मौसम विज्ञान अनुप्रयोग इसरो सेवाओं का एक महत्वपूर्ण घटक हैं। उपग्रहों को जब भारतीय क्षेत्र का आवरण करते हुए मौसम विज्ञानी आंकड़ें उपलब्ध करने के लिए बनाए गए तब उपग्रहों का उपयोग कर मौसम की भविष्य वाणी करने हेतु काफी प्रोत्साहन प्राप्त हुआ। परिचालन उत्पादों में बादल आवरण, समुद्र की सतह का तापमान, बादल गति वैक्टर, निवर्तमान दीर्घ तरंग विकिरण, मात्रात्मक वर्षिपात आकलन, आदि सम्मिलित हैं। उपग्रह डाटा ने मौसम भविष्यवाणी मॉडल का उपयोग कर भविष्यवाणी के कौशल में सुधार करने में भी मदद मिली है। मौसम विज्ञान के लिए एक समर्पित उपग्रह की जरूरत ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन को मौसम विज्ञानी उपग्रहों के प्रक्षेपण के लिए प्रेरित किया। Show
बहुउद्देशीय अंतरिक्ष यान के इन्सैट श्रृंखला बहुत ही उच्च विभेदन रेडियोमीटर (वीएचआरआर) उपकरणों के माध्यम से अस्सी के दशक से हिंद महासागर के ऊपर मौसम संबंधी सेवाएं प्रदान कर रहा है। स्वदेशी वीएचआरआर पेलोड इन्सैट-2 ए, 2 बी, 2 ई और इन्सैट-3 ए उपग्रहों पर भेजा गया है। 2002 में प्रमोचित कल्पना-1 पहला समर्पित मौसम विज्ञान उपग्रह था। हाल ही तक ऑनबोर्ड कल्पना-1 और इन्सैट-3 ए वी.एच.आर.आर. उपकरण के उपयोगकर्ताओं के लिए तीन स्पेकट्रमी बैंडों में चौबीसों घंटे उपग्रह प्रतिबिंबों को उपलब्ध कराते रहे। भारतीय मौसम विज्ञानीय विभाग (आई.एम.डी.) में वर्तमान मिशनों के लिए आंकड़ा अभिग्रहण, प्रक्रमण और उत्पाद जनन सुविधाएँ स्थापित हैं। इसके अलावा कल्पना-1 और इन्सैट-3 ए आंकड़ा प्रसारण प्रेषानुकर (डी.आर.टी.) साधन है, जो स्वतः आंकड़ा संग्रहण प्लेटफार्मों से, मौसम विज्ञानी, जल विज्ञानी एवं समुद्र विज्ञानी संबंधी आंकड़े प्राप्त करते हैं और मौसम पूर्वानुमान क्षमताओं को संवर्धित करते हैं। सरल और मेघाट्रॉपिक्स भी मौसम पूर्वानुमान के बारे में बहुमूल्य सूचना उपलब्ध कराते हैं। इन्सैट-3 डी, डी.आर.टी. सहित अत्याधुनिक मौसम विज्ञानी नीतभार (प्रतिबिंबित्र एवं परिज्ञापी) के साथ मौसम पूर्वानुमान एवं आपदा चेतावनी के लिए नवीन मौसम विज्ञानी प्रेषण तथा भू एवं समुद्र स्तरों का मॉनिटरन हेतु अभिकल्पित एक विशिष्ट मिशन का प्रमोचन 2013 में हुआ। इन्सैट प्रणालियों की क्षमताएँ इन्सैट-3 डी आंकड़ों की उपलब्धता के साथ काफी बढ़ गए हैं।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग From Wikipedia, the free encyclopediaभारतीय मौसम विज्ञान विभाग (भा॰मौ॰वि॰वि॰) भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अंतर्गत मौसम विज्ञान प्रक्षेण, मौसम पूर्वानुमान और भूकम्प विज्ञान का कार्यभार सँभालने वाली सर्वप्रमुख एजेंसी है। मौसम विज्ञान विभाग का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है। इस विभाग के द्वारा भारत से लेकर अंटार्कटिका भर में सैकड़ों प्रक्षेण स्टेशन चलाये जाते हैं। वर्तमान में मौसम विभाग के महानिदेशक मृतुन्जय महापात्रा है मौसम विभाग की स्थापना सर्वप्रथम 1844 में पुणे में हुई 1875 में नाम बदलकर मौसम सर्वेक्षण अनुसंधान रख दिया गया। Quick facts: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग, एजेंसी अवलोकन, गठन... ▼भारतीय मौसम विज्ञान विभाग भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (भा॰मौ॰वि॰वि॰) भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अंतर्गत मौसम विज्ञान प्रक्षेण, मौसम पूर्वानुमान और भूकम्प विज्ञान का कार्यभार सँभालने वाली सर्वप्रमुख एजेंसी है। मौसम विज्ञान विभाग का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है। इस विभाग के द्वारा भारत से लेकर अंटार्कटिका भर में सैकड़ों प्रक्षेण स्टेशन चलाये जाते हैं। वर्तमान में मौसम विभाग के महानिदेशक मृतुन्जय महापात्रा है मौसम विभाग की स्थापना सर्वप्रथम 1844 में पुणे में हुई 1875 में नाम बदलकर मौसम सर्वेक्षण अनुसंधान रख दिया गया। Quick facts: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग, एजेंसी अवलोकन, गठन... ▼भारतीय मौसम विज्ञान विभाग आईएमडी (IMD) या मौसम विभाग एक मौसम से सम्बंधित जानकारी प्रदान करने वाली एक एजेंसी होती है | यह एक ऐसी एजेंसी है, जो प्रमुख रूप से भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अंतर्गत मौसम विज्ञान प्रक्षेण, मौसम पूर्वानुमान और भूकम्प विज्ञान का कार्यभार संभालने का काम करती है | आईएमडी (IMD) या मौसम विभाग का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है। इस विभाग के द्वारा ही भारत से लेकर अंटार्कटिका भर में सैकड़ों प्रक्षेण स्टेशन चलाये जाते हैं।
वहीं वर्तमान समय में मौसम विभाग के महानिदेशक मृतुन्जय महापात्रा है, मौसम विभाग की स्थापना सर्वप्रथम 1844 में पुणे में में की गई थी और 1875 में नाम बदलकर मौसम सर्वेक्षण अनुसंधान रख दिया गया था | इसलिए यदि आपको आईएमडी के विषय में अधिक जानकारी नहीं प्राप्त है और आप इसके विषय में जानना चाहते है, तो यहाँ पर आपको आईएमडी (IMD) या मौसम विभाग क्या है , फुल फॉर्म , कार्य व आईएमडी का मुख्यालय | इसकी विस्तृत जानकारी प्रदान की जा रही है | मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना कल्याण योजना आईएमडी (IMD) या मौसम विभाग का क्या मतलब होता है ?Table of Contents
जब 1864 में चक्रवात आ जाने के कारण कलकत्ता में बहुत अधिक हानि पहुंचने और 1866 और 1871 के अकाल आ जाने के बाद, मौसम संबंधी विश्लेषण और संग्रह कार्य एक ढ़ांचे के अंतर्गत आयोजित करने का फैसला किया गया | इसके बाद बहुत जल्द 1875 में ही भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की स्थापना कर दी गई थी | स्थापना करने के बाद हेनरी फ्रांसिस ब्लैनफर्ड को विभाग के पहले मौसम विज्ञान संवाददाता के रूप में नियुक्त किया था। फिर वहीं, मई 1889 में, सर जॉन एलियट तत्कालीन राजधानी कलकत्ता में वेधशालाओं के पहले महानिदेशक के रूप में चुन लिए गए थे। पहले मौसम विज्ञान विभाग का मुख्यालय 1905 में शिमला स्थापित था , फिर 1928 में पुणे में स्थापित किया गया था और अब वर्तमान समय में इसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थानांतरित कर दिया गया है [2] भारतीय मौसम विज्ञान विभाग स्वतंत्रता के बाद 27 अप्रैल 1949 को विश्व मौसम विज्ञान संगठन का सदस्य बन गया | Hast Rekha Gyan Online FIR Kaise Kare Business Kaise Kare ग्राम प्रधान की शिकायत कैसे करे बैंक से लोन कैसे ले आईएमडी (IMD) का फुल फॉर्मआईएमडी (IMD) का फुल फॉर्म “Indian Meteorological Department of India” होता है | वहीं इसका हिंदी में उच्चारण “इंडियन मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट ऑफ़ इण्डिया” होता है और इसे हिंदी भाषा में भारत मौसम विज्ञान विभाग कहा जाता है | नीति आयोग तथा योजना आयोग आईएमडी (IMD) के कार्य
