भारत में भू-संसाधनों की विभिन्न प्रकार की पर्यावरणीय समस्याएँ कौन-सी हैं? उनका निदान कैसे किया जाए? Show भारत में भू-संसाधनों का निम्नीकरण एक गंभीर समस्या है जोकि कृषि विकास की दोषपूर्ण नीतियों के कारण उत्पन्न हुई है। भू-संसाधनों का निम्नीकरण एक गंभीर समस्या इसलिए है क्योंकि इससे मृदा की उर्वरता क्षीण हो गई है। यह समस्या विशेषकर सिंचित क्षेत्रों में अधिक भयावह है जिसके निम्नलिखित कारण हैं
Concept: भारतीय कृषि की समस्याएँ Is there an error in this question or solution? भारत में भू संसाधनों की विभिन्न प्रकार की पर्यावरणीय समस्या कौन सी है?भूमि की गुणवत्ता में कमी: एक ही भूमि पर बार-बार कृषि करने तथा फसल बोने से भूमि की गुणवत्ता में कमी आ जाती है। इसे मृदा में उत्पन्न सभी खनिज पदार्थो का विघटन होने लगता है अथवा भूमि कृषि योग्य भी नहीं रहती। अत्यधिक सिंचाई: किसानों द्वारा फसलों की अधिक सिंचाई से भूमि में जलभराव हो जाता है।
भूमि संसाधन से आप क्या समझते हैं?किसी देश या क्षेत्र के भीतर शामिल भूमि को भूमि संसाधन कहा जाता है। इसके अंतर्गत कृषि योग्य भूमि, चारागाह भूमि, कृषि योग्य भूमि, बंजर भूमि, वन भूमि, बंजर भूमि, परती भूमि आदि शामिल हैं। इस उपलब्ध भूमि पर मनुष्य विभिन्न क्रियाकलाप करता है।
भूमि का एक महत्वपूर्ण संसाधन है कैसे?सभी प्राकृतिक संसाधनों में भूमि सर्वाधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि मानव तथा अन्य जीव-जन्तु भूमि पर निवास करते हैं। खेती और कारखानों की स्थापना, सड़कें व रेल यातायात, नहरें, जलाशय आदि भूमि पर ही बनाए जाते हैं। वन सम्पदा को बढ़ाने व पशुपालन के लिए चारागाहों का विकास भी भूमि पर ही संभव है।
1 निम्न में से कौन सा भू उपयोग संवर्ग नहीं है?(i) सीमांत भूमि भू-उपयोग संवर्ग नहीं है।
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