शब्द क्या है?अश्व — घोड़ा, हय, तुरंग, वाजी, घोटक, सैंधव, तुरंग। आँख — नेत्र, दृग, नयन, लोचन, चक्षु, अक्षि, अंबक, दृष्टि, विलोचन। इच्छा — आकांक्षा, चाह, अभिलाषा, कामना, ईप्सा, मनोरथ, स्पृहा, ईहा, वांछा। इंद्र — सुरेश, देवेंद्र, देवराज, पुरंदर, सुरपति, मघवा, वासव, महेंद्र।
घर का पर्यायवाची शब्द क्या होता है?घर का पर्यायवाची शब्द आवास, निवासस्थल, गृह, सदन आदि है। भवन शब्द किसका पर्यायवाची है ? घर शब्द का पर्यायवाची है भवन। बसेरा शब्द का पर्यायवाची कौन सा है ?
|