विषयसूची पिंजरे में बंद पक्षी क्या सोचता है?इसे सुनेंरोकेंअगर किसी भी पक्षी को पिंजरे में बंद कर दिया जाये तो वह बहुत हिंसक हो जाता है और ऐसा होना घर में नकारात्मक उर्जा फैलने का कारन बन सकता है. पक्षियों को सुख समृद्धि और सफलता के सूचक माना जाता है. और अगर इन्हें ही पिंजरे में बंद कर दिया जायेगा तो ये घर में स्थिरता, आर्थिक हानि का कारण बन सकते हैं. कौन सा पक्षी दूर तक देख सकता है? इसे सुनेंरोकेंबाज की लगभग 200 स्पीशीज पायी जाती हैं। ये पक्षी 100 फीट की दूरी से भी अपने शिकार को देख सकता है। अंटार्कटिका महाद्वीप को छोड़कर बाकी सभी महाद्वीपों पर बाज पाया जाता है। पिंजरे में बंद पक्षी की उड़ान पर क्या प्रभाव पड़ता है? इसे सुनेंरोकेंपिंजरे में बंद होकर, हम न तो खुश रहेंगे और न ही मधुर स्वर में गा पाएँगे। पिंजरा चाहे सोने का ही हो लेकिन उसकी तीलियों से टकरा-टकराकर हमारे कोमल पंख टूट जाएँगे। पक्षी अपनी इच्छा बताते हैं कि यदि हम स्वतंत्र होते तो अपने इन नन्हें-नन्हें कोमल पंखों से उड़ते-उड़ते या तो क्षितिज तक पहुँच जाते या हमारा प्राणांत हो जाता। पक्षियों को पिंजरे में बंद क्यों नहीं रखना चाहिए?इसे सुनेंरोकेंपिंजरे में बंद पक्षी अपशकुन का प्रतीक होते हैं। वास्तुशास्त्र के मुताबिक, पक्षियों को पिंजरे में रखना विभिन्न प्रकार की परेशानियों को दावत देना है। अतः पक्षियों को पिंजरे में बंद करके कभी नहीं पालना चाहिए। उनकी जगह आकाश में है, उन्हें प्राकृतिक रूप से विचरण करने दें। ऐसा कौन सा पक्षी है जो हाथी को लेकर उड़ सकता है? इसे सुनेंरोकेंअक्सर कहानियों में एक ऐसी चिड़िया का चिक्र आता है जो आदमी ही नहीं बल्कि हाथियों को भी उड़ा ले जाया करती थी और आग भी उगलती थी। इसे ग्रामीण भारत में चंगुल चिड़िया कहा जाता था। इसे सुनेंरोकेंपक्षी हमेशा खुले आकाश से ही प्रेम करते है. और अगर उन्हें पिंजरे में बंद कर दिया जाये तो वो पिंजरा उनके लिए जेल के समान हो जाता है. हमारे धर्मशास्त्रों में पक्षियों को दाना खिलाना बहुत ज़्यादा पुण्य का काम माना जाता है. इसलिए अगर आप पक्षियों को पिंजरे में बंद कतरे है तो पाप के भागीदारी बन जाते हैं. पिंजरे में रहकर पक्षी क्या नहीं कर पाएंगे? इसे सुनेंरोकेंAnswer: पिंजरे में रहकर पक्षी अपनी आजादी का अनुभव नहीं कर पाते हैं। वे उड़ भी नहीं पाते हैं। पिंजरे में बंद पक्षी करुण स्वर में किसे पुकार रहा है और क्यों हम पछी उन्मुक्त गगन के कविता के आधार पर लिखिए?इसे सुनेंरोकेंपिंजरे में हम कुछ भी नहीं खाएँगे और भूखे-प्यासे मर जाएँगे। तरू की फुनगी पर के झूले। भावार्थ- कवि शिवमंगल सिंह जी ने हम पंछी उन्मुक्त गगन के कविता की इन पंक्तियों में पिंजरे में बंद पक्षियों का दुख-दर्द दिखाया है। पिंजरे में बंद रहते-रहते बेचारे पक्षी अपनी उड़ने की सब कलाएँ और तेज़ उड़ना भूल चुके हैं। पक्षी पिंजरे में बंद होकर क्या भूल गया है और सपने में क्या देख रहा है? इसे सुनेंरोकेंपिंजरे में पक्षी खुले आसमान में उड़ान नहीं भर सकते, नदी-झरनों का बहता जल नहीं