अब्दुल कलाम के जीवन से हमें क्या सीख मिलती है? - abdul kalaam ke jeevan se hamen kya seekh milatee hai?

अब्दुल कलाम के जीवन की सीख देतीं 12 बातें | life lessons from A.P.J Abdul kalam in hindi

अब्दुल कलाम के जीवन से हमें क्या सीख मिलती है? - abdul kalaam ke jeevan se hamen kya seekh milatee hai?


12 life lessons from A.P.J Abdul kalam

इंडिया के 11वें प्रेसिडेंट डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम  सिर्फ एक अच्छे लीडर ही नहीं बल्कि वह ज्यादा नॉलेजेबल, फिलोसॉफिकल, और बुद्धिमान भी थे और इसीलिए इस पोस्ट में हम उनके दिए लाइफ लेसन को जानेंगे जो हमें यह समझाएंगे की एक अच्छी लाइफ कैसे जी जाती है।

1.) हालातों के आगे कभी भी घुटने मत टेको

अब्दुल कलाम ने शुरू में पढ़ाई के लिए बहुत संघर्ष किया उनका बचपन बहुत ही गरीबी में बीता था। उन्होंने कुछ छोटे मोटे काम भी किये जैसे रेल्वे स्टेशन पर अखबार भी बेचा लेकिन उन्होंने कभी भी निराशा को खुद पर हावी नही होने दिया। उनके जीवन के इस पहलू से हमे यह सीख मिलती है ही हमे यह नही देखना चाहिए कि हम अभी क्या हैं। बल्कि उससे ज्यादा मायने यह बात रखती है कि भविष्य में हम खुद को कहां देखना चाहते हैं।

2.) मुसीबतें हमेशा आपको अपॉर्चुनिटी देती है खुद को जानने के लिए

अपनी बुक माय जर्नी में डॉक्टर कलाम बोलते हैं कि भले ही उनके पिताजी के साथ पास फॉर्मल एजुकेशन नहीं थी लेकिन वह काफी बुद्धिमान थे। उन्होंने उन्हें ऐसी चीजें सिखाई जो डॉक्टर कलाम की जिंदगी में बहुत काम आई जैसे उन्होंने कहा था कि “जब भी आप हारते हो या आपके सामने मुसीबतें आती है तो उस समय ही आप अपने अंदर छिपी खूबी को देख पाते हो” 

डॉ कलाम कहते हैं कि उनकी यात्रा उन्हें फाइटर जेट से निकालकर देश के सबसे बड़े ऑफिस तक ले गई लेकिन उनके पिताजी के यही वर्ड्स उनके दिमाग में बार-बार आते थे जब भी वह किसी मुसीबत में होते थे।

3.) नेचर के साथ जुड़े रहना बहुत जरूरी है

डॉ कलाम भी सुबह उठकर वॉक पर जाया करते थे उन्हें सुबह उठकर सूरज देखना, चिड़ियों का चहचहाना और सुबह की ठंडी हवा लेना बहुत पसंद था वह कहते थे उन्हें नेचर में टाइम बिता कर ऐसा लगता है जैसे वह अपनी सारी परेशानियों से थोड़े समय के लिए दूर हो गए हैं। इसलिए चाहे वह ट्रेवल कर रहे हो या फिर कितने भी बिजी हो वह अपनी मॉर्निंग वॉक को मिस नहीं करते थे। अपनी बुक में वह एक किस्सा शेयर करते हैं जिसमें उनके दिल्ली वाले घर में एक बड़ा सा पेड़ हुआ करता था जो उन्हें हमेशा अपनी तरफ खींचता था और उस पेड़ की विशालता को देखते हुए उन्हें कई बार अपने पिताजी की याद आती थी, क्योंकि वह भी काफी लंबे चौड़े थे।

