चना मूंगफली खाने से क्या होता है - chana moongaphalee khaane se kya hota hai

चना मूंगफली खाने से क्या होता है - chana moongaphalee khaane se kya hota hai

Chana and Peanuts Benefits : भारत में चने की पैदावर काफी अच्छी होती है। परंपरागत रूप से चना घुड़दौड़ के घोड़ों को खिलाया जाता था, क्योंकि इससे शरीर को ताकत मिलती है। साथ ही प्रोटीन का भी यह काफी अच्छा स्त्रोत माना जाता है। वहीं. मूंगफली की मिठास आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छी होती है. इसमें कई जरूरी पोषक तत्व मौजूद है, जो स्वास्थ्य के लिए हेल्दी होते हैं। चना और मूंगफली का एक साथ सेवन आपके स्वास्थ्य के लिए काफी अच्छा साबित हो सकता है। आइए जानते हैं चना और मूंगफली खाने से शरीर को होने वाले फायदों के बारे में-

चना और मूंगफली खाने के फायदे

एक साथ चना और मूंगफली खाने से शरीर को कई फायदे हो सकते हैं। यह मोटापा बढ़ाने से लेकर पाचन को दुरुस्त रख सकता है। साथ ही गर्भवती महिलाओं के शरीर में आयरन को बढ़ाने में प्रभावी हो सकता है। आइए जानते हैं चना और मूंगफली का एक साथ सेवन करने के क्या फायदे हो सकते हैं?

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1. पाचन को रखे दुरुस्त

चना और मूंगफली का एक साथ सेवन करने से पेट से जुड़ी कई समस्याओं में राहत पा सकते हैं। खासतौर पर अगर आपको कब्ज की परेशानी है तो चना और मूंगफली का एक साथ सेवन करें। इतना ही नहीं, चना और मूंगफली पाचन की क्रियाओं के लिए काफी बेहतर हो सकता है। 

2. गर्भवती महिलाओं के लिए हेल्दी

मूंगफली और चना गर्भवती महिलाओं के लिए काफी हेल्दी हो सकता है। यह गर्भ में पल रहे बच्चे के  विकास बेहतर के लिए फायदेमंद हो सकता है। मूंगफली ओमेगा 6 फैटी एसिड का अच्छा स्त्रोत होता है, जो स्किन को कोमल और नमी प्रदान कर सकते हैं। साथ ही यह मस्तिष्क के लिए भी काफी अच्छा होता है। 

चना मूंगफली खाने से क्या होता है - chana moongaphalee khaane se kya hota hai

3. खून की कमी करेे दूर

शरीर में आयरन की कमी होने पर चना और मूंगफली का सेवन कर सकते हैं। इसके सेवन से आपको शरीर में खून की कमी नहीं होती है। 

4. झुर्रियों को करे कम

बढ़ती उम्र के लक्षणों को रोकने के लिए चना और मूंगफली का सेवन फायदेमंद हो सकता है। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट बढ़ती उम्र के लक्षणों जैसे- झुर्रियों और फाइन-लाइंस को कम कर सकता है। 

5. हड्डियों को करे मजबूत

चना और मूंगफली कैल्शियम और विटामिन डी का काफी अच्छा स्त्रोत माना जाता है, जो हड्डियों की मजबूती को बढ़ाने में प्रभावी है। अगर आप अपनी हड्डियों की मजबूती को बढ़ाना चाहते हैं तो चना और मूंगफली का सेवन करेँ। 

चना और मूंगफली आपके स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद हो सकती है। हालांकि, ध्यान रखें कि अगर आपको पहले से किसी तरह की परेशानी है तो एक्सपर्ट की सलाह पर ही इसका सेवन करें। 

चना और मूंगफली की पौष्टिक क्षमता का वर्णन तो इतिहास से लेकर विज्ञान तक में मिलता है। जहां चना ताकत का अच्छा स्रोत माना जाता है, वहीं मूंगफली एक संपूर्ण आहार समझा जाता है। आइए जानते हैं इनके बारे में कुछ और . . .

