बिजली बिल शिकायत, बिजली का बिल ज्यादा आने पर शिकायत पत्र, बिजली बिल ज्यादा आये तो क्या करें? शिकायत कहां और कैसे करें, Helpline Number, बिजली बिल कम कैसे करे, मीटर संबंधी शिकायत, बिजली बिल माफ उत्तर प्रदेश, घरेलू बिजली बिल, बिजली विभाग को एप्लीकेशन कैसे लिखे? Show
कोरोना संक्रमण की आशंका को देखते हुए लगाए गए लाकडाउन के दौरान बिजली विभाग की ओर से मीटर की रीडिंग भी नहीं हुई। ऐसे में कई लोगों को बिजली के भारी भरकम बिल भेज दिए गए। इससे उनका सिर चकरा गया। मित्रों, शहरी क्षेत्र में गांवों की अपेक्षा यह समस्या अधिक देखने को मिली है। यदि आपका बिजली का बिल भी ज्यादा आया है तो दोस्तों, घबराने की जरूरत नहीं। हम आज आपको इस पोस्ट के माध्यम से बताएंगे कि आप बिजली बिल ज्यादा आये तो क्या करें? क्या कोई हेल्पलाइन नंबर भी है? यदि हां तो यह क्या है? शिकायत करने की प्रक्रिया क्या है? आपको करना बस इतना भर है कि इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ते जाना है। आइए, शुरू करते हैं- बिजली बिल ज्यादा आये तो क्या करें? हेल्पलाइन नंबर पर दर्ज कराएं शिकायतबिजली बिल में सुधार या फिर से संबंधी किसी भी तरह की शिकायत के निराकरण के लिए बिजली उपभोक्ताओं की सहायता के लिए एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। उपभोक्ता इस हेल्प लाइन नंबर 9450963851 पर कॉल करके अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। इस हेल्पलाइन नंबर पर जैसे ही उपभोक्ता अपनी बिजली बिल से संबंधित परेशानी बताएगा, वैसे ही उसकी शिकायत इसके लिए विशेष रूप से रखे गए एक रजिस्टर में दर्ज कर ली जाएगी। इतना ही नहीं दोस्तों, आपके लिए सुविधा यह भी दी गई है कि इसके साथ ही उपभोक्ता के ह्वाट्सएप नंबर पर भी बिल को सुधार कर भेज दिया जाएगा। उत्तर प्रदेश के निवासी हैं तो यहां भी कर सकते हैं शिकायतयदि आप उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं तो आप टोल फ्री नंबर पर फोन करके भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। इसके लिए सरकार की ओर से बिजली उपभोक्ताओं की मदद करने के लिए विशेष नंबर जारी किए गए हैं। यानी कि बिजली उपभोक्ता अब घर बैठे ही विद्युत हेल्पलाइन नंबर 1912 और टोल फ्री 1800-180-3002 पर अपनी शिकायत दे सकते हैं। टोल फ्री नंबर का मतलब आप जानते ही हैं दोस्तों, कि इसके लिए आपको किसी तरह का कोई चार्ज नहीं चुकाना होगा।
आपको यह भी जानकारी दें कि इसके साथ ही आप 8652650000 नंबर पर मिस्डकॉल कर सकते हैं। आपके पास यह भी सुविधा है कि आप 5616195 पर मैसेज भेजकर भी अपनी बिजली बिल से जुड़ी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। इन नंबरों पर त्वरित कार्रवाई और सेवा का दावा किया गया है। इन नंबरों पर आने वाली सभी शिकायतों का डाटा भी रखा जाता है, ताकि वक्त, जरूरत काम आ सके। बिजली बिल ज्यादा आये तो