विदेश व्यापार का महत्व क्या है? - videsh vyaapaar ka mahatv kya hai?

भारत से अप्रैल - मार्च 2020-21* में 493.19 अरब अमेरिकी डॉलर का समग्र निर्यात (वस्तुएं एवं सेवाएं) होने का अनुमान लगाया गया है, जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में (-)6.66 प्रतिशत की नकारात्मक वृद्धि को दर्शाता है। उधर, अप्रैल- मार्च 2020-21* के दौरान  505.94 बिलियन अमेरिकी डॉलर का समग्र आयात होने का अनुमान लगाया गया है, जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में (-)16.53 प्रतिशत की ऋणात्मक वृद्धि को दर्शाता है।

विदेश व्यापार का महत्व क्या है? - videsh vyaapaar ka mahatv kya hai?

* नोटः i) आरबीआई द्वारा जारी किया गया सेवा क्षेत्र से जुड़ा नवीनतम डेटा फरवरी, 2021 से संबंधित है। मार्च 2021से  संबंधित डेटा सिर्फ एक आकलन है जिसमें आरबीआई की अगली प्रेस विज्ञप्ति के आधार पर संशोधन किया जाएगा। ii) ब्रैकेट के आंकड़े पिछले वर्ष की इसी अवधि में विकास दर के समान हैं।

I. वस्तुओं का व्यापार

निर्यात (पुनर्निर्यात सहित)

मार्च, 2021 में 34.45अरब अमेरिकी डॉलर का निर्यात हुआ जो मार्च 2020 में हुए 21.49  अरब अमेरिकी डॉलर के निर्यात की तुलना में 60.29 प्रतिशत की सकारात्मक वृद्धि को दर्शाता है। रुपये के लिहाज से मार्च, 2021 में निर्यात 2,50,756.40 करोड़ रुपये का हुआ वहीं मार्च 2020 में निर्यात 1,59,784.62 करोड़ रुपये का हुआ था जो 56.93 प्रतिशत की सकारात्मक वृद्धि को दर्शाता है।

प्रमुख वस्तुओं / वस्तु समूह जिन्होंने मार्च, 2020 की तुलना में मार्च, 2021 के दौरान सकारात्मक वृद्धि दर्ज की है उनमें अन्य अनाज (326.44%), खाद्य तेल (230.4%), लौह अयस्क (194.89%), जूट उत्पादन फ्लोर कवरिंग (105.26%), इलेक्ट्रॉनिक सामान (91.98%), कालीन (89.84%), रत्न और आभूषण (78.93%), इंजीनियरिंग सामान (71.3%), अनाज से तैयार और विविध प्रसंस्कृत वस्तुएं (67.61%), चावल (66.77) ) फार्मास्यूटिकल्स (48.49%), कार्बनिक और अकार्बनिक रसायन (46.5%), प्लास्टिक और लिनोलियम (46.39%), हस्तशिल्प, हस्तनिर्मित कालीन (43.24%), समुद्री उत्पाद (40.81%), पेट्रोलियम उत्पाद (35.52%), मानव निर्मित यार्न / फैब्स / निर्मित मेकअप आदि (31.37%), मीका, कोयला और अन्य अयस्क, प्रसंस्कृत खनिज सहित खनिज (31.28%), सभी वस्त्रों की आरएमजी (27.51%), फल और सब्जियां (23.96%), कॉफी (23.27%), चमड़ा और चमड़ा उत्पाद (21.86%), तंबाकू (15.57%) और चाय (8%)। शामिल हैं।

प्रमुख वस्तुओं / वस्तु समूह जिन्होंने मार्च, 2020 की तुलना में मार्च, 2021के दौरान नकारात्मक वृद्धि दर्ज की है उनमें तिलहन (-6.45%) और काजू (-1.99%).शामिल हैं।

अप्रैल- मार्च 2020-21 की अवधि के लिए निर्यात का संचयी मूल्य 290.63 बिलियन अमेरिकी डॉलर (21,50,325.03 करोड़ रुपये) रहा जो अप्रैल- मार्च 2019- 2020 की अवधि के दौरान 313.36 बिलियन अमेरिकी डॉलर (22,19,854.18 करोड़ रुपये) का था। इस अवधि के दौरान डॉलर के संदर्भ में (-) 7.26 प्रतिशत की नकारात्मक वृद्धि और रुपये के संदर्भ में  (-) 3.13 की नकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई।

