सद्गुरु : हमेशा से लोग इस केंचुल का कुछ खास तरीकों से इस्तेमाल करते रहे हैं। लोगों ने कोबरा को इंसान के मृत्यु चक्र से जोड़ा है, क्योंकि इसकी एक वजह यही है कि यह अपनी केंचुल उतारता है। Show
चूंकि भारतीय संस्कृति में सांप को मारना वर्जित माना गया है, इसलिए यहां के लोग केंचुल से ही काम चलाते हैं। वे सांप को मारने के बजाय वे उसकी छोड़ी गई केंचुल को ही खाते हैं। केंचुल, जो शरीर की ऊपरी पर्त होती है, उसे उतारने के बाद सांप फिर से तरोताजा और फुर्तीला हो उठता है। यह एक अलग तरह आयाम है, जिसे सांप अपने व्यान प्राण पर खास तरह की अपनी महारथ के चलते प्राप्त कर पाता है। व्यान प्राण आपके भीतर ऊर्जा का वह आयाम है जिसकी प्रकृति सुरक्षा प्रदान करने वाली है। इसकी इसी क्षमता के चलते, केंचुल छोडऩा अपने आप में एक नए जीवन की शुरुआत है। जब भी सांप केंचुल छोड़ता है, वह तरोजाता होकर सामने आता है, शायद कई बार तो यह अपनी मौजूदा स्थिति से काफी युवा होकर सामने आता है। अगर उम्र की बात करें तो यह अपने आप में एक तरह की उम्र कम होने की प्रक्रिया है। हालांकि इससे उम्र वाकई कम नहीं होती, लेकिन यह कुछ उसी तरह की प्रक्रिया है।Get weekly updates on the latest blogs via newsletters right in your mailbox. सांप का केंचुल आलसी कुत्तों को खिलाया जाता हैकेंचुल का इस्तेमाल लोग कई अलग-अलग तरीकों से करते हैं। जब हम लोग छोटे थे तो उस समय कुछ लोग इस केंचुल को अपने कुत्तों को खिलाया करते थे। माना जाता है कि इन दिनों केंचुल का सेवन करने से आपकी सेहत, जीवन शक्ति, विचार व धारणा जैसी कई चीजों में खासा सुधार आता है। उनका मानना था कि इसे खाने से उनका कुत्ता खूंखार हो जाएगा। अगर आपका कुत्ता इतना आलसी है कि वह न तो किसी पर भौंकता है और न ही काटता है तो आप उसे इस उम्मीद में सांप की खाल खिला देते हैं कि वह इसे खाने से खूंखार हो उठेगा। मैं एक ऐसे मूढ़ कुत्ते को जानता हूं, जिसे दर्जनों केंचुल खिलाई गईं, लेकिन वह कहीं से भी खूंखार नहीं हुआ। अब लगता है कि शायद वह बेहद शांतिप्रिय प्राणी रहा होगा।केंचुल का चर्म रोगों में इस्तेमाललोग केंचुल का इस्तेमाल कुछ तरह के चर्म रोगों में किया करते हैं। मध्य प्रदेश की कुछ खास जनजातियां बड़े पैमाने पर इसका इस्तेमाल किया करती हैं। आप पाएंगे कि कुछ जनजातियां, जो कुदरती रूप से काफी पूर्वानुमानी होती हैं, अगर आप उनके झोले में देखेंगे तो आपको वहां सांप की खाल अवश्य मिलेगी। मैं एक ऐसे मूढ़ कुत्ते को जानता हूं, जिसे दर्जनों केंचुल खिलाई गईं, लेकिन वह कहीं से भी खूंखार नहीं हुआ। अब लगता है कि शायद वह बेहद शांतिप्रिय प्राणी रहा होगा। यह खाल उन्होंने सांप मार कर नहीं हासिल की होती, बल्कि सांप द्वारा छोड़ी गई केंचुल होती है। यह केंचुल वे लोग हमेशा अपने झोले में इसलिए रखते हैं, क्योंकि वे महीने के कुछ खास दिनों में इसका खास इस्तेमाल करते हैं। महीने में शिवरात्रि से लेकर अमावस्या और उसके बाद के उन तीन दिनों में जब आसमान में चांद लगभग गायब होता है, वे सांप की खाल का सेवन करते हैं। माना जाता है कि इन दिनों केंचुल का सेवन करने से आपकी सेहत, जीवन शक्ति, विचार व धारणा जैसी कई चीजों में खासा सुधार आता है।