पी सकते, कड़वी निबौरियाँ नहीं खा सकते, फुदक नहीं सकते, अपने पंख नहीं फैला सकते, अनार के दानों रूपी तारों को चुग नहीं सकते। इसके अतिरिक्त पिंजरे में पक्षियों को वह वातावरण नहीं मिलता, जिसमें रहने के वे आदी हैं। पिंजरे में क्यों नहीं रहना चाहता है? इसे सुनेंरोकेंउत्तर:- पक्षी के पास पिंजरे के अंदर वे सारी सुख सुविधाएँ है जो एक सुखी जीवन जीने के लिए आवश्यक होती हैं, परन्तु हर तरह की सुख-सुविधाएँ पाकर भी पक्षी पिंजरे में बंद नहीं रहना चाहते क्योंकि उन्हें बंधन नहीं अपितु स्वतंत्रता पसंद है। पक्षी उन्मुक्त रहकर कौन कौन सी इच्छाएं पूरी करना चाहते हैं?इसे सुनेंरोकेंप्रश्न 2: पक्षी उन्मुक्त रहकर अपनी कौन-कौन सी इच्छाएँ पूरी करना चाहते हैं? उत्तर : पक्षी उन्मुक्त रहकर जंगल की कड़वी निबौरी खाना चाहते हैं, प्रकृति के सुन्दर रूप का आनन्द लेना चाहते हैं, खुले नीले आकाश में उन्मुक्त उड़ान भरना चाहते हैं। NCERT Solutions for Class 7 Hindi Vasant Chapter 1 हम पंछी उन्मुक्त गगन के are part of NCERT Solutions for Class 7 Hindi. Here we have given NCERT Solutions for Class 7 Hindi Vasant Chapter 1 हम पंछी
उन्मुक्त गगन के. पाठ्यपुस्तक के प्रश्न-अभ्यास (पृष्ठ 2-3) कविता से प्रश्न 1. NCERT Solutions for Class 7 Hindi will help you to score more marks in your CBSE board Examination. प्रश्न 2.
प्रश्न 3. कविता से आगे प्रश्न
1. (ख) क्या आपने या आपकी जानकारी में किसी ने कभी कोई पक्षी पाला है? उसकी देखरेख किस प्रकार की जाती होगी, लिखिए। प्रश्न 2. अनुमान और कल्पना प्रश्न 1. अन्य समस्याओं के बारे में छात्र स्वयं सोचे और विचार-विमर्श करें। इसके लिए विद्यालय में वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन करें। प्रश्न 2. भाषा की बात प्रश्न 1.
प्रश्न 2.
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पक्षी पिंजरे में बंद क्यों नहीं रहना चाहते हैं?हर तरह की सुख-सुविधाएँ पाकर भी पक्षी पिंजरे में बंद क्यों नहीं रहना चाहते? Solution : हर तरह की सुख-सुविधाएँ पाकर भी पक्षी पिंजरे में इसलिए बंद नहीं रहना चाहते, क्योंकि उन्हें बंधन में रहना पसन्द नहीं। वे अपनी इच्छा के अनुसार खुले आसमान में ऊँची उड़ान भरना, बहता जल पीना और निबौरियाँ खाना ही चाहते हैं।
बंद पिंजरे में पक्षियों को कौन कौन सी सुविधाएं प्राप्त होती है?उत्तर:- पक्षी के पास पिंजरे के अंदर वे सारी सुख सुविधाएँ है जो एक सुखी जीवन जीने के लिए आवश्यक होती हैं, परन्तु हर तरह की सुख-सुविधाएँ पाकर भी पक्षी पिंजरे में बंद नहीं रहना चाहते क्योंकि उन्हें बंधन नहीं अपितु स्वतंत्रता पसंद है।
पिंजरे में बंद पक्षी को देखकर आपके मन में क्या क्या विचार आते हैं लिखिए?एक पक्षी पिंजरे की कैद से अच्छा खूला आकाश मानता है। पिंजरे का ऐशो-आराम उसे कभी नहीं सुहाता है। किसी आज़ाद पशु-पक्षी को पिंजड़े में बंद करना ठीक नहीं है। सभी अपने हिसाब से जीवन जीना चाहते हैं।
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