उप सरपंच का चुनाव कौन करता है? - up sarapanch ka chunaav kaun karata hai?

पंचायती राज व्यवस्था में सरपंच के बाद उपसरपंच (up sarpanch) का पद काफी महत्वपूर्ण है। ग्राम पंचायत में उपसरपंच सरपंच के सहायक के रूप में कार्य करता है

उप सरपंच का चुनाव कौन करता है? - up sarapanch ka chunaav kaun karata hai?

उपसरपंच का चुनाव कैसे होता है (up sarpanch ka chunav kaise hota hai): पंचायती राज व्यवस्था में सरपंच के बाद उपसरपंच (up sarpanch) का पद काफी महत्वपूर्ण है। लेकिन यह पद सभी राज्यों में विद्यमान नहीं है। लेकिन उपसरंपच के पद का प्रावधान कई राज्यों में नहीं है। कुछ ही राज्य ऐसे हैं, जहां उपसरपंच होते हैं। जैसे- छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्यप्रदेश और उत्तराखंड

इसके बारे में कई लोगों का सवाल होता है कि उपसरपंच का चुनाव कैसे होता है (up sarpanch ka chunav kaise hota hai)?

तो आइए, इस ब्लॉग में उपसरपंच (up sarpanch chunav ke niyam) के बारे में विस्तार से जानें। 

उपसरपंच (up sarpanch)

ग्राम पंचायत में उपसरपंच (up sarpanch) सरपंच के सहायक के रूप में कार्य करता है। सरपंच के अनुपस्थिति या किसी आकस्मिक कारणों से सरपंच का पद खाली रहने पर उपसरपंच (up sarpanch) ही सरपंच के कार्यों का निर्वाहन करता है। पंचायत में सरपंच की अनुपस्थिति या पद खाली होने पर उपसरपंच की जिम्मेदारियां बढ़ जाती है।

उपसरपंच का चुनाव कैसे होता है (up sarpanch chunav ke niyam)

उपसरपंच का चुनाव सामान्य पंचायत चुनाव से अलग होता है। इस चुनाव में केवल चुने हुए वार्ड पंच हिस्सा लेते हैं।

सरपंच का निर्वाचन होते ही उपसरपंच(up sarpanch) चुनने की प्रकिया शुरू हो जाती है। यह चुनाव भी राज्य चुनाव आयोग द्वारा नियुक्त पीठासीन अधिकारी द्वारा संपन्न कराई जाती है। इसके लिए पीठासीन अधिकारी सरपंच के निर्वाचन के 15 दिनों के बाद उपसरपंच का चुनाव (up sarpanch ka chunav) करा सकता है।

सरपंच

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उपसरपंच(up sarpanch) के निर्वाचन में वार्ड सदस्य अर्थात वार्ड के पंच ही हिस्सा लेते हैं। यह चुनाव प्रक्रिया एक दिन में संपन्न हो जाती है। जिस वार्ड पंच को सबसे ज्यादा वोट मिलता है। उसे उपसरपंच घोषित कर दिया जाता है।

उपसरपंच चुनने के लिए भी आरक्षण का नियम रहता है। उपसरंपच के लिए आरक्षण की व्यवस्था सरपंच के आरक्षण व्यवस्था पर निर्भर करता है। यदि ग्राम पंचायत में अनारक्षित वर्ग का सरपंच है, तो पंचायत में उप सरपंच का पद आरक्षित वर्ग से होगा। इसमें अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति या पिछड़ा वर्ग में से कोई भी हो सकता है।

इसी प्रकार यदि पंचायत में सरपंच का पद आरक्षित वर्ग(अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति या पिछड़ा वर्ग) के लिए आरक्षित रहा है तो उस स्थिति में उपसरपंच (up sarpanch) का पद सामान्य वर्ग के लिए रहेगा।

उपसरपंच के लिए योग्यताएं

उपसरपंच (up sarpanch) पद के लिए वही योग्यताएं होनी चाहिए जो पंच पद के लिए होती है। इस पद के लिए न्यूनतम आयु 21 वर्ष होती है।