यह सब करने की जरूरत नहीं हैदूसरी कई और संस्कृतियों में भी कुछ इसी तरह की मान्यताएं हैं। जैसे चीनी संस्कृति, पुराने ईसाई संप्रदाय के साथ-साथ दक्षिण अमेरिका और कंबोडिया में भी माना जाता है कि सांप के मांस खाने से उपरोक्त चीजों में सुधार होता है। चूंकि भारतीय संस्कृति में सांप को मारना वर्जित माना गया है, इसलिए यहां के लोग केंचुल से ही काम चलाते हैं। वे सांप को मारने के बजाय वे उसकी छोड़ी गई केंचुल को ही खाते हैं। पर मैं आपसे यही कहूंगा कि आपको यह सब करने की जरूरत नहीं है। सांप की कांचली रखने के फायदे – दोस्तों सांप की कांचली के बारे मे तो आप जानते ही होंगे । जो सफेद सफेद होती है और कभी कभी आपके घर के अंदर या बाहर आपने इसको देखा भी होगा । यह सांप की बाहरी चमड़ी होती है ,जिसको सांप उतार कर फेंक देता है। सांप एक ऐसी प्रजाति है जोकि कांचली उतारती है।जब आप वसंत के दिनों के अंदर कई बार बाहर घूमने के लिए जाते हैं तो आपको कई बार सांप जैसा कुछ दिखाई देता है। और जब आप उसके नजदिग आते हैं तो यह देखते हैं कि यह सांप नहीं है वरन यह तो उसकी कांचली है। आप उसको हिला कर देख सकते हैं।उसके अंदर जान नहीं होती है।लेकिन दिखने मे यह सांप जैसी लगती है। Table of Contents
सांप की कांचली कैसे निकलती हैयह सांप की खाल के ठीक नीचे की ओर झुकी हुई लग रही है, लगभग एक जुर्राब की तरह! वैज्ञानिक इस प्रक्रिया को एक्सीडिसिस कहते हैं।सांप अपनी कांचली को इस वजह से छोड़ते हैं ताकि वह त्वचा के परजीवियों से बच सकें और सांप की त्वचा के अंदर एक खास बात यह होती है कि यह इंसानी त्वचा की तरह नहीं होती है , जोकि निरंतर बढ़ती रहे । इसकी एक निश्चित विकास दर होती है। और उस विकास के बाद यह त्वचा बढ़ नहीं पाती है। इसी वजह से सांप कांचली छोड़ते हैं।जब सांप अपनी कांचली को छोड़ता है।उससे पहले उसके शरीर पर नीचे की ओर एक दूसरी त्वचा आ जाती है।उसके बाद सांप पुरानी उपर वाली कांचली या त्वचा का त्याग कर देता है। जब सांप पूरी तरह से पुरानी त्वचा को छोड़ने के लिए तैयार हो जाते हैं तो फिर वे उसको और अधिक ढीला करने की कोशिश करते हैं। और मुंह के पास उस त्वचा के अंदर एक चीर बनाते हैं। आमतौर पर चीर किसी चटटान आदि के रगड़कर बनाई जाती है।और एक बार जब सांप की पूरानी त्वचा उखड़ जाती है तो वह उसको छोड़ देता है। और नई त्वचा को धारण कर लेता है। सांप की कांचली रखने के फायदे- सांप कितनी बार कांचली छोड़ता है ?