विषयसूची सरदार वल्लभ भाई पटेल के जीवन से हमें क्या प्रेरणा मिलती है?इसे सुनेंरोकेंसरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को हुआ था। सरदार पटेल एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तथा आजार भारत के पहले गृहमंत्री थे। स्वतंत्रता की लड़ाई में उनका महत्वपूर्ण योगदान था, जिसके कारण उन्हें भारत का लौह पुरुष भी कहा जाता है। भारत का लौह पुरुष किसे और क्यों कहा जाता है? इसे सुनेंरोकेंभारत के प्रथम उप प्रधानमंत्री और गृह मंत्री सरदार पटेल लोकप्रिय लौह पुरुष के रूप के नाम से भी जाने जाते हैं। उनका पूरा नाम वल्लभ भाई पटेल था। उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और भारत के प्रथम उप प्रधानमंत्री और गृहमंत्री बने। उन्हें भारत के राजनैतिक एकीकरण का श्रेय दिया जाता है। बारडोली सत्याग्रह क्या था इसके क्या परिणाम निकले?इसे सुनेंरोकेंबारदोली सत्याग्रह: उस समय प्रांतीय सरकार ने किसानों के लगान में तीस प्रतिशत तक की वृद्धि कर दी थी । पटेल ने इस लगान वृद्धि का जमकर विरोध किया। इस आन्दोलन की सफलता के बाद वहाँ की महिलाओं ने वल्लभ भाई पटेल को ‘सरदार’ की उपाधि प्रदान की । सरदार पटेल को गांधी जी की अहिंसा नीति ने प्रभावित किया । सरदार वल्लभ भाई पटेल पर निबंध कैसे लिखें? इसे सुनेंरोकेंसरदार पटेल एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तथा आजार भारत के पहले गृहमंत्री थे। स्वतंत्रता की लड़ाई में उनका महत्वपूर्ण योगदान था, जिसके कारण उन्हें भारत का लौह पुरुष भी कहा जाता है। 31 अक्टूबर 1875 गुजरात के नाडियाद में सरदार पटेल का जन्म एक किसान परिवार में हुआ था। उन के पिता का नाम झवेरभाई और माता का नाम लाडबा देवी था। भारत का लौह पुरुष कौन था?इसे सुनेंरोकेंभारत के प्रथम गृह मंत्री और प्रथम उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल को लौह पुरुष का दर्जा प्राप्त था. भारत में लौह पुरुष के नाम से कौन जाना जाता है? इसे सुनेंरोकेंसरदार वल्लभ भाई पटेल को लौह पुरुष के नाम से जाना जाता है । सरदार वल्लभ भाई पटेल भारत की पहले केंद्रीय गृह मंत्री और उप प्रधानमंत्री थे । बारडोली का सत्याग्रह आंदोलन क्यों हुआ?इसे सुनेंरोकेंबारडोली सत्याग्रह, भारतीय स्वाधीनता संग्राम के दौरान वर्ष 1928 में गुजरात में हुआ एक प्रमुख किसान आंदोलन था, जिसका नेतृत्व वल्लभभाई पटेल ने किया । पटेल ने इस लगान वृद्धि का जमकर विरोध किया। सरकार ने इस सत्याग्रह आंदोलन को कुचलने के लिए कठोर कदम उठाए, पर अंतत: विवश होकर उसे किसानों की मांगों को मानना पड़ा। वल्लभभाई पटेल को सरदार की उपाधि कब दी? वल्लभ भाई पटेल
सरदार वल्लभ भाई पटेल जी के कार्य से हमें क्या प्रेरणा मिलती है?सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को हुआ था। सरदार पटेल एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तथा आजार भारत के पहले गृहमंत्री थे। स्वतंत्रता की लड़ाई में उनका महत्वपूर्ण योगदान था, जिसके कारण उन्हें भारत का लौह पुरुष भी कहा जाता है।
सरदार वल्लभभाई पटेल ने हमारे देश के लिए क्या किया?'लौहपुरुष' सरदार वल्लभभाई पटेल भारत के पहले गृहमंत्री थे। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद देशी रियासतों का एकीकरण कर अखंड भारत के निर्माण में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। गुजरात में नर्मदा के सरदार सरोवर बांध के सामने सरदार वल्लभभाई पटेल की 182 मीटर ऊंची लौह प्रतिमा का निर्माण किया गया है।
सरदार वल्लभभाई पटेल का सबसे बड़ा योगदान क्या है?स्वतंत्रता आंन्दोलन में सरदार पटेल का सबसे पहला और बड़ा योगदान 1918 में खेड़ा आन्दोलन में हुआ। वर्ष 1928 में इनके नेतृत्व में बारडोली सत्याग्रह हुआ। सरदार पटेल स्वतंत्र भारत के गृहमंत्री बने तो उनके ऊपर भारतीय रियासतों के विलय की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी।
सरदार वल्लभभाई पटेल की मूर्ति का क्या महत्व है?स्टैच्यू ऑफ यूनिटी भारत के प्रथम उप प्रधानमन्त्री तथा प्रथम गृहमन्त्री वल्लभभाई पटेल को समर्पित एक स्मारक है, जो भारतीय राज्य गुजरात में स्थित है। गुजरात के तत्कालीन मुख्यमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने 31 अक्टूबर 2013 को सरदार पटेल के जन्मदिवस के मौके पर इस विशालकाय मूर्ति के निर्माण का शिलान्यास किया था।
|