आतंकवाद विरोधी दिवस : सरकारी अधिकारी-कर्मचारियों को दिलाई गई आतंकवाद के खिलाफ शपथJitendra Yadav | Show
Lipi | Updated: May 20, 2022, 6:24 PM राजधानी भोपाल में आतंकवाद विरोधी दिवस मनाया गया। वैसे तो 21 मई को आतंकवाद विरोधी दिवस मनाया (employees were administered oath against terrorism) जाता है। लेकिन शनिवार का अवकाश होने के कारण शुक्रवार को ही आतंकवाद विरोधी दिवस मनाया गया। इस दौरान सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को आतंकवाद और हिंसा के खिलाफ शपथ दिलाई गई।
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दिवस कब मनाया जाता है (National Anti Terrorism Day 2022)भारत में राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी दिवस (National Anti Terrorism Day), हर साल, 21 मई, को मनाया जाता है| इसका उद्देश्य युवाओं को आतंकवाद के दुष्प्रभावों के बारे में शिक्षित करना है| यह दिवस आतंकवाद की असामाजिक गतिविधियों के बारे में भी लोगों को जागरूक करता है| दरअसल '21 मई' की तारीख पूर्व-प्रधानमंत्री 'राजीव गांधी' की पुण्यतिथि है, जिसे 'आतंकवाद विरोधी दिवस' (National Anti Terrorism Day) के रूप में मनाया जाता है| 1984 में अपनी मां इंदिरा गांधी की हत्या के बाद राजीव गांधी देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री बने थे| उन्होंने 1984 से 1989 तक भारत के प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया| मई 1991 में तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में उनकी हत्या कर दी गई थी| बाद में राजीव गाँधी की पुण्यतिथि को 'आतंकवाद विरोधी दिवस' (National Anti Terrorism Day) के तौर पर मनाये जाने की आधिकारिक घोषणा की गई| यह दिन शांति और मानवता के संदेश को फैलाने और लोगों के बीच एकता को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है| 21 मई को आतंकवाद विरोधी दिवस कब से मनाते हैंराजीव गाँधी वर्ष 1991 में दक्षिणी राज्यों में चुनाव प्रचार कर रहे थे| 21 मई को विशाखापत्तनम में सफलतापूर्वक चुनाव प्रचार करने के बाद, उनका अगला पड़ाव तमिलनाडु में श्रीपेरंबदूर था| श्रीपेरंबदूर में एक अभियान रैली में पहुंचने पर, वह अपनी कार से बाहर निकले और अपने भाषण स्थल की ओर जाने लगे| रास्ते में उनका कई शुभचिंतकों, कांग्रेस कार्यकर्ताओं और स्कूली बच्चों ने स्वागत किया| वहाँ पर उग्रवादी समूह लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम की एक आत्मघाती महिला सदस्य भी मौजूद थी| उसने कपड़ों के नीचे विस्फोटक रखा था| वह प्रधानमंत्री के पास भागी और पैर छूने के लिए झुकी| तभी वहाँ एक ब्लास्ट हुआ और अचानक हुए बम विस्फोट में प्रधानमंत्री राजीव गाँधी के साथ कई और लोग मारे गए| सातवें प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के बाद, वीपी सिंह सरकार ने 21 मई को आतंकवाद विरोधी दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया| इसके बाद से ही देश में प्रत्येक 21 मई को 'आतंकवाद विरोधी दिवस' मनाया जाने लगा| आतंकवाद विरोधी दिवस मनाने का उद्देश्य21 मई को 'आतंकवाद विरोधी दिवस' मनाने का उद्देश्य चरमपंथी समूहों और आतंकवाद से लड़ने की योजनाओं के बारे में जागरूकता बढ़ाना और आम लोगों की पीड़ाओं को उजागर करके, युवाओं को आतंकवाद और हिंसा के पथ से दूर करना है| यह दिन आतंकवाद विरोधी लोगों के बीच एकता के बीज बोने और लोगों के बीच एकता