उपभोक्ता को नहीं लगाने होंगे अफसरों के चक्करहेल्पलाइन नंबर की व्यवस्था कारगर साबित हो रही है। यह व्यवस्था लागू ही इसलिए की गई है ताकि बिजली उपभोक्ताओ को बिजली विभाग या जहां विद्युत निगम है, वहां निगम के अफसरों के चक्कर न लगाने पड़ें। बिजली उपभोक्ताओं की समस्याओं का समाधान तत्काल हो सके। दोस्तों, आपको यह भी बता दें कि हेल्पलाइन पर आने वाली शिकायतों में से ज्यादातर शिकायतें कनेक्शन पर मीटर नहीं लगने और बिल नहीं मिलने की देखने को मिलती हैं। और इसके अलावा जो सर्वाधिक शिकायत होती हैं, वह बिजली बिल के अधिक आने की ही होती हैं। लाकडाउन के बाद तो इसमें और अधिक इजाफा देखने को मिला है।
खुद रीडिंग भेजकर बनवा सकते हैं बिलहम आपको बता ही चुके हैं कि यदि आपका बिजली का बिल औसत से ज्यादा आया है, तो भी आपको परेशान होने की कोई जरूरत कतई नहीं है। यदि आप अपने बिजली कनेक्शन नंबर के साथ मीटर की रीडिंग का मैसेज एसडीओ के नंबर पर व्हाट्सएप करेंगे तो आपको अपना नया बिल मिल जाएगा। यही नहीं मित्रों, जिन उपभोक्ताओं को उनका बिजली का बिल नहीं मिला है, वह स्वयं भी मीटर की रीडिंग भेजकर अपना बिल बनवा सकते हैं। उदाहरण के लिए आप नीचे देख सकते हैं कि मेरा इस महीने का बिल ₹22882 आया था। जब मुझे यह मैसेज प्राप्त हुआ तब मुझे काफी आश्चर्य हुआ। महीने का ₹500 – 600 आने वाले bill की जगह पर मुझे 22882 रुपए का बिल थमा दिया गया। साथ ही दिया धमकी भी दे दी गई कि यदि मैंने समय पर बिल का भुगतान नहीं किया तो मेरा बिजली कनेक्शन काट दिया जाएगा। हालांकि यह बिल भी नॉर्मल से ज्यादा है। लेकिन इस बिल में सिक्योरिटी डिपाजिट अमाउंट जुड़ा हुआ है। जो की आगे आने वाले बिल में एडजस्ट कर दिया जायेगा।
बिजली बिल ज्यादा आये तो क्या करें? बिजली बिल के समायोजन की भी सुविधादोस्तों, बिजली विभाग बिल के समायोजन की भी सुविधा दे रहा है। यदि आपने अपने बिजली के बिल का भुगतान कर दिया है या मैसेज नहीं आया है तो भी अगले बिल में स्वत: ज्यादा भुगतान की राशि समायोजित होकर आएगी।यदि किसी उपभोक्ता को लगता है कि उसका बिल ज्यादा आया है, तो वह अपनी रीडिंग और मीटर की डिटेल का मैसेज संबंधित एसडीओ को भेज सकता है। कुछ ही देर में उसकी ओर से बताई गई रीडिंग का बिल मिल जाएगा। यदि किसी उपभोक्ता ने बिल का भुगतान कर दिया है, तो भी उसे परेशान होने की जरूरत नहीं है। जब भी विभाग रीडिंग लेकर बिल भेजेगा, उसमें ज्यादा भुगतान की गई राशि समायोजित की जाएगी। यानी कुल मिलाकर उससे अधिक चार्ज नहीं किया जाएगा।