उप सरपंच के कार्य और अधिकार (upsarpanch ke karya)

सरपंचों की तरह उपसरपंचों को भी पंचायती राज अधिनियम में अलग-अलग अधिकार दिए गए हैं। यदि किसी कारणवश सरपंच को हटाया जाता है, बर्खास्त किया जाता है या किसी तरह की अनहोनी होती है तो सरपंच की जगह उपसरपंच ही कार्यवाहक सरपंच का दायित्व निभाते हैं। क्योंकि अगला उप चुनाव में छह महीने का समय लग जाता है।

  • अगर सरपंच गांव से बाहर कहीं गया हो या किसी कारणवश पंचायत नहीं आ पाते हैं तो उपसरपंच (up sarpanch) की अध्यक्षता में ग्रामसभा और बैठक भी ली जा सकती है। 

  • सरपंचों के समान ही उन्हें यह अधिकार दिया जाता है। ग्रामसभा और बैठक में उपसरपंच ही फैसला ले सकता है और प्रस्ताव ही बना सकता है। लेकिन इस दौरान वित्तीय जिम्मेदारी नहीं दी जाती है। सरपंच के हस्ताक्षर से ही वित्तीय लेन-देन हो सकता है। 

  • उपसरपंच को विभिन्न समितियों में कई पद दिए जाते हैं। जिससे ग्राम पंचायतों में हो रही कार्यों का सही तरह से निगरानी कर सकें। सामान्यतः सभी राज्यों के ग्राम पंचायतों में उपसरपंच(up sarpanch) शिक्षा, स्वास्‍थ्‍य एवं समाज कल्याण समिति का पदेन सभापति होता है। 

ये तो थी, उपसरपंच(up sarpanch) और उसके कार्य की बात। लेकिन,The Rural India पर आपको कृषि एवं मशीनीकरण, सरकारी योजनाओं और ग्रामीण विकास जैसे मुद्दों पर भी कई महत्वपूर्णब्लॉग्स मिलेंगे। अगर आपको यह ब्लॉग अच्छा लगा हो, तो इसे मित्रों तक जरूर पहुंचाए।

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ग्राम पंचायत के सरपंच का चुनाव कौन करता है?

मुखिया का चुनाव ग्राम पंचायत क्षेत्र के अधिसूचित निर्वाचन क्षेत्र से सीधे मतदान के जरिए होता है । मुखिया का पद खाली होने पर पुनः चुनाव सीधे मतदान के जरिए होता है। यदि मुखिया का पद 6 माह से कम समय के लिये खाली हो तो चुनाव नहीं कराया जायेगा ।

सरपंच की पावर क्या होती है?

सरपंच ग्राम पंचायत का प्रमुख होता है। सरपंच भारत में स्थानीय स्वशासन के लिए गांव स्तर पर विधिक संस्था ग्राम पंचायत का प्रधान होता है। पाकिस्तान एवं बांग्लादेश के गॉवों में भी यह प्रसाशन प्रणाली पायी जाती है। सरपंच चुने गए पंचों की मदद से ग्राम पंचायत के महत्वपूर्ण विषयों पर निर्णय लेता है।

ग्राम पंचायत का चुनाव कैसे होता है?

पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षित किसी स्थान या पद के लिए निर्वाचन लड़ने का इच्छुक व्यक्ति नाम निर्देशन या नामांकन पत्र के साथ सक्षम अधिकारी द्वारा जारी किया गया जाति प्रमाण-पत्र आयोग द्वारा निर्धारित घोषणा-पत्र 'अ' (सदस्य ग्राम पंचायत के लिए) एवं शपथ-पत्र 'ब' (प्रधान ग्राम पंचायत, सदस्य क्षेत्र पंचायत / सदस्य जिला पंचायत ...

ग्राम पंचायत में सरपंच का क्या काम होता है?

सरपंच ग्राम सभा का निर्वाचित सर्वोच्च प्रतिनिधि होता हैं। ग्राम पंचायत में विकास कार्य की जिम्मेदारी सरपंच की होती है ।