आतंकवाद विरोधी दिवस कब मनाया जाता है - aatankavaad virodhee divas kab manaaya jaata hai

आतंकवाद विरोधी दिवस : सरकारी अधिकारी-कर्मचारियों को दिलाई गई आतंकवाद के खिलाफ शपथ

Jitendra Yadav |

Lipi | Updated: May 20, 2022, 6:24 PM

राजधानी भोपाल में आतंकवाद विरोधी दिवस मनाया गया। वैसे तो 21 मई को आतंकवाद विरोधी दिवस मनाया (employees were administered oath against terrorism) जाता है। लेकिन शनिवार का अवकाश होने के कारण शुक्रवार को ही आतंकवाद विरोधी दिवस मनाया गया। इस दौरान सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को आतंकवाद और हिंसा के खिलाफ शपथ दिलाई गई।

आतंकवाद विरोधी दिवस कब मनाया जाता है - aatankavaad virodhee divas kab manaaya jaata hai

भोपाल : सरकारी कार्यालयों में शुक्रवार को आतंकवाद विरोधी दिवस (Anti Terrorism Day) मनाया गया है, इस दौरान सभी शासकीय कर्मचारी व अधिकारियों को आतंकवाद के खिलाफ शपथ दिलाई गई है। वैसे तो आतंकवाद विरोधी दिवस 21 मई को मनाया जाता है लेकिन शनिवार का अवकाश होने के कारण कार्यालयों में शुक्रवार को ही आतंकवाद विरोधी दिवस मनाया गया।शासकीय कार्यालयों में आतंकवाद, हिंसा और विघटनकारी विरोधी शक्तियों से लड़ने की शपथ अधिकारियों व कर्मचारियों को दिलाई गई है। बता दें कि प्रत्येक वर्ष 21 मई को आतंकवाद विरोधी दिवस मनाया जाता है। इस बार अवकाश के चलते शुक्रवार को ही आतंकवाद विरोधी दिवस मना गया है। शासकीय कर्मचारियों को शपथ दिलाई गई है।
आतंकवाद विरोधी दिवस कब मनाया जाता है - aatankavaad virodhee divas kab manaaya jaata hai
शाह ने सुरक्षा बलों को जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियान सक्रिय रूप से चलाने का निर्देश दिया

सामान्य प्रशासन विभाग ने निर्देश दिए थे, कि इस वर्ष आतंकवाद विरोधी दिवस एक दिन पूर्व अवकाश के कारण मनाया जाए और शपथ ली जाए। सभी शासकीय कार्यालय में इस बार कर्मचारियों ने आतंकवाद के खिलाफ शपथ ली।
आतंकवाद विरोधी दिवस कब मनाया जाता है - aatankavaad virodhee divas kab manaaya jaata hai
क्षेत्रीय सुरक्षा चुनौतियों पर भारत सहित एससीओ के अन्य सदस्य देशों ने चर्चा की


यह ली शपथ

"हम भारतवासी अपने देश की अहिंसा एवम सहनशीलता की परंपरा में दृढ़ विश्वास रखते हैं और निष्ठापूर्वक शपथ लेते हैं कि हम सभी प्रकार के आतंकवाद और हिंसा का डटकर सामना करेंगे। हम मानव जाति के सभी वर्गों के बीच शांति, सामाजिक सद्भाव तथा सूझबूझ कायम करने और मानव जीवन मूल्यों को खतरा पहुंचाने और विघटनकारी शक्तियों से लड़ने की भी शपथ लेते है।"

आसपास के शहरों की खबरें

Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप

लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें

HomeDAYBLOGराष्ट्रीय आतंक विरोधी दिवस कब मनाया जाता है | National Anti Terrorism Day 2022 Theme

