क्या चिकन खाने से शुगर लेवल बढ़ता है? - kya chikan khaane se shugar leval badhata hai?

अधिकतर नॉन-वेज लवर चिकन खाना पसंद करते हैं। वहीं, जब किसी चिकन लवर को डायबिटीज हो जाए, तो वे सोचने लग जाते हैं कि उन्हें शुगर में मुर्गा खाना चाहिए कि नहीं। अगर आप भी इस सोच में है कि आपको चिकन खाना चाहिए या नहीं। तो इस लेख में दी गई जानकारी आपके लिए मददगार हो सकती है। यहां हम मधुमेह रोगियों के लिए चिकन के फायदे व नुकसान बताएंगे। इसके साथ ही हम चिकन में पोषक तत्व के बारे में जानकारी देंगे और मधुमेह में मुर्गा खाने का सही समय के बारे में विस्तार से बता रहे हैं।

  • क्या शुगर में चिकन खा सकते हैं?

  • चिकन के पोषक तत्व

  • डायबिटीज में चिकन खाने के फायदे

  • डायबिटीज में कब और कितना चिकन खाना चाहिए?

  • डायबिटीज में आहार में चिकन को कैसे शामिल करें?

  • डायबिटीज में अधिक चिकन खाने से होने वाले नुकसान

  • सारांश पढ़ें

  • अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

क्या शुगर में चिकन खा सकते हैं?

जी हाँ, शुगर में चिकन खा सकते है। यह एक लीन मीट है, जो दूसरे मीट की तरह डायबिटिक्स को नुकसान नहीं पहुँचाता है। चिकन में प्रोटीन की भरपूर मात्रा होता है, जो रक्त में कार्ब्स या ग्लूकोज़ अवशोषण को धीमा कर सकता है। इससे रक्त में शुगर लेवल को नियंत्रित रखा जा सकता है।

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चिकन के पोषक तत्व

चिकन में पोषक तत्व की भरपूर मात्रा होती है। ये पोषक तत्व सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं, जो डायबिटीज की स्थिति को बेहतर करने के साथ-साथ जटिलताओं के जोखिम को भी कम कर सकता है। नीचे हम टेबल के माध्यम से प्रति 100 ग्राम चिकन में मौजूद पोषक तत्वों के बारे में बता रहे हैं।

पोषक तत्व 

मूल्य प्रति 100 g 

पानी 

73.9 g

ऊर्जा 

120 kcal

प्रोटीन 

22.5 g

टोटल लिपिड (फैट)

2.62 g

कैल्शियम 

5 mg

आयरन 

0.37 mg

मैग्नीशियम 

28 mg

फॉस्फोरस 

213 mg

पोटैशियम 

334 mg

सोडियम 

45 mg

ज़िंक 

0.68 mg

मैंगनीज 

0.011 mg

सेलेनियम 

22.8 µg

थायमिन 

0.094 mg

राइबोफ्लेविन 

0.177 mg

नियासिन 

9.6 mg

विटामिन बी-6 

0.811 mg

फोलेट 

9 µg

कॉलिन 

82.1 mg

बेटाइन

7 mg

विटामिन बी-12 

0.21 µg

विटामिन ए, RAE 

9 µg

विटामिन ए, IU

30 IU

विटामिन ई 

0.56 mg

विटामिन डी 

1 IU

विटामिन के 

8.4 µg

फैटी एसिड्स, टोटल सैचुरेटेड 

0.563 g

फैटी एसिड्स, टोटल मोनोअनसैचुरेटेड 

0.689 g

फैटी एसिड्स, टोटल पॉलीअनसैचुरेटेड

0.424 g

कोलेस्ट्रॉल 

73 mg

डायबिटीज में चिकन खाने के फायदे

डायबिटीज में सीमित मात्रा में चिकन खाने से कुछ फायदे हो सकते हैं, जिससे कि मधुमेह की स्थिति में कुछ हद तक सुधार हो सकता है। मधुमेह रोगियों के लिए चिकन के फायदे कुछ इस तरह से हो सकते हैं:

