साइकोलॉजी पढ़कर क्या बन सकते हैं? - saikolojee padhakar kya ban sakate hain?

Career In Psychology: हर स्टुडेंट अपने करियर में बेस्ट करियर ऑप्सन चुनना चाहता है। ऐसे कई करियर फील्ड है जो आज के समय में ज्यादा पॉपुलर हो रहे है। जिसमें से एक है Psychology के फील्ड में करियर, ये करियर फील्ड ऐसे स्टुडेट के लिए अच्छा साबित हो सकता है। जिन्हें इन्सान के मनोविज्ञान, मानव व्यवहार और मानसिक प्रक्रियाओं के बारे में जानना पढ़ना और उनके प्रति समस्याओ के निदान करने में रुचि रखते हैं।

इस लेख में आप को Career In Psychology पर जानकारी दे रहें है। जिसके तहत इस करियर में what is Psychology, education for Psychology career, course, career scope, career profile, best institute, salary, आदि के बारे में आप को इस लेख में जानकारी मिल जाएगी।

THIS BLOG INCLUDES:

  • 1 Career In Psychology
  • 2 what is Psychology
    • 2.1  Study in Psychology
  • 3 Career scope
  • 4 Course
  • 5 Job Prospects for a Psychologist
  • 6 Salary
  • 7 University
    • 7.1 Collage

आज के समय में विभिन्न कारणों के चलते लोग अपने लाइफ में मानसिक समस्याओं का सामना कर रहे है। लगातार बढ़ते प्रतिस्पर्धा के चलते लोगों में तनाव होना आम बात हो गई है। लंबे समय तक रहने वाला किसी भी तरह का तनाव बाद में अवसाद का रूप ले सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट के मुताबिक भारत की छह प्रतिशत से अधिक आबादी किसी न किसी रूप में इसी मानसिक समस्या से प्रभावित है। अगर संख्या की दृष्टि से देखें तो तनाव से प्रभावित आबादी सात करोड़ से अधिक हो जाती है।

देश में इतनी बड़ी आबादी का मानसिक विकार (Mental Disorders) के कारण गैरउत्पादक होना वाकई चिंता का विषय कहा जा सकता है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि ऐसे रोगियों को अपनी मानसिक समस्या का अहसास तक नहीं होता। एक कारण यह भी है कि इनके उपचार के लिए देश में मनोवैज्ञानिकों, मनोचिकित्सकों (Psychologists, Psychiatrists) आदि की जबरदस्त कमी है। ऐसे में छात्र के पास एक बेहतर करियर ऑप्सन (Career in Psychology) साबित हो सकता है।

what is Psychology

साइकोलॉजी (Psychology) मानव व्यवहार और मानसिक प्रक्रियाओं (Human Behavior and Mental Processes) का स्ट़डी है। साइकोलॉजिस्ट किसी व्यक्ति की प्रतिक्रियाओं, भावनाओं और व्यवहार (Processes, Feelings and behavior) का अध्ययन करते हैं, और इसके संबंधित बिहेवयर के समस्याओं के इलाज के लिए उस व्यवहार की अपनी समझ को लागू करते हैं।

साइकोलॉजिस्ट इसके लिए मनोवैज्ञानिक, भावनात्मक, और व्यवहार संबंधी मुद्दों की पहचान करने के लिए जिम्मेदार हैं, साथ ही साथ रोगी के साक्षात्कार, रोगी के परीक्षण और रिकॉर्ड और मेडिकल से प्राप्त जानकारी का उपयोग करके किसी भी विशिष्ट विकारों का निदान करते हैं। कई बार में पेशेन्ट अलग-अलग परेशानियां होती है। जिसके लिए साइकोलॉजिस्ट प्रोफेशनल को ट्रीटमेंट को अलग तरीके से ट्रीटमेंट करते हैं।

