संतुलित आहार क्या है संतुलित आहार को प्रभावित करने वाले कारक लिखिए? - santulit aahaar kya hai santulit aahaar ko prabhaavit karane vaale kaarak likhie?

संतुलित आहार क्या हैं? संतुलित आहार को प्रभावित करने वाले कारक

  • संतुलित आहार क्या है संतुलित आहार को प्रभावित करने वाले कारक लिखिए? - santulit aahaar kya hai santulit aahaar ko prabhaavit karane vaale kaarak likhie?

आहार का शरीर से संतुलन व्यक्ति से व्यक्ति भिन्न – भिन्न होता है । एक आहार एक व्यक्ति के लिए आदर्श आहार हो सकता है किंतु वही आहार दूसरे व्यक्ति की आवश्यकता से कम अथवा अधिक हो सकता है। विभिन्न आयु, लिंग तथा शारीरिक आकार वाले व्यक्तियों की आहार की आवश्यकता भिन्न-भिन्न होती है। सामान्यत: संतुलित आहार निम्नलिखित कारकों द्वारा प्रभावित होता है।

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आयु:-

व्यक्ति की आयु व्यक्ति के संतुलित आहार के स्वरूप को सर्वाधिक प्रभावित करती है। आहार द्वारा संपन्न किए जाने वाले कार्यों के दृष्टिकोण से सर्वाधिक पोष्टिक तत्वों की मांग शरीर के अनुपात में बाल्यकाल में होती है। निरंतर वृद्धिशील अवस्था में भी पोषण की मांग अधिक होती है। शरीर के शिथिल होना आरंभ होने के साथ ही भुज तत्वों की मांग भी कम होने लगती है। बच्चों में वृद्धि एवं विकास के लिए निर्माणकारी तत्त्व, शक्ति व क्रियाशीलता के लिए ऊर्जायुक्त भोज्य तत्वों की मांग तथा वृद्धि के नियंत्रण के लिए नियामक तत्वों की मांग बढ़ जाती है जबकि प्रौढ़ावस्था , वृद्धावस्था में निर्माण कार्य धीमा होने से लगभग सभी पौष्टिक तत्वों की मांग तुलनात्मक रूप से कम हो जाती है।

लिंग:-

पुरुष एवं महिलाओं के शरीर के गठन, क्रियाशीलता एवं आकार भार में अंतर होने के कारण उनके संतुलित आहार के स्वरूप में भी अंतर पाया जाता है। पुरुष को स्त्रियों के अपेक्षा अधिक पोषक तत्व चाहिए। स्त्रियों को कुछ विशेषावस्था जैसे गर्भावस्था, दुग्धपान कराने की अवस्था आदि में अधिक पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। समान्यत: सभी पौष्टिक तत्व पुरुषों को महिलाओं की अपेक्षा अधिक चाहिए किंतु प्रतिमास होने वाले रक्तस्राव के कारण महिलाओं को पुरुषों की अपेक्षा अधिक लोहे की मात्रा की आवश्यकता होती है।

व्यवसाय:-

सामान्य व्यक्ति तीन प्रकार के काम करते हैं

   1- हल्का शारीरिक कार्य अथवा मानसिक कार्य ।

   2- मध्यम शारीरिक एवं माध्यम मानसिक कार्य।

   3- कठोर शारीरिक कार्य।

तीनों प्रकार के कार्य करने वाले व्यक्तियों की शारीरिक मांग भिन्न-भिन्न होती है। कठोर शारीरिक कार्य करने वाले व्यक्ति के शरीर से प्रति घंटा 150 से 300 कैलोरी ऊर्जा ब्यय होती है जबकि मध्यम शारीरिक काम करने वाले व्यक्ति के शरीर से प्रति घंटा 75 से 100 कैलोरी ऊर्जा ब्यय होती है। अत: उसी ब्यय के अनुपात में उन्हें प्रतिदिन कैलोरी युक्त भोजन की आवश्यकता होती है।

व्यक्ति की क्रियाशीलता उसकी आयु द्वारा भी प्रभावित होती है। रोगी इस स्थिति में जब क्रियाशीलता कम होती है ऊर्जा की मांग भी कम हो जाती है। मानसिक कार्य करने वाले व्यक्ति को कैलोरी की अपेक्षा अधिक प्रोटीन एवं विटामिन, खनिज लवण की आवश्यकता होती है।

