प्रश्न=01. “मनुष्य स्वतंत्र जन्मा है लेकिन सर्वत्र जंजीरों में जकड़ा हुआ है।” यह कथन रूसो ने किस रचना में लिखा है ? (स) प्रश्न=02. रूसो को ‘प्रकृति का शिशु'(Child of Nature) किसने कहा ? (ब) प्रश्न=03. रूसो ने राज्य और सम्प्रभुता के लिए किस शब्द का प्रयोग किया ? (ब) प्रश्न=04. किसने कहा कि- “लेवियाथन का कटा सिर ही, रूसो की सामान्य इच्छा है।” (द) प्रश्न=05. किसके अनुसार रूसो के स्वतंत्रता की संकल्पना को ‘विरोधाभासी स्वतंत्रता’ (Paradox of freedom) कहा जाता है ? (ब) प्रश्न=06. किसने अपनी रचना ‘The Life and Times of Liberal Democracy, 1977’ में रूसो के लोकतंत्र को ‘विकासवादी लोकतंत्र'(Developmental Democracy) की संज्ञा दी ? (स) प्रश्न=07. किसके अनुसार- ‘रूसो आधुनिक सर्वाधिकार्रवादी विचारधारा का दार्शनिक
प्रणेता है।’ (द) प्रश्न=08. अपनी किस रचना में रूसो ने कहा कि-“संपत्ति का असीमित अर्जन राज्य के लिए प्रतिबंधित होना चाहिए।” (अ) प्रश्न=09. “रूसो की पुस्तक ‘सोशल कॉन्ट्रैक्ट’ पढ़ने से यही जी चाहता है कि दोनों हाथों तथा पैरो से चलने लगूं।” यह कथन किसका है ? (ब) प्रश्न=10. “रूसो में और दार्शनिक में उतना ही साम्य है, जितना बन्दर और आदमी में है।” यह कथन है- (स) प्रश्न=11. “रूसो राजनीतिक दर्शन में आधुनिकता की दूसरी लहर के प्रवर्तक ह”ै यह कथन है ? (द) प्रश्न=12. रूसो कितने प्रकार के कानूनों का उल्लेख करता है ? (ब) प्रश्न=13. “हालांकि रूसो तर्क शीलता ,विवेक शीलता का विज्ञानिक बुद्धि का विरोध करता है पर स्वयं बड़ा तर्क व चिंतनशील था।” यह कथन है- (द) प्रश्न=14. रूसो के अनुसार मानव में कितने प्रकार की इच्छाएं होती हैं ? (द) प्रश्न=15.
“स्वतंत्रता प्रत्येक व्यक्ति की स्वयं पर प्रभुता है” यह कथन किस विचारक का है ? (द) प्रश्न=16. ‘Philosophy of Marxism’ यह पुस्तक किसने लिखी है ? (स) प्रश्न=17. “राज्य व्यक्ति से
पहले है” यह कथन किसका है ? (ब) प्रश्न=18. किसका कथन है- “साध्य साधन का औचित्य बताता है”? (स) प्रश्न=19. रुसो की सामान्य इच्छा का कौनसा आवश्यक लक्षण नहीं है ? (ब) प्रश्न=20. रूसो के अनुसार राज्य की जनसंख्या कितनी होनी चाहिए ? (अ) प्रश्न=21. “नागरिक मनुष्य से प्रथम है।” कथन किसका है ? (स) प्रश्न=22. रूसो की अध्ययन पद्धति हैं- (स) प्रश्न=23. ‘ कन्फैशन्स’ का प्रकाशन कब किया गया ? (स) प्रश्न=24. रूसो को किस निबन्ध पर दिजान की अकादमी ने उसे प्रथम पुरस्कार प्रदान किया ? (द) प्रश्न=25. जनवाणी को देववाणी के सदृश्य बताने वाले
पाश्चात्य राजनीतिक हैं- (ब) प्रश्न=26. रूसो प्राकृतिक अवस्था मे मनुष्य को केसा मानता है ? (ब) प्रश्न=27. रूसो की सामान्य कोसोवो इच्छा अवधारणा का लक्षण नही है- (द) प्रश्न=28. निम्न में से कौन सी रूसो की रचना नहीं है ? (स) प्रश्न=29. निम्न में से कौन सा रूसो का विचार
