गर्भावस्था की पहली तिमाही में होने वाले सिरदर्द के कारण दूसरी और तीसरी तिमाही में होने वाले सिरदर्द के कारणों से अलग हो सकते हैं। कुछ मामलों में प्रेग्नेंसी में सिरदर्द (Headache during pregnancy) क्यों होता है, इसका मुख्य कारण अभी साफ नहीं है। पहली तिमाही में बदलते हॉर्मोन और रक्त प्रवाह के कारण प्रेग्नेंसी में सिरदर्द हो सकता है। गर्भावस्था में एक हल्का सिरदर्द स्ट्रेस, थकान और आंखों की थकावट के कारण हो सकता है। गर्भावस्था में साइनस (नाक संबंधित) के कारण सिरदर्द आमतौर पर नाक बंद होने या बहने के कारण हो सकता है। Show
गर्भावस्था के दौरान महिला को बहुत सी शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। जैसे की महिला को पेट में दर्द, उल्टियां, चक्कर आना, पैरों में सूजन, पेट सम्बंधित समस्या होना, नींद कम आना, सिर दर्द की समस्या होना, आदि परेशानियां हो सकती है। ऐसे में महिला को इन सभी को लेकर घबराना नहीं चाहिए क्योंकि इनका होना प्रेगनेंसी के दौरान आम बात होती है। लेकिन ऐसा जरुरी नहीं होता है की हर एक गर्भवती महिला को एक ही तरह की समस्या हो साथ ही कुछ महिलाओं को प्रेगनेंसी के दौरान बहुत अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है तो कुछ महिलाओं को कोई दिक्कत नहीं होती है। आज इस आर्टिकल में हम आपसे प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली सिर दर्द की समस्या के बारे में बात करने जा रहे हैं। प्रेगनेंसी में सिर दर्द होने के कारणगर्भावस्था में महिला को सिर दर्द की समस्या होने का कोई एक कारण नहीं होता है बल्कि ऐसे बहुत से कारण होते हैं जिनकी वजह से महिला को इस परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। जैसे की:
प्रेग्नेंट महिला सिर दर्द से बचे रहने के लिए इन बातों का ध्यान रखेंगर्भवती महिला यदि प्रेगनेंसी के दौरान यदि छोटी छोटी बातों का ध्यान रखती है तो इससे गर्भवती महिला को सिर दर्द की समस्या से बचे रहने में मदद मिलती है। तो आइये अब जानते हैं की गर्भवती महिला को सिर दर्द से बचे रहने के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। पोषक तत्वों से भरपूर डाइटप्रेग्नेंट महिला को अपनी डाइट का अच्छे से ध्यान रखना चाहिए और पोषक तत्वों से भरपूर डाइट लेनी चाहिए। क्योंकि इससे शरीर में पोषक तत्वों की कमी नहीं होती है जिससे महिला को ऊर्जा से भरपूर रहने में मदद मिलती है साथ ही सिर दर्द चक्कर जैसी परेशानी भी महिला को नहीं होती है। तरल पदार्थों की कमी शरीर में नहीं होने देंप्रेग्नेंट महिला को दिन में आठ से दस गिलास पानी व् अन्य तरल पदार्थों का सेवन भरपूर मात्रा में करना चाहिए। ऐसा करने से महिला को ऊर्जा से भरपूर व् एक्टिव रहने में मदद मिलती है जिससे महिला को सिर दर्द की समस्या से बचे रहने में मदद मिलती है। योगासन व् व्यायाम करेंस्ट्रैस होना सिर दर्द का अहम कारण होता है ऐसे में प्रेग्नेंट महिला को स्ट्रैस से बचे रहने के लिए प्रेगनेंसी के दौरान व्यायाम व् योगासन को अपनी दिनचर्या का अहम हिस्सा बनाना चाहिए। यदि महिला नियमित योगासन, मैडिटेशन, व्यायाम आदि करती है तो इससे महिला दिमागी रूप से रिलैक्स रहती है जिससे महिला को सिर दर्द की समस्या से बचे रहने में मदद मिलती है। नींद लें भरपूरजो महिलाएं समय से नहीं सोती है, ज्यादा समय के लिए सोती है, भरपूर नींद नहीं लेती है उन महिलाओं को भी सिर दर्द की समस्या हो सकती है। ऐसे में गर्भवती महिला को