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क्या पानी की कमी है और इसके मुख्य कारण क्या हैं?इसे सुनेंरोकेंदूसरे शब्दों में जब किसी वस्तु की आपूर्ति माँग से कम हो तो वह वस्तु दुर्लभ हो जाती है। देश के कई क्षेत्रों में जल की बहुत कमी है। (i) किसी प्रदेश में अधिक जनसंख्या जल की कमी का प्रमुख कारण है। प्रत्येक व्यक्ति को पीने के लिए, भोजन के लिए, कपड़े धोने आदि के लिए पानी की आवश्यकता होती है। जल संकट का प्रमुख कारण क्या है?इसे सुनेंरोकेंभारत में मानसून की अस्थिरता भी जल संकट का बड़ा कारण है। हाल के वर्षों में एल-नीनो के प्रभाव के कारण वर्षा कम हुई, जिसकी वज़ह से जल संकट की स्थिति उत्पन्न हो गई। भारत की कृषि पारिस्थितिकी ऐसी फसलों के अनुकूल है, जिनके उत्पादन में अधिक जल की आवश्यकता होती है, जैसे- चावल, गेहूँ, गन्ना, जूट और कपास इत्यादि। भारत में घटते जल स्तर के मुख्य कारण क्या है?इसे सुनेंरोकेंभारत में घटते जल स्तर का एक मुख्य कारण बताइए। भारत की लगभग 70% जनसंख्या को शुद्ध पेयजल सुलभ नहीं हो सका है। आज भी बहुत से ग्राम वासियों को पेयजल प्राप्ति हेतु कई किमी पैदल चलना पड़ता है। लंबी शुष्कता के चलते अधिकांश जल स्रोत सूख जाते हैं तथा जल का अभाव बन रहा रहता है। पानी का महत्व क्या है? इसे सुनेंरोकेंपानी हमारे शरीर के आधे से अधिक वजन को बनाता है। पानी के बिना, दुनिया के सभी जीव मर सकते हैं। पानी केवल पीने के लिए ही नहीं, बल्कि हमारे दैनिक जीवन के उद्देश्यों जैसे स्नान, खाना पकाने, सफाई और कपड़े धोने आदि के लिए भी आवश्यक है। जल हाइड्रोजन के दो और ऑक्सीजन के एक परमाणु से मिल कर बनता है। भूतल जल समृद्धि के लिए हम क्या क्या कर सकते हैं? इसे सुनेंरोकेंइस बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए हमें सभी संसाधनों द्वारा उपलब्ध जल को पूर्ण रूप से उपयोगी जल के बराबर करना होगा। यह तभी संभव है जब देश की सभी प्रमुख नदियां एक दूसरे से जुड़ी हों। जल संसाधन जल के मुख्य स्रोत है। मानव इन संसाधनों का उपभोग कृषि, उद्योग, घरेलू तथा अन्य उपयोगों में करता है। भूमिगत जल स्तर क्यों गिर रहा है?इसे सुनेंरोकेंदेश में पानी के के परम्परागत स्रोत कम वर्षा व बेतरतीब दोहन के चलते खत्म होते जा रहे हैं इस कारण भूजल स्तर घटता जा रहा है. उठाने के लिए और इसका पेयजल व सिंचाई के लिए उपयोग करने हेतु अत्यधिक ऊर्जा और ईंधन की जरूरत पड़ती है. क्या हम भूमि के नीचे से निरंतर जल निकाल सकते हैं ऐसा करने में भोम जल स्तर पर क्या प्रभाव पड़ेगा?इसे सुनेंरोकेंAnswer. Answer: भूमि के नीचे से निकाले गए भौमजल की पुनःपूर्ति प्रायः वर्षाजल के अवस्रवण (रिसाव) द्वारा हो जाती है। भौमजल स्तर तब तक प्रभावित नहीं होता, जब तक कि हम केवल उतना ही जल निकालते हैं जितने की प्राकृतिक प्रक्रमों द्वारा पुनःपूर्ति हो जाती है। भूजल पुनर्भरण प्रक्रिया में कितना समय लगता है?