चना मूंगफली खाने से क्या होता है - chana moongaphalee khaane se kya hota hai

चना भारत में व्यापक तौर पर उगाया और खाया जाता रहा है। परंपरागत रूप से इसे घुड़दौड़ के घोड़ों को खिलाया जाता था, क्योंकि यह तत्काल ताकत देता है और प्रोटीन का जबरदस्त स्रोत है। साथ ही यह आहारीय लौह तत्व (आयरन) और कैल्शियम का भी अच्छा स्रोत है और प्रोटीन के सबसे अच्छे शाकाहारी स्रोतों में एक है।

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लेकिन गरमी के मौसम में अगर चने खाने से आपके शरीर में अधिक गर्मी हो रही है, तो उसे अंकुरित मूंग खाकर संतुलित किया जाना चाहिए।
लेकिन, कैल्शियम और आयरन कुछ रासायनिक घेरों में होते हैं जिसके कारण शरीर काफी हद तक उन्हें ग्रहण नहीं कर सकता। चने का अंकुरण एक साधारण विधि है, जो इन घेरों को तोडक़र आयरन और कैल्शियम को शरीर के लिए आसानी से उपलब्ध करा देता है, जिससे उसकी पौष्टिकता बढ़ जाती है। अंकुरित चना आसानी से पच भी जाता है।

चने

चने को अंकुरित करने का एक आसान तरीका है कि साधारण चने को एक साफ कपड़े में बांध दें। उस पोटली को छह से आठ घंटों तक पानी से भरे एक बरतन में रखें। पोटली को बाहर निकाल कर चने को दूसरे कपड़े में खाली कर दें। इस नई पोटली को कम से कम तीन दिनों तक छोड़ दें। इस समय तक चना अंकुरित हो जाएगा और अंकुर लगभग आधे इंच के बराबर हो जाएगा। अंकुरित चने को कच्चा खाया जा सकता है लेकिन उसे अच्छी तरह चबाया जाना चाहिए।

चना शरीर में गर्मी का स्तर बढ़ाता है जिसे आयुर्वेद में उष्ण कहा गया है। उष्ण खाद्य पदार्थों से बरसात के मौसम में होने वाली खांसी और सर्दी-जुकाम से बचने में मदद मिलती है। लेकिन गरमी के मौसम में अगर चने खाने से आपके शरीर में अधिक गर्मी हो रही है, तो उसे अंकुरित मूंग खाकर संतुलित किया जाना चाहिए।

मूंगफली

मूंगफली की अपनी मीठास होती है लेकिन कम लोगों को ही पता होगा कि ये स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद है. ज्यादातर लोग तो इसे स्वाद के लिए ही खाते हैं पर यकीन मानिए इससे होने वाले फायदे जानकर आप भी चौंक जाएंगे.

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मूंगफली एक संपूर्ण आहार है। भारत में बहुत से योगी कुछ समय के लिए सौ फीसदी मूंगफली के आहार पर चले जाते हैं, क्योंकि वह अपने आप में एक संपूर्ण भोजन है। मूंगफली को पानी में कम से कम छह घंटे भिगोना चाहिए, जिससे उसके कुछ हानिकारक तत्व निकल जाते हैं, जिन्हें आयुर्वेद में पित्त कहा जाता है। अगर उसे बिना भिगोए खाया जाए, तो इससे त्वचा पर दाने और अरुचि हो सकती है।

1. मूंगफली में मौजूद तत्व पेट से जुड़ी कई समस्याओं में राहत देने का काम करते हैं. इसके नियमित सेवन से कब्ज की समस्या दूर हो जाती है.

2. मूंगफली खाने से शरीर को ताकत मिलती है. इसके अलावा ये पाचन क्रिया को भी बेहतर रखने में मददगार है.

