पेट साफ करने के लिए कौन सा योग करना चाहिए? - pet saaph karane ke lie kaun sa yog karana chaahie?

इन दिनों लोगों की लाइफस्टाइल के साथ-साथ खानपान में भी काफी बदलाव देखने को मिल रहा है। बड़ी संख्या में लोग फास्ट फूड और जंक फूड जैसी चीजों का सेवन करने लगे हैं और इस वजह से बड़ी संख्या में लोग कब्ज यानी कॉन्स्टिपेशन की समस्या का भी शिकार हो रहे हैं। कब्ज की दिक्कत धीरे-धीरे एक आम समस्या बनती जा रही है और अगर समय रहते इसका सही इलाज न किया जाए तो कब्ज की वजह से बवासीर, शरीर में दर्द, सिरदर्द, ब्लोटिंग यानी पेट फूलने जैसी दिक्कतें भी बढ़ जाती हैं।

कब्ज दूर करने में मददगार है योग और एक्सर्साइज
वैसे तो कब्ज के कई कारण हैं जैसे जीवनशैली में बदलाव या सही समय पर भोजन न करना। कब्ज के दौरान खानपान पर विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है। कुछ फूड्स ऐसे हैं जिनसे कब्ज से राहत मिलती है, जबकि कई ऐसे हैं, जिन्हें कब्ज के दौरान बिल्कुल भी नहीं खाने चाहिए, क्योंकि ये कब्ज को और ज्यादा बढ़ा देते हैं। खानपान के साथ-साथ एक और चीज जिसका ध्यान रखने से कब्ज की समस्या में राहत मिल सकती है वो है एक्सर्साइज और योग। अगर आप शरीर को ऐक्टिव रखेंगे तो कब्ज को दूर करने में मदद मिलेगी। फाइबर से भरपूर चीजों का सेवन करने के साथ-साथ नियमित रूप से योग करना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है और ऐसा ही एक योगासन है- उदराकर्षणासन।

कब्ज दूर करने के लिए ये हैं सबसे आसान घरेलू उपाय


उदराकर्षणासन के लाभ
योग में षट्कर्म की एक क्रिया है, जिसका नाम है शंखप्रक्षालन। यह क्रिया पूरे पेट की सफाई कर देती है। इस क्रिया में किये जाने वाले चार आसनों में उदराकर्षणासन एक आसन है।
- यह आसन कब्ज को दूर करने वाला है।
- पेट की चर्बी हटाने में मदद करता है
- पेट को नरम बनाये रखता है।
- गैस, अफारा, ऐसिडिटी, भूख न लगना जैसी दिक्कतें दूर करने में मदद करता है।
- डायबीटीज, लिवर की शिकायत, मूत्रदोष आदि पेट के रोगों को दूर करने में मदद करता है।
- पीरियड्स के दौरान होने वाले मेन्स्ट्रुअल क्रैम्प्स को दूर करने में मदद करता है।
- डाइजेशन को बेहतर बनाने में मददगार।
- व्यक्ति के पॉस्चर को सही बनाता है और स्पाइनल कॉर्ड से जुड़ी दिक्कतों को दूर करता है।


उदराकर्षणासन करने की विधि
- सबसे पहले घुटने मोड़कर, दोनों पैरों की एड़ी और पंजों पर बैठ जाएं और हाथों को घुटनों पर रख लें।
- अब गहरी सांस भरें फिर सांस निकालते हुए दाहिने घुटने को बाएं पंजे के पास जमीन पर टिकाएं और बाएं घुटने को छाती की ओर दबाएं।
- ऐसा करने से बाई जंघा पेट पर दबाव डालने लगेगी।
- अब पूरा शरीर गर्दन सहित बाईं ओर घुमा दें। ऐसी स्थिति में दायां घुटना बाएं पंजे के पास रहेगा।
- यथाशक्ति आसन को रोक कर रखें, फिर सांस भरते हुए सामान्य अवस्था में लौट आएं।
- इसी प्रकार दूसरे पैर से भी कर लें। अधिकतम फायदा लेने के लिए 6-8 बार इसका अभ्यास कर लें।

उदराकर्षणासन करते वक्त बरतें सावधानी
- जहां तक शरीर को स्ट्रेच कर पा रहे हों वहीं तक करें बहुत ज्यादा स्ट्रेच करने से जांघ, पैर, घुटने, कमर और कूल्हे में दर्द हो सकता है।
- घुटनों या कमर में दर्द रहता हो तो इस योगासन का अभ्यास नहीं करना चाहिए वरना आपका दर्द बढ़ सकता है।