1.प्रोटीन का अच्छा स्रोत

मधुमेह रोगियों के लिए चिकन प्रोटीन की पूर्ति कर सकता है। प्रोटीन मसल बिल्डिंग करने के साथ ही ग्लूकोज़ के अवशोषण को धीमा करने का काम कर सकता है। इससे रक्त में शुगर लेवल को बढ़ने से रोका जा सकता है। इससे डायबिटीज के कुछ लक्षणों से भी राहत मिल सकती है।

2.हड्डियों के लिए अच्छा

डायबिटीज की स्थिति में हड्डियां कमजोर हो सकती है, जिससे कि हड्डियों के फ्रैक्चर होने का जोखिम बढ़ सकता है। चिकन में कैल्शियम और फास्फोरस मौजूद होता है, जो हड्डियों को मजबूत करने में सहायता कर सकता है। साथ ही हड्डियों को स्वस्थ रख सकता है। इसके अलावा, हमने पहले ही जानकारी दी है कि चिकन में प्रोटीन भी अच्छी मात्रा में मौजूद होता है, जिस कारण यह मांसपेशियों के लिए भी लाभकारी हो सकता है। इसके सेवन से हड्डियों व मांसपेशियों को स्वस्थ रखा जा सकता है। 

3.आँखों के लिए लाभकारी

मधुमेह रोगियों के लिए चिकन के फायदे आँखों के लिए भी देखे जा सकते हैं। दरअसल, डायबिटीज की स्थिति में सबसे ज्यादा नुकसान आँखों को ही होता है। रिसर्च के मुताबिक, चिकन में ज़िंक, विटामिन ए, विटामिन के की भरपूर मात्रा होती है, जो आँखों को स्वस्थ की रखने का काम कर सकता है। इससे मधुमेह में होने वाली आँखों से जुड़ी समस्याओं के जोखिम को कम किया जा सकता है।

4.डिप्रेशन से राहत 

डायबिटीज में कई छोटी-छोटी चीजों को ध्यान में रखना होता है, जो मरीज को डिप्रेशन में डाल सकता है। चिकन में एंसरीन (Anserine) और कार्नोसिन (carnosine) जैसे केमिकल कंपाउंड पाए जाते हैं, जो डिप्रेशन से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं। इससे डायबिटिक के मूड में भी सुधार हो सकता है।

इसके साथ ही चिकन में ट्रिप्टोफैन (tryptophan) नामक एक एमिनो एसिड होता है, जो आपको सेरोटोनिन (serotonin) नामक केमिकल (मूड को नियंत्रित करने वाला) बनाने में मदद कर सकता है। इससे स्ट्रेस के जोखिम को भी कम किया जा सकता है। 

5.वजन संतुलित रखे

डायबिटीज की जटिलताओं से बचाव के लिए जरूरी है कि वजन को संतुलित रखा जाए। ऐसे में चिकन का सेवन वजन को कंट्रोल करने में सहायक हो सकता है। जैसे कि हमने पहले ही बताया है कि चिकन में भरपूर मात्रा में प्रोटीन होता है। ऐसे में चिकन में मौजूद प्रोटीन पेट को काफी देर तक भरा रख सकता है। इससे व्यक्ति को बार-बार खाने की क्रेविंग नहीं हो सकती है, जिससे वजन संतुलित रखने में मदद मिल सकती है। साथ ही यह ह्रदय रोग के जोखिम को भी कम कर सकता है।

डायबिटीज में कब और कितना चिकन खाना चाहिए?

डायबिटीज में कब चिकन खाना चाहिए

  • मधुमेह में चिकन खाने का कोई स्पेसिफिक समय नहीं होता है। हालाँकि, डायबिटीज में व्यायाम करते हैं, तो व्यायाम के बाद कुछ मात्रा में रोस्टेड चिकन खा सकते हैं।
  • इसके आलावा, दोपहर या रात के खाने में भी कुछ मात्रा में चिकन खा सकते हैं।
  • ध्यान रहें डायबिटीज की स्थिति में रोजाना चिकन का सेवन नहीं करना है। हफ्ते में 2 या 3 बार चिकन का सेवन कर सकते हैं।