को बढ़ावा देने के लिए है| आतंकवाद विरोधी दिवस का उद्देश्य युवाओं को विभिन्न आतंकवादी समूहों में शामिल होने से रोकना है| इसके अलावा, इस दिन का उद्देश्य आतंकवाद, देश में हिंसा, और लोगों, समाज और देश पर हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है| शांति और मानवता का संदेश फैलाने के लिए इस दिन का उपयोग किया जाता है| आतंकवाद विरोधी दिवस कैसे मनाया जाता हैआतंकवाद और हिंसा के खतरों के बारे में स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में बहस या चर्चा आयोजित करके उपर्युक्त उद्देश्यों को प्राप्त किया जा सकता है| इस दिन कई स्कूलों, कॉलेजों, सरकारी और निजी कार्यालयों में लोग सिर झुकाकर दिवंगत प्रधानमंत्री राजीव गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और दो मिनट का मौन रखते हैं| केंद्र सरकार और राज्य सरकारें लोगों को आतंकवाद के परिणामों के बारे में आश्वस्त करने के लिए रैलियों और परेड का भी आयोजन करती हैं| राष्ट्रीय आतंक विरोधी दिवस 2022 | National Anti Terrorism Day 2022भारत में हर साल 21 मई को राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी दिवस के रूप में मनाया जाता है| उपर्युक्त उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए अतीत में विभिन्न आतंकवाद-विरोधी कार्यक्रमों और अभियानों का आयोजन किया गया| इस साल गृह मंत्रालय की तरफ से सभी दफ्तरों में आतंकविरोधी दिवस पर शपथ लेने के लिए कहा गया है| राष्ट्रीय आतंक विरोधी दिवस 2022 शपथ | National Anti Terrorism Day 2022 Pledgeहम भारतवासी अपने देश की अहिंसा एवं सहनशीलता की परम्परा में दृढ़ विश्वास रखते हैं तथा निष्ठापूर्वक शपथ लेते हैं कि हम सभी प्रकार के आतंकवाद और हिंसा का डटकर विरोध करेंगे| हम मानव जाति के सभी वर्गों के बीच शांति, समाजिक सद्भाव तथा सूझबूझ कायम करने और मानव जीवन मूल्यों को खतरा पहुंचाने वाली और विघटनकारी शक्तियों से लड़ने को भी शपथ लेते हैं| आतंकवाद विरोधी दिवस 2022 कब मनाया गया?Anti-Terrorism Day 2022: भारत में हर साल 21 मई को आतंकवाद विरोधी दिवस (Anti-Terrorism Day) मनाया जाता है. इसे राष्ट्रीय सद्भाव को बढ़ावा देने, आतंकवाद को कम करने और सभी जातियों, पंथों आदि के लोगों के बीच एकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मनाया जाता है.
राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी दिवस कब है?21 मई 1991 को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या कर दी गई थी. उनकी हत्या के बाद ही 21 मई को आतंकवाद विरोधी दिवस के तौर पर मनाने का फैसला किया गया था. इस दिन को भारत का बच्चा- बच्चा नहीं भूल सकता. Anti Terrorism Day 2022: भारत में 21 मई को प्रतिवर्ष आतंकवाद विरोधी दिवस के रूप में मनाया जाता है.
21 मई कौन सा दिन मनाया?राजीव गांधी बलिदान दिवस को आतंकवाद विरोधी दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। तभी से स्वर्गीय राजीव गांधी के सम्मान में और उनको श्रद्धांजलि देने के लिए 21 मई का दिन आतंकवाद विरोधी दिवस के तौर पर मनाया जाता है।
आतंकवाद विरोधी क्या है?आतंकवाद विरोधी संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (UNOCT) आतंकवाद और हिंसक उग्रवाद को रोकने एवं उसका मुकाबला करने के लिये संयुक्त राष्ट्र के दृष्टिकोण का नेतृत्व तथा समन्वय करता है।
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