जलवायु एवं मौसम:-

भोजन का एक महत्वपूर्ण कार्य शरीर के ताप को नियंत्रित करना भी है। अत: ठंडे देशों में सारी रिक्त आपको नियंत्रित करने के लिए अधिक ऊर्जा युक्त भोजन की आवश्यकता होती है जबकि गर्म देशों में तुलनात्मक रूप से कम ऊर्जा युक्त आहार की आवश्यकता होती है ।

विशिष्ट स्थितियों में:-

रोगी स्थिति में, रोगोपरान्त, शल्य चिकित्सा के बाद, गर्भावस्था तथा स्तनपान कराने की अवस्था में संतुलित आहार का स्वरूप सामान्य से एकदम भिन्न हो जाता है क्योंकि इन अवस्थाओं में शरीर की पोषण संबंधी मांग बदल जाती है। गर्भावस्था में भ्रूण के निर्माण के लिए तथा स्तनपान कराने की अवस्था में दुग्ध निर्माण चक्र के लिए अधिक पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है।

एक स्वस्थ आहार के महत्वपूर्ण तत्व:-

ऊर्जा:  

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दैनिक शारीरिक गतिविधियों को करने और सक्रिय रहने के लिए पर्याप्त मात्रा में ऊर्जा की आवश्यकता होती है। ऊर्जा ज्यादातर कार्बोहाइड्रेट से ली गई है और इसके स्वस्थ स्रोतों में साबुत अनाज और बाजरा शामिल हैं जैसे कि गेहूं, मक्का, बाजरा, जई, रागी आदि। ताजे साबुत फल और फलियां भी बहुत ऊर्जा प्रदान करती हैं।

सामान्य खाद्यों से प्राप्त कैलोरियां
भोज्य पदार्थ मात्रा भार/ ग्राम कैलोरी
                       दूध दही
गाय का दूध 1 कप 250 167
गाय का मलाई निकला दूध 1 कप 250 75
बकरी का दूध 1 कप 250 166
भैंस का दूध 1 कप 250 290
सूखे मेवे
बदाम (कठोर छिलके के बिना) 1 कप 142 850
भुने हुए काजू 1 कप 135 770
नारियल (कश किया हुआ) ताजा 1 कप 97 330
भुनी मूंगफली 1 कप 144 840
अखरोट 1 कप 100 650
सब्जियां
करमकल्ला(बारीक कटा हुआ) 1 कप 170 40
गाजर (कद्दूकस) 1 गाजर 110 45
आलू (भुना या उबला) 1 आलू 99 90
आलू तला हुआ 10 टुकड़े 57 155
चिकनाइया
मक्खन (1/2 पौंड) 1 कप 224 1005
मक्खन 1 बड़ा चम्मच 14 100
वनस्पति घी 1 कप 220 1770
वनस्पति घी 1 बड़ा चम्मच 12 110
तेल 1 बड़ा चम्मच 14 125
चीनी, शक्कर, मीठी वस्तुएं
शहद 1 बड़ा चम्मच 21 60
जैम 1 बड़ा चम्मच 20 45
जैली 1 बड़ा चम्मच 20 50
गुड़ 1 बड़ा चम्मच 20 50
दानेदार चीनी 1 बड़ा चम्मच 12 50
फलादि
सेव ढाई इंच 150 70
खुमानी ताजी 3 खुमानी 114 55
सुखी खुमानी पकाकर 1/2 कप   135
अंजीर ताजी 3 अंजीर 114 90
संतरा ढाई इंच 180 65
ताजे संतरे का रस 1/2 कप 100 60
पपीता (1/2 इंच के टुकड़े) 1 कप 82 70
नाशपाती 3×ढाई इंच 182 100
किसमिस सुखी 1 कप 160 460
अनाज व दालें
बिस्कुट 1 बिस्कुट (ढाई इंच) 38 130
डबल रोटी 1 स्लाइस 23 60
गेहूं का आटा 1 कप 14 55
गेहूं की रोटी 1 रोटी 120 400
कच्चे चावल 1/2 कप 50 100
मैक्रोनी 1 कप 100 200
कॉर्नफ्लेक्स डेढ़ कप   75
पक्का चावल डेढ़ कप 30 110