इसे सुनेंरोकेंभूजल पुनर्भरण प्रक्रिया में कई वर्ष लगते हैं। जल संसाधन की कमी के उत्तरदायी कारक कौन कौन से हैं? इसे सुनेंरोकेंजल संसाधनों की कमी के लिए उत्तरदायी कारकों की विवेचना कीजिए। उत्तर: भारत में तेजी से बढ़ती जनसंख्या के कारण जल की प्रतिव्यक्ति उपलब्धता दिन-प्रतिदिन कम होती जा रही है। साथ ही उपलब्ध जल संसाधन औद्योगिक, कृषि और घरेलू प्रदूषकों से प्रदूषित होता जा रहा है। इस कारण उपयोगी जल संसाधनों की उपलब्धता कम होती जा रही है। लवणीय जल में क्या पाया जाता है? इसे सुनेंरोकेंExplanation: लवणों का सांद्रणः यह पानी की विद्युत चालकता अथवा ई.सी. सामान्यतया जल में पाए जाने वाले धनायन – सोडियम, पोटेशियम, कैल्शियम मैग्नीशियम तथा ऋणायन-कार्बोनेट, बाईकार्बोनेट, क्लोराइड, सल्फेट, नाइट्रेट और फ्लोराइड होते हैं। इसके अतिरिक्त अल्प मात्रा में सिलिका तथा बोरोन आदि आयन भी विद्यमान होते हैं। पृथ्वी पर महासागरों में बहुत जल एकत्रित है फिर भी अनेक देश जल संकट से ग्रस्त है क्यों?इसे सुनेंरोकेंसामान्यतः मीठे जल का 52 प्रतिशत झीलों और तालाबों में, 38 प्रतिशत मृदा नाम, 8 प्रतिशत वाष्प, 1 प्रतिशत नदियों और 1 प्रतिशत वनस्पति में निहित है। आर्थिक विकास, औद्योगीकरण और जनसंख्या विस्फोट से जल का प्रदूषण और जल की खपत बढ़ने के कारण जलचक्र बिगड़़ता जा रहा है। तीसरी दुनिया के देश इससे ज्यादा पीड़ित हैं। जल की कमी क्यों हो गई है?इसे सुनेंरोकेंचूंकि पानी हमारे शरीर के भीतर होने वाली सभी जैव-रासायनिक प्रक्रियाओं (Procedures) में माध्यम का काम करता है. इसलिए इसकी कमी से हमारी पूरी जीवन-प्रक्रिया ही बाधित हो जाती है. पानी केवल हमारे शरीर में नमी ही नहीं बनाये रखता, बल्कि हमारी पाचन-क्रिया और श्वसन-तंत्र को भी व्यवस्थित बनाये रखने के लिये बहुत जरूरी होता है. जल संसाधन कितने प्रकार के होते हैं?जल संसाधन के प्रकार
जल संसाधन को कितने भागों में बांटा गया है? इसे सुनेंरोकेंइसके तहत विभाग को मुख्यत: तीन हिस्सों में बांटा गया है। इसमें मुख्यालय खंड के अलावा बाढ़ नियंत्रण एवं जल निस्सरण खंड और सिंचाई सृजन खंड होंगे। पानी की कमी क्या है? इसे सुनेंरोकेंडिहाइड्रेशन तब होता है जब हम जितना तरल पदार्थ लेते हैं, उससे अधिक तरल पदार्थ हमारे शरीर से बाहर निकल जाता है। जब हमारे शरीर में पानी की मात्रा सामान्य से कम हो जाती है, तो यह शरीर में खनिजों (नमक और चीनी) के संतुलन को गड़बड़ कर देता है। इसके कारण शरीर का कार्य प्रभावित होता है। शरीर में कितना जल कम होने पर मृत्यु हो सकती है?इसे सुनेंरोकेंशरीर में पानी की कमी 20% हो जाने पर इंसान की मौत भी हो सकती है. अगर पानी ना होता तो क्या होता?इसे सुनेंरोकेंयदि पानी न होता तो हमारे अनेक काम संपूर्ण नहीं होते। जल उपज के लिए अत्यंत आवश्यक है। उसके बिना हमारे खेत सूखे पड़े रह जाते और मिट्टी उपजाऊ नहीं होती। यदि पानी न होता तो हमारी जलवायु शुष्क हो जाती। पानी की पूर्ति कैसे करें?
