कल की तिथि हिन्दू पंचांग 2022

आज की तिथि से सम्बंधित किसी भी प्रकार के प्रश्न का उत्तर दा डिवाईन इंडिया के आज की तिथि के पेच पर मिल सकता है जैसे आज का त्यौहार और व्रत, त्योहार, व्रत, मासिक व्रत, पंचक तिथियाँ, आज की कौन सी आरती होती है, आज चन्द्रोदय व चन्द्रास्त का समय क्या है और आज का सूर्योदय व सूर्योस्त का समय क्या है आदि। आप के ऐसे प्रश्न जैसे कि आज का पचांग क्या है?, आज का राहु काल समय क्या है?, आज कौन सी तिथि है, आज की तिथि क्या है?, अमावस्या कब की है?, एकादशी कब की है?, प्रदोष व्रत कब है?, काला अष्टमी व्रत कब है?, इस महीने की मासिक शिवरात्रि कब है?, संकष्टी चतुर्थी व्रत कब है? इन सभी प्रश्नों का उत्तर इस पेज पर उपलब्ध है।


आज की क्या तिथि है हिन्दू पंचांग के अनुसार ?

विक्रम संवत 2079 के अनुसार आज भाद्रपद कृष्ण पक्ष है और आज की तिथि - सोमवार, 15 अगस्त 2022


पंचांग क्या होता है?

पंचांग मतलब पंच अंग जैसे तिथि, वार, योग, नक्षत्र, करण। इन्हीं से मिलकर ही शुभ योग का निर्माण होता है, जिसे हम मुहूर्त कहते हैं।


राहु काल क्या होता है?

राहुकालम को राहु की समय अवधि को कहा जाता है। यह वह समय होता है जिस राहु काल की अवधि को संदर्भित करता है। राहु काल प्रत्येक दिन में एक अशुभ समय अवधि को बताता है। राहु काल में कोई भी शुभ कार्य करना अनुकूल नहीं माना जाता है।


कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष क्या होता है?

शुक्ल पक्ष हिन्दू कैलेंडर में बड़ते हुए चन्द्रमा को कहा जाता है। शुक्ल श्वेत या उज्ज्वल के लिए संस्कृत शब्द है। शुक्ल पक्ष 15 दिनों की अवधि है, जो अमावस्या के दिन से शुरू होती है और पूर्णिमा के दिन समाप्त होती है। इस पक्ष को शुभ माना जाता है।
कृष्ण पक्ष हिन्दू कैलेंडर में घटते हुए चन्द्रमा को कहा जाता है। कृष्ण अंधेरे के लिए संस्कृत शब्द है। कृष्ण पक्ष 15 दिनों की अवधि है


कौन-से पक्ष में शुभ कार्य करने चाहिए?

शुक्ल पक्ष में सभी शुभ कार्य करने चाहिए


तिथि क्या होती है ?

जानिए हिंदू पंचांग और हिंदू पंचाग के अनुसार तिथि हिंदू कैलेंडर का मुख्य भाग है। यह हिंदू कैलेंडर के चंद्र कैलेंडर दिनों में से एक है। तिथि के आधार पर, सभी दिन, त्यौहार, जन्मदिन, मृत्यु वर्ष, शुभ दिन, अशुभ दिन आदि निर्धारित किए जाते हैं। वेडिन ज्योतिष में परिभाषित एक महीने में कुल 30 दिन की तिथियां हैं। जिसमें अमावस्या और पूर्णिमा महीने में एक बार ही आते हैं। पहली पंद्रह तिथियां शुक्ल पक्ष में शामिल हैं, जबकि अगले पंद्रह तीथ कृष्ण पक्ष में शामिल हैं। शुक्ल पक्ष में सभी शुभ कार्य करने चाहिए। एक तिथि को पूर्ण माना जाता है जब चंद्रमा सूर्य से 12 डिग्री पर स्थित होता है। चंद्रमा की 12 डिग्री झुकाव के साथ एक तिथि समाप्त होती है। एक तिथि के पाँच भाग होते हैं जिन्हें नन्दा, भद्रा, रिक्ता, जया और पूर्णा कहते हैं।