Yoga For Constipation: 'पेट अच्छा तो दिन अच्छा'- ये कहावत तो आपने कई बार सुनी होगी लेकिन वहीं अगर ये पेट अच्छा न हो, तो इसका असर न सिर्फ आपके पेट पर बल्कि आपके मूड पर भी पड़ने लगता है। जी हां, कब्ज ऐसी ही पेट से जुड़ी एक समस्या का नाम है। कब्ज की समस्या तब होती है, जब व्यक्ति को अपनी बड़ी आंत को खाली करने में कठिनाई आती है। इस समस्या की वजह से व्यक्ति को कई अन्य रोग भी घेर सकते हैं। अक्सर लोग कब्ज से राहत पाने के लिए दवा या कोई चूरन खा लेते हैं। लेकिन यह इलाज कुछ समय के लिए ही अपना असर बनाए रखता है और कब्ज की समस्या दोबारा व्यक्ति को परेशान करने लगती है। अगर आपको भी कब्ज की दिक्कत रहती हैं तो ये योगासन आपकी मदद कर सकते हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में। 

कुछ लोगों के लिए कब्ज एक दैनिक मामला बन गया है।और, हम आम तौर पर इसे एक बीमारी मान लेते हैं ; जबकि यह एक लक्षण है। यदि सही समय पर इसका इलाज़ नहीं किया गया तो यह श्रोणि रोगों और पेट के विकारों में बदल सकता है। लेकिन हम अक्सर कब्ज को लापरवाही से लेते हैं।

कब्ज कैसे होता है? 

कब्ज अलग अलग लोगों के लिए अलग अलग मायने रखता है। कुछ लोगों के लिए यह असामयिक मल हो सकता है, और कुछ लोगों के लिए केवल कठिन मल का पारित होना हो सकता है। जो भी मामला हो, इस समस्या का मूल कारण हमारी अस्वास्थ्यकर जीवनशैली है।

अनुचित काम का समय, आराम करने के लिए कम समय और बहुत अधिक जंक फूड का सेवन हमारे शरीर को नुकसान पहुचाता है जिसे कि हम अक्सर नज़रअंदाज़ कर देते हैं । इसके अलावा आहार में ताज़े फल और हरी पत्तेदार सब्जियों की कमी से, विशेष रूप से भोजन जिसमें फाइबर कम हो, कब्ज का कारण बन सकता है। पानी का कम सेवन भी एक और कारण है।

कब्ज के लक्षण 

  • अनियमित या कम मात्रा में मल त्याग
  • मल त्यागने में दबाव
  • छोटे या कठिन मल का पारित होना
  • पेट में दर्द और ऐंठन
  • फूला हुआ पेट

 

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कब्ज का इलाज कैसे करें ? 

कब्ज की समस्या को इसकी प्रारंभिक अवस्था में संबोधित किया जाना चाहिए। समय पर इसकी देखभाल न करने पर यह एक खतरनाक श्रोणि रोगों और अन्य पेट के विकारों में परिवर्तित हो सकती है।

कब्ज का इलाज करने के लिए कुछ सुझाव:

  • हमारे आहार के माध्यम से हम कब्ज का सरल तरीके से इलाज कर सकते हैं। ताजी पत्तेदार सब्जियों और फलों जैसे फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का अधिक से अधिक सेवन करें।
  • पानी का खूब सेवन करें। सुबह में गर्म तरल पदार्थ का सेवन बहुत उपयोगी हो सकता है।
  • दैनिक मल त्याग के लिए एक नियमित दिनचर्या स्थापित करें।
  • नियमित योगाभ्यास करें।

कब्ज का इलाज करने के विभिन्न तरीके हैं। रेचक और अन्य उपचार उपलब्ध हैं जो कब्ज से राहत प्रदान कर सकते हैं। लेकिन यह ठीक ही कहा गया है की - निवारण हमेशा इलाज से बेहतर है और योग कब्ज को रोकने का सबसे अच्छा तरीका है।

योग, कब्ज को दूर करने का एक प्राकृतिक तरीका 

कुछ ही मिनटों का नियमित योग अभ्यास अनियमित मल त्यागने की तकलीफ़ को सुधारने में मदद करता है, पेट में खिंचाव और पेट फूलने की समस्या से भी राहत दिलाता है व सारा दिन सुख एवं शांति रखने में भी मदद करता है।

योग हमारे शरीर को तरोताज़ा करता है और शरीर में रक्त औरऑक्सीजन के प्रवाह को भी बढ़ाने में मदद करता है। अधिकांश योग आसनों में श्रोणि का अच्छा संचलन शामिल होने के कारण, योग अभ्यास वास्तव में कब्ज से राहत दिलाने में मदद कर सकता हैं।

कब्ज दूर करने के लिए पाँच योगासन 

यहाँ कुछ योग आसन दिए गए हैं, नियमित रूप इनका अभ्यास करने पर, कब्ज की बीमारी में राहत मिल सकती है।

मयूरासन 

यह आसन पाचन को बेहतर बनाने में मदद करता है और अस्वास्थ्यकर भोजन के प्रभाव को नष्ट करता है। यह आसन पेट दबाव को बढ़ाता है ,जो प्लीहा और यकृत एनलार्ज्मेंट्स को कम कर देता है। यह आसन आंतो को भी मजबूत बनाता है। इस तरह से कब्ज की समस्या से राहत दिलाता में मदद करता है।