दोस्तों हर सांप कांचली छोड़ता है। एक सांप एक साल के अंदर कम से कम 2 बार कांचली छोड़ता है। यदि वह काफी पुराना है तो साल मे दो बार कांचली छोड़ेगा लेकिन यदि युवा सांप है और तो वह इससे ज्यादा बार भी कांचली छोड़ सकता है। इसके अलावा सांप की कांचली छोड़ना उसकी प्रजाति पर भी निर्भर करता है। सांप को कांचली उतारने मे होती है परेशानीआमतौर पर जो सांप घर के अंदर या कहीं पर पाले जाते हैं तो उन सांपों की कांचली उतारने के लिए सांप के मालिक विशेष रूप से मदद करते हैं। लेकिन जो सांप जंगल के अंदर रहते हैं। उनके लिए कांचली उतारना काफी कठिन काम होता है। कांचली सांप की आंखों के आस पास जमाहो सकती है। जिसकी वजह से सांप के अंदर अंधापन आ सकता है। और एक अंधा सांप मरे हुए के समान होता है। इंसान के अंदर भी ऐसा होता है। लेकिन यह सब सांप से पूरी तरह से अलग है। हमारे शरीर की उपरी त्वचा मर जाती है तो यह अपने आप ही उतर कर गिर जाती है। जिसका हमे पता भी नहीं चलता है। और यह पूरे शरीर के साथ एक साथ नहीं होता है। जबकि सांप की त्वचा पूरी एक साथ ही उतरती है। यदि आप किसी सांप को ध्यान से देखेंगे तो आप पता लगा सकते हैं कि सांप कांचली छोड़ने वाला है। कांचली छोड़ने से पहले कुछ लक्षण दिखाई देते हैं ,जिनके आधार पर आप इन सब का आसानी से पता लगा सकते है।
सांप की कांचली रखने के फायदे benefits of keeping snake skin at homeदोस्तों कुछ जगह पर यह रीति रिवाज है कि सांप की कांचली का सेवन करने से लाभ होता है।ऐसा करने से सेहत और विचार शक्ति अच्छी होती है। चीनी संस्कृति, पुराने ईसाई संप्रदाय के साथ-साथ दक्षिण अमेरिका और कंबोडिया के अंदर सांप का मांस खाने का प्रचलन है। लेकिन भारत के अंदर सांप को मारना पाप माना जाता है। क्योंकि सांप को देवता के समान माना जाता है और नाग पंचमी के दिन सांप की पूजा भी की जाती है। आइए जानते हैं कि सांप की कांचली रखने से क्या क्या फायदें हो सकते हैं। कुत्ते को खुंखार बनाने के लिएदोस्तों प्राचीन काल के अंदर लोग यह विश्वास करते थे कि यदि किसी कुत्ते को खुंखार बनाना है तो आप उसे सांप की कांचली का सेवन करने के लिए दे सकते हैं। यदि आपका कुत्ता आलसी हो गया है। हर वक्त सोता रहता है तो और किसी के आने पर भौंकता नहीं है तो आप उसे सांप की कांचली खिला सकते हैं। हालांकि सांप की कांचली खाने से क्या वाकाई मे कुत्ता खुंखार हो जाता है? इस प्रश्न का हमारे पास कोई जवाब नहीं है। लेकिन जो लोग यह प्रयोग करके देख चुके हैं। वे ही इस बारे मे बेहतर तरीके से जान सकते हैं। आंखों के लिए लाभदायकदोस्तों कई बार आंखे दुखनी आ जाती है। ऐसी स्थिति के अंदर सांप की कांचली उपयोगी होती है। सांप की कांचली का टुकड़ा लेकर आंख के उपर फिराना चाहिए । ऐसा करने से आंखे ठीक हो जाती हैं। हालांकि यह एक ज्योतिषिय उपाय है।आप आंखों पर दो तीन बार फिरा सकते हैं। किस को नजर लगने परसांप की कांचली नजर लगने पर भी बचाने का काम करती है। यदि किसी को घर के अंदर नजर लग गई है तो सांप की कांचली उपयोगी होती है। दो लौंग , इलाइची ,अंजन और गूगल और लोबान लेना है। और सांप की कांचली को मिलाकर किसी खिरे पर डाल देना है। और उसके बाद 7 बार नजर उतार कर इसको एक तरफ डाल देना है। उसके बाद नजर लगना अपने आप ही दूर हो जाएगा । किये कराए का असर कम करनायदि घर के अंदर किसी ने करा दिया है। या तंत्र मंत्र कर दिया है तो उसका असर कम करने के लिए भी सांप की कांचली काफी उपयोगी होती है। इसके लिए आपको सबसे पहले किसी बर्तन के अंदर एक अंगारा लेना है।