हिन्दू कैलेंडर जनवरी 2022 हिंदी में | इस हिन्दू कैलेंडर के दरिये जानिए सन 2022 जनवरी महीने में भारत में मनाये जाने वाले त्यौहारों की सूची, जनवरी 2022 की पंचांग जानकारी, व्रत, सूर्योदय, सूर्यास्तम, मासिक अवकाश और भी बहुत कुछ | आज का पंचांग हिंदी में →

Hindu calendar 2022 January in hindi. Hindu festivals, daily hindu panchang, vrats and holidays in January. View Hindu calendar 2022 January in English & Aaj ka panchang →

 Change Date & Location Ujjain, Madhya Pradesh, India

Base calendar: Gregorian Hindu

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कल की तिथि हिन्दू पंचांग 2022

हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, जनवरी 2022 में आने वाली पर्व एवं छुट्टियाँ की सूची। और देखें 2022 जनवरी हिन्दू त्योहार, व्रत एवं महत्वपूर्ण तिथियाँ | सही व सटीक तिथि समय के लिए देखिये हिन्दू तिथि कैलेंडर जनवरी, 2022 →

01 Sat नव वर्ष , मास शिवरात्रि
02 Sun प्रकृति दिन , अमावस्या
03 Mon चंद्र दर्शन , सोमवार व्रत
06 Thu वरद चतुर्थी
08 Sat षष्टी
09 Sun गुरु गोबिंदसिंह जयंती
10 Mon दुर्गाष्टमी व्रत
12 Wed राष्ट्रीय युवा दिवस
13 Thu वैकुंठ एकादशी , लोहड़ी (लोहरी) , पौष पुत्रदा एकादशी
14 Fri मकर संक्रांति , गंगा सागर स्नान , रोहिणी व्रत , कूर्म द्वादशी व्रत , पोंगल
15 Sat प्रदोष व्रत
17 Mon पूर्णिमा , माघस्नान प्रारंभ , पौष पूर्णिमा , सत्य व्रत , सत्य व्रत , पूर्णिमा व्रत
21 Fri सकट चौथ , संकष्टी गणेश चतुर्थी
24 Mon स्वामी विवेकानंद जयंती
25 Tue कालाष्टमी
26 Wed गणतंत्र दिवस
28 Fri षटतिला एकादशी
30 Sun मास शिवरात्रि , प्रदोष व्रत , गांधी पुण्यतिथि

Watch Video: Hindu Calendar 2022

कल का शुभ मुहूर्त कितने बजे का है?

मुहूर्तों के नाम.

पंचांग देखना कैसे सीखें?

शुक्ल पक्ष में प्रथम तिथि प्रतिपदा कहलाती है। दूसरी तिथी को द्वितिया , तीसरी तिथी को तृतिया और आखरी तिथी को पूर्णिमा कहा जाता है। कृष्ण पक्ष की शुरुआत प्रतिपदा से होती है। कृष्ण पक्ष में, द्वितीया तिथि दूसरी तिथि है, तृतीया तिथि तीसरी तिथि है और अंतिम तिथि अमावस्या है।

शुभ दिन कौन सा होता है?

सोमवार, बुधवार, बृहस्पतिवार, शुक्रवार कार्य प्रारंभ करने के लिए शुभ हैं। द्वितीया, पंचमी, सप्तमी, नवमी, एकादशी, त्रयोदशी।

नया काम कब शुरू करें?

तिथि – द्वितीया, तृतीया, पंचमी, सप्तमी, अष्टमी, दशमी, एकादशी, द्वादशी, त्रयोदशी और पूर्णिमा शुभ तिथि होता है। शुक्ल पक्ष में नया दुकान का उद्घाटन/प्रारंभ करना सर्वश्रेष्ठ माना जाता है।