कथानक का अर्थ क्या होता है - kathaanak ka arth kya hota hai

इसे सुनेंरोकें”किसी साहित्यिक कृति (उपन्यास, नाटक, कहानी अथवा कविता) की ऐसी योजना, घटनाओं के पैटर्न अथवा मुख्य कथा को कथानक कहते हैं जिसका निर्माण उद्दिश्ट प्रसंगों की सहेतुक संयोजित शृंखला (स्तरक्रम) के क्रमिक उद्घाटन से किया गया हो।”

कथानक में द्वंद्व का क्या स्थान है?

इसे सुनेंरोकेंद्वंद्व कथानक को आगे बढ़ाता है तथा कहानी में रोचकता बनाए रखता है। द्वंद्व के तत्वों से अभिप्राय यह है कि परिस्थितियों के रास्ते में एक या अनेक बाधाएं होती है। उन बाधाओं के समाप्त हो जाने पर किसी निष्कर्ष पर पहुंच कर कथानक पूरा हो जाता है।

कहानी में कथानक के कितने स्तर होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंकथानक के विकास की चार स्थितियाँ मानी गई है- आरम्भ, विकास, चरमोत्कर्ष और अन्त । कहानी का आरम्भ रोचक ढंग से होना चाहिए ताकि पाठक के मन में आगे की घटनाओं के लिए जिज्ञासा उत्पन्न हो सके।

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कहानी की कथावस्तु का विकास कितनी अवस्था में होता है?

इसे सुनेंरोकेंप्रत्येक कहानी के लिये कथावस्तु का होना अनिवार्य है क्योंकि इसके अभाव में कहानी की रचना की कल्पना भी नहीं की जा सकती। कथानक के चार अंग माने जाते हैं – आरम्भ, आरोह, चरम स्थिति एवं अवरोह। कहानी का संचालन उसके पात्रों के द्वारा ही होता है तथा पात्रों के गुण-दोष को उनका ‘चरित्र चित्रण’ कहा जाता है।

कथावस्तु शब्द का अर्थ क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंहिन्दीशब्दकोश में कथावस्तु की परिभाषा कथावस्तु संज्ञा स्त्री० [सं०] नाटक या आख्यान आदि का कथन या कहानी ।

कथावस्तु में क्या लिखते हैं?

इसे सुनेंरोकेंकथावस्तु संस्कृत [संज्ञा पुल्लिंग] किसी रचना, लेख आदि में कार्य-व्यापार की योजना ; विषयवस्तु ; (प्लॉट)। कथावस्तु- संज्ञा स्त्रीलिंग [संस्कृत] नाटक या आख्यान आदि का कथन या कहानी ।

कथावस्तु कितने प्रकार की होती है?

इसे सुनेंरोकेंप्रासङ्गिक कथावस्तु दो प्रकार की होती है – – रामायण में सुग्रीव की – पताका एवं प्रकरी । ( दशरूपक – 1 / 15) 61 Page 4 62 – जो कथावस्तु ऐतिहासिक होती है वह प्रख्यात कहलाती है, जैसे मुद्राराक्षस की कथावस्तु । जो इतिवृत्त उत्पाद्य होता है अर्थात् नाट्यकार अपनी कल्पना को ग्रहण कर रूपक की रचना करता है वह उत्पाद्य है ।

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कहानी में चरित्र चित्रण की क्या भूमिका होती है?

इसे सुनेंरोकेंचरित्र-चित्रण – पात्रों के माध्यम से एक ओर कथानक का आरम्भ, विकास और अन्त होता है, तो दूसरी ओर हम कहानी में इनसे आत्मीयता प्राप्त करते हैं। जहाँ तक पात्रों के चयन का सम्बन्ध है वे सर्वथा सजीव और स्वाभाविक होने चाहिए तथा पात्रों की अवतारणा कल्पना के धरातल से न होकर कहानीकार की आत्मानुभूति के धरातल से होनी चाहिये।

कहानी में कथानक क्या है उदाहरण देकर समझाइए क्लास १२?

