|| ग्राम प्रधान की शिकायत कैसे करें? ग्राम प्रधान (सरपंच) की शिकायत कैसे करे, ग्राम प्रधान शिकायत नंबर, ग्राम प्रधान की जांच कैसे करवाएं, ग्राम प्रधान के खिलाफ शिकायत पत्र, ग्राम प्रधान के कार्य लिस्ट 2023 || Show
ग्राम प्रधान से ग्रामीणों की बहुत अपेक्षा होती है। उसका कार्य होता है गांव का विकास करना। सरकारी योजनाओं को गांव में लागू कराना, लेकिन बहुत से ग्राम प्रधान ऐसा नहीं करते। बहुत से ग्राम प्रधान विकास का पैसा खा लेते हैं तो बहुत से भ्रष्टाचार के अन्य कार्यों में लिप्त हो जाते हैं। ऐसे में गांव वाले बहुत चाहते हैं कि वे ग्राम प्रधान की शिकायत करें, लेकिन उन्हें यह नहीं पता होता कि उसकी शिकायत वे कहां और किससे कर सकते हैं। आज हम उनकी यह दिक्कत दूर करने जा रहे हैं। आज इस पोस्ट में हम बताएंगे कि वे ग्राम प्रधान की शिकायत कैसे कर सकते हैं। उम्मीद है कि यह पोस्ट आपको पसंद आएगी। ग्राम प्रधान कौन होता है?ग्राम प्रधान की शिकायत कैसे करें? यह जानने से पूर्व यह जानना अति आवश्यक है कि ग्राम प्रधान कौन होता है। भारत के संविधान में अनुच्छेद 243 के तहत पंचायती राज की व्यवस्था दी गई है। इसी के तहत ग्राम सभा एवं ग्राम पंचायत गठित की जाती हैं। प्रत्येक ग्राम का एक मुखिया होता है, जो ग्राम प्रधान अथवा सरपंच कहलाता है। सामान्य रूप से संपूर्ण गांव के विकास की जिम्मेदारी इसी ग्राम प्रधान के कंधों पर होती है।
अपने ग्राम प्रधान की शिकायत कैसे करें? [How to complain about village head?]यदि आप उत्तर प्रदेश के निवासी हैं और आपको शिकायत है कि आपका ग्राम प्रधान भी वित्तीय गबन में शामिल है, विकास कार्यों में धांधली कर रहा है अथवा उसका आचरण भ्रष्टाचारपूर्ण है तो आप उसकी शिकायत घर बैठे एक टोल फ्री नंबर (toll free number) के जरिए डायरेक्ट कर सकते हैं। यह नंबर है- 1076 । आपसे आपका ब्योरा लेकर आपकी शिकायत को दर्ज कर लिया जाएगा। यहां से शिकायत संबंधित विभाग (department) को भेजी जाती है। यदि यहां से समाधान नहीं होता तो मामला उच्चाधिकारी को भेजा जाता है। यदि इसके बावजूद एक सप्ताह के भीतर समस्या का समाधान नहीं होता तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
नागरिक शिकायत हेल्पलाइन का शुभारंभ कब हुआ था?आपको जानकारी दे दें कि जुलाई, 2019 में इस हेल्पलाइन (helpline) की शुरूआत उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM yogi Adityanath) ने की थी। विशेष बात यह है कि यह हेल्पलाइन 24×7 अर्थात 24 घंटे, सातों दिन काम करती है। इसके लिए 24 घंटे स्टाफ की तैनाती की गई है। हेल्पलाइन में 80 हजार इनबाउंड काॅल्स (inbound calls) की व्यवस्था है। हालांकि यदि कोई हेल्पलाइन में झूठी काॅल करता है तो उस पर भी कार्रवाई सुनिश्चित करने को सीएम योगी आदित्यनाथ की ओर से निर्देश दिए गए हैं। आप चाहें तो प्लान प्लस (planplus) की वेबसाइट www.planningonline.gov.in पर जाकर भी अपने ग्राम प्रधान की शिकायत कर सकते हैं। आप शिकायत चाहे जैसे करें सरकार की ओर से शासन को इस प्रकार की शिकायतों को गंभीरता से लेने को कहा गया है, ताकि जनता बेखौफ अपनी शिकायतें हेल्पलाइन सेंटर (helpline center) के जरिए सही जगह तक पहुंचा सके और उसका समाधान हासिल कर सके।
डीएम से मिलकर ग्राम प्रधान की शिकायत कैसे करें?ग्राम प्रधान की शिकायत करने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप डीएम (DM) से मिलें। इसकी भी एक प्रक्रिया है। जो कि निम्नवत है-
शिकायत से पूर्व किस प्रकार के प्रमाण जुटाने होंगे?ऐसा बहुत बार होता है कि व्यक्ति के पास शिकायत संबंधी प्रमाण (proof related to complaint) नहीं होते और वह शिकायती पत्र तैयार कर लेता है। आप ऐसा कतई न करें। यूं ही हवा में शिकायत न करें। पहले इस बात के पुख्ता प्रमाण जुटा लें कि आप जो शिकायत कर रहे हैं वह सही हो। अन्यथा वह इमेज खराब करने की एक कोशिश मानी जाएगी। आपको इसके प्रत्युत्तर में कार्रवाई भी झेलनी पड़ सकती है। इस मामले में किसी के हाथ का मोहरा बनने से भी बचें। अक्सर राजनीतिक दुश्मनी के चलते भी लोग आरोप लगाते हुए ग्राम प्रधान की शिकायत करने के इच्छुक रहते हैं। आपको जो भी कदम उठाना हो, वह पूरी तैयारी के बाद ही उठाएं।
