कुर्ते के लिए दो मीटर कपड़ा चाहिए।चाय में पचास ग्राम चीनी डालना।सैकड़ों लोग मारे गए।एक किलो आम से ज्यादा मत लाना Show
Solution : दिये गये विकल्पों में से सैकड़ों लोग मारे गये. वाक्य में निश्चित संख्यावाचक विशेषण नहीं है। शेष सभी वाक्यों में निश्चित संख्यावाचक विशेषण है। हिंदी व्याकरण में समास, संधि, मुहावरे, उपवाक्य, पर्यायवाची शब्द, वर्ण विच्छेद, विलोम शब्द,अनेकार्थी शब्द आदि हम पढ़ते हैं उनमें से एक टॉपिक है विशेषण इसके बारे में भी छोटी कक्षाओं से बड़ी कक्षाओं तक पूछा जाता है। विशेषण इन हिंदी से संबंधित प्रश्न SSC, NTPC, SSC CGL, UPSC, TET, SSC stenographer आदि जैसी और भी कई प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते हैं। इसलिए यह महत्वपूर्ण ब्लॉग हम आपके लिए लेकर आए है तो आइए जानते हैं visheshan, विशेषण शब्द लिस्ट के बारे में। Visheshan in Hindi Worksheet Exercise with Answers PDFDownload This Blog Includes:
विशेषण Quizखेल-खेल में सीखें विशेषण Start Quiz Question Prashant Singh कहते हैं: अगस्त 4, 2021 को 11:24 पूर्वाह्न पर लेख बहुत अच्छा है। इसको समझने में आसानी हुई प्रतिक्रिया
पिंगबैक: Avyay in Hindi: अव्यय किसे कहते हैं हिंदी में, अव्यय के भेद - Leverage Edu
View Comments (3) चार दिन, कुछ व्यक्ति, एक लीटर दूध आदि शब्दों के प्रयोग पर ध्यान दो तो पता चलेगा कि इसमें चार, कुछ और एक लीटर शब्द से संख्या या परिमाण का आभास होता है, क्योंकि ये संख्यावाचक विशेषण हैं। इसमें भी चार दिन से निश्चित संख्या का बोध होता है, इसलिए इसको निश्चित संख्यावाचक विशेषण कहते हैं और कुछ व्यक्ति से अनिश्चित संख्या का बोध होने से इसे अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण कहते हैं। इसी प्रकार एक लीटर दूध से परिमाण का बोध होता है इसलिए इसे परिमाणवाचक विशेषण कहते हैं। अब तुम नीचे लिखे वाक्यों को पढ़ो और उनके सामने विशेषण के भेदों को लिखो- संज्ञा अथवा सर्वनाम शब्दों की विशेषता (गुण, दोष, संख्या, परिमाण आदि) बताने वाले शब्द विशेषण कहलाते हैं। जैसे – बड़ा, काला, लंबा, दयालु, भारी, सुन्दर, कायर, टेढ़ा-मेढ़ा, एक, दो आदि। महत्वपूर्ण बिन्दु
विशेष्यजिस संज्ञा अथवा सर्वनाम शब्द की विशेषता बताई जाए वह विशेष्य कहलाता है। जैसे –
विशेषण शब्द विशेष्य से पूर्व भी आते हैं और उसके बाद भी।पूर्व में- जैसे-
बाद में- जैसे-
विशेषण के प्रकार-विशेषण के 4 प्रकार हैं-
1. गुणवाचक विशेषणजिस शब्द से संज्ञा या सर्वनाम के गुण, रूप, रंग आदि का बोध होता है, उसे गुण वाचक विशेषण कहते हैं। जैसे-
उपर्युक्त वाक्यों में सुंदर, स्वच्छ, गंदी और स्वस्थ शब्द गुणवाचक विशेषण हैं। गुण का अर्थ अच्छाई ही नहीं, किन्तु कोई भी विशेषता। अच्छा, बुरा, खरा, खोटा सभी प्रकार के गुण इसके अंतर्गत आते हैं।
2. संख्यावाचक विशेषण –जिस विशेषण से संज्ञा या सर्वनाम की संख्या का बोध होता है, उसे संख्यावाचक विशेषण कहते हैं। जैसे-
उपर्युक्त वाक्यों में चालीस, दोनों, दूसरी और हरेक शब्द संख्यावाचक विशेषण हैं। संख्यावाचक विशेषण के भी दो प्रकार हैं-
