गिल्लू लेखखका की ओर अपना ध्यान आकर्षित करने के ललए क्या करता था? - gilloo lekhakhaka kee or apana dhyaan aakarshit karane ke lale kya karata tha?

विषयसूची

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  • 1 का का ध्यान आकर्षित करने के लिए गिल्लू क्या करता था?
  • 2 2 गिल्लू को मुक्त करने की आवश्यकता क्यों समझी गई और उसके लिए लेखिकाने क्या उपाय किया?
  • 3 जब लेखिका लिखने बैठती तब गिल्लू क्या करता वह उस पर किस प्रकार नियंत्रण रखती थी?
  • 4 िेखक को चौंकाने के लिए गगल्िू क्या करता था?
  • 5 गिल्लू को सोनजुही की लता के नीचे दफन करने का क्या उददेश्य रहा होगा?
  • 6 गिल्लू पाठ के आधार पर बताइए कि कौए को समादरित और अनादरित प्राणी क्यों कहा गया है?
  • 7 घायल गिल्लू पर कौन सा लेप लगाया गया?
  • 8 गिल्लू लेखिका को चौंकाने के लिए कहाँ छुप जाता था?

का का ध्यान आकर्षित करने के लिए गिल्लू क्या करता था?

इसे सुनेंरोकें4. लेखिका का ध्यान आकर्षित करने के लिए गिल्लू क्या करता था? उत्तर:- लेखिका का ध्यान आकर्षित करने के लिए गिल्लू उनके पैरों तक आकर सर्र से परदे पर चढ़ जाता और फिर उसी तेजी से उतरता। उसका यह दौड़ने का क्रम तब तक चलता जब तक लेखिका उसे पकड़ने के लिए न दौड़ती।

2 गिल्लू को मुक्त करने की आवश्यकता क्यों समझी गई और उसके लिए लेखिकाने क्या उपाय किया?

इसे सुनेंरोकेंगिल्लू को मुक्त करने की आवश्यकता क्यों समझी गई और उसके लिए लेखिका ने क्या उपाय किया? गिल्लू को मुक्त करने की आवश्यकता इसलिए पड़ी क्योंकि वह उसका पहला बसंत था। बाहर की गिलहरियाँ खिड़की की जाली के पास आकर चिक-चिक करके कुछ-कुछ कहने लगी। गिल्लू जाली के पास बैठकर उन्हें निहारता था।

अस्वस्थ लेखिका का ध्यान गिल्लू किस प्रकार रखता था इस कार्य से गिल्लू की कौन सी विशेषता का पता चलता है?

इसे सुनेंरोकेंगिल्लू ने लेखिका के अस्वस्थ रहने के दौरान एक परिचारिका की तरह उपचार में अपनी ओर से यथासंभव भूमिका निभाई। लेखिका की अस्वस्थ स्थिति में अस्पताल में रहने के दौरान गिल्लू ने अपना मनपसंद भोजन काजू खाना कम कर दिया। अपने अंतिम समय में गिल्लू ने लेखिका की उंगली पकड़ ली।

जब लेखिका लिखने बैठती तब गिल्लू क्या करता वह उस पर किस प्रकार नियंत्रण रखती थी?

इसे सुनेंरोकेंयह कार्य वह तब तक करता रहता जब तक लेखिका उसे पकड़ने के लिए नहीं उठती थी । उस पर नियंत्रण रखने के लिए लेखिका उसके शरीर को एक लंबे लिफ़ाफ़े में रख देती थी और केवल उसका सर और दोनों अगले पंजे बाहर रहते थे । आभार ।

िेखक को चौंकाने के लिए गगल्िू क्या करता था?

इसे सुनेंरोकेंगिल्लू महादेवी को चौंकाने के लिए छिप जाया करता था। वह कभी फूलदान के फूलों में छिप जाता था, कभी परदे की चुन्नट में छिप जाता था तो कभी सोनजूही की पत्तियों में बैठ जाता था।

सोनिुही में लगी पीली कली को देख लेखिका के मन में कौन से विचार उमड़ने लगे?

इसे सुनेंरोकेंSolution. सोन जूही में लगी पीली कली को देखकर लेखिका के मन में उस छोटे से जीव को याद आ गई, जिसे वे गिल्लू कहते थे। गिल्लू इसी बेल (लता) की हरियाली में छुपकर बैठ जाता था।

गिल्लू को सोनजुही की लता के नीचे दफन करने का क्या उददेश्य रहा होगा?

इसे सुनेंरोकेंSolution. सोनजुही की लता के नीचे गिल्लू की समाधि बनाई गई क्योंकि यह लता गिल्लू को बहुत पसंद थी और साथ ही लेखिका को विश्वास था कि इस छोटे से जीव को इस बेल पर लगे फूल के रुप में देखेगी। जुही में जब पीले फूल लगेंगे तो लेखिका के समक्ष गिल्लू की स्मृति साकार हो जाएगी। इससे उन्हे संतोष मिलेगा।

गिल्लू पाठ के आधार पर बताइए कि कौए को समादरित और अनादरित प्राणी क्यों कहा गया है?