इसे सुनेंरोकेंकथानक का अर्थ है कहानी में प्रयोग की गई कथावस्तु या वह वस्तु जो कथा में विषय रूप में चुनी गई हो। कहानी में सामाजिक, धार्मिक, ऐतिहासिक, वैज्ञानिक आदि में से किसी एक विषय को लेकर घटना का विकास किया जाता है। कथानक में स्वाभाविकता लाने के लिए उसमें यथार्थ, कल्पना, मनोविज्ञान आदि का समावेश यथोचित रूप में किया जाता है।

फिल्म का कथानक हमें 70 के दशक में आई संजीव कुमार की 'राजा और रंक' की याद दिलाता है। बतौर निर्देशक उन्होंने अपने बैनर की पर परा को कायम रखा है, हालांकि मध्यान्तर से पूर्व फिल्म की गति धीमी है जो कहीं-कहीं पर बोरियत पैदा करती है। राजश्री ... «Rajasthan Patrika, नवंबर 15»

अनुभव से तराशी गई कहानियां

संवाद चुटीले व कथानक की गति में सहायक हैं। बड़ी बात यह कि रचनाकार ने पात्रों के स्वाभिमान को हर हाल में बरकरार रखा है। भाषा की प्रवाहमयता वातावरण को रेखांकित करने में सफल है। एकाध रचना के कथानक में थोड़ी बोझिलता है। कृति पठनीय, मननीय ... «Dainiktribune, अक्टूबर 15»

हाफ़-टाइम की सीटी बजी, भाजपा ने गियर बदला

नरेंद्र मोदी Image copyright AFP. हम बिहार चुनाव के हाफ़-टाइम पर खड़े हैं. यह न सिर्फ महत्वपूर्ण है बल्कि दिलचस्प भी कि भारतीय जनता पार्टी ने कितनी बार अपना कथानक बदला है. यह चतुर रणनीति का हिस्सा है या फिर चक्रव्यूह में फंस जाने की तिलमिलाहट ... «बीबीसी हिन्दी, अक्टूबर 15»

'श्याम प्यारी' व 'बांसुरी' प्रेम पर झूमेगा कथक

प्रकाश उत्सव में दिल्ली कथक केंद्र के कलाकार अपने हुनर का प्रदर्शन कर श्रीकृष्ण और राधा के प्रेम का कथानक पेश करने के साथ 'श्याम प्यारी' थीम और बांसुरी से श्रीकृष्ण का प्रेम और श्रीकृष्ण का बांसुरी से प्रेम को दर्शाने की कोशिश करेंगे। «दैनिक जागरण, अक्टूबर 15»

16 छोटी कहानियों का उपन्यास

ओम प्रकाश पाहूजा ने लघु उपन्यास 'नार्यस्तु पूज्यन्ते' में प्राचीन काल से नारियों पर हो रहे अत्याचार को कथानक चुना। रेल यात्रा में चर्चा के दौरान तीन युवा आपस में दोस्त बन जाते हैं। उनके बीच संवाद के विषय अहिल्या प्रसंग पर गुरु ओमानंद ... «दैनिक भास्कर, अक्टूबर 15»

गुदरिया बाबा की रामलीला से हुआ विश्व में …

श्री कामतानाथ परिक्रमा में मौजूद महलों वाले मंदिर में उनके गुरु स्वामी नरहरिदास जी महराज ने जब मोर के पंख से लिखी उनकी श्री रामचरित मानस की पाडुलिपि देखी और आगे के कथानक का विवरण जब उनके मुंह से सुना तो उन्होंने इस चरित्र को लोगों ... «दैनिक जागरण, अक्टूबर 15»