National Anti Terrorism Day 2022: सरकार, पुलिस और सुरक्षाबलों के दृढ़ संकल्प और उठाये गए उचित कदमों से पिछले कुछ वर्षों में आतंकवादी गतिविधियों में कमी देखने को मिली है| आतंकवाद, अपने व्यापक अर्थों में, एक वैचारिक उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए हिंसा और भय का उपयोग करना है| आतंकवाद के कारण होने वाली मानव पीड़ा और जीवन पर इसके दुष्प्रभाव के बारे में शिक्षित करने के लिए वर्ष में एक दिन 'राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी दिवस' (National Anti Terrorism Day) मनाया जाता है| आइये जानते हैं राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी दिवस (National Anti Terrorism Day 2022) कब मनाया जाता है और क्या है इसका इतिहास और महत्त्व:

आतंकवाद विरोधी दिवस कब मनाया जाता है - aatankavaad virodhee divas kab manaaya jaata hai

राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी दिवस कब मनाया जाता है (National Anti Terrorism Day 2022) 

भारत में राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी दिवस (National Anti Terrorism Day), हर साल, 21 मई, को मनाया जाता है| इसका उद्देश्य युवाओं को आतंकवाद के दुष्प्रभावों के बारे में शिक्षित करना है| यह दिवस आतंकवाद की असामाजिक गतिविधियों के बारे में भी लोगों को जागरूक करता है| 

आतंकवाद विरोधी दिवस कब मनाया जाता है - aatankavaad virodhee divas kab manaaya jaata hai

दरअसल '21 मई' की तारीख पूर्व-प्रधानमंत्री 'राजीव गांधी' की पुण्यतिथि है, जिसे 'आतंकवाद विरोधी दिवस' (National Anti Terrorism Day) के रूप में मनाया जाता है| 1984 में अपनी मां इंदिरा गांधी की हत्या के बाद राजीव गांधी देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री बने थे| उन्होंने 1984 से 1989 तक भारत के प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया| मई 1991 में तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में उनकी हत्या कर दी गई थी| बाद में राजीव गाँधी की पुण्यतिथि को 'आतंकवाद विरोधी दिवस' (National Anti Terrorism Day) के तौर पर मनाये जाने की आधिकारिक घोषणा की गई| यह दिन शांति और मानवता के संदेश को फैलाने और लोगों के बीच एकता को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है| 

21 मई को आतंकवाद विरोधी दिवस कब से मनाते हैं

राजीव गाँधी वर्ष 1991 में दक्षिणी राज्यों में चुनाव प्रचार कर रहे थे| 21 मई को विशाखापत्तनम में सफलतापूर्वक चुनाव प्रचार करने के बाद, उनका अगला पड़ाव तमिलनाडु में श्रीपेरंबदूर था| श्रीपेरंबदूर में एक अभियान रैली में पहुंचने पर, वह अपनी कार से बाहर निकले और अपने भाषण स्थल की ओर जाने लगे| रास्ते में उनका कई शुभचिंतकों, कांग्रेस कार्यकर्ताओं और स्कूली बच्चों ने स्वागत किया| वहाँ पर उग्रवादी समूह लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम की एक आत्मघाती महिला सदस्य भी मौजूद थी| उसने कपड़ों के नीचे विस्फोटक रखा था| वह प्रधानमंत्री के पास भागी और पैर छूने के लिए झुकी| तभी वहाँ एक ब्लास्ट हुआ और अचानक हुए बम विस्फोट में प्रधानमंत्री राजीव गाँधी के साथ कई और लोग मारे गए|  सातवें प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के बाद, वीपी सिंह सरकार ने 21 मई को आतंकवाद विरोधी दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया| इसके बाद से ही देश में प्रत्येक 21 मई को 'आतंकवाद विरोधी दिवस' मनाया जाने लगा| 

आतंकवाद विरोधी दिवस कब मनाया जाता है - aatankavaad virodhee divas kab manaaya jaata hai

आतंकवाद विरोधी दिवस मनाने का उद्देश्य 

21 मई को 'आतंकवाद विरोधी दिवस' मनाने का उद्देश्य चरमपंथी समूहों और आतंकवाद से लड़ने की योजनाओं के बारे में जागरूकता बढ़ाना और आम लोगों की पीड़ाओं को उजागर करके, युवाओं को आतंकवाद और हिंसा के पथ से दूर करना है| यह दिन आतंकवाद विरोधी लोगों के बीच एकता के बीज बोने और लोगों के बीच एकता को बढ़ावा देने के लिए है|

