परिभाषा–
जहाँ पर प्रस्तुत और अप्रस्तुत का एक ही धर्म स्थापित किया जाता है वहाँ पर दीपक अलंकार होता है। यह अलंकार, Hindi Grammar के Alankar के भेदों में से एक हैं। उदाहरण 1. चंचल निशि उदवस रहें, करत प्रात वसिराज। जिस अलंकार में उपमान तथा उपमेय का क्रियादिरूप धर्म जो एक ही बार ग्रहण किया जाता है, वह एक जगह स्थित भी समस्त वाक्य का दीपक होने से ‘दीपकालंकार’ होता है। जैसे – दरवाजे की देहलीज पर रखा दीपक कमरे के बाहर और भीतर दोनों जगह प्रकाश करता है। उदाहरण 1. कपणानां धनं नागानां फणमणिः केसराः सिंहानाम् । उदाहरण 2. स्वियति कूणति वेल्लति विचलति निमिषति विलोकयति तिर्यक ।। स्पष्टीकरण – प्रथम उदाहरण में एक ही क्रियापद ‘स्पृश्यन्ते’ है और उसके साथ धन, फणमणि, केसर और स्तनादि अनेक कारकों का सम्बन्ध स्थापित हुआ है। सम्पूर्ण हिन्दी और संस्कृत व्याकरण
दीपक अलंकारमुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ अलंकार चन्द्रोदय के अनुसार हिन्दी कविता में प्रयुक्त एक अलंकार
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प्रभुजी तुम दीपक हम बाती, जाकी जोति बरे दिन राती में कौनसा अलंकार है?प्रश्न – प्रभुजी तुम दीपक हम बाती, जाकी जोति बरे दिन राती में कौनसा अलंकार है? उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिये। उत्तर – प्रस्तुत पंक्ति में अनुप्रास अलंकार है क्योंकि यहाँ अंतिम वर्णों की समानता के कारण काव्य पंक्ति में चमत्कार उत्पन्न हो रहा है। इस पंक्ति में अनुप्रास अलंकार का कौन सा भेद हैं?पंक्ति में बाती तथा राती में तुक मिल रहा है इसलिए यहाँ अंत्यानुप्रास है। ज वर्ण की आवृत्ति के कारण यहाँ वृत्यानुप्रास भी है। जैसा कि आपने इस उदाहरण में देखा जहां पर किसी वर्ण के विशेष प्रयोग से पंक्ति में सुंदरता, लय तथा चमत्कार उत्पन्न हो जाता है उसे हम शब्दालंकार कहते हैं। अनुप्रास अलंकार शब्दालंकार का एक प्रकार है। काव्य में जहां समान वर्णों की एक से अधिक बार आवृत्ति होती है वहां अनुप्रास अलंकार होता है। प्रभुजी तुम दीपक हम बाती, जाकी जोति बरे दिन राती में अलंकार से संबन्धित प्रश्न परीक्षा में कई प्रकार से पूछे जाते हैं। जैसे कि – यहाँ पर कौन सा अलंकार है? दी गई पंक्तियों में कौन सा अलंकार है? दिया गया पद्यान्श कौन से अलंकार का उदाहरण है? पद्यांश की पंक्ति में कौन-कौन सा अलंकार है, आदि। पंक्ति में अन्य अलंकार की उपस्थिति-दीपक और बाती में रुपक अलंकार है। दीपक में कौन सा अलंकार है?दीपकालंकार, संस्कृत जिस अलंकार में उपमान तथा उपमेय का क्रियादिरूप धर्म जो एक ही बार ग्रहण किया जाता है, वह एक जगह स्थित भी समस्त वाक्य का दीपक होने से 'दीपकालंकार' होता है। जैसे – दरवाजे की देहलीज पर रखा दीपक कमरे के बाहर और भीतर दोनों जगह प्रकाश करता है।
दीपक देख्या में कौन सा अलंकार है * 1 Point उत्प्रेक्षा अलंकार अनुप्रास अलंकार रूपक अलंकार?Deepak Dekhiya Kaun Sa Alankar Hai.
जरै बिरह ज्यों दीपक बातों में कौन सा अलंकार है?2x5=10 1 Page 2 ( 3 ) (4) (5) III.
कुंतल जाल में कौनसा अलंकार है?प्रस्तुत पंक्ति में अनुप्रास अलकांर है क्योंकि यहा अंतिम वर्णो की समानता के कारण काव्य पंक्ति में चमत्कार उत्पन्न हो रहा है ।
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