26 जनवरी को झंडा कहाँ फहराया जाता है? - 26 janavaree ko jhanda kahaan phaharaaya jaata hai?

26 जनवरी को झंडा कहाँ फहराया जाता है? - 26 janavaree ko jhanda kahaan phaharaaya jaata hai?

By: Shweta Mishra | Updated Date: Tue, 25 Jan 2022 16:30:28 (IST)

Republic Day 2022 : हर साल 26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर पूरे देश में जगह-जगह राष्ट्रीय झंडे फहराए जाते हैं। हालांकि गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस पर झंडा फहराने का तरीका अलग होता है। आइए यहां पढ़ें 3 बड़े फर्क के बारे में...

कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। Republic Day 2022 : भारत इस साल अपना 73वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। इस दिन भारत परेड, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और राष्ट्रीय ध्वज फहराने के साथ एक विशाल उत्सव का गवाह बनता है। हमारा राष्ट्रीय ध्वज हमारी शान और गौरव का प्रतीक है। इसलिए 15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस और 26 जनवरी यानी कि गणतंत्र दिवस दोनों ही अवसरों को राष्ट्रीय ध्वज को विशेष रूप से शामिल किया जाता है। हालांकि दोनों अवसरों पर इसके लिए अलग-अलग नियम हैं। 15 अगस्त को ध्वजारोहण होता है और 26 जनवरी को इसे फहराया जाता है।
गणतंत्र दिवस पर झंडा कैसे फहराते हैं?
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय झंडे को नीचे से रस्सी खींचकर पहले ऊपर लाया जाता है फिर उसे खोलकर फहराया जाता है। इसे ध्वजारोहण कहा जाता है। वहीं गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय झंडा ऊपर ही बंधा रहता है और उसे खोलकर फहराया जाता है।
गणतंत्र दिवस का झंडा कौन फहराता है?
गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति देश के पहले नागरिक होने के कारण झंडा फहराते हैं, जबकि स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री केंद्र सरकार के मुखिया के रूप में ध्वजारोहण करते हैं।
गणतंत्र दिवस का झंडा कहां फहराया जाता है?
गणतंत्र दिवस पर नई दिल्ली में राजपथ पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है। इसके बाद परेड, राज्यों की झांकी, राष्ट्र के लिए राष्ट्रपति का संबोधन आदि होता है। वहीं स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रीय राजधानी में लाल किले पर ध्वजारोहण किया जाता है।

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क्या आप जानते हैं कि गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) और स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) पर झंडा फहराने में क्या अंतर है? तो चलिए हम बताते हैं इन दोनों दिवसों के बीच के अंतर के बारे में 7 खास बातें...


पहला अंतर : 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर झंडे को नीचे से रस्सी द्वारा खींचकर ऊपर ले जाया जाता है, फिर खोलकर फहराया जाता है, जिसे ध्वजारोहण कहा जाता है, क्योंकि यह 15 अगस्त 1947 की ऐतिहासिक घटना को सम्मान देने हेतु किया जाता है, उस समय प्रधानमंत्री जी ने ऐसा किया था। संविधान में इसे अंग्रेजी में Flag Hoisting (ध्वजारोहण) कहा जाता है।

जबकि 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के अवसर पर झंडा ऊपर ही बंधा रहता है, जिसे खोलकर फहराया जाता है, संविधान में इसे Flag Unfurling (झंडा फहराना) कहा जाता है।

दूसरा अंतर : 15 अगस्त के दिन प्रधानमंत्री जो कि केंद्र सरकार के प्रमुख होते हैं, वे ध्वजारोहण करते हैं क्योंकि स्वतंत्रता के दिन भारत का संविधान लागू नहीं हुआ था और राष्ट्रपति जो कि राष्ट्र के संवैधानिक प्रमुख होते हैं, उन्होंने पदभार ग्रहण नहीं किया था। इस दिन शाम को राष्ट्रपति अपना संदेश राष्ट्र के नाम देते हैं। जबकि 26 जनवरी जो कि देश में संविधान लागू होने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है, इस दिन संवैधानिक प्रमुख राष्ट्रपति झंडा फहराते हैं।

तीसरा अंतर : स्वतंत्रता दिवस के दिन लालकिले से ध्वजारोहण किया जाता है। जबकि गणतंत्र दिवस के दिन राजपथ पर झंडा फहराया जाता है।