आतंकवाद विरोधी दिवस का उद्देश्य युवाओं को विभिन्न आतंकवादी समूहों में शामिल होने से रोकना है| इसके अलावा, इस दिन का उद्देश्य आतंकवाद, देश में हिंसा, और लोगों, समाज और देश पर हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है| शांति और मानवता का संदेश फैलाने के लिए इस दिन का उपयोग किया जाता है| 

आतंकवाद विरोधी दिवस कैसे मनाया जाता है

आतंकवाद और हिंसा के खतरों के बारे में स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में बहस या चर्चा आयोजित करके उपर्युक्त उद्देश्यों को प्राप्त किया जा सकता है| इस दिन कई स्कूलों, कॉलेजों, सरकारी और निजी कार्यालयों में लोग सिर झुकाकर दिवंगत प्रधानमंत्री राजीव गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और दो मिनट का मौन रखते हैं|

केंद्र सरकार और राज्य सरकारें लोगों को आतंकवाद के परिणामों के बारे में आश्वस्त करने के लिए रैलियों और परेड का भी आयोजन करती हैं| 

राष्ट्रीय आतंक विरोधी दिवस 2022 | National Anti Terrorism Day 2022 

भारत में हर साल 21 मई को राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी दिवस के रूप में मनाया जाता है| उपर्युक्त उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए अतीत में विभिन्न आतंकवाद-विरोधी कार्यक्रमों और अभियानों का आयोजन किया गया| इस साल गृह मंत्रालय की तरफ से सभी दफ्तरों में आतंकविरोधी दिवस पर शपथ लेने के लिए कहा गया है| 

राष्ट्रीय आतंक विरोधी दिवस 2022 शपथ | National Anti Terrorism Day 2022 Pledge

हम भारतवासी अपने देश की अहिंसा एवं सहनशीलता की परम्परा में दृढ़ विश्वास रखते हैं तथा निष्ठापूर्वक शपथ लेते हैं कि हम सभी प्रकार के आतंकवाद और हिंसा का डटकर विरोध करेंगे| हम मानव जाति के सभी वर्गों के बीच शांति, समाजिक सद्भाव तथा सूझबूझ कायम करने और मानव जीवन मूल्यों को खतरा पहुंचाने वाली और विघटनकारी शक्तियों से लड़ने को भी शपथ लेते हैं| 

आतंकवाद विरोधी दिवस 2022 कब मनाया गया?

Anti-Terrorism Day 2022: भारत में हर साल 21 मई को आतंकवाद विरोधी दिवस (Anti-Terrorism Day) मनाया जाता है. इसे राष्ट्रीय सद्भाव को बढ़ावा देने, आतंकवाद को कम करने और सभी जातियों, पंथों आदि के लोगों के बीच एकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मनाया जाता है.

राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी दिवस कब है?

21 मई 1991 को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या कर दी गई थी. उनकी हत्या के बाद ही 21 मई को आतंकवाद विरोधी दिवस के तौर पर मनाने का फैसला किया गया था. इस दिन को भारत का बच्चा- बच्चा नहीं भूल सकता. Anti Terrorism Day 2022: भारत में 21 मई को प्रतिवर्ष आतंकवाद विरोधी दिवस के रूप में मनाया जाता है.

21 मई कौन सा दिन मनाया?

राजीव गांधी बलिदान दिवस को आतंकवाद वि‍‍रोधी दि‍वस के रूप में भी मनाया जाता है। तभी से स्वर्गीय राजीव गांधी के सम्मान में और उनको श्रद्धांजलि देने के लिए 21 मई का दिन आतंकवाद विरोधी दिवस के तौर पर मनाया जाता है।

आतंकवाद विरोधी क्या है?

आतंकवाद विरोधी संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (UNOCT) आतंकवाद और हिंसक उग्रवाद को रोकने एवं उसका मुकाबला करने के लिये संयुक्त राष्ट्र के दृष्टिकोण का नेतृत्व तथा समन्वय करता है।