4.) अलग सोचने और करने की हिम्मत रखो

डॉक्टर अब्दुल कलाम अपनी एक स्पीच में यह कहते हैं कि पूरी दुनिया दिन-रात यह कोशिश करती है कि वह आपको बाकियों की तरह बना सकें ताकि आप भी झुंड का हिस्सा बन जाओ। लेकिन आपको वह करना है जो आप करना चाहते हो सबके साथ हां में हां मिलाना छोड़ो कुछ अलग सोचने और करने की हिम्मत रखो। झुंड का हिस्सा बनना आपको आसान तो लगेगा लेकिन लंबे समय में यही आपकी ग्रोथ को रोक देगा इसीलिए अपने भविष्य के लिए वर्तमान में मौजूद चुनौतियों का सामना करो और अपनी यूनीक आईडेंटिटी को बाहर लाओ।

5.) जो भी आप परिणाम चाहते हो उसे होते हुए इमेजिन करो

डॉ कलाम कहते हैं कि दुनिया में बड़े-बड़े आविष्कार तभी हुए जब एक इंसान ने अपने परिणाम को अपने दिमाग में इमेजिन और विजुलाइज किया। जब आप पहले ही अपने दिमाग में आखिरी परिणाम को सोच लेते हो और हार्ड वर्क करते हो तो जितनी भी ब्रह्मांड की शक्तियां हैं वह आपके दिमाग की इमेज को असलियत में बनाने में लग जाती है इसीलिए याद रखो जैसा आपका विजन होगा वैसा ही आपको रिजल्ट मिलेगा।

6.) आराम और झूठ की लागत ज्यादा होती है लेकिन सच और सादगी बिना लागत के आती है

आपने देखा होगा कि जब आप एक झूठ बोलते हो तो उसे छुपाने के लिए आपको 100 झूठ और बोलने पड़ते हैं ओर यहाँ आपको झूठ को कवर करने के लिए आपकी मेंटल एनर्जी लगेगी और वहीं सच बोलना एकदम फ्री होता है इसीलिए सिंपल लाइफ जियो और हमेशा सच बोलो।

7.) जो आपका काम है उसे कड़ी मेहनत, लगन और ईमानदारी के साथ करो

अब्दुल कलाम को उनके काम के प्रति लगन और कड़ी मेहनत ने ही उन्हें एक साधारण इंसान से एक महान शख्सियत बना दिया उन्होंने ऊंचे पद पर रहते हुए भी किसी काम को नकारा नहीं ओर अपने काम को बड़ी ईमानदारी से किया।

डॉक्टर अब्दुल कलाम कहते हैं अगर आप अपने काम को सैल्यूट करते हैं तो आपको कभी किसी इंसान को सैल्यूट नहीं करना पड़ेगा। लेकिन अगर आप अपने काम को ढंग से नहीं करते हो तो आपको सब को सैल्यूट करना पड़ेगा।  यानी जब हम अपने काम को पूरी लगन और ईमानदारी के साथ करते हैं तो हमें किसी के आगे झुकना नहीं पड़ता इसलिए चाहे आप का काम कितने ही छोटा या बड़ा क्यों ना हो। हमेशा अपने काम की इज्जत करो उसमें अपना हंड्रेड परसेंट एफर्ट दो।

8.) जिंदगी और समय सबसे अच्छे टीचर हैं

अपनी एक स्पीच में एपीजे अब्दुल कलाम यह कहते हैं की जिंदगी हमें सिखाती है कि समय को सही तरह से कैसे उपयोग किया जाता है। वहीं समय हमें जिंदगी की वैल्यू को समझाता है इसलिए समय की वैल्यू करो उसे सही जगह पर इस्तेमाल करो और हर मूवमेंट में प्रेजेंट रहो नहीं तो इसी समय का आपको बाद में पछतावा होगा।

9.) ज़िन्दगी के प्रति सकारात्म नज़रिया

अब्दुल कलाम ने अपने जीवन में कई मुसीबतों ओर मुश्किलों का सामना किया लेकिन कभी भी उन्होंने नकारात्मकता को खुद पर हावी नहीं होने दिया, उनका जीवन के प्रति हमेशा सकारात्म नज़रिया ही रहा जिससे उन्हें सफलता का हर मुकाम हासिल हुआ।