देश में काम करने वाले अनुसंधान संस्थानों के नाम की सूचीक्र.स. संस्थान 1. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी), नई दिल्ली 2. ईएसएसओ-भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान, पुणे 3. ईएसएसओ-राष्ट्रीय माध्यम अवधि मौसम पूर्वानुमान केंद्र (एनसीएमआरडब्ल्यूएफ), नोएडा 4. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन – अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र, अहमदाबाद 5. वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद् – चौथा पैराडिगम ससंथान, बैंगलूरू 6. भारतीय प्रौधोगिक संस्थान, भुवनेश्वर 7. भारतीय प्रौधोगिक संस्थान, खड़गपुर 8. भारतीय प्रौधोगिक संस्थान, गांधीनगर 9. भारतीय प्रौधोगिक संस्थान, मुंबई 10. भारतीय प्रौधोगिक संस्थान, नई दिल्ली 11. भारतीय प्रौधोगिक संस्थान, बैंगलूरू 12. आंध्र विश्वविद्यालय 13. कोचीन विश्वविद्यालय 14. पुणे विश्वविद्यालय 15. आपदा प्रशमन केंद्र, जैन विश्वविद्यालय, बैंगलोर 16. प्रगत संगणन विकास केंद्र, पुणे 17. स्काई मैट वैदर वाइज एक देश एक कृषि बाजार योजना क्या है यहाँ पर हमने आपको आईएमडी (IMD) या मौसम विभाग के विषय में जानकारी उपलब्ध कराई है | यदि आप इस जानकारी से संतुष्ट है, या फिर इससे समबन्धित अन्य जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो कमेंट के माध्यम से अपना सुझाव दे सकते है, आपकी प्रतिक्रिया का जल्द ही उत्तर दिया जायेगा | अधिक जानकारी के लिए hindiraj.com पोर्टल पर विजिट करते रहे | मौसम विज्ञान किसका अध्ययन करता है?ऋतुविज्ञान या मौसम विज्ञान (Meteorology) कई विधाओं को समेटे हुए विज्ञान है जो वायुमण्डल का अध्ययन करता है। मौसम विज्ञान में मौसम की प्रक्रिया एवं मौसम का पूर्वानुमान अध्ययन के केन्द्रबिन्दु होते हैं। मौसम विज्ञान का इतिहास हजारों वर्ष पुराना है किन्तु अट्ठारहवीं शती तक इसमें खास प्रगति नहीं हो सकी थी।
भारत में कितने मौसम विज्ञान केंद्र हैं?भारत मौसम विज्ञान विभाग में उप महानिदेशकों द्वारा प्रबंधित कुल 6 क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र आते हैं। यह चेन्नई, गुवाहाटी, कोलकाता, मुंबई, नागपुर, नई दिल्ली और हैदराबाद में स्थित हैं।
मौसम विशेषज्ञ को क्या कहते हैं?इसका अध्ययन करने का काम कुछ विशेष लोग करते हैं। इन विशेषज्ञों को मौसम–वैज्ञानिक कहते हैं।
मौसम विज्ञान प्रतीक क्या है?मौसम चार्ट : विभिन्न मौसम वेधशालाओं से प्राप्त आँकड़े पर्याप्त एवं विस्तृत होते हैं। अतः ये एक चार्ट पर बिना कोडिंग के नहीं दिखाए जा सकते। कोडिंग के द्वारा कम स्थान में सूचनाएँ देकर चार्ट की उपयोगिता बढ़ जाती है । इन्हें सिनाप्टिक मौसम चार्ट कहते हैं तथा जो कोड प्रयोग में लाए जाते हैं, उसे मौसम विज्ञान प्रतीक कहते हैं।
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