पतली लैट्रिन आने पर क्या खाना चाहिए? - patalee laitrin aane par kya khaana chaahie?

दस्त (Loose motion) एक आम समस्या है, जो किसी को भी हो सकती है। इसके कारण शरीर में पानी की कमी हो जाती है और काफी कमजोरी महसूस होने लगती है। अगर समय पर दस्त को रोका न जाए, तो हॉस्पिटल जाने तक की नौबत आ सकती है। पर क्या हर बार दस्त के लिए दवा पर निर्भर होना ठीक है? तो इसका स्पष्ट जवाब है ‘नहीं’। क्योंकि हमारे रसोई घर में कुछ ऐसी रेमेडीज (Kitchen Remedies) हैं, जो दस्त होने पर आपको राहत दे सकती हैं। दादी-नानी के नुस्खों में शुमार ये 5 होम रेमेडीज, आप भी आजमा सकती हैं। आयुर्वेद (Ayurveda) भी इन नुस्खों का समर्थन करता है। 

पर उपचार से पहले जान लेते हैं दस्त होने के आम कारण ? 

दस्त जिसे अंग्रेजी में डायरिया (diarrhea) के नाम से जाना जाता है, में शरीर डिहाइड्रेट हो जाता है। बार-बार मल त्याग के कारण शरीर काफी कमजोरी महसूस करने लगता है। आयुर्वेद के अनुसार जब शरीर में उपस्थित दोष वात, पित्त, कफ में मुख्यतः वातदोष असंतुलित हो जाता है, तब यह समस्या हो सकती है। 

आयुर्वेद में दस्त के कई उपाए हैं। चित्र : शटरस्टॉक

इसके लिए अनहेल्दी फूड, खराब पाचन तंत्र और देर रात किया गया भोजन भी जिम्मेदार हो सकता है। कभी-कभी गर्म तासीर वाली चीजें या बासी भोजन भी इसका कारण हो सकता है। जिससे कई अन्य बीमारियां भी जन्म ले सकती हैं।

यहां लूज मोशन के लिए आम कारण दिए गए हैं 

  1. गंदा या अस्वस्थ पानी
  2. बासी खाना
  3. तैलीय भोजन
  4. ज्यादा देर तक मल को रोकना
  5. सर्दियों के मौसम में अस्वस्थ जीवनशैली भी कई बार दस्त का कारण बन जाती है।

दस्त होने पर दवा से पहले आजमाएं मम्मी के बताए ये 5 घरेलू नुस्खे 

1 नमक चीनी का घोल 

नमक पानी का घोल दस्त में पानी की कमी पूरी कर सकता है। चित्र : शटरस्टॉक

नमक चीनी के घोल के सेवन से दस्त से होने वाली कमजोरी दूर हो सकती है। यह दस्त को रोकने में भी काफी मददगार है। इस उपाय को आजमाने के लिए आप को बराबर मात्रा में पानी में नमक और चीनी का घोल तैयार करना है और इसे थोड़ी थोड़ी देर में पीना है। ताकि आपके शरीर में जो पानी की कमी हो रही है, उस पर काबू पाया जा सके। 

2 नींबू का रस 

नींबू का रस आंतों की सफाई करने में काफी मददगार है। यह आपके दस्त को रोकने में काफी मदद कर सकता है। इसके लिए आपको एक कप पानी में नींबू का रस मिला देना है और रोज दिन में तीन बार यानी सुबह, दोपहर, शाम इसका सेवन करना है। कई लोगों को दस्त के साथ पेचिश या खूनी पेचिश की समस्या भी हो जाती है, यह उसमें काफी मददगार साबित हो सकता है।

4 जीरा पानी 

1 लीटर पानी में एक चम्मच जीरे को ऊबाल लें और फिर ठंडा करके रख लें। आपको पानी तब तक उबालना है, जब तक यह उबलकर आधा न रह जाए। उसके बाद थोड़ी-थोड़ी मात्रा में उसका सेवन करें। यह दस्त रोकने का काफी अच्छा उपाय है।

5 केला 

दस्त रोकने में केला है मददगार। चित्र-शटरस्टॉक।

दस्त में मेरी मम्मी केला खाने के लिए कहती हैं। हालाकि जब इसकी वजह जानी तो पता चला कि केले में पोटैशियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। पोटैशियम इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी को पूरा करता है, जो बार-बार दस्त आने की वजह से कम हो जाते हैं। 

6 नारियल पानी 

ताजा नारियल पानी दस्त से पीड़ित रोगियों को पिलाने की सलाह दी जाती है। दरअसल नारियल पानी में पोटैशियम और सोडियम जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं। जो शरीर के इलेक्ट्रोलाइट संतुलन को बनाए रखने में मदद करते हैं। ये लूज मोशन की वजह से होने वाले डिहाइड्रेशन से बचाता है और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करता है। 