डायबिटीज में कितना चिकन खाना चाहिए

  • सप्ताह में 2-3 बार चिकन खा सकते हैं। डायबिटिक्स एक सर्विंग में 85g तक चिकन खा सकते हैं। आसानी से समझें तो पूरे दिन में 3-4 छोटे पीस चिकन का सेवन कर सकते हैं। हालांकि, व्यक्ति के स्वास्थ्य के आधार पर इस मात्रा में बदलाव हो सकते हैं। बेहतर है व्यक्ति इस बारे में एक बार डॉक्टर की भी सलाह लें।

डायबिटीज में आहार में चिकन को कैसे शामिल करें?

मधुमेह रोगियों के लिए चिकन रेसिपी भी बहुत मायने रखता है, क्योंकि कई चिकन की रेसिपी में स्किन भी शामिल किया जाता है, जो डायबिटिक के लिए हानिकारक हो सकता है। ऐसे में अगर सोच रहे हैं कि मधुमेह में चिकन कैसे खाएं, तो यहां हम चिकन खाने के कुछ हेल्दी तरीकों के बारे में बता रहे हैं। 

  • डायबिटीज में चिकन को रोस्ट करके खा सकते हैं।
  • इस समय चिकन सूप भी पी सकते हैं।
  • मधुमेह में चिकन सैंडविच भी ले सकते हैं।
  • शुगर में चिकन को बेक करके खा सकते हैं।
  • इस समय कम तेल-मसाले वाला चिकन करी भी ले सकते हैं।
  • डायबिटीज में सीमित मात्रा में चिकन बिरियानी भी खा सकते हैं।
  • चिकन को रोस्ट करके भी सेवन कर सकते हैं। 
  • ग्रिल चिकन का भी सेवन कर सकते हैं।

डायबिटीज में अधिक चिकन खाने से होने वाले नुकसान

मधुमेह रोगियों के लिए चिकन जितना फायदेमंद होता है, उतना ही नुकसानदायक भी हो सकता है। इसलिए, मधुमेह में चिकन का सीमित मात्रा में ही सेवन करना चाहिए। अधिक मात्रा में चिकन खाने के नुकसान कुछ इस प्रकार हो सकते हैं : 

  • यदि कोई डायबिटिक स्किन के साथ पकाए हुए चिकन को अधिक मात्रा में खाता है तो इससे मोटापा बढ़ सकता है, जो डायबिटीज की स्थिति को गंभीर कर सकता है।
  • अधिक तेल से तैयार किए गए चिकन के सेवन से प्रोस्टेट कैंसर, यूरीनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन, हृदय रोग का जोखिम बढ़ सकता है।
  • कुछ लोगों को चिकन को पचाने में मुश्किल हो सकती है, जिससे कि पाचन से जुड़ी समस्या हो सकती है।

अब आपको पता चल ही गया होगा कि शुगर में चिकन खा सकते है। चिकन को सीमित मात्रा में ही लेना बेहतर है, क्योंकि इससे फायदे और नुकसान दोनों ही हो सकते हैं। ऐसे में डायबिटीज में चिकन का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें। डायबिटीज के लिए डॉक्टर से सलाह लेने के लिए Phable ऐप की मदद ले सकते हैं।

सारांश पढ़ें

  • शुगर में चिकन खा सकते है। इसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन होता है जिसे पचाने में ज्यादा समय लगता है, जो ग्लूकोज़ अवशोषण को भी धीमा कर सकता है। इससे रक्त में शुगर लेवल को नियंत्रित रखा जा सकता है।
  • चिकन में प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, पोटैशियम, ज़िंक, विटामिन बी-6, बी-12, विटामिन ए, विटामिन ई, विटामिन डी, विटामिन के जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो मधुमेह रोगियों के लिए लाभकारी हो सकता है।
  • मधुमेह रोगियों के लिए चिकन के फायदे में हड्डियों को मजबूत, आँखों के स्वास्थ्य में सुधार, अवसाद से राहत, आदि शामिल है।
  • चिकन को दोपहर और रात के खाने में शामिल कर सकते हैं। हफ्ते में 2 से 3 बार चिकन का 85g तक सेवन कर सकते हैं। पूरे दिन में 3 से 4 छोटे पीस चिकन के खा सकते हैं। 
  • डायबिटीज में चिकन को अधिक मात्रा में खाने से मधुमेह में जटिलताएं हो सकती है। इससे  प्रोस्टेट कैंसर, यूरीनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन, हृदय रोग और पाचन की समस्या भी हो सकती है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

क्या उबला हुआ चिकन ब्लड शुगर बढ़ा सकता है?

