गैस के लिए चूर्ण कैसे बनाते हैं? - gais ke lie choorn kaise banaate hain?

हमारी दादी नानी बहुत ही प्राचीन समय से घर पर ही हाजमा को ठीक करने का चूर्ण और की देसी औषधि या फिर दवाइयां बनाती रही हैं। यह दवाइयां खाने में जितनी टेस्टी लगती थी साथ में उनके आयुर्वेदिक गुण भी बहुत ज्यादा होते हैं। हम आपको यहां पर बहुत ही प्राचीन तरीके से बनने वाले आयुर्वेदिक हाजमा चूर्ण की रेसिपी आपसे साझा करेंगे। इसका प्रयोग करके आपको बहुत सारी पेट की बीमारियों से छुटकारा पा सकते हैं। यह चूरन आपको पेट दर्द, पेट में मरोड़, कब्ज ,गैस, खट्टी डकार, खाना न पचना से काफी राहत दिला सकता है। इसके अलावा इसका प्रयोग आप खट्टी डकार ,खाना का हजम ना होना, गैस बनना पेट का फुला रहना मैं भी खा सकते हैं। इसमें प्रयुक्त बहुत सारी चीजें के बहुत से आयुर्वेदिक बेनिफिट हैं। सबसे अच्छी बात यह आयुर्वेदिक है और किसी भी प्रकार का इसमें मिलावट नहीं है। यही चूरन बाजार से लेते हैं तो काफी महंगा पड़ता है लेकिन जब आप इसको घर में बनाते तो ₹20 में बहुत आसानी से बिना किसी मेहनत के बन जाता है ,तो हम आपको लिए चलिए फिर बनाना शुरू करते हैं बहुत ही टेस्टी हाजमा का चूर्ण

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Prep Time 5 mins

5 mins

Total Time 10 mins

Course Tips

Cuisine Indian

Servings 100 gram

Calories 100 kcal

Ingredients  

हाजमा चूर्ण बनाने की आवश्यक सामग्री बिल्कुल पतंजलि जैसा रामदेव से भी अच्छा Homemade Hazme ka churan

  • 2 Tbsp जीरा
  • 1 Tbsp सौंफ
  • 1 Tbsp काली मिर्च
  • 2 Tbsp अजवाइन
  • 10 gram हर्रे रहे या फिर हरड़
  • 1 बहर्रे या फिर बहेड़ा
  • 2 Tbsp सुखा हुआ आंवला
  • 1 Tbsp सेंधा नमक
  • 1 Tbsp काला नमक
  • 1 Tbsp सोंठ पाउडर

Instructions 

पाचक चूर्ण बनाने की विधि हाज़मे का चूर्ण | Homemade Churan (Digestive Mixture) | Fakki Recipe for Stomach pain, Indigestion

  • सबसे पहले हम जीरा लेंगे और उसको धीमी आंच पर 5 मिनट तक भून लेंगे

  • उसके बाद सौंफ को डालकर भी थोड़ी देर के लिए भून लेते हैं

  • हमें मसाले को धीमी आंच पर भी भूनना चाहिए।

  • सौंफ के बाद हम काली मिर्च डालेंगे साथ में हम यहां पर अजवाइन का भी प्रयोग कर रहे हैं

  • और इन सब को भी धीमी आंच पर ही भूनना हैं

  • साथ में हम यहां पर हर्रे रहे या फिर हरड़ और बहर्रे या फिर बहेड़ा का भी प्रयोग करेंगे और उसे भी थोड़ी-थोड़ी मात्रा में भून लेंगे।

  • साथ में हम यहां पर सुखा हुआ आंवला का भी प्रयोग कर रहे हैं और उसको भी भून लेंगे।

  • फिर जैसे हमारे मसाले भून बन जाए उसको हम ठंडा करके बाहर कर लेंगे।

  • फिर हम सब चीज को मिक्सर में डालेंगे और बहेड़ा को तोड़कर उसका बीज बाहर करके डालेंगे इन्हे पिसते समय ही ही सेंधा नमक, काला नमक, सोंठ पाउडर डालकर इसको अच्छे से मिक्स कर लेंगे।

  • इस तरह हमारा बहुत ही टेस्टी हाजमे का चूर्ण तैयार हो जाता है।

  • इसको आप पीसकर बारीक चूर्ण बना लीजिए और किसी एयरटाइट कंटेनर में रख दीजिए और शाम को खाना खाने के बाद इसका प्रयोग करिए।

    आजकल की भागदौड़ भरी लाइफ में हमारी दिनचर्या खराब हो जाती है और ऐसे में डाइजेशन भी ठीक नहीं रह पाता। डाइजेशन ठीक न रहने की वजह से हम कॉन्स्टिपेशन और गैस जैसी कई बीमारियों का शिकार हो सकते हैं। अगर आप ही बार-बार गैस बनने की समस्या से परेशान हैं, तो यहां पर हम आपके लिए पांच बेहतरीन चूर्ण लेकर आए हैं।

    इन churan for gas and acidity के इस्तेमाल से आपको कब्ज और एसिडिटी के अलावा गैस में भी राहत मिल सकती है। इन चूर्ण को बनाने के लिए नेचुरल इनग्रेडिएंट का इस्तेमाल किया गया है। आइए इनके बारे में विस्तार से जानते हैं।

    Zandu Gas & Acidity Reliever:

    गैस के लिए चूर्ण कैसे बनाते हैं? - gais ke lie choorn kaise banaate hain?

