भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की दूसरी महिला अध्यक्ष कौन थी? - bhaarateey raashtreey kaangres kee doosaree mahila adhyaksh kaun thee?

(प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को आयरलैंड पहुंच चुके हैं। इंडियन नेशनल कांग्रेस की पहली महिला अध्यक्ष एनी बेसेंट भी आयरलैंड की थीं। इस मौके पर Dainikbhaskar.com कांग्रेस की महिला अध्यक्षों के बारे में बता रहा है।)

इंटरनेशनल डेस्क। देश की सबसे पुरानी और प्रमुख पार्टी इंडियन नेशनल कांग्रेस का विदेशियों से पुराना रिश्ता रहा है। पार्टी के कई ऐसे प्रेसिडेंट हुए जो विदेशी थे। इनमें विलियम वेडरबर्न, हेनरी कॉटन और अल्फ्रेंड वेब से लेकर एनी बेसेंट तक तमाम हस्तियां शामिल हैं। आयरलैंड की रहने वाली एनी बेसेंट पार्टी की पहली महिला अध्यक्ष चुनी गई थीं। इनकी तरह पार्टी की पांच महिला अध्यक्षों में से ही तीन अध्यक्ष विदेशी रही हैं। यहां हम पार्टी की महिला अध्यक्षों के बारे में बता रहे हैं।

एनी बेसेंट
एनी बेसेंट को 1917 में कोलकाता में कांग्रेस की पहली महिला अध्यक्ष चुना गया था। वह मूल रूप से आयरलैंड की रहने वाली थीं और उन विदेशियों में शामिल थीं, जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अहम भूमिका निभाई थी। इसके बाद उनकी रुचि थियोसॉफी में जागी और वे 1875 में स्थापित किए गए थियोसॉफिकल सोसाइटी की लीडर बन गईं।

आगे की स्लाइड्स में जानें, इंडियन नेशनल कांग्रेस की बाकी फीमेल प्रेसिडेंट्स के बारे में...

कांग्रेस की दूसरी भारतीय महिला अध्यक्ष कौन थी?

वह एनी बेसेंट के बाद भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की दूसरी महिला अध्यक्ष थीं। उन्होंने 1925 में कानपुर अधिवेशन में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया।

भारतीय राष्ट्र कांग्रेस की प्रथम भारतीय महिला अध्यक्ष कौन थी?

एनी बेसेंट को 1917 में कोलकाता में कांग्रेस की पहली महिला अध्यक्ष चुना गया था। वह मूल रूप से आयरलैंड की रहने वाली थीं और उन विदेशियों में शामिल थीं, जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अहम भूमिका निभाई थी

भारत की पहली महिला अध्यक्ष कौन थी?

Detailed Solution. सही उत्‍तर एनी बेसेंट है। एनी बेसेंट को 1917 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की पहली महिला अध्यक्ष के रूप में चुना गया था।

महिलाओं ने पहली बार कांग्रेस अधिवेशन में भाग कब लिया था?

कांग्रेस के 1889 के मद्रास अधिवेशन में उन्होंने भाग लिया और भाषण दिया। संस्था के उस समय तक के इतिहास में भाषण देने वाली कादम्बिनी पहली महिला थीं। 1906 ई॰ की कोलकाता कांग्रेस के अवसर पर आयोजित महिला सम्मेलन की अध्यक्षता भी कादम्बिनी जी ने ही की थी।