हमारी बंद दरवाजे कौन खोलता है? - hamaaree band daravaaje kaun kholata hai?

कृष्णा में दिया हुआ है कि दरवाजा खोलने का हैंडल जो दरवाजे से दूर लगा रहता है क्यों उसका कारण क्या है क्यों हैंडल को दरवाजे से दूर लगाया जाता है तो लिखिए किसी पिंड के लिए हम बात कर लेना तो सबसे पहले हम पढ़ लेते हैं ठीक है यह ने पढ़ लिया हुआ है अब पिंड को मान लीजिए हमें घुमाना है कि सेक्स के पिता दक्ष की स्थिति हमने कुछ इस तरह बना रखी है ठीक है यहां पर यह हमारे लिए एक्स और वाई अक्षर जिस्म प्रेषित करें स्पेंड कोई शख्स के पैदा की थी हमें घुमाना है या या फिर जो है इससे पहला घूर्णी गति करने के लिए स्वतंत्र हैं तब हम मान लीजिए इस पर लगाते हैं कोई एक निश्चित दूरी पर मान लीजिए हमें इस पर यहां पर लगाया किसी बिंदु पर मिला तो बिंदु को नाम दिया मैंने प्रबल लगा है उसे हमें ऐसे नाम दिया और इस प्रकार जो दूरी है कुछ अच्छे से विश किया गया इस प्रकार किसी पिंड को ठीक है किसी और की पैसा कमाने के लिए लगाया गया जो बल होता है बल होता है वह बल के रूप में प्रभाव रावण के रूप में प्रभावित करता है बल आघूर्ण लगाने पर क्या होता है बालक बालिकाओं के रूप में

स्पेशल क्या क्या तू बल आग लगाने से वह प्रिंट जो है उस अक्षय पैदा घूमने के लिए स्वतंत्र होते और घूमती उससे उसके पिता को घूमने लगती है ठीक है तो उसी का पता लगाते हैं उस पल के प्रभाव को भगवान कहा जाता है उसका मान क्या होता है उसका मान होता है लगाने वाला बल और बल की क्रिया रेखा से उस लक्ष्य तक की दूरी मतलब हमने बोला क्रिया रेखा का रेखा का मतलब है जहां पर लगा है वहां से प्रिया रेखा से अक्षया बिंदु बिंदु यहां उसे बोले अक्षय तक जरूरी है और वह दूरी कैसी होनी चाहिए वह दूरी होनी चाहिए लंबवत दूरी ठीक है तो इसे हम बोलते हैं बल्ला बल्ला उनको किससे प्राप्त किया जाता है तो समझ जाता उसे प्रस्तुत किया जाता से समान होता है * आर के रूप में किसे माना है तो हमें आवश्यकता होती है के मानता नहीं होते हैं परंतु इस पर निर्भर है लगने वाले बल और क्रिया रेखा की दूरी पर हम यह मांग के चलते हैं यदि हमने दोस्त दिया यदि पहले यदि हमने बल अधिक लगाया है

एक लगाया है उसका अनुसार उसी बल आघूर्ण के लिए जो वहां पर क्रिया रेखा से बक्सर तक की जो दूरी होगी वह थोड़ी कम हो सकती है ठीक है और दूसरा होता है कि यदि हमने यहां पर कम लगाया है तो हम एक काम कर सकते हैं उसी बल आघूर्ण के मान को बराबर करने के लिए हमने उस पर जो लंबवत दूरी रखी है उस नंबर दूरी को थोड़ा सा बना दें तो इस प्रकार किसी वस्तु पर बल आघूर्ण लगाकर कंबल द्वारा हम उसे किस एक्ट के पिता घुमा सकते हैं जहां उदाहरण के लिए बोला गया है दरवाजे खोलने के लिए अब देखिए यहां पर हमें प्रेम को समझना होगा देखिए एक हमारे पास फ्रेम है जिसे हम चौखट भी कहते हैं ठीक है इस फिल्म में किसी अक्षय के लिए शिक्षा पर दे दिया गया है जिससे पैदावार दरवाजा घूम सकता है ठीक है यह हमने दरवाजे को बना दिया दरवाजा यहां पर मौजूद थे और दरवाजा का क्या है दरवाजा यहां पर इसे प्रेम के द्वारा यहां पर रुक कर के वह बंद हो जाता है और उसे खोला जा सकता है उसके लिए यहां पर क्या दिया हुआ है इसलिए यहां पर दिया हुआ है इसे हम बोलते हैं हैंडल ठीक है यहां पर यह स्थिति हुई हैंडल कि अब क्या किया जाता है यदि दरवाजे को में बंद

