पेट में गैस बनने पर कौन सी गोली लेनी चाहिए? - pet mein gais banane par kaun see golee lenee chaahie?

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गैस की समस्या हमेशा पेट से जुड़ी नहीं होती

गैसकी समस्या हमेशा पेट से जुड़ी नहीं होती। दूसरी बीमारी के कारण भी यह समस्या मरीज को हो सकती है, पर वह उसे गैस ही समझता है। पेप्टिक अल्सर, गॉल ब्लाडर स्टोन, भोजन की थैली में कैंसर, पैंक्रियाज की बीमारी, आंत की बीमारी, हार्ट और न्यूरोलॉजिकल गड़बड़ी के कारण भी ऐसी समस्या हो सकती है। यदि तकलीफ छह सप्ताह से अधिक है तो उसकी जांच और विशेषज्ञ डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। जिससे पता चल जाए कि पेट की बीमारी है या फिर कोई अन्य। इसके अलावा भूख की कमी, वजन घटना, उल्टी, बुखार, शौच का रंग काला या लाल हो तो तुरंत जांच करा लेनी चाहिए। यह गंभीर बीमारी के लक्षण हो सकते हैं। इसलिए इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यह कहना है वरीय पेट रोग विशेषज्ञ डॉ. मनोज कुमार का। वे शनिवार को दैनिक भास्कर की हेल्थ काउंसिलिंग में पाठकों को सलाह दे रहे थे।

डॉ. मनोज ने कहा कि किसी भी बीमारी को पेट की बीमारी नहीं समझना चाहिए। इसके अलावा खुद से इलाज भी जोखिम भरा होता है। जानकारी के अभाव में खुद से दवा खरीद कर खाते रहते हैं। ऐसा लंबे समय तक नहीं करना चाहिए। पेट की कोई बीमारी यदि छह सप्ताह तक खत्म नहीं हो रही है तो डॉक्टर से अवश्य दिखा लेना चाहिए। दवा से यदि राहत नहीं मिलती है तो कुछ स्पेशलाइज्ड जांच करानी पड़ती है। जैसे इंडोस्कोपी या फिर कोलोनोस्कोपी। वैसे अधिकांश लोग पेट में गैस होने की शिकायत करते हैं। पर जांच से अधिकांश मामलों में अन्य बीमारी की जानकारी मिलती है। समय पर बीमारी की पहचान हो जाए तो इलाज संभव है। यदि बीमारी जड़ से खत्म नहीं हो सकती है तो उसे नियंत्रित किया जा सकता है।

इन्होंने ने भी किया फोन : राज(महेंद्रू), अनिल कुमार (फतुहा), निर्मला देवी (दीघा), अशोक कुमार सिंह (कंकड़बाग), सुशील त्रिपाठी (पटना), विनय कुमार (पटना), भगवान चरण (आरा), कौशल कुमार (हाजीपुर), राहुल राज (मुजफ्फरपुर)।

{पेट में दर्द रहता है? राजेश तिवारी, मसौढ़ी

- कीड़ा मारने की दवा लीजिए। दर्द से आराम मिल जाएगा।

{छह साल की बच्ची के पेट में दर्द रहता है? दीपा, फुलवारीशरीफ

- फिलहाल पेंटासीड-20 दस दिन तक दीजिए। आराम मिले तो इसे एक महीने तक जारी रखें। भूख लगे या नहीं उसे समय पर खाना दें। दवा से आराम नहीं मिले तो डॉक्टर से दिखा लें।

{पेट साफ नहीं होता है? मनोज कुमार, बख्तियारपुर

- भोजन में चना, हरी सब्जी को शामिल कीजिए। रात में इसबगोल की भूसी दो चम्मच लें। सुबह टहलिए इसके बावजूद परेशानी रहे तो डॉक्टर से दिखा लें।