छल से रावण ने किया सीता हरण

कथानक के अनुसार रावण साधु का वेश धारण कर सीता के पास पहुंचा और छल से उनका हरण कर ले गया। सीता की तलाश में जंगलों में भटक रहे राम लक्ष्मण को सुग्रीव मिले। राम और सुग्रीव में मित्रता हो गई। दूसरी ओर रात्रिकालीन रामलीला में दिल्ली से ... «दैनिक जागरण, अक्टूबर 15»

मूल्यों को पोषित करती कहानियां

कुसुम खेमानी का कहानी-संग्रह 'अनुगूंज ज़िन्दगी की' अपनी मूल भाषाई मिठास के कारण मन में मधुरता घोल जाता है। प्रांजल हिंदी का माधुर्य तो है ही, इन कहानियों में, पात्रतानुसार हरियाणवी, उर्दू और बांग्ला के शब्दालंकार भी कथानक को ... «Dainiktribune, सितंबर 15»

शीना बोरा हत्याकांड पर फिल्म बनाएंगे भंडारकर!

इंदौर। देश भर में चर्चा का विषय बने शीना बोरा हत्याकांड पर बॉलीवुड की भी निगाह है। मशहूर निर्देशक मधुर भंडारकर का मानना है कि कथित तौर पर इंद्राणी मुखर्जी की प्रमुख भूमिका वाला यह हाई प्रोफाइल मामला किसी फीचर फिल्म का कथानक बन सकता ... «आईबीएन-7, सितंबर 15»

बाहुबली : आखिर क्यूं हर देखने वाले के सर चढ़कर बोल …

बाहुबली फिल्म जिसने नहीं देखी तो वह कल्पना भी नहीं कर सकता कि इस फिल्म की बनावट, बुनावट, कथानक की कसावट और कलाकारों की भाषा-भूषा, देहयष्टि, संवाद अदायगी के तेवर का असर आखिर क्यूं हर देखने वाले के सर चढ़कर बोल रहा है। सबसे बढ़कर कैमरे की ... «Bhadas4Media, अगस्त 15»

कथानक से आप क्या समझते हैं?

"किसी साहित्यिक कृति (उपन्यास, नाटक, कहानी अथवा कविता) की ऐसी योजना, घटनाओं के पैटर्न अथवा मुख्य कथा को कथानक कहते हैं जिसका निर्माण उद्दिश्ट प्रसंगों की सहेतुक संयोजित शृंखला (स्तरक्रम) के क्रमिक उद्घाटन से किया गया हो।"

कथानक कितने प्रकार के होते हैं?

कथानक के विकास की चार स्थितियाँ मानी गई है- आरम्भ, विकास, चरमोत्कर्ष और अन्त ।.
हिमांशु जोशी की कहानी 'तरपन' का कथानक मधुली नामक विधवा स्त्री के घर से प्रारंभ होता है, जिसका पति की सरकारी सुरंग निर्माण के दौरान मृत्यु हो जाती है। ... .
अंततः वह कोसी के तट पर मिट्टी की गाय बना अपने पति का तर्पण स्वयं करती है।.

कहानी में कथानक की क्या भूमिका होती है?

Answer: इसके विपरीत कथानक (चाहे वह महाकाव्य की हो अथवा खंडकाव्य, नाटक, उपन्यास या लोकगाथा की हो) का वह तत्व है जो उसमें वर्णित कालक्रम से श्रृंखलित घटनाओं की धुरी बनकर उन्हें संगति देता है और कथा की समस्त घटनाएँ जिसके चारों और ताने बाने की तरह बुनी जाकर बढ़ती और विकसित होती हैं।

कथा पाठ क्या है?

कथा पाठ क्या है हम कथा पाठ को इस प्रकार परिभाषित कर सकते हैं: कहानी जिसमें घटनाओं और कार्यों की एक श्रृंखला क्रमिक तरीके से बताई जाती है, यानी शुरू से अंत तक कहानी सुनाना। इसका मतलब यह नहीं है कि यह एक विशिष्ट स्थान और समय तक सीमित नहीं है, ऐसा हो सकता है।