बिना खाए कितने दिन जिंदा रह सकता है? इसे सुनेंरोकेंगांधी ने अपने 70 के दशक में 21 दिनों तक उपवास किया था. जंगलों में खो गए लोग भी खाने के बिना लंबे समय तक जीवित रहे हैं. चिकित्सकीय रूप कहें तो, अधिकांश डॉक्टर इस बात से सहमत हैं कि स्वस्थ मनुष्य बिना भोजन के आठ सप्ताह तक जा सकते हैं जब तक उनके पास पानी हो लेकिन उससे ज़्यादा नहीं. अगर जल न होता तो क्या होता 30 से 50 शब्दों में उत्तर लिखिए? इसे सुनेंरोकेंAnswer. Answer: जल है तो कल है”, बावजूद इसके जल बेवजह बर्बाद किया जाता है। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि जल-संकट का समाधान जल के संरक्षण से ही है। यदि पानी एक जगह इकट्ठा हो जाए तो क्या होगा?इसे सुनेंरोकेंजब झीलों, नहरों, नदियों, समुद्र तथा अन्य जल निकायों में विषैले पदार्थ प्रवेश करते हैं और यह इनमें घुल जाते है अथवा पानी में पड़े रहते हैं या नीचे इकट्ठे हो जाते हैं । जिसके परिणामस्वरूप जल प्रदूषित हो जाता है और इससे जल की गुणवत्ता में कमी आ जाती है तथा जलीय पारिस्थितिकी प्रणाली प्रभावित होती है । पानी की कमी क्या है इसके मुख्य कारण क्या है?(i) किसी प्रदेश में अधिक जनसंख्या जल की कमी का प्रमुख कारण है। प्रत्येक व्यक्ति को पीने के लिए, भोजन के लिए, कपड़े धोने आदि के लिए पानी की आवश्यकता होती है। (ii) प्रदेश में यदि कम वर्षा है तथा सुखा है तो जल की कमी होगी। (iii) अति शोषण या अत्यधिक उपयोग जल की कमी का प्रमुख कारण है।
जल की समस्या का क्या कारण है?पेयजल की समस्या (जल संकट)
विश्व में कई देश ऐसे हैं जो जल संसाधनों की कमी के कारण जल संकट को झेल रहे हैं। भारत समेत कई देशों में भीषण गर्मी एवं कमजोर मानसून के कारण जल संकट में लगातार वृद्धि हुई है जिससे भविष्य में पेयजल की गंभीर समस्या के सामना करना पड़ सकता है।
जल की कमी कब होती है?पानी की कमी के सामान्य लक्षण
कई बार होठों से खून भी आने लगता है। -पानी की कमी के कारण गला लगातार सूखा बना रहता है और बार-बार प्यास लगने पर पानी पीने के बाद भी प्यास नहीं मिटती है। -शरीर में पानी की कमी के कारण सीने पर हल्की जलन, पेट में एसिडिटी या असहजता हो सकती है।
जल की समस्या का समाधान क्या है?ग्रामीण क्षेत्रों में नदियों पर एनीकट बनाकर नदियों के गहराई वाले पानी को लिफ्ट करके 3५ - 40 गांव की सामूहिक पेयजल योजनाएं बनाई जानी चाहिए। लोगों को जल संरक्षण के बारे में जागरूक करना चाहिए। अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाकर उनका संरक्षण करना चाहिए, ताकि वायुमंडल में नमी होने पर बादल आकर्षित होकर वर्षा करें।
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