10.) Fail होने का मतलब है first attempt in learning

आप किसी भी चीज को पहली बार में करके यह नहीं सोच सकते कि आप एक ही बार में उसमें मास्टर बन जाओगे फेल होने को एंड की तरह नहीं बल्कि कोशिश करने की तरह दिखना चाहिए। जब आप अपनी असफलता से डरते नहीं हो और चीजों को सीखने और आगे बढ़ने की कोशिश करते हो तो सिर्फ तभी आप सफलता तक पहुंच पाते हो।

11.) सादगी से जीना ओर ऊंचे विचार रखना।

सादगी और सरल व्यवहार के लिए हमेशा अब्दुल कलाम को याद किया जाता है। एक मध्यवर्गीय परिवार में जन्मे कलाम देश के सर्वोच्च पद पर पहुंचने के बावजूद भी जमीन से जुड़े रहे। उनके बारे कहा जाता है कि जब वह अपने पद पर थे तब उन्होंने राष्ट्रपति को मिलने वाली तमाम तरह की सुख-सुविधाओं से खुद को अलग रखा था। वह फिजूल खर्ची के खिलाफ थे।

12.) एक महान लीडर असफलता का श्रेय अपनी टीम पर नहीं डालता बल्कि वह खुद इसकी जिम्मेदारी लेता है।

अगर आप अपनी लाइफ में आगे बढ़ना चाहते हो और अपनी लीडरशिप स्किल को इंप्रूव करना चाहते हो तो याद रखो जो भी परिणाम मिले आप उसकी रिस्पांसिबिलिटी लो एक लीडर जो अपनी हर हार को खुद स्वीकारता है। और अपनी जीत का क्रेडिट अपनी टीम को देता है वही एक अच्छा लीडर होता है।

अब्दुल कलाम के जीवन से हमें क्या प्रेरणा मिलती है?

मिसाइलमैन कलाम ने पृथ्वी, अग्नि जैसी मिसाइलों को विकसित किया, जिसके परिणामस्वरूप हमारा देश सुरक्षा की दृष्टि से आत्मनिर्भर बना। वहीं दूसरी ओर उनकी आत्म कथात्मक पुस्तकें सदियों तक युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत रहेंगी। उन्होने कहा था कि सपने वे नहीं जो हम सोते हुए देखते हैं, सपने वे हैं जो हमें सोने नहीं देते।

डॉ० कलाम के व्यक्तिगत जीवन से आपको क्या सीख मिलती है?

उनका जन्म एक साधारण मछुआरे के परिवार में हुआ था, पेपर बेंच कर पढ़ाई की, मेहनत करने से कभी नहीं डरे, ईमानदारी से कभी नहीं हटे, उनका घर समुद्र के करीब था और उनकी इच्छाएं आकाश से आगे थीं। वह अपने पूरे जीवन काल में खुद में समुद्र की गहराई समेटे रहे और आकाश से आगे के रहस्य जानने की अपनी इच्छा को भी पूरा किया।

एपीजे अब्दुल कलाम सीखने के लिए क्या करें?

वे भारत के पूर्व राष्ट्रपति, जानेमाने वैज्ञानिक और अभियंता (इंजीनियर) के रूप में विख्यात थे। उन्होंने सिखाया जीवन में चाहें जैसे भी परिस्थिति क्यों न हो पर जब आप अपने सपने को पूरा करने की ठान लेते हैं तो उन्हें पूरा करके ही रहते हैं। अब्दुल कलाम मसऊदी के विचार आज भी युवा पीढ़ी को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं।

अब्दुल कलाम मूल्य एवं आदर्श भावी पीढ़ी को क्या संदेश देना चाहते है?

अब्दुल कलाम चाहते थे कि नयी पीढ़ी उनके संदेश ग्रहण करे और उसे दूसरे बच्चों तक फैलाए। युवा पीढ़ी को देश की पूँजी, भविष्य और कर्णधार मानते हुए वे उम्मीद किया करते थे कि युवा एक विकसित देश में रहने का सपना देखते रहें, उसका विचार करते रहें और उसे कार्यरूप करने में जुट जाएं।