नहीं है ? (द) प्रश्न=30. रूसो की सामान्य इच्छा के संबंध में कौन सा कथन सही नहीं है ? (स) प्रश्न=31. रूसो की सामान्य इच्छा की संकल्पना निम्नलिखित में से किस एक को स्वीकार करती है ? (ब) प्रश्न=32. रूसो के सामाजिक अनुबंध से सम्बंधित नहीं है ? (ब) प्रश्न=33. “विज्ञान निष्क्रिय जिज्ञासा का परिणाम है, “दर्शन केवल बौद्धिक सजावट है”, “शिष्य जीवन की सुख- सुविधाएं चमकीले रंगीन फीते है” विचार है- (ब) प्रश्न=34. रूसों को असभ्यता के युग का विचारक किसने
कहा ? (अ) प्रश्न=35. कांट किसको अपना पथ प्रदर्शक मानता है ? (द) प्रश्न=36. “रूसो लोकप्रिय सम्प्रभुता का प्रथम समर्थक नही है।” यह कथन किसका है ? (ब) प्रश्न=37. सामाजिक समझोता सिद्धांत का विकास हुआ था – (अ) प्रश्न=38. द एमाइल पुस्तक के लेखक कौन हैं ? (ब) प्रश्न=39. रूसो को राजनीतिक दर्शन में आधुनिकता की दूसरी लहर का प्रवर्तक किसने बताया ? (द) प्रश्न=40. किसे रोमांटिक विचारक कहा जाता है ? (स) प्रश्न=41. रूसो ने मनुष्य की अराजक दशा को नाम दिया ? (द) प्रश्न=42. रूसो के बारे में असत्य कथन- (द) प्रश्न=43. “यदि रूसो ना होता तो फ्रांस की क्रांति भी नहीं होती” कथन किसका है ? (द) Specially thanks to Post and Quiz makers ( With Regards ) गोविंद जी गुर्जर कोटा, ज्योति जी प्रजापति, मनीष जी शर्मा, सरला जी चौहान, राकेश जी सैन, अशोक जी, इंद्रा जी जोधपुर, कैलाश जी गहलोत, Bharat Singh ji bhilwara, कोमल जी शर्मा, मुकेश पारीक ओसियाँरूसो का सम्प्रभु शासक हॉब्स का लेवियाथन है जिसका सिर कटा हुआ है यह कथन किसका है?इस विषय में रूसो का विचार हॉब्स तथा लॉक दोनों से ही भिन्न है। हॉब्स का कहना था कि प्राकृतिक दशा में रहने वाला मनुष्य न केवल हिंस्र और क्रूर था, प्रत्युत कपटी भी था।
रूसो का क्या कथन था?इस क्रांति के साथ ही शासन की लोकतांत्रिक अवधारणा का जन्म हुआ. स्वतंत्रता, समानता और बधुंत्व को इस शासन का आधार बनाया गया. फ्रांस की क्रांति पर रूसो के प्रभाव का अंदाजा नेपोलियन बोनापार्ट के एक कथन लगाया जा सकता है कि जिन्होंने कहा था कि यदि रूसो न हुआ होता, तो फ्रांस की क्रांति भी नहीं हुई होती.
रूसो के अनुसार कौन सा शासन श्रेष्ठ है?उनके अनुसार, केवल प्रकृति ही शुद्ध, स्वच्छ, श्रेष्ठ एवं प्रभावशाली है। मानव समाज पूर्ण रूप से भ्रष्ट है। इसलिए, व्यक्ति को समाज के बंधनों से मुक्त रहना चाहिए एवं “प्रकृति की अवस्था” में रहना चाहिए।
सामान्य इच्छा से आप क्या समझते हैं?सर्वसम्मति व्यक्तियों के हितों से भी सम्बन्धित हो सकती है, पर सामान्य इच्छा अनिवार्यतः सारे समाज के कल्याण से ही सम्बन्धित होती है।" सामान्य इच्छा और लोकमत रूसो सामान्य इच्छा और लोकमत में अन्तर स्पष्ट करता है। लोकमत का रूप हमेशा समाज की भलाई नहीं है। कभी-कभी लोकमत समाज के हित में नहीं होता।
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