उसके बाद उस अंगारे के उपर लौंग, गूगल ,लोबान ,इलाइची और सांप की कांचली मिला कर सारे घर के अंदर धूनी देनी है। और अंत मे उस राख को अपने घर की छत के उपर डाल देना है। ऐसा करने से घर के उपर किये कराए का असर खत्म हो जाता है। सांप की कांचली के फायदे घर मे नकारात्मक उर्जा को दूर करने मेदोस्तों सांप की कांचली आपके घर के अंदर से नकारात्मक उर्जा को भी दूर कर सकता है। दोस्तों इसके लिए नागपंचमी के दिन कहीं से अभिमंत्रित करके सांप की कांचली को लेकर आएं और उसके बाद उसे घर मे स्थापित करें ।ऐसा करने से घर के आस पास मंडराने वाली बुरी ताकतों का असर कम हो जाएगा ।इस बात का भी ध्यान रखें की बिना अभिमंत्रित सांप की कांचली आपके लिए कोई फायदा नहीं कर सकती है। धन प्राप्ति के लिए सांप की कांचलीदोस्तों ऐसा माना जाता है कि सांप की कांचली को सोने या चांदी के सिक्के के साथ लकड़ी से बने बॉक्स के अंदर रखने से धन की समस्याएं दूर होती हैं। यदि आपके घर के अंदर धन की कमी है तो आप यह उपाय कर सकते हैं। इसके अलावा जिन लोगों के पास धन तो बहुत आता है लेकिन रूकता नहीं है तो वो भी यह उपाय कर सकते हैं। ऐसा करने से पैसों की बचत होने लगेगी । जैसा कि हम आपको उपर बता चुके हैं कि प्राचीन चीनी लोग सांप के रक्त और मांस का सेवन करते थे । ऐसा करके वे अनेक बिमारियों का उपचार करते थे । सांप की त्वचा के तेल को भी काफी उपयोगी माना जाता है। हालांकि इसको सुरक्षित रखना काफी कठिन कार्य है। इसके अलावा इसके लिए किसी प्रशिक्षित विशेषज्ञ की मदद ली जानी चाहिए । क्योंकि वही बता सकता है कि कौनसा सांप जहरीला है और कोनसा नहीं है?सांप की त्वचा के अंदर मौजूद पोषक तत्वों के बारे में कोई जानकारी नहीं है। हालांकि, किसी भी अन्य जानवर की तरह, त्वचा में कुछ वसा होता है और कुछ आवश्यक तेल का उत्पादन भी कर सकता है। इसलिए, इस तरह के तेल का आमतौर पर उन लोगों द्वारा उपभोग किया जाता है। जो अपनी बीमारियों को ठीक करना चाहते हैं। सूजन कम करने मे सांप की त्वचा का उपयोगदोस्तों सांप की त्वचा का प्रयोग सूजन कम करने मे भी किया जाता है।यह दर्द को कम करता है और लक्षणों से राहत देता है।जो लोग सूजन को दूर करना चाहते थे वे सांप की त्वचा का प्रयोग करते थे । हालांकि आपको यह सब नहीं करना चाहिए। सांप के तेल का प्रयोग मुंहासों से बचने के लिएदोस्तों मुहांसो से बचने के लिए भी सांप के तेल का प्रयोग किया जाता है।शरीर के अंदर फुंसियां हो सकती हैं। जो सांप के तेल से सही हो जाती हैं। इसके अलावा धमनियों के अंदर गंदा खून जो बैक्टिरिया संक्रमित होता है। उसे साफ करने मे भी यह मदद करता है। त्वचा का स्वास्थ्य अच्छा करता है।