मार्च 2021में गैर-पेट्रोलियम और गैर-रत्न और आभूषण निर्यात मूल्य 27.42 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा जबकि मार्च 2020 में यह 16.95 बिलियन डॉलर था और इसमें 61.75 प्रतिशत की सकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई थी। अप्रैल- मार्च 2020-21 में गैर-पेट्रोलियम और गैर-रत्न और आभूषणों के निर्यात 238.72 बिलियन अमेरिकी डॉलर का था जो 2019-20 में इसी अवधि के लिए 236.17 बिलियन डॉलर का था। इस तरह से इसमें 1.08 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।

आयात

मार्च 2021 में 48.38 अरब अमेरिकी डॉलर (3,52,191.21 करोड़ रुपये) का आयात हुआ जिसमें डॉलर के लिहाज से 53.74 फीसदी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई और रुपये के लिहाज से इसमें 50.52 की वृद्धि दर्ज की गई क्योंकि मार्च, 2020 में 31.47 अरब अमेरिकी डॉलर (2,33,988.47) का आयात हुआ था। अप्रैल- मार्च 2020-21 में कुल मिलाकर 389.18 अरब अमेरिकी डॉलर (28,76,918.30 करोड़ रुपये) का आयात हुआ जबकि अप्रैल- मार्च 2019-20 में 474.71 अरब अमेरिकी डॉलर (33,60,954.46 करोड़ रुपये) का आयात हुआ था। दोनों वित्तीय वर्ष की तुलना में इसमें डॉलर के लिहाज से (-)18.02 प्रतिशत नकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई है और रुपये की दृष्टि से  (-)14.40 प्रतिशत नकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई है।

मार्च, 2021में जिन प्रमुख जिंस समूहों के आयात में पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में ऋणात्मक वृद्धि दर्ज की गई है उनमें निम्नलिखित शामिल हैं-

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कच्चे तेल और गैर-तेल का आयात:

मार्च 2021में तेल का आयात 10.27 अरब अमेरिकी डॉलर (74,768.22 करोड़ रुपये) था, जो कि मार्च 2020 में 10.05 अरब अमेरिकी डॉलर (74,704.86 करोड़ रुपये) थी और डॉलर के संदर्भ में 2.23 प्रतिशत कम तथा रुपये के संदर्भ में 0.08 फीसदी कम था। अप्रैल-मार्च 2020-21 में तेल का आयात 82.35 अरब अमेरिकी डॉलर (6,08,881.25 करोड़ रुपये) का रहा जो डॉलर के संदर्भ में 36.92 प्रतिशत कम तथा रुपये के संदर्भ में 34.19 प्रतिशत कम था। यह पिछले वर्ष की इसी अवधि में 130.55अरब अमेरिकी डॉलर ( 9,25,167.52करोड़ रुपये) का रहा था।

इस संबंध में यह उल्लेख किया गया है कि विश्व बैंक से उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार मार्च 2021में मार्च 2020की तुलना में वैश्विक ब्रेंट मूल्य ($ / bbl) 97.67 फीसदी अधिक हो गया है।

मार्च 2021में गैर-तेल (पेट्रोलियम) के आयात का अनुमान 38.11अरब अमेरिकी डॉलर (2,77,422.99करोड़ रुपये) था, जो कि मार्च 2020 में 21.42अरब अमेरिकी डॉलर (1,59,283.61करोड़ रुपये) था। यह डॉलर के संदर्भ में 77.90प्रतिशत अधिक (रुपये में 74.17 प्रतिशत अधिक) था। अप्रैल-मार्च  2020-21 में गैर-तेल का आयात 306.83अरब अमेरिकी डॉलर (22,68,037.05करोड़ रुपये) था, जो कि अप्रैल-मार्च 2019-20 में 344.16अरब अमेरिकी डॉलर ( 24,35,786.93 करोड़ रुपये) का था। यह डॉलर के संदर्भ में 10.85प्रतिशत कम (रुपये के संदर्भ में 12.56 प्रतिशत कम) था।

मार्च 2021 में गैर-तेल सोने का आयात 29.62अरब अमेरिकी डॉलर का हुआ जिसमें 46.66फीसदी सकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई और फऱवरी 2020 में इसी अवधि के दौरान गैर- तेल तथा गैर-रत्न व जेवरात आयात 20.20अरब अमेरिकी डॉलर का हुआ। अप्रैल-मार्च 2020-21 में गैर-तेल और गैर-सोने का आयात आयात 272.23अरब अमेरिकी डॉलर का हुआ, जो पिछले वित्तीय वर्ष की समान अवधि यानि अप्रैल- मार्च 2019-2020 के दौरान 315.93अरब अमेरिकी डॉलर का रहा था, यानि पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में वर्तमान वित्तीय वर्ष में (-)13.83प्रतिशत की ऋणात्मक वृद्धि को रेखांकित करता है।

II. सेवाओं का व्यापार

निर्यात (प्राप्तियां)