{नाभी के नीचे दर्द रहता है? रामप्रकाश, पटना

- खाली पेट में दवा पैन-40 टैबलेट एक महीने तक लें। यदि दवा छोड़ने पर दर्द रहे तो डॉक्टर से दिखाना पड़ेगा।

{खाना खाने के बाद पेट में दर्द होता है? दीपक, मसौढ़ी

- कीड़ा मारने की दवा नो वोर्म-400 एमजी एक बार लें। खाली पेट में एक महीने तक रैजो-20 एमजी दवा ले सकते हैं। इसके बावजूद भी परेशानी रहे तो डॉक्टर से मिलें।

{नानाजी को गैस परेशान करती है। पेट भी फूल जाता है? दीपक कुमार, फतुहा

- सिर्फ चावल खाने से पेट फूलता है तो चावल से परहेज करना होगा। कुछ लोगों को कई तरह के भोजन से एलर्जी के कारण भी ऐसा होता है। रात में दो चम्मच इसबगोल की भूसी दीजिए। भोजन में चना और हरी सब्जी शामिल करें। व्यायाम या फिर टहलने की जरूरत है।

डॉ. मनोज कुमार

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विषयसूची

  • 1 गैस बनने पर कौन सी टेबलेट लेनी चाहिए?
  • 2 मिट्टी का तेल कौन सा ईंधन है?
  • 3 आयुर्वेद में गैस की सबसे अच्छी दवा कौन सी है?
  • 4 आंतों में गैस क्यों बनती है?
  • 5 मिट्टी का तेल सूंघने से क्या होता है?
  • 6 पेट्रोल तथा मिट्टी का तेल जोकि आपस में घुलनशील है कि मिश्रण को आप कैसे पृथक करेंगे?

गैस बनने पर कौन सी टेबलेट लेनी चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंनींबू का रस व अदरक एक – एक चम्मच लें, फिर उसमें थोड़ा सा काला नमक मिलाएं और इसे खाने के बाद खाएं, इससे पाचन शक्ति अच्छी होती है और गैस की समस्या भी दूर होती है। अजवायन के चूर्ण को गर्म पानी के साथ खाएं, इससे गैस, बदहजमी से आराम मिलता है। रोज़ 2 – 3 छोटी हरड़ मुंह में डालकर चूसते रहें, फायदा होगा।

ज्यादा गैस की दवाई खाने से क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंपेट में गैस बनने पर क्‍या आप भी लेने लगती हैं दवा, तो गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट से जानिए इनके दुष्‍प्रभाव अनियंत्रित खाने की आद, कमजोर पाचन शक्ति या रात भर की अधूरी नींद, पेट में गैस बनने के कई कारण हो सकते हैं। पर अगर आप इससे निजात पाने के लिए दवाओं पर निर्भर रहने लगीं हैं, तो आपको सावधान हो जाना चाहिए।

मिट्टी का तेल कौन सा ईंधन है?

इसे सुनेंरोकेंकेरोसीन या ‘मिट्टी का तेल’ (अंग्रेज़ी: Kerosene) एक तरल खनिज है, जिसका मुख्य उपयोग दीपक, स्टोव, लालटेन और ट्रैक्टरों में जलाने में होता है। औषधियों में विलायक के रूप में, उद्योग धंधों में, प्राकृतिक गैस से पैट्रोल निकालने में तथा अवशोषक तेल के रूप में भी इसका व्यवहार होता है।

केरोसिन किसका मिश्रण है?

इसे सुनेंरोकेंकेरोसीन कच्चे पेट्रोलियम का वह अंश है जो 175-275 सें. ताप पर आसुत होता है। इसका विशिष्ट गुरुत्व 0.775 से लेकर 0.850 तक होता है। इसमें पैराफिन, नैफ्थीन और सौरभिक हाइड्रोकार्बन रहता है।

आयुर्वेद में गैस की सबसे अच्छी दवा कौन सी है?

