Show
भारत में संविधान (Constitution of India) लागू तो 26 जनवरी 1950 को हुआ था, लेकिन उसे 26 नवंबर 1949 को अपनाया गया था. (तस्वीर: Wikimedia Commons)Constitution Day : भारतीय संविधान के लिए 26 नवंबर का दिन बहुत महत्वपूर्ण है. इस दिन 1949 में इस पर संविधान सभा के चेयरमैन ने हस्ताक्षर करके इसे स्वीकार किया था. आज ही के दिन ये तय हो गया कि देश में पहली बार एक संविधान लागू होगा और देश पूरी तरह गणतंत्र में बदल जाएगा. लेकिन इसे लागू करने की बजाए दो महीने तक इसका अध्ययन किया गया.अधिक पढ़ें ...
26 नवंबर का दिन भारत (India) के लोकतांत्रिक इतिहास में बहुत विशेष दिन माना जाता है. इस दिन भारतीय लोकतंत्र की नींव पड़ी थी. यही वह दिन था जब भारत की आजादी के बाद बनी संविधान सभा ने 1949 को संविधान अपनाया था. इसे हर साल भारत में संविधान दिवस (Constitution Day of India) या संवत् दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस दिन का राष्ट्रीय कानून दिवस (National Law Day) के रूप में भी मनाया जाता है. लेकिन यह संविधान लागू 26 जनवरी 1950 को मनाया जाता है. ये दो दिन अलग अलग क्यों हैं इसकी भी एक कहानी है. दो महीने का अंतर
क्यों 1946 से हुई थी शुरुआत कैसे बनी थी संविधान सभा 26 नवंबर को ही भारत में संविधान (Constitution of India) का अंतिम प्रारूप स्वीकार किया गया था. (तस्वीर: Wikimedia Commons)पहली बैठक के बाद ही बंटवारा Jawaharlal Nehru: कैसे महात्मा गांधी से प्रभाव से बदले जवाहरलाल नेहरू कुल 13 समितियां बनी थीं बंटवारे के बाद मूल संविधान सभा (Constitution Assembly) के कुल 389 सदस्यों में से भारत में 299 ही रह गए थे. (तस्वीर: Wikimedia Commons)प्रारूप को अंतिम रूप Lala Lajpat Rai Death: जब लाठीचार्ज से हुई मौत से हिल गया था देश बताया जाता है कि इन दो महीनों के दौरान नए संविधान का अध्ययन किया गया और इसे अंग्रेज़ी से हिंदी में अनुवाद किया गया था. संविधान को पूरी तरह अपनाए जाने से पहले संविधान सभा ने 166 बार सभा की थी. और यह भी तय किया था कि चूंकि 1930 के कांग्रेस अधिवेशन में 26 जनवरी को ही पूर्ण स्वराज की मांग करने का फैसला किया गया था, इसलिए 26 जनवरी 1950 को ही संविधान लागू करना ऐतिहासिक रूप से ज्यादा प्रासंगिक होगा. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी| Tags: Constitution of India, History, India, Research FIRST PUBLISHED : November 26, 2021, 08:23 IST 26 नवंबर 1949 को कितने अनुच्छेद को लागू किया गया?व्याख्या : 26 नवंबर 1949 को लागू हुए अनुच्छेदों में अनुच्छेद 5, 6, 8, 9, 60, 324, 366, 372, 388, 391, 392 और 393 शामिल हैं। अनुच्छेद 388 अनंतिम में आकस्मिक रिक्तियों को भरने से संबंधित है। संसद और प्रांतीय राज्य विधानमंडल। इस संविधान के शेष प्रावधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुए, जिस दिन संविधान लागू हुआ था।
26 नवंबर 1949 को क्या हुआ था?ऐसे में जब 26 नवंबर, 1949 को भारत ने अपना संविधान तैयार कर भी लिया तो फिर दो महीने का इंतजार और किया गया. और फिर पूर्ण स्वराज की 22वीं वर्षगांठ पर संविधान को लागू करके पूर्ण स्वराज दिवस को गणतंत्र दिवस के रूप में घोषित कर दिया गया.
२६ नवंबर १९४९ को भारत ने इनमें से क्या अपनाया था?26 नवंबर का दिन भारत (India) के लोकतांत्रिक इतिहास में बहुत विशेष दिन माना जाता है. इस दिन भारतीय लोकतंत्र की नींव पड़ी थी. यही वह दिन था जब भारत की आजादी के बाद बनी संविधान सभा ने 1949 को संविधान अपनाया था. इसे हर साल भारत में संविधान दिवस (Constitution Day of India) या संवत् दिवस के रूप में मनाया जाता है.
26 नवंबर के दिन क्या हुआ था?26 नवंबर ही के दिन 1949 में भारत की संविधान सभा ने अपने संविधान को अपनाया था. हालांकि इसे 26 जनवरी, 1950 को लागू किया गया था. भारत के नागरिकों में संविधान के प्रति जागरूक करने और संवैधानिक मूल्यों को याद दिलाने के लिए हर साल 26 नवंबर को Constitution Day मनाया जाता है.
|