फ़ादर बुल्के ने हिंदी के उत्थान के लिए क्या-क्या प्रयास किए? Show Solutionभारत में रहते हुए फ़ादर ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से हिंदी में एम०ए० किया। इससे ज्ञात होता है कि हिंदी से उन्हें विशेष लगाव था। उन्होंने हिंदी के उत्थान के लिए
Concept: गद्य (Prose) (Class 10 A) Is there an error in this question or solution? APPEARS INSolution : .फादर बुल्के. एक विदेशी होते हुए उनका हिन्दी प्रेम देखते ही बनता था, उनमें हिंदी के प्रति हिन्दी वालों से कहीं ज्यादा गहरा प्रेम दिखा। <br> उन्होनें राम कथा और रामचरित मानस को बौद्धिक जीवन दिया। उनके प्रयासों के कारण विश्वविद्यालय ने अपने नियमों में बदलाव किया जिससे भविष्य में हिंदी में भी थीसिस लिखी जाने लगी। <br> उन्हें कतई स्वीकार नहीं था कि हिंदी की अभिव्यक्ति में दूसरी भाषाओं के शब्द इस्तेमाल किए जाएँ। <br> अत: यह सही है जो हिंदी से सरोकार रखते हैं। फादर बुल्के उनके लिए एक आदर्श व्यक्ति हैं। भारत में रहते हुए फ़ादर ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से हिंदी में एम०ए० किया। इससे ज्ञात होता है कि हिंदी से उन्हें विशेष लगाव था। उन्होंने हिंदी के उत्थान के लिए • हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए अकाट्य तर्क प्रस्तुत करते। • हर मंच से हिंदी की दुर्दशा पर दुख प्रकट करते। • हिंदी वालों द्वारा हिंदी की उपेक्षा पर दुख प्रकट करते। • वे हिंदी को राष्ट्रभाषा के रूप में देखने के लिए चिंतित रहते। These Solutions are part of NCERT Solutions for Class 10 Hindi. Here we have given NCERT Solutions for Class 10 Hindi Kshitij Chapter 13 मानवीय करुणा की दिव्या चमक. प्रश्न-अभ्यास (पाठ्यपुस्तक से) प्रश्न
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प्रश्न 4. प्रश्न 5. प्रश्न 6. प्रश्न 7. (ख) जिस प्रकार उदास संगीत को सुनने पर एक निस्तब्धता छा जाती है, आँखें भर आती हैं, स्मृति में हृदय रो पड़ता है। एक-एक स्मृति मन को कचोटने लगती है। इस प्रकार स्मृति-पटल पर संपूर्ण जीवन-चरित्र आने लगता है और हृदय अवसाद से भर जाता है। इसीलिए लेखक ने कहा-फादर को याद करना एक उदास, शांत संगीत को सुनने जैसा है। रचना और अभिव्यक्ति प्रश्न 8. अध्यात्म के लिए भारत भूमि जगत में प्रसिद्ध रही है। अतः हो सकता है कि अध्यात्म में रुचि के कारण उन्होंने भारत आने का मन बना लिया हो। प्रश्न 9. मेरे लिए मेरी जन्मभूमि मातृभूमि है। यहीं की संस्कृति में खेल-कूदकर बड़ा हुआ हूँ। उसके प्रति मेरी श्रद्धा है, उससे मेरी स्मृतियाँ जुड़ी हैं जिन्हें चाहकर भी नहीं भुला सकता हूँ। उसके प्रति मेरी सकारात्मक भावनाएँ हैं। इससे मैं ऐसा कोई कार्य नहीं कर सकता हूँ जिससे जन्मभूमि को और मुझे अपमानित होना पड़े। भाषा-अध्ययन प्रश्न 10. यह वही देश है जहाँ युद्ध के मैदान में तलवारों की झनझनाहट और घोड़ों की हिनहिनाहट के बीच गीता का ज्ञान दिया जाता था, कबीर चर्खे के ताने-बाने में ज्ञान की गुत्थियाँ सुलझाते थे, रविदास जूते गाँठने के बर्तन में गंगाजल की पवित्रता बनाए रखते थे। यहाँ अतिथि को देवता मान पूजा जाता है, कन्या को दुर्गा समझा जाता है, गंगा-यमुना-सरस्वती आदि नदियों को माँ कहकर पुकारा जाता है और पूजा जाता है। इस तरह मेरा देश भारत अद्वितीय देश है। मेरे देश भारत की भौगोलिक स्थिति भी विचित्र है। साक्षात् भारत माता जीवंत प्रतिमूर्ति हैं। जिनके एक ओर उत्तर में गौरव के प्रतीक रूप में मुकुट के समान हिमालय विराजमान है तो दक्षिण में इनके चरणों को धोता हुआ हिंद महासागर है। ऐसा सुंदर तथा गौरवशाली देश है भारत । हमें अपने देश पर गर्व है। प्रश्न 11. मैं चाहता हूँ कि तुम इन छुट्टियों में भारत-भ्रमण के उद्देश्य से आ जाओ। भारत के जिन मनोहारी पर्वतीय स्थलों की चर्चा गत वर्ष करते थे उन्हें साक्षात् देखने से निश्चित ही आनंदानुभूति होगी। इस संबंध में पिता जी से परामर्श कर उन सभी पर्वतीय स्थलों पर घूमने चलेंगे, जिनका मैं शब्दों से तुम्हारे मानस-पटल पर चित्र बना रहा था। तुम शीघ्र ही एक माह रहने की योजना बनाकर भारत आ जाओ। मेरे साथ-साथ मेरे पिता जी भी तुमसे मिलने के लिए उत्कंठित हो रहे हैं। शेष मिलने पर। प्रश्न 12. Hope given NCERT Solutions for Class 10 Hindi Kshitij Chapter 13 are helpful to complete your homework. If you have any doubts, please comment below. NCERT-Solutions.com try to provide online tutoring for you. हिंदी के उत्थान के लिए फादर बुल्के ने क्या क्या किया *?फ़ादर बुल्के ने हिंदी के उत्थान के लिए क्या-क्या प्रयास किए? - Hindi Course - A. हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए अकाट्य तर्क प्रस्तुत करते।. हर मंच से हिंदी की दुर्दशा पर दुख प्रकट करते।. हिंदी वालों द्वारा हिंदी की उपेक्षा पर दुख प्रकट करते।. वे हिंदी को राष्ट्रभाषा के रूप में देखने के लिए चिंतित रहते।. फादर बुल्के ने हिंदी भाषा के विकास में क्या योगदान दिया लिखिए?सबसे पहले, उन्होंने हिन्दी साहित्य के ज्ञान में वृद्धि की । उन्होंने राम कथा के आरंभ और विकास पर शोध-ग्रंथ लिखा । उन्होंने हिन्दी में बाइबिल का अनुवाद करके भारतवासियों को ईसाई धर्म पढ़ने का अवसर दिया । उन्होंने एक नाटक का भी हिन्दी में अनुवाद किया।
फादर कामिल बुल्के ने इलाहाबाद से हिंदी में MA किया उस समय हिंदी विभाग के अध्यक्ष कौन थे?रॉंची स्थित सेंट जेवियर्स कॉलेज में बुल्के ने वर्षों तक हिंदी का अध्यापन किया. सेंट जेवियर्स कॉलेज के हिंदी विभाग के अध्यक्ष और बुल्के के शिष्य रहे डॉक्टर कमल कुमार बोस कहते हैं, "राज्य में पूरे वर्ष बुल्के जन्म शताब्दी समारोह मनाई जाएगी.
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