Home Remedies For Gas: पेट में गैस ज्यादा बनती है तो इन आयुर्वेदिक नुस्खो से करें इलाज

  • अजवाइन से करें गैस का इलाज:
  • पेट में गैस बनने पर अजवाइन का इस्तेमाल बेहद फायदेमंद है।
  • जीरा के पानी का सेवन करें:
  • जीरा का पानी पीने से गैस की समस्या का उपचार किया जा सकता है।
  • हींग:
  • अदरक:
  • बेकिंग पाउडर के साथ नींबू का रस:
  • त्रिफला:

गैस का सबसे बढ़िया दवाई कौन सा है?

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आंतों में गैस क्यों बनती है?

इसे सुनेंरोकेंReasons Of Gas गैस आमतौर पर आंत में बनती है जो छोटी आंत के जरिए बड़ी आंत में तेजी से फैलती है। गैस बनने का सबसे बड़ा कारण अपच है जिसकी वजह से आपका पाचन तंत्र पूरी तरह से बिगड़ जाता है। सुबह का नाश्ता नहीं करते तो अपनी इस आदत को बदले, क्योंकि गैस खाली पेट में ज्यादा बनती है। खाली पेट गैस ज्यादा बनती है।

क्या केरोसिन तेल शुद्ध पदार्थ है?

इसे सुनेंरोकेंजिन पदार्थों में एक से अधिक अवयव मिले होते हैं, वह शुद्ध पदार्थ नहीं कहलाते है। जबकि ऊपर दिया जाए विकल्पों में से दही में अनेक अवयवों का मिश्रण होता है, केरोसिन तेल में भी अन्य अवयवों का मिश्रण होता है और आइसक्रीम भी अनेक तरह के पदार्थों को मिलाकर बनाई जाती है।

मिट्टी का तेल सूंघने से क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंकेरोसिन की गंध से परिजनों को यह समझते देर न लगी कि उसने शीशी में रखा केरोसिन पी लिया है। जब बच्चा या युवा इसका सेवन कर लेता है तो आहार नली के अलावा मिट्टी का तेल श्वास नली के माध्यम से भी फेफड़ों तक पहुंच जाता है। श्वास नली में तेल जाते ही सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। एस्पीरेशन निमोनाइटिस हो जाती है।

मिट्टी का तेल क्यों नहीं मिलता है?

इसे सुनेंरोकेंजानकारी के अनुसार देश में जल्द ही मिट्टी का तेल यानी कैरोसिन आॅयल मिलना बंद हो जाएगा। उनका मानना है कि देश में बिजली आैर गैस कनेक्शन होने के बाद कैरोसिन आॅयल की जरुरत नहीं होगी। साथ ही सरकार द्वारा दी जा रही 4500 करोड़ रुपए की सब्सिडी की बचत होगी। आइए आपको भी बताते हैं कि सरकार कैरोसिन आॅयल को लेकर क्या करने जा रही है…

पेट्रोल तथा मिट्टी का तेल जोकि आपस में घुलनशील है कि मिश्रण को आप कैसे पृथक करेंगे?

इसे सुनेंरोकेंपेट्रोल तथा मिट्टी के तेल के क्वथनांकों में 25^@C से अधिक का अंतराल है। पेट्रोल वे मिट्टी के तेल का पृथक्करण प्रभाजी आसवन विधि द्वारा किया जाता है। दोनों के मिश्रण को प्रभाजी आसवन स्तम्भ में ले जाते हैं फिर ताप को घटाकर उसे ठंडा किया जाता है जहाँ वाष्प अपने-अपने क्वथनांक के अनुसार पृथक् हो जाती है।

गैस के लिए सबसे अच्छा टेबलेट कौन सा है?

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गैस की टेबलेट का क्या नाम है?

इसमें ओपेराजोल, हिस्टामाइटन 2 रानिटिडाइन जैसे दवाएं भी आम तौर पर दी जाती है।