प्रोटीन:-  

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शरीर के निर्माण के लिए प्रोटीन आवश्यक हैं और मांसपेशियों और प्रतिरक्षा प्रणाली को शीर्ष आकार में रखने के अलावा शरीर के दैनिक पहनने और आंसू को ठीक करने में मदद करते हैं। स्वस्थ प्रोटीन फलियां, पूरी दाल, वसायुक्त मछली, अंडा, दुबला मांस और चिकन से आते हैं। दूध और दूध से बने उत्पाद भी हमारे भोजन में प्रोटीन को शामिल करते हैं। आहार में प्रोटीन जोड़ना यह सुनिश्चित करने का एक अच्छा तरीका है कि आपका लंबे समय तक भरा हुआ है, जो आपके वजन घटाने के लक्ष्यों को पूरा करने में आपकी मदद करेगा। 
 

विभिन्न भोज्य पदार्थों में प्रोटीन की मात्रा
भोज्य पदार्थ(100 ग्राम) प्रोटीन की मात्रा (ग्राम)
अंडा 13.3 gm
मछली 21.8 gm
मांस 19.8 gm
यकृत 19.3 gm
गेहूं का आटा 12 gm
मैदा 10.2 gm
सूजी 10.2 gm
चावल (पीसा) 7 gm
मक्का 11.11 gm
बाजरा 11.6 gm
फल
सेव 1.3 gm
केला 1.1 gm
आम 0.6 gm
अमरूद 0.9 gm
दूध
मां का दूध 1.1 gm
गाय का दूध 3.2 gm
भैंस का दूध 4.3 gm
दही 3.2 gm
खोया 20.1 gm
सब्जियां
मूली की पत्तियां 2.7 gm
फूलगोभी 2.6 gm
मटर 1.9 gm
पालक 2.0 gm
मेथी 2.0 gm
चुकंदर 1.7 gm
आलू 1.6 gm
प्याज 1.2 gm
गाजर 1.0 gm
लौकी 0.4 gm
मूली 0.7 gm
दालें
अरहर की दाल 22.3 gm
उड़द की दाल 24.5 gm
चने की दाल 10.8 gm
मूंग की दाल 24.5 gm
मसूर की दाल 25.1 gm
फलियां
सोयाबीन 43.2 gm
काले चने 24 gm
मटर 19.7 gm
राजमा 23 gm
सूखे मेवे
मूंगफली 31.5 gm
काजू 21.2 gm
बदाम 20.8 gm
तिल 18.3 gm
अखरोट 15.6 gm
सूखा नारियल 6.8 gm
ताजा नारियल 4.2 gm

प्रोटीन की दैनिक आवश्यकता (DAILY REQUIREMENT OF PROTEIN)

प्रौढ पुरुषों को प्रोटीन लगभग 1 ग्राम/किलोग्राम भार के हिसाब से आवश्यक होती है। बच्चों की प्रोटीन आवश्यकता, वृद्धि के कारण अधिक होती है। (ICMR) न्यूट्रिशन एक्सपर्ट ग्रुप ने 1991 में भारतीयों के लिए प्रोटीन की निम्न मात्राएं निर्धारित की है-

पुरुष 60 gm
महिला 50 gm
गर्भावस्था 65 gm
दुग्ध पान अवस्था (Lactation)
0-6 महीने 75 gm
6-12 महीने 68 gm
शैशवावस्था (Infancy)
0-6 महीने 2.05 gm
6-12 महीने 1.65 gm
बाल्यावस्था (Childhood)
1-3 वर्ष 22 gm
4-6 वर्ष 30 gm
7-9 वर्ष 41 gm
लड़के / लड़कियां (Boys /Girls)
10-12 वर्ष 54 gm
किशोरावस्था 13 से 15 वर्ष के लड़के 70 gm
किशोरावस्था 13 से 15 वर्ष के लड़कियां 65 gm
16 से 18 वर्ष के लड़के 78 gm
16 से 18 वर्ष के लड़कियां 63 gm