अर्ध मत्स्येंद्रासन 

इस आसन के महत्वपूर्ण शारीरिक पहलू यह हैं कि - यह पैन्क्रियाज़, लिवर , स्प्लीन, किडनी, पेट और कोलन  को प्रभावित करता है , इसलिए मल त्यागने में सुधार और कब्ज से राहत प्रदान करता है।

हलासन 

हलासन  को करने से कब्ज, बदहज़मी और पेट संबंधी सभी प्रकार की बीमारियों से छुटकारा मिलता है। साथ ही पाचन क्रिया भी मजबूत होती है। अगर आप अपने बढ़ते वजन से परेशान हैं तो अपने वजन को कम करने के लिए रोजाना हलासन जरूर करें।

पवनमुक्तासन 

जैसा नाम से ही पता चलता है, यह आसन शरीर से गैस को बाहर निकालने में मदद करता है। हममें से ज्यादातर नियमित कब्ज से पीड़ित लोगों के लिए यह एक आम परेशानी है। यह आसन अपच/ मन्दाग्नि सहित कई पाचन संबंधी विकार को भी दूर करने में मदद कर सकता है। यह अम्लपित्त जिसे एसिड रिफ्लक्स भी कहते हैं, से राहत दिलाने में भी मदद करता है, जो की अपच के कारण ही होता है।

तितली मुद्रा 

यह आगे झुककर करने वाले आसन से हमारे पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में मदद मिलती है और गैस, ऐंठन और पेट की सूजन से भी राहत दिलाता है। यह आसन तनाव को कम करने में भी मदद करता है जो कि अच्छे पाचन के लिए अत्यंत आवश्यक है।

योग का नियमित अभ्यास आपको रखेगा कब्ज़ से दूर 

चिंता करना बंद करें और अभ्यास शुरू करें! आपके दैनिक समय के बस कुछ ही पल के अभ्यास से आप एक स्वस्थ पाचन तंत्र प्राप्त कर सकते हैं तथा परिणामस्वरूप खुश भी रह सकते हैं। परंतु अपने आहार में सुधार लाना मत भूलिएगा, जैसे कि फाइबरयुक्त  खाना, फल और सब्ज़ी और पानी का पर्याप्त सेवन कब्ज को दूर रखने में आपको मदद करेगा। योग का नियमित रूप से अभ्यास शरीर और मन के विकास में मदद करता है, साथ ही इसके कई स्वास्थ्य संबंधी लाभ भी हैं परंतु फिर भी यह दवा का विकल्प नहीं है।

एक प्रशिक्षित श्री श्री योग शिक्षक की देखरेख में ही इन योग आसनों को सीखना व इनका अभ्यास करना चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य सम्बन्धी विकार की स्थिति में, एक डॉक्टर और एक श्री श्री योग प्रशिक्षक से परामर्श के बाद ही योग आसनों का अभ्यास करें। श्री श्री योग पाठ्यक्रम के बारे में जानने के लिए अपने नज़दीकी 'आर्ट ऑफ़ लिविंग सेंटर' में पूछताछ करें।

यदि आपको इस पाठ्यक्रम के बारे में और अधिक जानकारी चाहिए या फिर आप अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त  करना चाहते हैं तो हमें info@artoflivingyoga.org इस पते पर लिखें।

5 मिनट में पेट साफ कैसे करें?

अगर आप “5 मिनट में पेट साफ कैसे करें?” – इस सवाल से जूझ रहे हैं, तो अपनी दिनचर्या में फाइबर का सेवन बढ़ाना, सपोसिटरी का उपयोग करना या मल सॉफ़्नर लेना शामिल हो सकते हैं। स्क्वाट पोजीशन आज़माने, हल्का व्यायाम करने या कोलोनिक मसाज करने से भी मदद मिल सकती है।

तुरंत पेट साफ करने के लिए क्या करें?

पेट को साफ करने के तरीके | Ways To Clean Stomach.
खूब पानी पिएं पानी आपके पेट से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है. ... .
नमक का पानी एक गिलास गुनगुने पानी में 2-3 चम्मच पिंक या सी सॉल्ट मिलाकर खाली पेट पिएं. ... .
फाइबर से भरपूर फूड्स ... .
शहद और नींबू पानी ... .
जूस और स्मूदी ... .
हर्बल टी ... .
अदरक ... .
पुदीना.

पेट साफ करने के लिए कौन सा एक्सरसाइज करना चाहिए?

पेट साफ करने वाले योगासन.
भुजंगासन.
अर्ध मत्स्येंद्रासन.
सुप्त मत्स्येन्द्रासन.
विपरीत करनी.
पवनमुक्तासन.

पेट साफ नहीं हो रहा हो तो क्या करें?

पेट साफ करने के लिए आपको हरी पत्तेदार सब्जियों और ताजा फलों का सेवन करना चाहिए। साथ ही, अपनी डाइट में लस्सी और दही को शामिल करना चाहिए। इन सबके अलावा, रोजाना सुबह खाली पेट हल्का गुनगुना पानी पीना सबसे बेहतर है।

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