3. गर्भवती महिलाओं के लिए मूंगफली खाना बहुत फायदेमंद होता है. इससे गर्भ में पल रहे बच्चे का विकास बेहतर तरीके से होता है.4. ओमेगा 6 से भरपूर मूंगफली त्वचा को भी कोमल और नम बनाए रखता है. कई लोग मूंगफली के पेस्ट का इस्तेमाल फेसपैक के तौर पर भी करते हैं.

5. मूंगफली खाने से दिल से जुड़ी बीमारियां होने का खतरा कम हो जाता है.

6. मूंगफली के नियमित सेवन से खून की कमी नहीं होने पाती है.

7. बढ़ती उम्र के लक्षणों को रोकने के लिए भी मूंगफली का सेवन किया जाता है. इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट बढ़ती उम्र के लक्षणों जैसे बारीक रेखाएं और झुर्रियों को बनने से रोकते हैं.

8. इसमें कैल्शियम और विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा होती है. ऐसे में इसके सेवन से हड्डियां मजबूत बनती हैं.

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  • मूंगफली के पौधे की उत्पत्ति दक्षिण अमेरिका में हुई।
  • लगभग 5,000 साल पहले भारत और चीन में मूंगफली का सेवन किये जाने का पुरातात्विक प्रमाण है।
  • 1492 में समुद्री मार्ग से कोलंबस ने अमेरिका की खोज की थी। लेकिन एशिया में मूंगफली का सेवन इससे पहले से किया जाता रहा है। कुछ पुरातत्वविद् इस बात को सबूत मानते हैं, कि एशिया और दक्षिणी अमेरिका के बीच 1492 से काफी पहले से व्यापार या संपर्क था।
  • मूंगफली असल में एक मेवा नहीं है। वह एक फली है। हाल के समय में मूंगफली ने बहुत लंबा सफर तय किया है। अपोलो 14 के कमांडर एलन शेफर्ड चांद पर अपने साथ एक मूंगफली लेकर गए – एस्ट्रो-नट!

मूंगफली और चना खाने से क्या फायदा होता है?

चना और मूंगफली कैल्शियम और विटामिन डी का काफी अच्छा स्त्रोत माना जाता है, जो हड्डियों की मजबूती को बढ़ाने में प्रभावी है। अगर आप अपनी हड्डियों की मजबूती को बढ़ाना चाहते हैं तो चना और मूंगफली का सेवन करेँ। चना और मूंगफली आपके स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद हो सकती है

सुबह खाली पेट मूंगफली खाने से क्या होता है?

एनीमिया की समस्या से बचाती भीगने से इसे गुण कहीं ज्यादा बढ़ जाते हैं. ये डाइजेशन सिस्टम को भी दुरुस्त करती है. मूंगफली में कई न्यूट्रिएंट्स जैसे पोटेशियम, मैग्नीज, कॉपर, कैलिशयम, आयरन, सेलेनियम आदि पाए जाते हैं. इसे भिगोकर सुबह खाली पेट खाने से गैस और एसिडिटी की परेशानी दूर होती है.

किशमिश और चना भिगोकर खाने से क्या फायदा?

चना और किशमिश भिगोकर खाने के फायदे (Chickpeas And Raisins Benefits in Hindi).
शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए उपयोगी ... .
खून की कमी दूर करने में फायदेमंद ... .
कब्ज की समस्या में फायदेमंद ... .
मोटापे की समस्या को दूर करने में फायदेमंद ... .
आंख की रोशनी बढ़ाने में फायदेमंद.

मूंगफली के दाने भिगोकर खाने से क्या फायदा?

हार्ट के फायदेमंद-कच्ची मूंगफली को भिगोकर खाने से हृदय स्वास्थ्य को बेहतर किया जा सकता है, जब आप कच्ची मूंगफली को भिगोकर खाते हैं, तो यह आपके शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करता है. इससे हार्ट अटैक के खतरे को कम किया जा सकता है दिल को हेल्दी रखने के लिए कच्ची मूंगफली का सेवन किया जा सकता है.