वसा:- 

वसा हमारे आहार का एक अनिवार्य हिस्सा है और कुल कैलोरी की मात्रा का 20-30% से अधिक नहीं होना चाहिए। दृश्यमान और अदृश्य दोनों स्रोतों से संतृप्त वसा 7% से कम वसा कैलोरी होनी चाहिए। ट्रांस वसा से पूरी तरह से बचा जाना चाहिए। वसा में मोनोअनसैचुरेटेड वसा और ओमेगा -3 एस सहित पॉली असंतृप्त वसा का एक स्वस्थ मिश्रण शामिल होना चाहिए। मूंगफली, जैतून, कैनोला, सूरजमुखी, और सरसों या तिल का तेल अच्छा है और इसका उपयोग घूर्णी आधार पर किया जाना चाहिए। नट और बीज स्वस्थ वसा का एक अच्छा स्रोत हैं।

विभिन्न खाद्य पदार्थों में वसा की उपस्थित मात्रा
भोजन पदार्थ वसा का प्रतिशत
वनस्पति तेल 100%
वनस्पति घी 100%
ताजा घी 100%
मक्खन 80%
पनीर 40%
सूखे मेवे 50%
दूध 10%
सोयाबीन 20%
मूंगफली 35%
मांस 70%
मछली 30%
मुर्गी 10%

वसा की दैनिक प्रस्तावित मात्रा

राष्ट्रीय पोषण संस्थान (national nutrition institute) के आहार वैज्ञानिकों के अनुसार प्रतिदिन के आहार में 30 प्रतिशत ऊर्जा की पूर्ति वसीय तत्वों से की जानी चाहिए। जो व्यक्ति अधिक तला – भुना भोजन लेते हैं वे सामान्य उर्जा का 40% तक वसा से पूर्ति कर लेते हैं।

(1) शैशवावस्था में 25 से 30% ऊर्जा की पूर्ति वसा से की जाती है।

(2) बाल्यावस्था व युवावस्था में 15 से 20% तथा

(3) प्रौढ प्रसव स्त्री (गर्भावस्था तथा दुग्धपान की आस्था में) 10 से 20% ऊर्जा की पूर्ति वसा द्वारा की जाती है।

पोषक तत्व वर्ग विवरण वसा (ग्राम में)
वसा पुरुष बैठकर वाला कार्य
साधारण कार्य
भारी कार्य
20 gm
  महिला बैठकर वाला कार्य
साधारण कार्य
भारी कार्य
20 gm
  गर्भावस्था (चौथे माह से) 30 gm
  स्तनपान 0.6 माह
7-12 माह
45 gm
  शिशु 0 से 6 माह
7 से 12 माह
 
  बच्चे 1 से 3 वर्ष
4 से 6 वर्ष
7 से 9 वर्ष
22 gm
  बालक / बालिका 10 से 12 वर्ष
10 से 12 वर्ष
22 gm
  किशोर बालक 13 से 15 वर्ष
16 से 18 वर्ष
22 gm
  किशोर बालिकाएं 13 से 15 वर्ष
16 से 18 वर्ष
22 gm

सब्जियां और फल:-  

सब्जियां और फल विटामिन, खनिज और फाइबर प्रदान करके स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं और तृप्ति को प्रेरित करते हैं। प्रति दिन फल और सब्जियों के कम से कम पांच भागों का सेवन करना आवश्यक है। वे फाइबर का एक उत्कृष्ट स्रोत हैं।

