राहु ग्रह शांत करने के लिए क्या करना चाहिए? - raahu grah shaant karane ke lie kya karana chaahie?

Publish Date: | Sat, 30 Apr 2022 06:55 PM (IST)

Rahu Dosh Upay: जन्म कुंडली में किसी ग्रह के अशुभ स्थिति में होने पर जातक के जीवन में कई परेशानी खड़ी हो जाती है। जीवन में अस्थिरता बनी रहती है। कुंडली में मौजूद राहु और केतु को छाया ग्रह माना गया है। इनकी अशुभ स्थिति व्यक्ति के जीवन में हलचल पैदा करती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जन्म कुंडली में इनकी छाया होने पर बनते हुए काम बिगड़ने लगते हैं। हालांकि कुछ अवसर में ये फलदायी होते हैं।

ज्योतिषीयों के अनुसार किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु और केतु के बीच में अशुभ ग्रहों के आ जाने से कालसर्प दोष लगता है। जातक के जीवन पर इसका प्रभाव पड़ता है। अगर कुंडली में राहु कमजोर स्थिति मे है, या विवाह घर में विराजमान होता है। तब शादी में देरी होने लगती है। कई बार रात को सोते हुए नींद टूट जाती है। ऐसे में व्यर्ति राहु दोष से पीड़ित होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुछ उपायों को करने से राहु दोष को दूर किया जा सकता है।

राहु दोष दूर करने के उपाय

1. जन्म कुंडली में राहु की अशुभ स्थिति दूर करने के लिए व्यक्ति को भगवान शिवजी और श्रीहरि की पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से राहु का प्रभाव कम होता है। वहीं सोमवार और शनिवार के दिन पानी में काले तिल मिलाकर शिवलिंग पर अर्पित करना चाहिए।

2. कुंडली में राहु दोष होने पर जातक को नियमित मंत्र ऊं भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः का जाप करना चाहिए। इस मंत्र के नियमित जाप से राहु दोष से मुक्ति मिलती है।

3. राहु दोष दूर करने के लिए जल में कुश डालकर स्नान करना चाहिए।

4. राहु दोष से पीड़ित व्यक्ति को शनिवार के दिन मीठी चीज खाने से परहेज करना चाहिए।

5. मान्यता के अनुसार गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से राहु का बुरा प्रभाव कम होता है।

6. ऊं नमः शिवाय और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से राहु-केतु दोष दूर होता है।

7. अगर राहु के अशुभ प्रभाव के कारण पैसा अटक गया है। तब उसे निकालने के लिए प्रतिदिन पक्षियों को दाना डालें।

8. राहु के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए सोते समय सिरहाने जौ रखकर सोए। सुबह उनका दान कर दें।

9. राहु के अशुभ प्रभाव को दूर करने के लिए गोमेद युक्त राहु यंत्र लॉकेट में बनवा कर धारण करें।

10. राहु के अशुभ फल को दूर करने के लिए चांदी का नाग बनवाकर उसकी पूजा करें। फिर उसे किसी मंदिर में दान कर दें।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।'

Posted By: Navodit Saktawat

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Rahu Remedies: कुंडली में राहु और केतु (Rahu-Ketu In Kundali) का व्याप्त होना, व्यक्ति के जीवन में कई तरह की समस्याएं पैदा कर देता है. जीवन में अस्थिरता आ जाती है. राहु और केतु को छाया ग्रह (Rahu-Ketu Chhaya Grah) माना जाता है. कहते हैं कि कुंडली में इनकी छाया होने से बनते काम भी बिगड़ जाते हैं. वहीं, हिंदू पंचाग (Hindu Calander) के अनुसार राहु काल (Rahu Kaal) में कोई शुभ कार्य करने की भी मनाही होती है. हालांकि, कुछ अवसर में राहु-केतु (Rahu-Ketu) शुभ फलदायी भी होते हैं. 

