दरवाजे पर चप्पल रखने से क्या होता है? - daravaaje par chappal rakhane se kya hota hai?

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दरवाजे पर चप्पल रखने से क्या होता है? - daravaaje par chappal rakhane se kya hota hai?
Image Source : FREEPIK Vastu Shastra

Highlights

  • वास्तु शास्त्र के अनुसार जूतों को रखने की सही दिशा होती है।
  • जूते-चप्पल को घर के सामने रखने से लक्ष्मी जी रूठ जाती हैं।

Vastu Shastra: ​वास्तु शास्त्र के अनुसार आपकी किस्मत की रेखा आपकी हर चीज़ से जुड़ी होती है। आपका रहन सहन, खाना पीना यहाँ तक की आपके ड्रेसेस से लेकर आपके जूतों-चप्पल तक भी आपकी किस्मत जुड़ी होती है। कई बारे काम में जी तोड़ मेहनत के बाद भी आपको तरक्की नहीं मिलती और पासिओं की समस्या बनी रहती है। इसकी एक वजह आपके पैरों के जूते भी हो सकते हैं। वास्तुशास्त्र घर से जुड़ी चीजों को रखने की दिशा बताता है। यह सब कुछ वास्तु के अनुसार हो तो सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। अगर चीजें वास्तु के अनुसार नहीं होती हैं, तो घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होने लगता है। वास्तु दोष घर में कलह, आर्थिक संकट, रोग और अशांति का कारण बनता है। घर से जुड़ी कई वस्तुओं के साथ जूते भी वास्तु से जुड़ा है। जब हम जल्दबाजी में घर आते हैं, तो कहीं भी अपने जूते-चप्पल उतार देते हैं। जिसे वास्तु शास्त्र के अनुसार गलत बताया गया है। 

इस दिशा में भूलकर भी न रखें जूते-चप्पल

जब हम बाहर से आते हैं तो हमारे जूतों और चप्पलों में धूल-मिट्टी रहती है। यदि इन गंदे जूतों को उत्तर या पूर्व दिशा में रखा जाए तो घर की सारी सकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाती है। याद रहे जूतों के बेडरूम में भूलकर भी नहीं रखना चाहिए। ऐसे घर में मां लक्ष्मी का कभी वास नहीं होता।

जूते-चप्पल रखने की सही दिशा  

वास्तु शास्त्र के जानकार मानते हैं कि जूतों को कभी घर के दरवाजे या इधर-उधर नहीं रखना चाहिए। ऐसा करने से घर की बरकत में बाधा आती है और खुद की तरक्की में भी रुकावट होती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के दक्षिण-पश्चिम या पश्चिम दिशा में जूतों को रखना चाहिए।

इस रंग के जूते पहनने से मिलेगी कामयाबी 

वास्तु शास्त्र के जानकार बताते हैं कि जब भी जूते खरीदे उसके रंगों का विशेष ध्यान दें। यदि आप तरक्की चाहते हैं तो नीले रंग के जूते पहना शुरू कर दें। ध्यान रखे जब भी जूते पहने उन्हें साफ जरूर रखें। 

इस रंग के जूते चप्पल को रखे कोसों दूर 

कोशिश करें गंदे और फटे जूते भूल कर भी न पहनें। फैशन के इस दौर में पीले रंग के जूते-चप्पल न पहनें तो अच्छा होगा। वास्तु शास्त्र के अनुसार पीले रंग के जूते-चप्पल पहनना अच्छा नहीं होता है। पीला रंग बृहस्पति ग्रह का माना गया है। इससे जन्म कुंडली में बृहस्पति की स्थिति अशुभ हो जाती है।

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। INDIA TV इसकी पुष्टि नहीं करता है।)

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वास्तु शास्त्र में घर की प्रत्येक वस्तु के लिए नियम निर्धारित किए गए हैं। इन नियमों की अनदेखी करने से आप किसी मुसीबत में फंस सकते हैं। वास्तु के मुताबिक घर में जूते-चप्पल रखने के लिए भी एक दिशा निर्धारित है।

दरवाजे पर चप्पल रखने से क्या होता है? - daravaaje par chappal rakhane se kya hota hai?