चौथा अंतर : पूरे भारत में गणतंत्र दिवस ज्यादा धूमधाम से मनाया जाता है। जबकि गणतंत्र दिवस के मुकाबले स्वतंत्रता दिवस पर ऐसा कुछ नहीं होता।

पांचवां अंतर : गणतंत्र दिवस पर देश अपनी सैन्य ताकत और सांस्कृतिक विलक्षणता को दिखाता है।

जबकि स्वतंत्रता दिवस के दिन ऐसा कुछ नहीं होता।

छठा अंतर : 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस के दिन समारोह में मुख्य अतिथि आते हैं। जबकि स्वतंत्रता दिवस पर ऐसा नहीं होता है।

सातवां अंतर : 26 जनवरी और 15 अगस्त दोनों ही राष्ट्रीय पर्व हैं। 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस कहा जाता है और 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस कहा जाता है।

नई दिल्लीPublished: Aug 14, 2022 02:04:34 pm

Independence Day 2022 : 15 अगस्त और 26 जनवरी दोनों राष्ट्रीय पर्व के मौके पर झंडा फहराया जाता है। स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस को लेकर कई लोगों में काफी कंफ्यूजन रहता है। दोनों पर्व में झंडा फहराने के नियम भी अलग-अलग हैं। स्वतंत्रता दिवस पर झंडे को नीचे से रस्सी द्वारा खींच कर ऊपर ले जाया जाता है।

26 जनवरी को झंडा कहाँ फहराया जाता है? - 26 janavaree ko jhanda kahaan phaharaaya jaata hai?

Independence Day 2022

Independence Day 2022 : आजादी के 75वीं वर्षगांठ पर आजादी के अमृत महोत्सव के तहत पूरे देश में हर घर तिरंगा अभियान चलाया जा रहा है। गणतंत्र दिवस के मौके को ऐतिहासिक बनाने के लिए भारत में जगह-जगह सरकारी कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। वहीं, गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को मनाया जाता है। इस दिन भी तिरंगा फहराया जाता है। हालांकि तिरंगा फहराने का यह रिवाज पहले से ही चला आ रहा है। 15 अगस्त को होने वाले स्वतंत्रता दिवस और 26 जनवरी को होने वाले गणतंत्र दिवस को लेकर कई लोगों में काफी कंफ्यूजन रहता है। दोनों के झंड़ा फहराने के नियम अलग अलग होते है।

26 जनवरी पर झंडा कहाँ फहराया जाता है?

26 जनवरी को देश में संविधान लागू होने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है. इस दिन संवैधानिक प्रमुख राष्ट्रपति झंडा फहराते हैं. स्वतंत्रता दिवस के दिन लाल किले से ध्वजारोहण किया जाता है. वहीं, गणतंत्र दिवस के दिन राजपथ पर झंडा फहराया जाता है.

15 अगस्त और 26 जनवरी को झंडा कैसे फहराया जाता है?

15 अगस्त को प्रधानमंत्री ध्वजारोहण करते हैं. और शाम को राष्ट्रपति राष्ट्र के नाम संदेश देते हैं. 26 जनवरी यानि गणतंत्र दिवस पर देश का संवैधानिक प्रमुख यानि राष्ट्रपति राजपथ पर झंडा फहराता है. क्योंकि 26 जनवरी 1950 को हमारे देश का संविधान लागू हुआ था.

26 जनवरी को झंडा फहराने को क्या कहते हैं?

इसे ध्वजारोहण कहा जाता है। स्वतंत्रता दिवस में ध्वजारोहण को अंग्रेजी में फ्लैग होस्टिंग (Flag Hoisting) कहते हैं। बात करें 26 जनवरी की, तो इस दिन हमारा तिरंगा पहले से ही पोल के शीर्ष पर बंधा रहता है। फिर डोर के सहारे इसे फहराया जाता है।

कितने बजे झंडा फहराया जाता है?

पहले तिरंगे को केवल सूर्योदय से सूर्यास्त तक फहराने की अनुमति थी. अब हर घर तिरंगा अभियान के तहत सरकार ने 20 जुलाई 2022 को कानून में संशोधन करते हुए इस बार तिरंगे को किसी भी वक्त फहराने की अनुमति दी है. अब इसे दिन रात 24 घंटे फहराया जा सकता है.