 Study in Psychology

साइकॉलजी में इंसान के बर्ताब और इससे जुड़ी परेशानियों का इलाज किया जाता है। साइकॉलॉजिस्ट का काम इंसान के दिमाग को पढ़कर उसके मन में चल रही समस्याओं का निदान करना होता है। अधितकर छात्रों को यह अलग हटकर कोर्स लगता है इसलिए कई छात्र इसे अपना करियर चुनते हैं जबकि कई छात्रों को मानव व्यवहार में दिलचस्पी होती है।

Career scope

साइकॉलजी तेजी से छात्रों का पसंदीदा विषय बनता जा रहा है और इसका कारण इस क्षेत्र में अपार संभावनाओं का होना भी है। हर साल लाखों छात्र इस क्षेत्र को अपना करियर चुनते हैं। धीरे-धीरे इस फील्ड का विस्तार हो रहा है। जिसमें कंपनियां से लेकर स्टार्टअप भी इस फील्ड में कदम रख रहे है।

इस फील्ड में जाने के लिए कोर्स कर चुके कैडिेडेट के लिए  हॉस्पिटल, एनजीओ, थेरेपी सेंटर, काउंसलिंग सेंटर, यूनिवर्सिटी, स्कूल, आदि में काउंसलर के तौर पर नौकरी के अवसर हो सकते हैं। इसके अलावा सोशल वेलफेयर संस्थाएं, रक्षा क्षेत्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, जेलों आदि में भी ऐसे प्रशिक्षित लोग नियुक्त किए जाते हैं। हालांकि यहा आप को बता दें कि करियर के शुरुआती दौर में किसी नामी मनोवैज्ञानिक/काउंसलर के साथ रहकर काफी कुछ व्यावहारिक प्रशिक्षण लिया जा सकता है।

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इस फील्ड सबसे बड़ी बात है कि इस पेशे को किताबी शिक्षा से नहीं, बल्कि मानसिक समस्याओं से ग्रस्त/विभिन्न बुरी आदतों या लत के शिकार लोगों आदि के उपचार के दौरान सीखा जा सकता है। बाद में अन्य प्रकार के विशेष कोर्स करके अपनी पेशेवर योग्यता को बढ़ाया जा सकता है। इसके बाद स्वतंत्र रूप से यानि की खुद  काउंसलर के तौर पर काम भी किया जा सकता है।

कई प्रोफेशलन फ्रीलॉस या फिर स्वतंत्र रूप से काउंसलर का काम कर रहें है और अच्छी कमाई कर रहे है। इसके पीछे की वजह है कि बढ़ते इंटरनेट यूजर्स के बीच में इस तरह से क्लॉइट से संपर्क करना आसान हो गया है।

Course

इस फील्ड में जानें लिए छात्र के पास में मनोविज्ञान के साथ 10 + 2 पास होना चाहिए। इसके बाद में मनोविज्ञान की ग्रेजुएट डिग्री में (बीए या बीएस) करना होगा। इस कोर्स की बात करें तो इसमें “personality development, psychotherapy, stress management and neuro-psychology के बारे में केंद्रित है) ज्यादातर स्टुडेंट चाहते हैं कि आगे चल कर ग्रोथ औऱ अच्छी सैलरी मिलें। इसके लिए स्टुडेंट पोस्ट ग्रेजुएट भी कर सकते है। जिसमें एम.ए, एम.एस, पीएचडी या एम.फिल कोर्स को किया जा सकता है।

  • ‎MA Psychology
  • MA Applied Psychology
  • Ph.D. Psychology

Job Prospects for a Psychologist

साइकॉलजी के फील्ड में कई करियर फील्ड जिसमें आप रुचि हो जा सकते है। काउंसलर, क्लिनिकल साइकॉलजिस्ट, करियर काउंसलर, फॉरेंसिक साइकॉलजिस्ट इंड्ट्रियल या ऑर्गनाइजेशनल साइकॉलजिस्ट आदि।

