प्रश्न 10 फादर ने संन्यासी की परंपरागत छवि से अलग एक नई छवि प्रस्तुत की है कैसे? - prashn 10 phaadar ne sannyaasee kee paramparaagat chhavi se alag ek naee chhavi prastut kee hai kaise?

फ़ादर बुल्के ने संन्यासी की परंपरागत छवि से अलग एक नयी छवि प्रस्तुत की है, कैसे?

फ़ादर बुल्के एक सन्यासी थे, वे चोगा पहनते थे, लोगों की सहायता करते थे तथा सभी मानवीय गुणों का पालन करते थे। परन्तु सन्यासी जीवन के परंपरागत गुणों से अलग भी इनकी भूमिका रही है; जैसे - इन्होंने सन्यास ग्रहण करने के पश्चात् अपना अध्ययन जारी रखा, कुछ दिनों तक ये कालेज में भी पढ़ाते रहे तथा अन्य सामाजिक कार्यक्रमों में भाग लेते रहे। इसलिए फ़ादर बुल्के की छवि परंपरागत सन्यासियों से अलग है।

Concept: गद्य (Prose) (Class 10 A)

  Is there an error in this question or solution?

सन्यासी की परंपरागत छवि से अलग एक नई छवि प्रस्तुत की है कैसे?

फादर बुल्के ने सन्यासी की परंपरागत छवि से अलग एक नयी छवि प्रस्तुत की है, कैसे? उत्तर: फादर बुल्के एक बार किसी से संबंध बना लेते थे तो उसे अंत तक निभाते थे। ... इसलिए यह कहा गया है कि फादर बुल्के ने सन्यासी की परंपरागत छवि से अलग एक नयी छवि प्रस्तुत की है।

फादर संकल्प से संन्यासी थे मन से संन्यासी नहीं थे इस पंक्ति द्वारा लेखक क्या बताना चाहता है?

फादर संकल्प से सन्यासी थे, मन से नहींइस पंक्ति के माध्यम से लेखक यह कहना चाहता है कि फादर बुल्के भारतीय सन्यासी प्रवृत्ति खरे नही उतरते थे। उन्होंने परंपरागत सन्यासी प्रवृत्ति से अलग एक नई परंपरा को स्थापित किया था। वह सन्यासियों जैसा प्रदर्शन नहीं करते थे, लेकिन अपने कर्मों से वह सन्यासी ही थे

फादर कामिल बुल्के एक सन्यासी थे परंतु पारंपरिक अर्थ में हम उन्हें सन्यासी क्यों नहीं कर सकते?

क्योंकि भले ही वह संन्यासी का कार्य किया भी तो वह एक पारंपरिक सन्यासी नहीं था। उन्होंने लोगों को हिंदी भाषा के महत्व को समझाने की कोशिश की। उन्होंने एक शब्दकोश भी लिखा था जिसे वे अपनी मृत्यु तक सुधारते रहे।

फादर बुल्के के परम मित्र का क्या नाम था?

Answer: फादर बुल्के के अभिन्न मित्र का नाम हडसन एंड्री था