कन्हैया खोलना है तो हम उस पर बल लगाते हैं बल्कि इस रूप में लिखे बल की दिशा किस प्रकार होती है बल्ले दी हमने इस पर लगाया यदि उसे हमें बंद करना है तो बल यदि हमने ग्रुप में ठीक है जहां उसके अच्छे तक की दूरी को क्या लिखे हम आशा करते हैं तो लगने वाले बल जिस तरफ होगा देखिए फिर ऐसा कुछ इस तरह होगी और यह जो बल लग रहा है बल्कि इस बिंदु पर लग रहा है उसे हम प्रिया रेखा के रूप में लेते हैं और क्रिया रेखा से उसकी लंबाई दूरी होती है आर के रूप में लिया जाता है यह लंबी दूरी को बता रहा है और हैंडल है यही हम उल्टी-सीधी पर भी कर सकते हैं मतलबी हमें उसे खोलना है या धक्का देना है तो हम उस पर लगाए कुछ समय और दूरी यदि निश्चित है तो यहां पर हम वह दूरी के अनुसार उस पर लगने वाले बल आप हमको बता सकते हैं दोनों सिटी में बल को यहां पर इसे मतलब दरवाजे को खोलने के लिए हमें एक नियत बल आघूर्ण की आवश्यकता होगी नियत बल आघूर्ण लिख दिया हुआ है गांव के अनुसार 2 बराबर होता है बल आघूर्ण का मान होगा लगने वाले बल और वहां उस क्रिया रेखा से अब तक की बहुत दूरी के गुणनफल के बराबर

पता है यदि यहां पर नियत बल आघूर्ण जो दरवाजा खोलने के लिए उचित है या आवश्यक है की मांग को हम किस प्रकार से देखें अब यदि हम एक काम करते हैं कि यह अच्छे से दूरी है यदि अक्षर से दूरी को हम यहां पर बढ़ाते जाएं ठीक है अच्छे से दूरी को यदि हम बढ़ाते जाए तो और क्या किया जाएगा इतनी दूरियां हम बढ़ाते जाते हैं ठीक है जितनी दूरी यदि हम बढ़ाते जाएंगे उसने बल आघूर्ण का मान हमें ज्यादा लगेगा तो यहां पर क्या करते हैं अब हमने यह जो दूरी थी यह दरवाजे के हैंडल को यहां पर थोड़ा दूर लगा दिया तू लगा दिया जो क्रिया रेखा और अक्षय की जोड़ी है वह बढ़ गई यहां पर हम देख रहे हैं कि बल आघूर्ण जो है किस प्रकार से अर्पण कर रहा है कि यदि हमने दूरियों को बढ़ा दिया तो बल आघूर्ण के मान भी उसके अनुसार बढ़ जाते हैं और उनके अनुसार यदि बढ़ रहे हैं तो हमें बल की मांग को थोड़ा सा वहां पर क्या करना होगा कम करना होगा मतलब यदि बल आघूर्ण का मन तो नहीं आता नियत है तो हमने पहली स्थिति पर बल आघूर्ण के माल को यदि लिया हुआ है ठीक है पहले से पर

उनकी मांग को एक कोना आर के रूप में लिया और दूसरी स्थिति पर यदि हमने दूरियों को बढ़ा दिया है ठीक है यह अक्स की दूरियां भी हमने बना कर रख दी है और उसे कर दिया है एड्रेस यदि मैंने एड्रेस यहां पर दूध जो दूरी है दूरी को बढ़ा दिया तुमको लिखने के लिए हमें क्या करना होगा बल्कि मांग को एक टेस्ट के पीछे से प्रस्तुत किया गया है दूरियां बढ़ जाती है दूरी यहां पर यदि बढ़ गई तो हमें उसके मांगू नियत निकली मतलब बल आघूर्ण की नियत मान के लिए बल का परिमाण जो होता है वह वह बल जो है वह हमें कम लगाना पड़ेगा ठीक है कि हम जितने दूरियों पर रखते हैं अच्छे से जितनी दूरियों पर हैंडल को रखा जाता है ताकि दरवाजे को आप आसानी से खोल पाए कंबल के कारण या कंबल लगाकर कम प्रयास के द्वारा पास आने से उसके दरवाजे को खोल पाते हैं इसलिए जो हैंडल होते हैं वह दूर लगे रहते हैं धन्यवाद

हमारी बंद दरवाजों को कौन खोलता है?

चाबी को दोनों दिशाओं में घुमाएं: ऐसा कोई अंतर्राष्ट्रीय मानक नहीं है कि दरवाजा खोलने के लिए चाबी किस ओर घूमनी चाहिए।

पोशाक बंद दरवाजे कैसे खोल देती है?

ये पोशाकें ही मनुष्य को उसका अधिकार दिलाती है तथा समाज में उसका दर्जा निश्चित करती है। यदि कोई व्यक्ति अच्छी, महंगी, चमकदार पोशाक पहनता है तो वह अमीर और उच्च वर्ग का माना जाता है। साधारण पोशाक पहनने वाला गरीब व निम्न वर्ग का माना जाता है। (ग) अच्छी पोशाक पहनने से मनुष्य के बंद दरवाजे खुल जाते है।

Question 2 हमारे बंद दरवाजों को कौन खोलता है A दरबान B हमारी आवश्यकताएँ C हमारी पोशाक D हमारी आर्थिक स्थिति?

जैसे वायु की लहरें कटी हुई पतंग को सहसा भूमि पर नहीं गिर जाने देतीं उसी तरह खास परिस्थितियों में हमारी पोशाक हमें झुक सकने से रोके रहती है।

मनुष्य की पोशाक क्या कार्य करती है?

प्रायः पोशाक ही समाज में मनुष्य का अधिकार और उसकादर्जा निक्षचित करती है।