निश्चित संख्यावाचक विशेषण के 6 भेद हैं-1. पूर्णांक बोधक विशेषणजैसे- एक, दस, सौ, हजार, लाख आदि।
2. अपूर्णांक बोधक विशेषणजैसे- पौना, सवा, डेढ, ढाई आदि।
3. क्रमवाचक विशेषणजैसे- दूसरा, चौथा, ग्यारहवाँ, पचासवाँ आदि।
4. आवृत्तिवाचक विशेषणजैसे- दुगुना, तिगुना, दसगुना आदि।
5. समूहवाचक विशेषणजैसे- तीनों, पाँचों, आठों आदि।
6. प्रत्येक बोधक विशेषणजैसे- प्रति, प्रत्येक, हरेक, एक-एक आदि।
अनिश्चित संख्यावाचक विशेषणअनिश्चित संख्यावाचक विशेषणों से अधिकतर बहुत्व का बोध होता है। जैसे-
निश्चित संख्यावाचक के अंतर्गत आनेवाले पूर्णांक बोधक विशेषण के पहले- लगभग या करीब, बाद- में ‘एक ‘ या ‘ओं’ प्रत्यय लगाने से अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण हो जाता है। जैसे-
कभी-कभी दो पूर्णांक बोधक साथ में आकर अनिश्चय वाचक बन जाते हैं। जैसे- 1. चालीस-पचास रूपये चाहिए। 2. काम में दो-तीन घंटे लगेंगे। 3. परिमाणवाचक विशेषणजिस विशेषण से किसी वस्तु की नाप-तौल का बोध होता है, उसे परिमाण-बोधक विशेषण कहते हैं। जैसे-
उपर्युक्त वाक्यों में दो मीटर, एक किलो और थोड़ा पानी शब्द परिमाण-बोधक विशेषण हैं। परिमाण-बोधक विशेषण के दो प्रकार हैं-1. निश्चित परिमाण-बोधकःजैसे- दो सेर गेहूँ, पाँच मीटर कपड़ा, एक लीटर दूध आदि। 2. अनिश्चित परिमाण-बोधकःजैसे, थोड़ा पानी और अधिक काम, कुछ परिश्रम आदि।
4. सार्वनामिक विशेषणजब कोई सर्वनाम शब्द संज्ञा शब्द से पहले आए तथा वह विशेषण शब्द की तरह संज्ञा की विशेषता बताये, उसे सार्वनामिक विशेषण कहते हैं। जैसे-
उपर्युक्त वाक्यों में वह और कौन शब्द सार्वनामिक विशेषण हैं। पुरूषवाचक और निजवाचक सर्वनामों को छोड़ बाकी सभी सर्वनाम संज्ञा के साथ प्रयुक्त होकर सार्वनामिक विशेषण बन जाते हैं।जैसे-
व्युत्पत्ति की दृष्टि से सार्वनामिक विशेषण के दो प्रकार हैं-1. मूल सार्वनामिक विशेषण, 2. यौगिक सार्वनामिक विशेषण 1. मूल सार्वनामिक विशेषणः
जैसे-
उपयुक्त वाक्यों में वह,कोई और कुछ शब्द मूल सार्वनामिक विशेषण हैं। 2. यौगिक सार्वनामिक विशेषणः
जैसे-
उपर्युक्त वाक्यों में ऐसा, कितने और इतना शब्द यौगिक सार्वनामिक विशेषण हैं।
संकेतवाचक विशेषण जो सर्वनाम संकेत द्वारा संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बतलाते हैं वे संकेतवाचक विशेषण कहलाते हैं। विशेष – क्योंकि संकेतवाचक विशेषण सर्वनाम शब्दों से बनते हैं, अतः ये सार्वनामिक विशेषण कहलाते हैं। इन्हें निर्देशक भी कहते हैं। परिमाणवाचक और संख्यावाचक विशेषण में अंतर
सर्वनाम और सार्वनामिक विशेषण में अंतरजिस शब्द का प्रयोग संज्ञा शब्द के स्थान पर हो उसे सर्वनाम कहते हैं। जैसे-वह मुंबई गया। इस वाक्य में वह सर्वनाम है। जिस शब्द का प्रयोग संज्ञा से पूर्व अथवा बाद में विशेषण के रूप में किया गया हो उसे सार्वनामिक विशेषण कहते हैं। जैसे-वह रथ आ रहा है। इसमें वह शब्द रथ का विशेषण है। अतः यह सार्वनामिक विशेषण है। विशेषण की अवस्थाएँविशेषण शब्द किसी संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बतलाते हैं। विशेषता बताई जाने वाली वस्तुओं के गुण-दोष कम-ज़्यादा होते हैं। गुण-दोषों के इस कम-ज़्यादा होने को तुलनात्मक ढंग से ही जाना जा सकता है। तुलना की दृष्टि से विशेषणों की निम्नलिखित तीन अवस्थाएँ होती हैं-