इसे सुनेंरोकेंकौओ एक विचित्र प्राणी है। कभी इसका आदर किया जाता है तो कभी अनादर। श्राद्ध के दौरान लोग कौए को आदर से बुलाते हैं। पाठ के आधार पर कौए को समादरित इसलिए कहा गया है क्योंकि माना जाता है कि जो लोग मर जाते हैं, वे कौए के रूप में अपने प्रियजनों से मिलने आते हैं।

कौआ कब समादरित और कब अनादरित लगने लगता है?

इसे सुनेंरोकेंकभी इसका आदर किया जाता है तो कभी अनादर। श्राद्ध के दौरान लोग कौए को आदर से बुलाते हैं। पाठ के आधार पर कौए को समादरित इसलिए कहा गया है क्योंकि माना जाता है कि जो लोग मर जाते हैं, वे कौए के रूप में अपने प्रियजनों से मिलने आते हैं। कौए को खाना खिलानेवाला यह मानता है कि उसने अपने प्रियजनों को खाना खिला दिया।

घायल गिल्लू पर कौन सा लेप लगाया गया?

इसे सुनेंरोकेंExplanation: गिल्लू के प्रति महादेवी ममतामई थी। जब वह छोटा सा बच्चा काक के घाव हुए चोंच से तड़प रहा था तब उसे हौले से उठाकर अपने कमरे में लाई और रक्त को रुई से पोंच कर पेंसिल इन का मरहम लगाया।

गिल्लू लेखिका को चौंकाने के लिए कहाँ छुप जाता था?

इसे सुनेंरोकेंगिल्लू – महादेवी वर्मा गिल्लू महादेवी को चौंकाने के लिए क्या करता था? गिल्लू महादेवी को चौंकाने के लिए छिप जाया करता था। वह कभी फूलदान के फूलों में छिप जाता था, कभी परदे की चुन्नट में छिप जाता था तो कभी सोनजूही की पत्तियों में बैठ जाता था।

लेखिका गिल्लू को पकड़कर कहाँ रखती थी?

इसे सुनेंरोकेंवह लेखिका के पैर तक आता था और तेज़ी से परदे पर चढ़ जाता था और फिर उसी तेज़ी से उतर जाता था। उसका यह इस तरह परदे पर चढ़ना और उतरने का क्रम तब तक चलता रहता था जब तक लेखिका उसे पकड़ने के लिए नहीं उठती थी। लेखिका गिल्लू को पकड़कर एक लंबे लिफ़ाफ़े में इस तरह से रख देती थी।

लेखक का ध्यान आकर्षित करने के लिए गिल्लू क्या करता है?

लेखिका का ध्यान आकर्षित करने के लिए गिल्लू उनके पैरों के पास आकर खेलता फिर सर्र से पर्दे पर चढ़ जाता फिर उतनी ही तेज़ी से उतरता। इस तरह भाग दौड़ करता रहता जब तक लेखिका उसे पकड़ने के लिए उठ न जाती।

गिल्लू लेखिका का ध्यान आकर्षित कब करता था *?

लेखिका का ध्यान आकर्षित करने के लिए गिल्लू क्या करता था? उत्तर:- लेखिका का ध्यान आकर्षित करने के लिए गिल्लू उनके पैरों तक आकर सर्र से परदे पर चढ़ जाता और फिर उसी तेजी से उतरता। उसका यह दौड़ने का क्रम तब तक चलता जब तक लेखिका उसे पकड़ने के लिए न दौड़ती।

अस्वस्थ लेखिका का ध्यान गिल्लू ने किस तरह रखा था इस कार्य से गिल्लू की कौन सी विशेषता का पता चलता है?

उत्तरः लेखिका के मोटर दुर्घटना में आहत होकर, अस्वस्थ होने पर गिल्लू उनके सिरहाने बैठ जाता और नन्हें-नन्हें पंजों से उनके सिर व बालों को सहलाता रहता। इस प्रकार वह परिचारिका की भूमिका निभा रहा था।

गिल्लू पाठ के माध्यम से हमें क्या शिक्षा मिलती है?

'गिल्लू' कहानी हमें जीवो के प्रति दया-भाव अपनाने की शिक्षा देती है। यह कहानी हमें शिक्षा देती है कि जिस तरह हमें इस संसार में जीने का अधिकार है, उसी तरह अन्य जीवो को भी इस संसार में जीने का अधिकार हैय़ यह कहानी हमें जीवो के प्रति संवेदनात्मक व्यवहार करने की सीख देती है।