विभिन्न सब्जियों का पोषक मान
सब्जी प्रोटीन
(ग्राम)
वसा
(ग्राम)
कार्बोहाइ
(ग्राम)
कैलोरी
(किलो कैलोरी)
कैल्शियम
(मि. ग्रा.)
फास्फोरस
(मि. ग्रा.)
लौह-लवण
(मि. ग्रा.)
पत्ता गोभी 1.8 0.1 4.6 27 39 44 0.8
धनिया पत्ती 3.3 0.6 6.3 44 184 71 18.5
मेथी पत्ती 4.4 0.9 6.00 49 395 51 16.5
पालक 2 0.7 2.9 26 73 21 10.9
गाजर 0.9 0.2 10.6 48 80 530 2.2
आलू 1.6 0.1 22.6 97 10 40 0.7
करेला 1.6 0.2 4.2 25 20 70 1.8
लौकी 0.2 0.1 2.5 12 20 10 0.7
बैगन 1.4 0.3 4.00 24 18 47 0.9
गोभी 2.6 0.4 4 30 33 57 1.5
फ्रांस बीन 1.7 0.1 4.5 26 50 28 1.7
शिमला मिर्च 1.3 0.3 4.3 24 10 30 1.2
भिंडी 1.9 0.2 6.4 35 66 56 1.5
टिंडा 1.4 0.2 3.4 21 25 24 0.9
कद्दू 1.4 0.1 4.6 25 10 30 0.7
खीरा 0.4 0.1 0.5 13 10 25 1.5
प्याज 1.2 0.1 11.1 50 47 50 0.7
टमाटर 0.9 0.2 3.6 20 48 20 0.4
विभिन्न सब्जियों का पोषक मान
विटामिन
सब्जी बी1 मि. ग्रा. बी2  मि. ग्रा. बी3 मि. ग्रा. ‘ μg सी‘  मि. ग्रा.
पत्ता गोभी 0.06 0.09 0.4 1200 124
धनिया पत्ती 0.05 0.06 0.8 6918 135
मेथी पत्ती 0.04 0.31 0.8 2340 52
पालक 0.03 0.26 0.5 5580 28
गाजर 0.04 0.2 0.6 1890 3
आलू 0.1 0.01 1.2 24 17
करेला 0.07 0.09 0.5 126 88
लौकी 0.03 0.01 0.2 0 0
बैगन 0.04 0.11 0.9 74 12
गोभी 0.04 0.1 1 30 56
फ्रांस बीन 0.08 0.06 0.3 132 24
शिमला मिर्च 0.55 0.05 0.1 427 137
भिंडी 0.07 0.1 0.6 52 13
टिंडा 0.04 0.08 0.3 13 18
कद्दू 0.06 0.04 0.5 50 2
खीरा 0.03 0 0.2 0 7
प्याज 0.08 1 0.4 0 11
टमाटर 0.12 0.06 0.4 35 27

कुछ फलों में विद्यमान भोज्य तत्व निम्न तालिका में प्रस्तुत किये जा रहे हैं-

फल छिलका व व्यर्थ का भाग भोज्य भाग
    प्रोटीन वसा कार्बोज जल
  प्रतिशत प्रतिशत प्रतिशत प्रतिशत प्रतिशत
सेव 12 0.3 0.4 14.9 84.1
खुबानी 6 1 0.1 12.9 85.4
केला 33 1.2 0.2 23.00 74.8
ब्लैक बैरीज 0 1.2 1.1 11.9 85.3
चेरी 6 1 0.5 18.8 83
अंजीर 0 1.4 0.4 19.6 78
अंगूर 22 1.4 1.4 14.9 81.9
नींबू 38 0.6 0.6 8.7 89.3
नारंगी 28 0.9 0.2 11.2 87.2
आडू 12 0.5 0.1 12 86.9
नाशपाती 17 0.7 0.4 15.8 82.7
अनन्नास 39 0.4 0.2 13.7 85.3
बेर 15 0.7 0.2 12.9 85.7

 दूध एवं दूध के उत्पादन (Milk And Milk Products) 

मनुष्य के आहार में दूध का एक महत्वपूर्ण स्थान है। इनका मुख्य कारण यह है कि दूध एक संपूर्ण आहार है आर्थात् इसमें वे सभी तत्व विद्यमान है जो हमारे शरीर के पोषण के लिए अनिवार्य हैं। दूध में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन, वसा, कार्बोज, खनिज लवण तथा विटामिन उपस्थित होते हैं इसलिए दूध को एक उत्तम आहार माना जाता है। बच्चों के लिए तो दूध का महत्त्व और भी अधिक है। शिशुओं के लिए मां का दूध उपलब्ध होता है तथा इसके अतिरिक्त दूध मुख्य रूप से गाय, भैंस, बकरी तथा भेड़ आदि मादा पशुओं से प्राप्त किया जाता है।

संगठन (composition)