मूलावस्था मूलावस्था में विशेषण का तुलनात्मक रूप नहीं होता है। वह केवल सामान्य विशेषता ही प्रकट करता है। जैसे-
उत्तरावस्था जब दो व्यक्तियों या वस्तुओं के गुण-दोषों की तुलना की जाती है तब विशेषण उत्तरावस्था में प्रयुक्त होता है। जैसे-
उत्तमावस्था उत्तमावस्था में दो से अधिक व्यक्तियों एवं वस्तुओं की तुलना करके किसी एक को सबसे अधिक अथवा सबसे कम बताया गया है। जैसे-
विशेष – केवल गुणवाचक एवं अनिश्चित संख्यावाचक तथा निश्चित परिमाणवाचक विशेषणों की ही ये तुलनात्मक अवस्थाएँ होती हैं, अन्य विशेषणों की नहीं। विशेषण की अवस्थाओं के रूपअधिक और सबसे अधिक शब्दों का प्रयोग करके उत्तरावस्था और उत्तमावस्था के रूप बनाए जा सकते हैं। जैसे- मूलावस्थाउत्तरावस्थाउत्तमावस्थाअच्छीअधिक अच्छीसबसे अच्छीचतुरअधिक चतुरसबसे अधिक चतुरबुद्धिमानअधिक बुद्धिमानसबसे अधिक बुद्धिमानबलवानअधिक बलवानसबसे अधिक बलवानइसी प्रकार दूसरे विशेषण शब्दों के रूप भी बनाए जा सकते हैं। विशेषणों की रचनाकुछ शब्द मूलरूप में ही विशेषण होते हैं, किन्तु कुछ विशेषण शब्दों की रचना संज्ञा, सर्वनाम एवं क्रिया शब्दों से की जाती है- संज्ञा से विशेषण बनानाप्रत्ययसंज्ञाविशेषणकअंशआंशिकधर्मधार्मिकअलंकारआलंकारिकनीतिनैतिकअर्थआर्थिकदिनदैनिकइतिहासऐतिहासिकदेवदैविकइतअंकअंकितकुसुमकुसुमितसुरभिसुरभितध्वनिध्वनितक्षुधाक्षुधिततरंगतरंगितइलजटाजटिलपंकपंकिलफेनफेनिलउर्मिउर्मिलइमस्वर्णस्वर्णिमरक्तरक्तिमईरोगरोगीभोगभोगीईनकुलकुलीनईणग्रामग्रामीणईयआत्माआत्मीयजातिजातीयआलुश्रद्धाश्रद्धालुईर्ष्याईर्ष्यालुवीमनसमनस्वीतपसतपस्वीमयसुखसुखमयदुखदुखमयवानरूपरूपवानगुणगुणवानवती(स्त्री)गुणगुणवतीपुत्रपुत्रवतीमानबुद्धिबुद्धिमानश्रीश्रीमानमती (स्त्री)श्रीश्रीमतीबुद्धिबुद्धिमतीरतधर्मधर्मरतकर्मकर्मरतस्थसमीपसमीपस्थदेहदेहस्थनिष्ठधर्मधर्मनिष्ठकर्मकर्मनिष्ठअन्य लेख पढ़ें (हिन्दी व्याकरण):- भाषा ➭ वर्ण ➭ शब्द ➭ पद ➭ वाक्य ➭ संज्ञा ➭ सर्वनाम ➭ विशेषण ➭ क्रिया ➭ क्रिया विशेषण ➭ समुच्चय बोधक ➭ विस्मयादि बोधक ➭ वचन ➭ लिंग ➭ कारक ➭ पुरुष ➭ उपसर्ग ➭ प्रत्यय ➭ संधि ➭ छन्द ➭ समास ➭ अलंकार ➭ रस ➭ श्रंगार रस ➭ विलोम शब्द ➭ पर्यायवाची शब्द ➭ अनेक शब्दों के लिए एक शब्द आदि। & For Subject Wise Study ➭ Click Here दो किलो में कौन सा विशेषण है?Answer. Explanation: मुझे दो किलो चाहिए । इस वाक्य में "२ किलो "संख्यावाचक विशेषण है।
दो किलो चावल में कौन सा विशेषण है?चौकोर - गुणवाचक विशेषण ग) मेरी बहुत बहुत नटखट है। (घ) माँ बाजार से दो किलो चावल लाई है। दो किलो - परिमाणवाचक विशेषण है 5.)
2 किलो अनाज में कौन सा विशेषण है?विशेषण - दो किलो । भेद - निश्चित परिमाणवाचक ।
3 लीटर कौन सा विशेषण है?परिमाणवाचक विशेषण:
जो शब्द नाप, तौल या परिमाण बतलाते हैं, उन्हें 'परिमाणवाचक विशेषण' कहते हैं; जैसे- दो लीटर दूध लाओ। इस वाक्य में 'दो लीटर' शब्द से दूध की नाप का बोध होता है। अतः 'दो लीटर' परिमाणवाचक विशेषण है।
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