ज्योतिषियों का कहना है कि राहु और केतु के बीच में सभी शुभ और अशुभ ग्रहों के आ जाने से कालसर्प दोष लगता है. इसका व्यक्ति के जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव देखने को मिलता है. कहते हैं कि अगर किसी जातक की कुंडली में राहु कमजोर स्थिति में होता है या फिर विवाह घर में विराजमान होता है तो उस जातक की शादी में देरी होती है. अगर आप भी राहु दोष से पीड़ित हैं, तो इन्हें दूर करने के लिए कुछ आसान से उपायों को अपनाया जा सकता है. आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में. 

राहु के दोषों को दूर करने के उपाय (Rahu Upay)

- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भगवान शिव (Lord Shiva) और विष्णु जी की पूजा-अर्चना (Vishnu Puja) करने से राहु-केतु का प्रभाव (Rahu-Ketu Effect) कम होता है. साथ ही, सोमवार और शनिवार के दिन जल में काले तिल मिलाकर शिवलिंग पर अर्घ्य देने से राहु के प्रभाव कम होते हैं. 

-वहीं, अगर आपकी कुंडली में राहु दोष (Rahu Dosh In Kundali) है, तो नियमित रूप से राहु मंत्र (Rahu Mantra) ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः का जाप करना चाहिए. कहते हैं कि इस मंत्र के जाप से भी राहु दोष (Rahu Dosh) से मुक्ति मिलती है.

- राहु दोष (Rahu Dosh) से मुक्ति पाने के लिए जल में कुश डालकर प्रतिदिन स्नान करें. 

-ज्योतिषाचार्यों का मानना है कि राहु दोष से पीड़ित जातकों को शनिवार के दिन मीठी चीजों को खाने से परहेज करना चाहिए.

- गुरुवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा-अर्चना करने से राहु दोष के प्रभावों को दूर किया जा सकता है. 

- नियमित रूप से ॐ नमः शिवाय और महामृत्युंजय मंत्र जाप से भी राहु-केतु दोष दूर करने में मदद मिलती है. इसके लिए कम से कम एक माला ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप नियमित रूप से करना चाहिए. 

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

राहु को खुश करने के लिए क्या करना चाहिए?

आइए तो जानते हैं अब राहु को प्रसन्न करने के लिए चमत्कारी उपाय -.
ॐ रां राहवे नमः प्रतिदिन एक माला जप करें।.
दुर्गा चालीसा का पाठ करें।.
पक्षियों को प्रतिदिन बाजरा खिलाएं। ... .
शिवलिंग पर जलाभिषेक करें ।.
एक नारियल 11 साबुत बादाम काले वस्त्र में बांधकर बहते जल में प्रवाहित करें।.
तामसिक आहार व मदिरापान बिल्कुल ना करें।.

राहु का उपाय कौन से दिन करना चाहिए?

व्यक्ति को कम से कम 18 शनिवार तक राहु का व्रत रखना चाहिए. ऐसा करने से राहु का दुष्प्रभाव दूर होने लगता है. 2. राहु दोष का निवारण करने के लिए शनिवार को काला कपड़ा पहनना चाहिए और ओम भ्रां भ्रीं भ्रौं स: राहवे नम: मंत्र का जाप करना चाहिए.

राहु कौन सी बीमारी देता है?

राहु ग्रह के दोष के चलते अक्सर इंसान को अनिद्रा, उदर रोग, मस्तिष्क से संबंधी रोग और मानसिक चिंताएं बनी रहती हैं. राहु के प्रभाव से जातक को हड्डी और चर्म रोग आदि भी होते हैं. यह अक्सर लोगों को आलसी बना देता है. राहु के दुष्प्रभाव से बचने के लिए सबसे पहले अपनी आदतों में बदलाव लाना चाहिए.

राहु के प्रकोप से कैसे बचा जाए?

राहु-केतु ग्रह की शांति के लिए नियमित 108 बार इसके बीज मंत्र (राहु का बीज मंत्र – ॐ रां राहवे नमः एवं केतु का बीज मंत्र –ॐ क्र केतवे नमः) का जाप करें। इस तरह आपको 18000 बार दोनों के बीज मंत्र का जाप करना है। जब यह संख्‍या पूरी हो जाए, तब आप इस मंत्र के जाप को बंद कर सकते हैं।