यदि सीमित मात्रा में उबला हुआ स्किनलेस चिकन का सेवन करते हैं, तो इससे ब्लड शुगर नहीं बढ़ता है।

क्या तला हुआ चिकन ब्लड शुगर बढ़ाता है?

जी हाँ, अधिक तले हुए चिकन का ज्यादा मात्रा में सेवन करते हैं, तो इससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। साथ ही कुछ अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी हो सकती है।

मधुमेह रोगियों के लिए किस प्रकार का चिकन अच्छा है?

मधुमेह रोगी के लिए स्किनलेस चिकन अच्छा होता है। स्किनलेस चिकन में कम फैट होता है, जो डायबिटिक के लिए लाभकारी हो सकता है। अगर मधुमेह रोगियों के लिए चिकन रेसिपी की बता की जाए तो चिकन सूप, चिकन स्टू, बेक्ड चिकन, ग्रिल चिकन लाभकारी हो सकता है।

मधुमेह रोगी कितना चिकन खा सकता है?

शुगर में मुर्गा खाना चाहिए कि नहीं यह तो जान ही गए होंगे। हालांकि, चिकन खाने की मात्रा काफी मायने रखती है। इस समय हफ्ते में 2 से 3 बार ही चिकन का सेवन कर सकते हैं। इस समय एक सर्विंग में 85g तक चिकन खा सकते हैं। पूरे दिन में 3-4 छोटे पीस चिकन का सेवन कर सकते हैं

(जनरल फिजिशियन, 6+ वर्ष के अनुभव के साथ)

डॉ. पाखी शर्मा, गायनोकोलॉजी और आब्सटेट्रिक्स, फैमिली मेडिसिन और मेडिकल इमरजेंसी विशेषज्ञ हैं। उनके पास प्रसिद्ध अस्पतालों और क्लीनिकों में 6+ वर्षों का कार्य अनुभव है। वे श्री देवराज Urs यूनिवर्सिटी ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च सेंटर की पूर्व छात्रा रह चुकी हैं। वर्तमान में डॉ. पाखी शर्मा, जनरल फिजिशियन के तौर पर Phablecare से जुड़ी हुई हैं।

शुगर में चिकन खा सकते हैं क्या?

जी हाँ, शुगर में चिकन खा सकते है। यह एक लीन मीट है, जो दूसरे मीट की तरह डायबिटिक्स को नुकसान नहीं पहुँचाता है। चिकन में प्रोटीन की भरपूर मात्रा होता है, जो रक्त में कार्ब्स या ग्लूकोज़ अवशोषण को धीमा कर सकता है। इससे रक्त में शुगर लेवल को नियंत्रित रखा जा सकता है।

शुगर में कौन सा नॉनवेज खाना चाहिए?

मधुमेह (diabetes) के लिए मांसाहारी भोजन लाल मांस से बचना चाहिए क्योंकि इसमें उच्च स्तर की संतृप्त वसा ( saturated fats) होती है। अगर आपको कोलेस्ट्रॉल की समस्या है तो आपको अंडे की जर्दी को अपनी डाइट में नहीं लेना चाहिए

शुगर को जड़ से खत्म करने के लिए क्या खाना चाहिए?

मेथी के बीज ज्यादातर भारतीय रसोई में आसानी से उपलब्ध हैं। रात को दो चम्मच मेथी के दानों को पानी में भिगोकर सुबह बीज के साथ पीने से ब्लड शुगर को कम करने में मदद मिल सकती है। आप इसे पीसकर चूर्ण बना सकते हैं और सुबह खाली पेट गर्म पानी के साथ लेने से फायदा होगा।

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