त्वचा की सूजन या एक्जिमा जैसे किसी भी त्वचा रोग से निपटने के लिए सांप की त्वचा सबसे अच्छा उपचार है। इसलिए, कोई आश्चर्य नहीं कि कई त्वचा की समस्याओं वाले लोग इस उपचार को करने के लिए चुनते हैं। एलर्जीकुछ लोगों को त्वचा पर एलर्जी होने की समस्या बहुत अधिक होती है। इसमे भी सांप की त्वचा काफी बेहतर तरीके से काम करती है। यह त्वचा के उपर से एलर्जी के लक्षणों को हटाती है। और आगे उसको फैलने से रोक देती है। कुल मिलाकर यह एलर्जी का अच्छा उपचार है। खुजली को दूर करने मेसांप की त्वचा खुजली को दूर करने मे भी मददगार होती है। जिस स्थान पर खुजली हो रही हो उस स्थान पर सांप की त्वचा को रगड़ने से खुजली होना बंद हो जाती है। यह एक देशी उपचार की तरह काम करती है। दर्द को कम करती है।सांप की त्वचा दर्द को कम करने का काम भी करती है।कटहल के पत्तों का यही स्वास्थ्य लाभ है जो फोड़े-फुंसी से भी बचने में मदद कर सकता है। सिर का दर्द को कम करने मेसांप का तेल जहां पर सिर दर्द हो वहां पर लगाने से कुछ ही समय के अंदर सिर दर्द से आराम मिल जाता है। प्राचीन काल के अंदर लोग सिर दर्द होने पर सांप के तेल का प्रयोग करते थे ।सिर दर्द होने पर सिर पर सांप के तेल की मालिश की जानी चाहिए। सहनशक्तिकुछ लोगों का यह भी मानना है कि सांप की त्वचा का सेवन करने से यह सहन शक्ति को बेहतर बनाने मे मदद कर सकता है।कठिन दैनिक गतिविधियों वाले लोगों के लिए जिन्हें कार्य करने के लिए अधिक शक्ति की आवश्यकता होती है। उनके लिए यह उपयोगी हो सकता है। प्रतिरक्षा तंत्र के अंदर सुधारदोस्तों सांप की त्वचा प्रतिरक्षा तंत्र के अंदर सुधार करने के लिए भी जानी जाती है।यदि प्रतिरक्षा तंत्र के अंदर सुधार हो जाता है तो यह अनेक रोगो से बचा सकता है। सांप की कांचली रखने के फायदे और सांप की त्वचा के फायदे लेख आपको कैसा लगा नीचे कमेंट करके हमे बताएं सांप की केंचुली के टोटकेदोस्तों सांप की केंचुली का ज्योतिष के अंदर बहुत अधिक प्रयोग किया जाता है।यदि आप ज्योतिष के थोड़े भी जानकार हैं तो आपको पता ही होगा कि सांप की केंचुली कितनी उपयोगी होती है। वैसे भी भारत जैसे देशों मे सांपों को मारा नहीं जाता है उनकी केंचुली को अपने पास रख लिया लिया जाता है। भूत भगाने मे सांप के केंचुल का प्रयोगदोस्तों बुरी ताकते यदि आपके घर मे मौजूद हैं तो उनके प्रभाव को कम करने के लिए सांप के केंचुल का प्रयोग किया जाता है।इसके लिए आप वच, हींग तथा सूखी नीम की पत्ति आदि लें और सांप की केंचुल को पीस लें । अब गाय के गोबर के उपले होते हैं जिनको खिरा कहा जाता है। उन सभी को एक धुप देने के बर्तन के अंदर रखें और उसके बाद उसके उपर के मिसरण को डालें और अपने पूरे घर के अंदर घूमाएं रोजाना यह सब करें । जिस प्रकार से हम धूप करते हैं उसी प्रकार से करना है। ऐसा करने से बुरी ताकतों का प्रभाव समाप्त हो जाता है। धन की समस्याओं को दूर करती है सांप की केंचुलीआजकल धन की समस्या हर किसी को है। लेकिन यदि आपकी किस्मत मे धन है उसके बाद भी नहीं आ रहा है तो आप यह उपाय कर सकते हैं।