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लूज मोशन व दस्त होने की कई वजह हो सकती है लेकिन इस दौरान परेशानी का सामना जरूर करना पड़ता है, साथ ही दस्त होने से शरीर में कमजोरी आती है, सो अलग। हम आपको कुछ ऐसे उपाय बता रहे हैं जो लूज मोशन को रोकने में सहायक होंगे -

1 ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं -

लूज मोशन होने की स्थिति में ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं, क्योंकि इस दौरान शरीर से पानी भी बाहर निकल जाता है। अगर आप फल व सब्जियों का जूस, नींबू पानी, नमक-चीनी का घोल या फिर नारियल पानी पिएं तो और भी बेहतर होगा।

लूज मोशन होने की स्थिति में अदरक का सेवन भी कारगर होता है। अदरक में एंटीफंगल और एंटी-बैक्टीरियल तत्व पाए जाते हैं, जो इस दौरान होने वाले पेट दर्द में राहत देते है। आप चाहे तो अदरक का पाउडर को दूध में मिलाकर पी सकते हैं।

लूज मोशन होने की स्थिति में दही का सेवन भी फायदेमंद रहता है। दही में बैक्टीरिया मौजूद होते है जो पेट जल्दी ठीक करने के साथ ही पेट को ठंडा रखने में मदद करते है।

लूज मोशन होने पर केले का सेवन भी राहत देता है। केले में मौजूद पेक्टिन लूज मोशन को रोकने का काम करता है।

लगातार लूज मोशन होने पर एक चम्मच जीरा चबा लें और पानी पी लें। ऐसा करने से लूज मोशन जल्दी रुकने में मदद मिलती हैं।

नई दिल्ली: लूज मोशन जिसे दस्त भी कहते हैं और मेडिकल टर्म में डायरिया (Diarrhea), वह बच्चों से लेकर वयस्क और बुजुर्गों तक में होने वाली सबसे कॉमन समस्या है, जो आमतौर पर बहुत अधिक गंभीर बीमारी नहीं होती. ऐसा जरूरी नहीं कि ज्यादा खाने, बाहर का खाने या चटर-पटर खाने की वजह से ही पेट खराब होता है. कई बार बिना किसी कारण के भी पेट खराब हो जाता है. लूज मोशन (Loose Motion) जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है, इसमें दिनभर में कई बार पानी जैसा पतला मल त्याग होने लगता है. अगर इसे समय रहते कंट्रोल न किया जाए तो डिहाइड्रेशन (Dehydration) यानी शरीर में पानी की कमी की भी समस्या हो सकती है. कई बार जब आंत में किसी तरह का इंफेक्शन हो जाता है तो इस वजह से भी लूज मोशन की समस्या होती है. अगर पेट खराब होने की समस्या बहुत अधिक गंभीर नहीं है तो आप घर पर ही कुछ घरेलू उपायों को आजमाकर इसका इलाज कर सकते हैं.

इन वजहों से होता है पेट खराब

-बैक्टीरिया से दूषित हुए भोजन या पानी का सेवन करने से (Contaminated food and water)
-वायरल इंफेक्शन (Viral Infection) जैसे- हेपेटाइटिस, नोरोवायरस या रोटावायरस की वजह से
-इरिटेबल बाउल सिंड्रोम बीमारी की वजह से
-कई बार किसी फूड आइटम से हुई एलर्जी (Allergy) के कारण
-फूड पॉयजनिंग

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लूज मोशन के लिए घरेलू उपाय

1. दही खाएं- दही (Yogurt) में प्रोबायोटिक्स यानी गुड बैक्टीरिया होता है जो हमारी आंत को हेल्दी बनाए रखने में मदद करता है. लूज मोशन का कारण बनने वाले बैड बैक्टीरिया से लड़कर लूज मोशन की समस्या दूर करने में मदद कर सकती है दही. जब तक पेट पूरी तरह से ठीक न हो जाए तब तक रोजाना 2 बार 1 कटोरी सादी दही खाएं. आप चाहें तो दही में चुटकी भर नमक या काली मिर्च मिला सकते हैं लेकिन और कुछ न मिलाएं. लूज मोशन ठीक करने का बेहतरीन उपाय है 1 कटोरी सादी दही. आप चाहें तो छाछ भी पी सकते हैं क्योंकि ये भी दही से ही बनता है.