भरपूर नींद लेनी चाहिए ताकि महिला को इस परेशानी से बचे रहने में मदद मिल सकें। मन में नेगेटिव विचार नहीं आने देंगर्भावस्था के दौरान महिला के मन में बहुत सी बातें आती है और इस दौरान लोगो की अलग अलग बातें सुनकर नेगेटिव विचार मन में आने लगते हैं। ऐसे में प्रेग्नेंट महिला को अपने मन में नेगेटिव विचार नहीं आने देने चाहिए क्योंकि ज्यादा गलत सोचने के कारण भी महिला को सिर में दर्द की समस्या बढ़ सकती है। बल्कि महिला को हमेशा पॉजिटिव सोचना चाहिए और खुश रहना चाहिए ताकि महिला को ऐसी कोई समस्या नहीं हो। मसाजसिर दर्द की समस्या से बचे रहने के लिए आप सिर में मसाज कर सकते हैं ऐसा करने सिर की मांसपेशियों में आये तनाव को दूर करने और सिर में ब्लड फ्लो को सही होने में मदद मिलती है। जिससे सिर दर्द को आराम मिलता है। डॉक्टर से मिलेंप्रेगनेंसी के दौरान यदि महिला को सिर दर्द की समस्या सहनीय है तो महिला इसे लेकर बिल्कुल नहीं घबराये लेकिन यदि महिला की यह समस्या असहनीय है तो महिला को इसे अनदेखा नहीं करना चाहिए। और डॉक्टर से मिलना चाहिए खासकर जिन महिलाओं को माइग्रेन की समस्या के कारण सिर दर्द की समस्या अधिक होती है उन्हें इस बात का ज्यादा ध्यान रखना चाहिए। फ़ोन का ज्यादा इस्तेमाल नहीं करेंगर्भवती महिला को फ़ोन, कंप्यूटर आदि का जरुरत से ज्यादा इस्तेमाल भी नहीं करना चाहिए। यदि महिला इस बात का ध्यान रखती है तो इससे भी गर्भवती महिला को सिर दर्द की समस्या से बचे रहने में मदद मिलती है। तो यह हैं प्रेगनेंसी के दौरान सिर दर्द होने के कारण व् इस समस्या से बचे रहने के कुछ इलाज, यदि आप भी माँ बनने वाली है तो आपको भी यह जानकारी होनी चाहिए ताकि प्रेगनेंसी के दौरान आपको सिर दर्द क्यों हो रहा इसे समझने में और सिर दर्द का इलाज कैसे किया जाएँ इसकी पूरी जानकारी आपको मिल सके। Pregnancy में बहुत तेज सिर दर्द हो तो क्या करें?गर्भावस्था में सिरदर्द का उपचार कैसे किया जा सकता है? सिरदर्द की अधिकांश दवाओं जैसे कि एस्पिरिन और आईबूप्रोफेन आदि का सेवन गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं माना जाता। हालांकि, कभी-कभार इसके लिए पैरासिटामोल ले लेना सुरक्षित है। मगर, दवा लेने से पहले अपनी डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
प्रेगनेंसी में पति से कब दूर रहना चाहिए?प्रेगनेंसी के दौरान सेक्स से बचने की शर्तें
ऐसे मामले में, डॉक्टर सलाह देते हैं कि कम से कम 14 सप्ताह तक यौन संबंध न रखें। आपका डॉक्टर गर्भवती महिला को यौन संबंध नहीं रखने की सलाह दे सकता है। अगर उनके पास गर्भाशय ग्रीवा की बीमारी का इतिहास है, भारी ब्लीडिंग, योनि संक्रमण हो गया है और लो लेइंग प्लेसेंटा है।
क्या प्रेगनेंसी में सिर दर्द की दवा खा सकते हैं?अगर मां बनने वाली महिलाओं को माइग्रेन की शिकायत रहती है तो उन्हें पेनकिलर नहीं लेनी चाहिए। प्रेग्नेंसी में माइग्रेन और अन्य किसी भी तरह का सिरदर्द होने पर पेरासिटामोल लेना चाहिए क्योंकि पेन किलर से बच्चे को नुकसान पहुंच सकता है। बच्चे में जन्मजात विकृति आने की रिस्क बढ़ सकती है। इसलिए दर्द निवारक दवाइयां नहीं लें।
प्रेगनेंसी में पेट में लाइन कब बनती है?गर्भावस्था की दूसरी तिमाही यानि 12वें हफ्ते से बेबी बंप दिखना शुरू हो जाता है। इस समय गर्भाशय का आकार बढ़ जाता है और एम्निओटिक फ्लूइड भी बढ़ जाता है जिससे पेट का साइज बढ़ जाता है।
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