दूध में अधिकांश मात्रा जल की होती है। सामान्य रूप से लगभग 87.25% मात्रा जल होता है। शेष 12.75% ठोस पदार्थ होते हैं जिनमें वसा, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, भस्म आदि होते हैं। इसके अतिरिक्त अल्प मात्रा में कुछ घुलनशील गैसे, एंजाइम तथा रंग कण भी दूध में विद्यमान होते हैं। पोषक तत्वों के अनुपात के अनुसार दूध का संगठन निम्नलिखित होता है-

(1) जल – 87.25

संपूर्ण ठोस पदार्थ -12.75%

(2) वसा – 3.50

(3) प्रोटीन – 3.35

(4) कार्बोहाइड्रेट – 4.80

(5) भस्म व विटामिन – 1.10

दूध का पोषण मान

लौह-लवण (मि. ग्रा.) गाय का दूध भैंस का दूध बकरी का दूध मां का दूध वसा रहित दूध
प्रोटीन (ग्राम) 3.2 4.3 3.3 1.1 2.5
वसा (ग्राम) 4.1 8.8 4.5 3.4 0.1
कार्बोहाइड्रेट्स (ग्राम) 4.4 5 4.6 7.4 4.6
कैलोरी 67 117 72 65 29
कैल्शियम (मि. ग्रा.) 120 210 170 28 120
फास्फोरस (मि. ग्रा.) 90 130 120 11 90
लौह-लवण (मि. ग्रा.) 0.2 0.2 0.3 0 0.2
विटामिन ए (माइक्रोग्राम) 174 160 182 173 0
विटामिन बी1(मि. ग्रा.) 0.05 0.04 0.05 0.02 0
विटामिन बी 2 (मि. ग्रा.) 0.1 0.19 0.01 0.2 0
विटामिन बी3 (मि. ग्रा.) 0.1 0.1 0.3 0 0.1
विटामिन सी (मि. ग्रा.) 2 1 1 3 1

नोट:-

स्वस्थरहने के लिए सही भोजन विकल्प बनाने के लिए टी महत्वपूर्ण है। मौसमी फल, सब्जियांखायें, स्थानीय खायें और विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों का चयनकरें। इसे सही भोजन समय और नियमित व्यायाम के साथ जोड़ना अच्छे स्वास्थ्य के लिए एक आदर्श सूत्र है।

संतुलित आहार क्या है संतुलित आहार को प्रभावित करने वाले कारक?

संतुलित आहार एक ऐसा आहार है जिसमें कुछ निश्चित मात्रा और अनुपात में विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ होते हैं ताकि कैलोरी, प्रोटीन, खनिज, विटामिन और वैकल्पिक पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में हो और पोषक तत्वों के लिए एक छोटा सा भाग आरक्षित रहे।

संतुलित आहार क्या है संतुलित आहार के विभिन्न घटकों की व्याख्या कीजिए?

हमारे शरीर की वृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए हमारे आहार में वे सभी पोषक तत्व उचित मात्रा में होने चाहिए जिनकी हमारे शरीर को आवश्यकता है। कोई भी पोषक तत्व न आवश्यकता से अधिक हो और न ही कम। हमारे आहार में पर्याप्त मात्रा में रुक्षांश तथा जल भी होना चाहिए। इस प्रकार के आहार को संतुलित आहार कहते हैं।

आहार योजना को प्रभावित करने वाले कारक कौन कौन से हैं?

चित्र 4.1 में भोजन सेवाओं के विकास को प्रभावित करने वाले कारकों को प्रदर्शित किया गया है। सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन चित्र 4.1 - भोजन सेवाओं के विकास को प्रभावित करने वाले कारक Page 3 विभिन्न संस्कृतियों और उनके भोजन तैयार करने के तरीकों का ज्ञान होना महत्वपूर्ण है।

संतुलित आहार का हमारे जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है?

संतुलित आहार अनेक रोगों और संक्रमण को रोकने में सहायक होता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व रोगों से लड़ने की शक्ति प्रदान करते हैं। यह मनुष्य के मानसिक क्षमताओं और स्मरण शक्ति में भी वृद्धि करता है। संतुलित आहार आयु और लंबाई के मुताबिक उचित शारीरिक वजन को बनाए रखने में भी काफी सहायक होता है।