Vat Savitri Vrat me kya khaye: वट सावित्री व्रत सुहागिन महिलाओं का होता है। इस व्रत को रखने से अखंड सौभाग्य व सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। इस दिन महिलाएं बरगद के वृक्ष की पूजा करती हैं। Show
Saumya Tiwariलाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीThu, 26 May 2022 10:07 AM हमें फॉलो करें इस खबर को सुनें 0:00 / ऐप पर पढ़ें Vat Savitri Vrat me kya khana Chaiye: वट सावित्री व्रत हर साल ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को रखा जाता है। इस साल व्रत सावित्री व्रत की तिथि को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। व्रती महिलाएं समझ नहीं पा रही हैं कि वट सावित्री व्रत किस दिन रखें। वट सावित्री व्रत को सुहागिन महिलाएं रखती हैं। इस दिन मां लक्ष्मी व भगवान विष्णु की पूजा की पूजा का विधान है। मान्यता है कि इस दिन वट वृक्ष यानी बरगद के पेड़ की पूजा करने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही वट सावित्री व्रत कथा सुनने की भी परंपरा है। वट सावित्री व्रत के दिन क्यों की जाती है बरगद के पेड़ की पूजा, जानें धार्मिक महत्व वट सावित्री व्रत 2022 कब है? हिंदू पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि की शुरुआत 29 मई, दिन रविवार को दोपहर 02 बजकर 54 मिनट से हो रही है। इस तिथि का समापन 30 मई, सोमवार को शाम 04 बजकर 59 मिनट पर होगा। वट सावित्री व्रत के लिए अमावस्या की उदयातिथि देखी जाती है। सूर्योदय के समय अमावस्या तिथि 30 मई को पड़ रही है। इस तिथि का समापन 30 मई को शाम 04 बजकर 59 मिनट पर हो रहा है। ऐसे में वट सावित्री व्रत 30 मई 2022 को रखा जाएगा। वट सावित्री व्रत पर लंबे समय बाद बन रहा ये खास संयोग, जानें शुभ मुहूर्त, पूजन सामग्री व पूजा विधि वट सावित्री व्रत पर बन रहे शुभ योग- वट सावित्री व्रत के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। यह योग सुबह 07 बजकर 12 मिनट से प्रारंभ होगा, जो कि पूरे दिन रहेगा। इस दिन व्रत करना अति पुण्य फलदायी माना गया है। इस दिन सुकर्मा योग सुबह से लेकर रात 11 बजकर 39 मिनट तक रहेगा। वट सावित्री व्रत में क्या खाना चाहिए वैसे तो वट सावित्री व्रत पूरे दिन नहीं रखा जाता है, लेकिन कुछ महिलाएं पूरे दिन भी व्रत रखती हैं। वट सावित्री व्रत में जो पूजा में चढ़ाया जाता है, उन्हीं चीजों को खाया जाता है। वट सावित्री व्रत में आम, चना, पूरी, खरबूजा, पुआ आदि इन सभी चीजों से वट वृक्ष की पूजा की जाती है। जब व्रत पूरा हो जाता है, तब इन्हीं चीजों को खाया जाता है। Vat Savitri Puja 2022 in India: हिंदू धर्म में वट सावित्री व्रत बेहद खास माना जाता है। इस दिन सुहागिन महिलाएं बरगद के पेड़ की परिक्रमा करने के साथ ही पूजा भी करती हैं।