    यह चूर्ण पूरी तरीके से नेचुरल इनग्रेडिएंट से बना हुआ है और आपके पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में मददगार माना जाता है। इसमें आपको अजवाइन, हींग, जीरा और काला जीरा जैसे कई नेचुरल इनग्रेडिएंट मिल रहे हैं। जो पेट में बनी हुई गैस में आराम तो दिलाते हैं, साथ ही दर्द में भी राहत दे सकते हैं। इसके सेवन से गैस और एसिडिटी की समस्या से निजात मिल सकती है। GET THIS


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    Bansiwala Kabaz Haran Churan :

    गैस के लिए चूर्ण कैसे बनाते हैं? - gais ke lie choorn kaise banaate hain?

    कॉन्स्टिपेशन यानी कब्ज गैस और एसिडिटी का सबसे बड़ा कारक माना जाता है। इस चूर्ण में मिलने वाले एंग्रेडिएंट आपको कब्ज से छुटकारा दिलाने में मददगार हो सकते हैं। यह आयुष द्वारा अप्रूव किया गया एसिडिटी और गैस को कम करके डाइजेशन को बेहतर बनाने में मददगार माना जाने वाला चूर्ण है। यह क्लीनिकली रिसर्च्ड चूरन है और इसका साइड इफेक्ट भी नहीं होता है। GET THIS


    Kayam Churan Help Reduce Acidity & Aid Digestion :

    गैस के लिए चूर्ण कैसे बनाते हैं? - gais ke lie choorn kaise banaate hain?

    यह है एसिडिटी और इनडाइजेशन और गैस जैसी समस्या से छुटकारा दिलाने में मददगार माना जाने वाला कायम चूर्ण है। इसके इस्तेमाल से आपके लिवर में बाइल जूस का सिक्रीशन बढ़ सकता है, जो कॉन्स्टिपेशन जैसी दिक्कत से राहत दिलाने में काफी मददगार माना जाता है। इसके इस्तेमाल से पेट साफ होता है और गैस जैसी कई दिक्कतों से राहत मिल सकती है। GET THIS


    Pet Saffa Granules Multicolor :

    गैस के लिए चूर्ण कैसे बनाते हैं? - gais ke lie choorn kaise banaate hain?

    यह एक चूर्ण है जो आपके डाइजेशन को बेहतर बनाने के साथ ही कॉन्स्टिपेशन जैसे दिक्कत से राहत दिलाने में मददगार माना जाता है। इसे आप रात में सोने से पहले या फिर डॉक्टर के बताए हुए तरीके के अनुसार ले सकते हैं। इसके इस्तेमाल से आपका पेट आसानी से साफ हो जाता है और आपको गैस और एसिडिटी जैसे कई रोगों से मुक्ति मिल सकती है। इसे रोजाना इस्तेमाल किया जा सकता है। GET THIS

    Kayam Bijorin Churna for Gas :

    गैस के लिए चूर्ण कैसे बनाते हैं? - gais ke lie choorn kaise banaate hain?

    यह 100 ग्राम वाला चूरन खासतौर पर गैस और एसिडिटी से राहत दिलाने के लिए बनाया गया है। इसे यूजर्स ने काफी पसंद किया है और 4.5 स्टार तक की रेटिंग दी हुई है। यह चूर्ण एसिडिटी जैसी दिक्कत में राहत दे सकता है। इसका सेवन काफी आसान है। इसे बनाने के लिए सिर्फ नेचुरल और आयुर्वेदिक इनग्रेडिएंट का इस्तेमाल किया गया है। GET THIS


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    Disclaimer : NBT के पत्रकारों ने इस आर्टिकल को नहीं लिखा है। आर्टिकल लिखे जाने तक ये प्रोडक्ट्स Amazon पर उपलब्ध हैं।

    पेट की गैस के लिए सबसे अच्छा चूर्ण कौन सा है?

    पेट की गैस के लिए त्रिफला चूर्ण एक रामबाण उपाय है। यह आंवला, हरड़, बहेड़ा जैसी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का एक बेहतरीन मिश्रण हैं। वैसे तो त्रिफला चूर्ण बाजार में आसानी से मिल जाता है, लेकिन आप इसे घर पर भी बना सकते हैं।

    पाचन चूर्ण कैसे बनाया जाता है?

    कैसे बनाएं ये स्वादिष्ट चूर्ण.
    सबसे पहले जीरा, अजवायन और धनिया को अलग-अलग गर्म तवे पर या कहाड़ी में हल्की आंच पर भून लें।.
    अच्छी तरह भुनने के बाद इन तीनों को पीस लें।.
    इसके बाद सोंठ और सूखे आंवले को अच्छी तरह पीस लें। ... .
    मिश्री को भी पीसकर रख लें।.
    अब सभी सामग्रियों को अच्छी तरह मिला लें।.

    गैस के लिए आयुर्वेदिक दवा कौन सी है?

    ​सौंफ- पेट से जुड़ी समस्या के लिए सौंफ एक बेहतरीन आयुर्वेदिक उपचार हैं। यह न केवल सूजन वाली मांसपेशियों को आराम देती है बल्कि कब्ज को दूर करने का बढिया तरीका है। बता दें कि इन बीजों का पेट और आंत की मांसपेशियों पर अच्छा प्रभाव पड़ता है, जो कब्ज और एसिड रिफ्लक्स से होने वाली गैस से राहत दिलाने में मददगार है।

    पूरे शरीर में गैस बनने से क्या होता है?

    एक्सपर्ट्स मानते हैं कि गैस की समस्या बवासीर, वजन कम होना, कब्ज, डायरिया और उल्टी या मतली जैसी गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है। आपके पाचन तंत्र में गैस पाचन की सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा है। डकार लेना या फार्ट पेट की अतिरिक्त गैस से छुटकारा पाने के सामान्य तरीके हैं।