गुलाब का नाम ज़ेहन में आते ही सबसे पहले प्यार और रोमांस का ख्याल आता है. इतने फूलों के बीच ‘प्रेम के प्रतीक’ के रूप में गुलाब वाकई बहुत ख़ास है भी. प्रेम एक बेहद खूबसूरत एहसास है जिसे चाहकर भी शब्दों में उतनी ही खूबसूरती से नहीं बांधा जा सकता, जितना खूबसूरत यह खुद है. आज के युग में इसको जताने का तरीका बदल चुका है. आमतौर पर प्रेम को व्यक्त करने के लिये गिफ्ट्स, चॉकलेट्स, केक और लाल गुलाबों का प्रयोग किया जाता है. यह परम्परा आज से नही बल्कि राजा महाराजों के समय से चली आ रही है. आज भी लोग गुलाब देकर अपने प्यार का इजहार करते हैं. लेकिन क्या आपने सोचा कभी है कि गुलाब को ही प्यार का प्रतीक क्यों माना जाता है? चलिए हम आपको बतातें हैं कि गुलाब को ही प्रेम का प्रतीक क्यों माना जाता है. जानिये सात ऐसे कारण जिनकी वजह से गुलाब को प्रेम से जोड़कर जाना जाता है. आमतौर पर गुलाब हर उम्र के लोगों को पसंद होता है. खासतौर पर लड़कियाँ गुलाब बहुत पसंद करतीं हैं . इसी कारण प्रेम का इजहार करने के लिये प्रेमी अपनी प्रेमिका को अक्सर लाल गुलाब का ही गुलदस्ता भेट करते हैं. गुलाबों की बहुत तरह की प्रजातियॅा होती हैं आमतौर पर लाल ग्राफ्टेड गुलाब ही गुलदस्ता बनाने के काम में लिया जाता है. हमारी संस्कृति में हर रंग का अपना महत्व होता है. जैसे सफेद रंग शांति का प्रतीक होता हैं वैसे ही लाल रंग प्रेम का प्रतीक माना जाता है. इसलिए आमतौर पर अपने प्रेम का इज़हार करने के लिए लोग लाल रंग का गुलाब ही ज्यादा पसंद करते हैं . फूलों को शुभारम्भ का प्रतीक भी माना जाता है इसलिये प्रेम हो या पूजा इनकी शुरुआत फूलों से ही करना अच्छा माना जाता है. पूजा में शुभ माना जाने वाला लाल रंग का गुलाब प्रेम का प्रतीक भी होता है. गुलाबों को प्रेम से जोड़े जाने का एक कारण फिल्में भी हैं. हम फिल्मों में अक्सर यह देखते हैं कि प्रेमी, प्रेमिका को अपने प्यार के प्रतीक के रूप में गुलाब के फूल ही भेंट करता है, इसलिए असल ज़िन्दगी में भी गुलाब देना एक रिवाज़-सा बन गया है. गुलाब के फूलों की सुगंध बहुत अच्छी होती है, इसलिए भी लोग प्रेम का इज़हार करने के लिए रोमांस के प्रतीक गुलाब के फूल भेंट करतें हैं. साल भर प्रेमी जोड़े वैलेंटाइन-वीक मनाने का इंतज़ार करते हैं. इसी सप्ताह में एक दिन रोज़ डे भी मनाया जाता है. प्रेमी-प्रेमिका अपने प्रेम को व्यक्त करने के लिये एक दूसरे को लाल रंग का गुलाब देते है. असल में इसी परम्परा की वजह से गुलाब को प्रेम से जोड़कर जाना जाता है. आज के इन्टरनेट युग में घर बैठे प्रेम का इज़हार करने के लिए गुलाब के फूल, सम्बंधित व्यक्ति तक भिजवाना काफी आसान हो गया है. बस एक क्लिक और हो गया आपका काम. इस ऑनलाइन सुविधा के कारण भी लाल गुलाब की लोकप्रियता में खासा इज़ाफ़ा हुआ है. तो इस तरह गुलाब सदियों से इश्क़ के खूबसूरत एहसास को एक दिल से दूसरे दिल तक खामोशी और नज़ाकत से पहुंचाता आ रहा है. क्योंकि ज़माने भले ही बदल गए हों, प्यार आज भी उतना ही हसीन-जहीन और खूबसूरत एहसास है.
Reader Interactionsगुलाब का फूल क्यों दिया जाता है?प्राचीन रोम में गुलाब सिर्फ प्रेम ही नहीं मृत्यु का प्रतीक भी माना जाता था। सेलिब्रेशन हो या किसी का जनाज़ा, दोनों मौकों पर गुलाब के फूल बेहद ज़रूरी होते थे। गुलाब को माला के धागों में पिरोया जाता था या उसकी पंखुड़ियों को मसल कर इत्र बनाया जाता था।
गुलाब को प्यार का प्रतीक क्यों माना जाता है?गुलाब के फूलों की सुगंध बहुत अच्छी होती है, इसलिए भी लोग प्रेम का इज़हार करने के लिए रोमांस के प्रतीक गुलाब के फूल भेंट करतें हैं. वर्षभर प्रेमी युगल वैलेंटाइन-वीक मनाने का इंतज़ार करते हैं. इसी हफ्ते में एक दिन रोज़ डे भी मनाया जाता है.
लाल गुलाब किसका प्रतीक है?इसके अलावा लाल गुलाब इज्जत, पैशन और उत्साह को दर्शाता है। गुलाबी रंग का गुलाब : खूबसूरती और एलीगेंस का प्रतीक है गुलाबी गुलाब।
कौन सा फूल प्रेम का प्रतीक है?गुलाब प्यार का प्रतीक माना जाता है ऐसा कहा जाता है।
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