Saumya Tiwariलाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीMon, 30 May 2022 08:07 AM हमें फॉलो करें इस खबर को सुनें 0:00 / ऐप पर पढ़ें Vat Savitri Puja 2022: हिंदू धर्म में वट सावित्री व्रत का विशेष महत्व है। इस साल वट सावित्री के दिन सोमवती अमावस्या और शनि जयंती का विशेष संयोग बन रहा है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, ऐसा संयोग 30 साल बाद बन रहा है। वट सावित्री व्रत महिलाएं अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए रखती हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन किए गए दान-पुण्य का कई गुना फल मिलता है। जानें वट सावित्री व्रत से जुड़े जरूरी सवालों के जवाब- 1. कब है वट सावित्री व्रत-- वट सावित्री व्रत हर साल ज्येष्ठ मास के अमावस्या तिथि को रखा जाता है। इस बार अमावस्या तिथि 30 मई, सोमवार को है। इस दिन सुहागिन महिलाएं वट वृक्ष की पूजा करती हैं। मान्यता है कि इस दिन विधिवत पूजा-अर्चना करने से अखंड सौभाग्य का फल मिलता है। इसके साथ ही पति को लंबी आयु प्राप्त होती है। वट सावित्री व्रत के दिन क्यों की जाती है बरगद के पेड़ की पूजा, जानें धार्मिक महत्व 2. वट सावित्री व्रत पूजन सामग्री- वट सावित्री व्रत रखने वाली महिलाएं वट वृक्ष की पूजा करने से पहले सावित्री-सत्यवान की प्रतिमा, लाल कलावा, कच्चा सूत, धूप, अगरबत्ती, घी, दीपक, रोली, मिठाई, मिट्टी का दीपक, सवा मीटर कपड़ा, नारियल, पान, अक्षत, सिंदूर और अन्य श्रृंगार का समान आदि। 3. वट सावित्री व्रत पूजा विधि- वट सावित्री व्रत रखने वाली महिलाएं स्नान के बाद वट वृक्ष के नीचे सावित्री और सत्यवान की मूर्ति रखकर विधि-विधान से पूजा करें। इसके बाद वट वृक्ष पर जल चढ़ाएं। कच्चे सूत से वट के वृक्ष में सात बार परिक्रमा करते हुए बांध दें। अब महिलाएं सावित्री-सत्यवान के प्रतिमा के सामने पूजा का सामान अर्पित करें। यम का भय दूर करता है वट वृक्ष, जानें क्यों कहा जाता है इसे 'अक्षयवट' 4. वट सावित्री व्रत में क्या खाना चाहिए- वट सावित्री व्रत में आम, चना, पूरी, खरबूजा, पुआ आदि इन सभी चीजों से वट वृक्ष की पूजा की जाती है। जब व्रत पूरा हो जाता है, तब इन्हीं चीजों को खाया जाता है। 5. वट सावित्री पूजा में किस भगवान की पूजा की जाती है? वट सावित्री व्रत देवी सावित्री को समर्पित है, जिन्होंने अपने पति सत्यवान को मृत्यु के देवता यमराज से बचाया था। वट सावित्री के उपवास में क्या खाना चाहिए?वट सावित्री व्रत में क्या खाना चाहिए
वट सावित्री व्रत में जो पूजा में चढ़ाया जाता है, उन्हीं चीजों को खाया जाता है। वट सावित्री व्रत में आम, चना, पूरी, खरबूजा, पुआ आदि इन सभी चीजों से वट वृक्ष की पूजा की जाती है। जब व्रत पूरा हो जाता है, तब इन्हीं चीजों को खाया जाता है।
वट सावित्री व्रत में खाना कब खाना चाहिए?पूजा के बाद खा सकते हैं अन्न
दूसरा तरीका है कि वट सावित्री व्रत के दिन पूरी पूजा समाप्त होने के बाद आप वट वृक्ष पूजा में चढ़ाई गई चीजों का सेवन कर सकते हैं। जैसे पूड़ी, पुआ, खरबूजा व आम का मुरब्बा जैसे चीजों का सेवन कर सकते हैं, लेकिन व्रत के खत्म होने के बाद।
वट सावित्री कैसे करना चाहिए?वट सावित्री व्रत रखने वाली महिलाएं स्नान के बाद वट वृक्ष के नीचे सावित्री और सत्यवान की मूर्ति रखकर विधि-विधान से पूजा करें। इसके बाद वट वृक्ष पर जल चढ़ाएं। कच्चे सूत से वट के वृक्ष में सात बार परिक्रमा करते हुए बांध दें। अब महिलाएं सावित्री-सत्यवान के प्रतिमा के सामने पूजा का सामान अर्पित करें।
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