2. नारियल पानी- नारियल पानी (Coconut Water) में पोटैशियम और सोडियम जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं जो शरीर में इलेक्ट्रोलाइट के बैलेंस को बनाए रखने में मदद करते हैं. लूज मोशन होने पर शरीर से पानी के साथ ही जरूरी मिनरल्स भी बाहर निकलने लगते हैं. ऐसे में नारियल पानी शरीर में फ्लूइड्स के बैलेंस को बनाए रखने में और खून के सर्कुलेशन को बेहतर करने में मदद करता है. साथ ही नारियल पानी में विटामिन सी, एमिनो एसिड, मैग्नीशियम और कई एंजाइम्स भी होते हैं जो इम्यूनिटी को मजबूत बनाते हैं.

3. केला और आलू खाएं- केला (Banana) और आलू (Potato) जैसे फल और सब्जियां जिसमें पोटैशियम की मात्रा अधिक होती है, उनका सेवन करें. साथ ही इनमें पेक्टिन नाम का पानी में घुलनशील फाइबर होता है जो आंत में अतिरिक्त पानी को सोखने में मदद करता है. साथ ही केले में बेहद अहम इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं जो लूज मोशन के साथ शरीर से बाहर निकले मिनरल्स के बैलेंस को वापस बनाए रखने में मदद करता है. साथ ही आपके थके हुए शरीर को एनर्जी भी देता है केला. लूज मोशन होने पर आप हर 3-4 घंटे में 1 केला खा सकते हैं, आलू को उबालकर और उसमें चुटकी भर नमक या काली मिर्च डालकर खाएं.

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4. जीरे का पानी- जीरे (Cumin Seeds) में एंटीसेप्टिक प्रॉपर्टीज होती है जो आंत को नुकसान पहुंचा रहे बैक्टीरिया को शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है और आंत को राहत देता है. साथ ही जीरा का पानी शरीर में पानी की कमी नहीं होने देता और तापमान को नॉर्मल करने में भी मदद करता है. केला, आलू और नारियल पानी की ही तरह जीरे में भी पोटैशियम होता है जो शरीर में इलेक्ट्रोलाइट के बैलेंस को बनाए रखने में मदद करता है.

5. खट्टे फल- नींबू, मौसंबी, आंवला जैसे खट्टे फल भी शरीर में जमा विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं जिसकी वजह से आपको लूज मोशन की समस्या हुई है. आप चाहें तो दिनभर में कई बार इन फलों को खा सकते हैं. हालांकि सुबह खाली पेट या फिर रात के समय खट्टे फल न खाएं वरना पेट फूलने और पेट में इरिटेशन जैसी दिक्कतें हो सकती हैं. आंवले में चुटकी भर चीनी मिलाकर मिक्सी में पीस दें. यह ड्रिंक भी लूज मोशन के लिए एक अच्छा घरेलू नुस्खा है.

(नोट: किसी भी उपाय को करने से पहले हमेशा किसी विशेषज्ञ या चिकित्सक से परामर्श करें. Zee News इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

पतली लैट्रिन कैसे बंद करें?

ज्यादा से ज्यादा करें पानी पिएं पेट खराब होने पर शरीर में पानी की कमी हो जाती है. ... .
अदरक भी करेगा फायदा अपसेट पेट में अदरक का इस्तेमाल काफी कारगर होता है. ... .
दही है फायदेमंद पेट दर्द में दही का इस्तेमाल काफी फायदेमंद रहता है. ... .
केला खाना भी रहेगा सही ... .
जीरा को अनदेखा नहीं कर सकते.

पतली लैट्रिन आने पर क्या खाएं?

News Reels.
दस्त होने पर आपको दिनभर में थोड़ा-थोड़ा खाना चाहिए. ... .
दस्‍त होने पर ब्लैंड फूड का सेवन करना चाहिए. ... .
दस्त होने पर आप ओटमील, दलिया, केले, सफेद चावल, ब्रेड, उबले हुए आलू खा सकते हैं..
दस्त होने पर खाने में चावल और मूंग दाल की पतली खिचड़ी दही के साथ खाएं..

पतली टट्टी होने का क्या कारण है?

बहुत पतली पॉटी यह पाइल्स बहुत ज़्यादा बढ़ जाने पर होता है या पेट में बुरे इन्फेक्शन से. आपके खाने पीने की आदतें ठीक न होने के कारण आपका पूरा पाचन तंत्र गड़बड़ा जाता है. ऐसी सूरत में आपको खुद पानी पीना चाहिए और समय पर हल्का लेकिन पौष्टिक भोजन लेना चाहिए.

लूज मोशन को जल्दी कैसे कंट्रोल करें?

लूज मोशन पर कंट्रोल करने के लिए जीरे का पानी भी काफी लाभकारी है. आप करीब एक लीटर पानी में एक चम्मच जीरा डालें और उसे अच्छे से उबाल लें. इसे उबालते हुए आधा कर लेना है, ठंडा होने पर इस पानी का सेवन करें, आपको राहत महसूस होगी.