दरवाजे पर चप्पल रखने से क्या होता है? - daravaaje par chappal rakhane se kya hota hai?

Asianet News Hindi

Ujjain, First Published May 22, 2021, 12:47 PM IST

उज्जैन. वास्तु शास्त्र में घर की प्रत्येक वस्तु के लिए नियम निर्धारित किए गए हैं। इन नियमों की अनदेखी करने से आप किसी मुसीबत में फंस सकते हैं। वास्तु के मुताबिक घर में जूते-चप्पल रखने के लिए भी एक दिशा निर्धारित है। आज हम आपको बता रहे हैं जूते चप्पल से जुड़ी जरूरी बातें जिनका जरूर पालन करना चाहिए…

1. घर के बाहर पहने जाने वाले जूते-चप्पल को घर के अंदर लेकर नहीं आना चाहिए, क्योंकि इससे आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।
2. जूते की अलमारी मुख्य दरवाजे से 2-3 फुट की दूरी पर होनी चाहिए।
3. जूते की रैक या अलमारी में रखे जूते-चप्पल दिखने नहीं चाहिए. इसलिए बेहतर है कि जूते-चप्पल का ऐसा रैक लिया जाए जिसमें दरवाजा लगा हो।
4. जूते-चप्पल की अलमारी कभी भी घर में बने पूजा के कमरे और रसोई की दीवार से सटाकर नहीं रखनी चाहिए।
5. जूते-चप्पलों की अलमारी या रैक के लिए वायव्य यानी उत्तर-पश्चिम दिशा व नैऋत्य यानी दक्षिण-पश्चिम दिशा सही जगह है।
6. यह ध्यान रखें कि जिस अलमारी में आप पैसे रखते हैं उसके नीचे के खाने में जूते-चप्पल का रैक कभी न बनाएं, ऐसा करने से मां लक्ष्मी रूठ जाती हैं।
7. बेडरूम में और पलंग के नीच कभी जूते-चप्पल नहीं रखने चाहिए। इससे पति-पत्नी के संबंधों में तनाव उत्पन्न होता है और स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।

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घर में जूते चप्पल कौन सी दिशा में रखनी चाहिए?

वास्तु के अनुसार, घर पर जूते-चप्पल को हमेशा जूतों की अलमारी में रखना चाहिए. इस अलमारी को भी हमेशा दक्षिण या पश्चिम दिशा में रखना चाहिए. जूते-चप्पल रखने के लिए यही दिशा शुभ मानी जाती है.

दूसरों की चप्पल पहनने से क्या होता है?

ऐसा माना जाता है कि दूसरों के जूते-चप्पल पहनने से घर में दरिद्रता आती है। कहा जाता है कि व्यक्ति के चरणों में शनि का वास होता है। यदि आप किसी और के जूते और सैंडल पहनते हैं, तो शनि का प्रकोप आप पर पड़ने की संभावना है।

पुराने जूते चप्पल कब फेंकना चाहिए?

फटे जूते चप्पल किस दिन फेंकें इस्तेमाल में नहीं आने वाले या फिर फटे पुराने जूते-चप्पल को फेंकने के लिए भी वास्तु शास्त्र में उल्लेख मिलता है. मान्यता के अनुसार, पुराने जूते-चप्पल को शनिवार के दिन किसी भी शनि मंदिर के बाहर छोड़ कर आ जाना चाहिए. इस उपाय से शनि की कुदृष्टि से मनुष्य बच जाता है.

चप्पल उल्टा क्यों नहीं रखा जाता है?

माना जाता है कि घर में उल्टे जूता चप्पल रखने से तनाव का माहौल रहता है. उल्टी चप्पल और जूते रखने से शनि का प्रकोप रहता है, क्योंकि शनिदेव को पैरों का कारक माना गया है. चप्पल और जूतों को कभी भी उल्टा ना रखें इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा आती है. वास्तु के मुताबिक जूते-चप्पल उल्टे होने से घर की सकारात्मकता चली जाती है.