यह उपाय धन के मार्ग मे रूकावट को दूर करने का कार्य करता है।और कुछ लोगों की यह समस्या होती है कि उनके यहां पर धन तो आता है लेकिन रूकता नहीं है तो भी यह सरल उपाय किया जा सकता है। बहुत ही आसान उपाय है। इसके लिए आपको सांप की केंचुली लेनी होगी और उस केंचुली को चांदी के सिक्के के साथ चंदन की लकड़ी से बने बॉक्स के अंदर रखदें । जिससे कि घर मे धन की समस्याएं दूर हो जाएगी । लक्ष्मी प्रसन्न होती है सांप की केंचुली सेवैसे तो लक्ष्मी को कौन प्रसन्न नहीं करना चाहता है।यदि आप भी लक्ष्मी को प्रसन्न करना चाहते हैं तो नीचे दिये गए टोटकों का प्रयोग कर सकते हैं। सफेद रत्ती, एकाक्षी नरियल, दक्षिणवर्ती शंख, हाथ जोड़ी, सियार सिंही, बिल्ली की जेल, एक मुखी रुद्राक्ष, गोरोचन, नागकेसर, सांप केंचुली, मोर के पंख, अष्टगंध आदि को लें और फिर इनको अपने घर मे रखलें । खास कर पूजा स्थान पर ऐसा करने से घर मे धन की बरकत होने लगती है। सांप की केंचली के नुकसानदोस्तों सांप की केंचली का प्रयोग मेडिकल के अंदर दवा बनाने मे भी किया जाता है।सांप के केंचुली का यदि आप प्रयोग करते हैं तो आपको इसका प्रयोग सोच समझकर ही करना चाहिए । यह कई तरह के नुकसान को कर सकती है। हालांकि इस पर अभी और अधिक रिसर्च करने की आवश्यकता है।
लोग खाते हैं सांप का मीटदोस्तों भारत के अंदर जहां सांप को पूजा जाता है वहीं दूसरी कई जगहों पर सांप के मीट का भी सेवन किया जाता है।वियतनाम मे सांप के मीट को बड़े शौक से खाया जाता है।इसके अलावा सांप के खून को वाइन मे मिलाकर पिया जाता है।उत्तरी वियतनाम के लोगों का यह विश्वास है कि सांप का मीट खाने से शरीर को ठंडक मिलती है और सिरदर्द से राहत भी मिलती है।यहां पर कई ऐसे रेस्तरा चलते हैं जिनके अंदर सांप के मीट को पकाया जाता है और फिर मिर्च के साथ उसे खाया जाता है।यहां पर सांप के सिर को छोड़कर और केंचुली के अलावा सारे हिस्से का इस्तेमाल खाने के लिए किया जाता है। यहां के लोगों का यह मानना है कि सांप वाली वाइन केवल उन लोगों को ही लेनी चाहिए जिनकी उम्र 50 से अधिक हो चुकी है। यदि कम उम्र के लोग इनका सेवन करते हैं तो वे बांझपन का भी शिकार हो सकते हैं। सांप की केंचुली मिलने से क्या होता है?सांप की केंचुली को बहुत ही पॉवरफुल चीज माना जाता है और आज भी ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में बहुत से लोग चांदी के ताबीज में सांप की केंचुली को डालकर रखते हैं और इससे निश्चित रुप से धन की प्राप्ति होती है। तथा उन लोगों के धन की सुरक्षा भी होती है। नागदेव हमारे धन को सुरक्षा प्रदान करते हैं।
सांप की केंचुली कैसे निकलती है?जबड़े के पास किसी पत्थर आदि से रगड़कर चीरा लगाता है। फिर पेड़, पत्थर, कांटों आदि से शरीर रगड़-रगड़कर पूरे शरीर की केंचुली उतार देता है।
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