ग्राम पंचायतों में हुए कार्यों का ब्योरा कैसे चेक करें? [How to check the details of works done in Gram Panchayats?]आप यह जरूर सोच रहे होंगे कि शिकायत करने के लिए आपको पर्याप्त साक्ष्य की आवश्यकता होगी, वह कहां से जुटा सकते हैं। आपको जानकारी दे दें कि ग्राम पंचायत को भेजे गए पैसे एवं इस्तेमाल हुए पैसे का पूरा ब्योरा इन दिनों आनलाइन भी उपलब्ध है।http://egramswaraj.gov.inपर जाकर पूरी जानकारी हासिल कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त यदि आप चाहें तो आरटीआई के अंतर्गत भी गांव में होने वाले विकास कार्यों (development works) एवं इन पर खर्च की गई राशि की पूरी जानकारी ग्राम प्रधान से लिखित में हासिल कर सकते हैं। यह आपकी शिकायत के लिए पुख्ता आधार होगा। इसकी जानकारी निम्न प्रकार हासिल की जा सकती है-
पंचायतों में किस प्रकार का भ्रष्टाचार देखने को मिलता है?पंचायतों में सर्वाधिक पैसे के गबन के मामले देखने को मिलते हैं। जैसे मान लीजिए कि किसी गांव में खड़ंजा निर्माण होना है। पता चलता है कि खड़ंजा तो बिछवा दिया गया, लेकिन उसमें मैटीरियल (material) घटिया लगाया गया, जिस वजह से ब्लाक टूटने लगे। इसी प्रकार कई तरह के निर्माण केवल फाइलों में दिखाई देते हैं, जो धरातल पर उतरते ही नहीं। पंचायतों में विकास कार्यों के लिए सरकार की ओर से भारी राशि आवंटित की जाती है, जिस वजह से पंचायत चुनावों में भी बड़े पैमाने पर धांधलियों की शिकायत देखने को मिलती है। हाल तो यह है कि पंचायतों समेत जिला पंचायत अध्यक्ष की सीट कई जगह महिलाओं के लिए रिजर्व है। लेकिन अक्सर होता यह है कि चुनाव महिला लड़ती है, लेकिन इसका दारोमदार पति उठाते हैं और जीतने के बाद पंचायतों के कार्यों में पति की ही चलती है।
प्रधानों के कार्य-व्यवहार पर कई वेब सीरीज भी बन चुकींग्राम प्रधानों का कार्य व्यवहार इस प्रकार का है कि बालीवुड (bollywood) समेत ओटीटी प्लेटफार्म (OTT platform) को भी इसमें मसाला दिखाई देता है। लालटेन को ही देख लीजिए, इस वेब सीरीज (Web series) की कहानी भी पंचायत के इर्द-गिर्द घूमती है। इसी प्रकार कई फिल्में बड़े पर्दे पर भी आई हैं, जो ग्राम प्रधान के भ्रष्टाचार की सीधे सीधे पोल खोलतीं नजर आती हैं। वास्तविक स्थितियां दर्शाने की वजह से इन्हें पसंद भी खूब किया गया। जैसे-आप टाॅयलेट एक प्रेमकथा फिल्म का ही उदाहरण लें। इसमें शौचालय बनाने में हुए भ्रष्टाचार को भी उजागर किया गया है। जहां शौचालयों में ही बाद में दर्जी की दुकान खोल दी गई। पैसा इन्वाल्व (involve) होने की वजह से प्रधानी के चुनाव में धनबल का खूब बोल बाला रहता है। अक्सर गांवों के बाहुबली चुनावों में उतरते हैं। चुनाव जीतने के बाद उनका पूरा जोर चुनाव में हुए खर्च को वसूलने पर होता है।
ग्राम प्रधान क्या करता है?गांव में विकास कार्य कराने की जिम्मेदारी ग्राम प्रधान की ही होती है। ग्राम प्रधान की शिकायत कैसे की जा सकती है?यदि आप उत्तर प्रदेश के निवासी हैं तो टोल फ्री नंबर 1076 पर काल करके ग्राम प्रधान की शिकायत कर सकते हैैं। ग्राम प्रधान की शिकायत आफलाइन कैसे की जा सकती है?इसके लिए संबंधित जिले के डीएम से मिलकर उसे शिकायती पत्र एवं साक्ष्य सौंपे जाते हैं। यदि वह इसे पर्याप्त समझते हैं तो ग्राम प्रधान की जांच के बाद उस पर कार्रवाई की जाती है। ई ग्राम स्वराज की आधिकारिक वेबसाइट का एड्रेस क्या है?ई ग्राम स्वराज (egram swaraj) की आधिकारिक वेबसाइट का एड्रेस http://egramswaraj.gov.in है। हमने आपको इस पोस्ट में बताया कि आप ग्राम प्रधान की शिकायत कैसे कर सकते हैं। यदि आप भी अपने ग्राम प्रधान के आचरण से परेशान हैं तो उसके खिलाफ ऊपर बताए गए तरीके अपनाकर उसकी शिकायत कर सकते हैं। उसके खिलाफ कार्रवाई करा सकते हैं। उम्मीद है कि यह पोस्ट आपको पसंद आई होगी। इस पोस्ट को जागरूकता के नजरिए से अधिक से अधिक शेयर करना न भूलें। धन्यवाद। ——–&—————- |