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा 15 अप्रैल, 2021 को जारी नवीनतम प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार जनवरी, 2021 में निर्यात 17.55अरब अमेरिकी डॉलर (1,27,651.28करोड़ रुपये) का हुआ, जो फरवरी, 2020 की तुलना में डॉलर के लिहाज से (-)1.02प्रतिशत की ऋणात्मक वृद्धि को दर्शाता है। मार्च 2021* में सेवाओं का निर्यात 17.75अरब अमेरिकी डॉलर का होने का अनुमान लगाया गया है।

आयात (भुगतान)

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा 15 अप्रैल, 2021को जारी नवीनतम प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार जनवरी, 2021 में आयात 10.61अरब अमेरिकी डॉलर (77,216.47करोड़ रुपये) का हुआ, जो फरवरी 2020 की तुलना में डॉलर के लिहाज से (-)4.10प्रतिशत की ऋणात्मक वृद्धि को दर्शाता है। मार्च 2021* में सेवाओं का आयात 10.84अरब अमेरिकी डॉलर का होने का अनुमान लगाया गया है।

III. व्यापार संतुलन

वस्तुएं: मार्च, 2021 में व्यापार घाटा 13.93अरब अमेरिकी डॉलर रहने का अनुमान लगाया गया है, जबकि मार्च 2020 में यह व्यापार घाटा 9.98अरब अमेरिकी डॉलर का हुआ था। जो 39.62प्रतिशत ज्यादा है।

सेवाएं: आरबीआई द्वारा 15 अप्रैल, 2021को जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार फरवरी, 2021 के दौरान सेवाओं में व्यापार संतुलन (अर्थात शुद्ध सेवा निर्यात) 6.93अरब अमेरिकी डॉलर रहने का अनुमान लगाया गया है। मार्च 2021* में अनुमानित व्यापार संतुलन 6.91बिलियन अमरीकी डॉलर का है।

समग्र व्यापार संतुलन: वस्तुओं एवं सेवाओं दोनों को ही मिलाने पर अप्रैल-मार्च 2020-21* में कुल मिलाकर 12.74अरब अमेरिकी डॉलर का समग्र व्यापार अधिशेष होने का अनुमान लगाया गया है, जबकि अप्रैल- मार्च 2019-20 में व्यापार घाटा 77.76अरब अमेरिकी डॉलर का हुआ था।

नोट: आरबीआई द्वारा जारी किया गया सेवा क्षेत्र से जुड़ा नवीनतम आंकड़ा फरवरी 2021 से संबंधित है। मार्च, 2021 से संबंधित डेटा (आंकड़ा) सिर्फ एक आकलन है जिसमें आरबीआई की अगली प्रेस विज्ञप्ति के आधार पर संशोधन किया जाएगा।

विदेशी व्यापार का क्या महत्व है?

विदेशी व्यापार का महत्व यह पारस्परिक सहयोग में वृद्धि करता है। संकटकालीन स्थिति में एक देश दूसरे देश को सहायता प्रदान करता है। अतिरिक्त उत्पादित वस्तुओं को अन्य देशों के बाजार में बेचा जा सकता है। निर्यातकर्ता देश, अधिक प्रगतिशील माना जाता है।

भारत में विदेशी व्यापार का क्या महत्व है?

विदेश व्यापार द्वारा विदेशी पूंजी और विशेषज्ञों की मदद से देश में उपलब्ध संसाधनों का बेहतर इस्तेमाल होता है। यह एक देश को विदेशी विनिमय प्राप्त करने की क्षमता प्रदान करता है। आयात और निर्यात अक्सर दुर्लभ या बहुतायत में प्राप्त वस्तु की कीमतों में भारी परिवर्तन (उतार-चढ़ाव) को कम करता है।

विदेशी व्यापार का क्या लाभ है?

अतिरिक्त उत्पत्ति से विदेशों मुद्रा की प्राप्ति- देश में आवश्यकता से अधिक उत्पादन को विदेशों में बेचकर विदेशी मुद्रा प्राप्त की जा सकती है। प्राकृतिक साधनों का पूर्ण उपभोग- विदेशी व्यापार के कारण बाजारों का विस्तार हो जाता है, जिससे अतिरिक्त उत्पादनों को विदेशी मंडियों में आसानी से बेचा जा सकता है।

विदेशी व्यापार से आप क्या समझते हैं?

Solution : विदेशी व्यापार वह व्यापार है जो दो या दो से अधिक देशों के बीच होता है। उदाहरण: भारत और अमेरिका के बीच होने वाले व्यापार (आयात और निर्यात) को विदेशी व्यापार कहा जाएगा।