Salary

इस फील्ड में 20- 25 हजार रुपये से लेकर 50- 50 हजार रुपये महीना आप कमा सकते हैं। इसके अलावा, आपकी सैलरी उस कंपनी पर भी काफी हद तक डिपेंड करती है, जहां आप काम कर रहे हैं। बड़ी ऑर्गेनाइजेशन में आप को अच्छा पैकेज मिल सकता है। इस करियर ऑप्सन खास बात यह है कि खुद का काम भी शुरु कर सकते है। आज का समय सोशल मीडिया का दौर किसी भी व्यक्ति से कहीं से भी संपर्क किया जा सकता है। बस आप के पास में इंटरनेट और लैपटॉप होना चहिए। आप अपने क्लांइट से बात कर सकते है।

साइकॉलजी के क्षेत्र में अगर आपको आगे बढ़ना है तो आपको डिग्री के बाद एम ए या एमएससी या अप्लाइड साइकॉलजी के कोर्स के बाद 2 वर्षीय साइकॉलजी में एमफिल करनी होगी। इसके बाद आप अपना क्लिनिक भी खोल सकते हैं। देश भर में कई यूनिवर्सिटी हैं जो साइकॉलजी में एमए या अन्य उच्च डिग्री करातीं है जिसके लिए एंट्रेंस और इंटरव्यू का आयोजन किया जाता है। ऐसे में आप भी कोर्स करने के लिए अप्लाई कर सकते है।

University

  • इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइकोलॉजी एंड रिसर्च (IIPR), बैंगलोर
  • दिल्ली विश्वविद्यालय
  • कलकत्ता विश्वविद्यालय
  • एमिटी इंस्टीट्यूट ऑफ बिहेवियरल हेल्थ एंड एलाइड साइंस, नोएडा
  • राजस्थान विश्वविद्यालय
  • लोयोला कॉलेज
  • जामिया मिलिया विश्वविद्यालय
  • मुंबई विश्वविद्यालय
  • गुरु नानक देव विश्वविद्यालय

Collage

  • आईपी ​​कॉलेज फॉर वूमेन
  • गार्गी कॉलेज
  • विवेकानंद कॉलेज
  • श्री वेंकटेश्वर कॉलेज
  • कमला नेहरू कॉलेज
  • जाकिर हुसैन दिल्ली कॉलेज
  • एलएसआर कॉलेज

साइकोलॉजी से क्या बन सकते हैं?

मनोविज्ञान का कोर्स करने के बाद पब्लिक और प्राइवेट हेल्थ केयर, एजुकेशन, स्पोर्ट्स, सोशल वर्क, थेरेपी एंड काउंसलिंग जैसे कई सेक्‍टर में करियर बनाया जा सकता है (Psychologist Career). इसके अलावा मीडिया और अन्य क्रिएटिव फील्‍ड में भी मनोविज्ञान स्नातकों के लिए कई ऑप्शन हैं.

साइकोलॉजिस्ट बनने के लिए क्या करे?

मनोवैज्ञानिक (Psychologist) बनने के लिए सबसे पहले आपको तीन वर्षीय बैचलर ऑफ़ साइकोलोजी (Bachelor Of Psychology) , दो वर्षीय मास्टर ऑफ़ साइकोलॉजी (Master Of Psychology) जैसे कोर्स (Course) करना होंगा। इसके अलावा आप मास्टर डिग्री के बाद स्पेशलाइजेशन भी कर सकते है। आपका कम्युनिकेशन स्किल अच्छा होना चाहिए।

साइकोलॉजी की सबसे बेस्ट बुक कौन सी है?

इसलिए हमने आपके लिए Best Psychology Books in Hindi का चयन किया है।.
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साइकोलॉजी कितने प्रकार की होती है?

मनोविज्ञान के प्रकार Types of psychology इसको सामान्यतः 4 भागों में विभक्त किया जाता हैं- व्यवहारिक, संज्ञानात्मक, विकासात्मक और शैक्षिक मनोविज्ञान।