उपभोक्ताओं को भेजे गए थे आरएनटी बिलजैसा कि हम आपको बता चुके हैं कि लॉकडाउन की वजह से बिजली विभाग के अधिकांश कर्मियों ने कामकाज बंद कर दिया था। इसकी वजह से अधिकांश उपभोक्ताओं के मीटरों की रीडिंग नहीं ली जा सकी। ऐसे में बिजली विभाग के अधिकारियों ने तय किया कि इस बार उपभोक्ताओं को आरएनटी (रीडिंग नाट टेकन) के बिल बनाकर भेजे जाएं। ऐसे में ही पिछले साल के मार्च और अप्रैल महीने में जितनी रीडिंग से बिल आए थे, उसके हिसाब से बिल बनाकर भेजे गए। इसका नतीजा यह रहा कि अधिकांश उपभोक्ताओं को औसत से ज्यादा रीडिंग के बिल मिले हैं, जिससे वह काफी परेशान थे। उपभोक्ताओं की समझ नहीं आ रहा था कि आखिर वह कहां और कैसे इस समस्या का समाधान कराएं। ऑनलाइन बिल ज्यादा आने की काफी शिकायतें आने के बाद बिजली विभाग ने फैसला लिया कि अब उपभोक्ता स्वयं रीडिंग बताएगा। इसके तहत ज्यादा रीडिंग के आए बिलों में भी सुधार होगा। व्यवस्था की गई कि उपभोक्ता अपने मीटर की रीडिंग के साथ अपने कनेक्शन नंबर की जानकारी एसडीओ को व्हाट्सएप पर भेजेंगे। इससे समस्या का समाधान हो जाएगा और उपभोक्ता को उसकी ओर से बताई गई रीडिंग का बिल मिलेगा।
अधिक बिल पाकर हैरान-परेशान हुए उपभोक्ताकाम-धंधा ठप होने, रोजी रोटी का जरिया बंद होने के बाद सरकार ने लोगों की मदद को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्य योजना प्रारंभ की। इसके साथ ही लोगों की सहायता को उसने एटीएम से पैसे निकासी की फीस भी हटा ली थी। यह तीन माह के लिए था। इसी तरह कई लोगों के बिजली के बिल भी तीन माह के लिए जमा करने से मुक्त कर दिया गया था। ऐसा इसलिए भी किया गया था, क्योंकि कोरोना संक्रमण को देखते हुए तमाम कार्यालय बंद कर दिए गए थे। लॉकडाउन था, ऐसे में बिजली कर्मियों के लिए भी फील्ड में निकलने पर मनाही थी। मीटर रीडिंग न होने से उपभोक्ताओं को औसत बिल भुगतान की सुविधा मुहैया कराई गई थी। यह पता था कि तीन माह बाद बिलों को दोगुना, तिगुना आना था। स्थितियों के सामान्य होने के बाद सभी बिल भुगतान की कवायद की गई थी। लेकिन विभाग की ओर से माह के औसत बिल की जगह बहुत अधिक बिल उपभोक्ताओं को भेज दिए गए। इससे उनकी सांसे ही ऊपर की ऊपर और नीचे की नीचे रह गई।
बिलों को लेकर शिकायत के लिए विभाग भी पहुंचे ढेरों उपभोक्ताबढ़े बिलों को लेकर उपभोक्ता बिजली विभाग के शिकायत काउंटरों पर भी पहुंचे। वह इन्हें तत्काल ठीक किए जाने की मांग कर रहे थे। कईयों को घरेलू कनेक्शन के बावजूद कॉमर्शियल कनेक्शन के बिल भेज दिए गए। विभागीय कर्मियों की ओर से क्षेत्रों के लिहाज से इन बिलों को दुरुस्त कराया गया। इस कार्य के लिए अलग से टीमें भी लगाई गई थीं, जो बिजली के बिलों को देखने और इन्हें यूनिटों की गणना करके ठीक करने का काम कर रही थीं। कई लोगों को उनके बिल लेकर बाद के लिए भी बुलाया गया। इसके लिए उन्हें बाकायदा तिथि भी दी गई। कई लोग ठीक किए गए बिलों से भी संतुष्ट नहीं थे। यूनिटों को लेकर उनका बिजली कर्मियों से बहस-मुबाहिसा जारी रहा। उनका कहना था कि बिजली बिल ने अनुमान लगाने में बहुत गड़बड़ी की है, जो बर्दाश्त योग्य नहीं है। कईयों को यह समस्या भी थी कि वह हेल्पलाइन नंबर घुमा रहे थे, लेकिन इस पर उन्हें कोई रिस्पांस नहीं मिल रहा था। इस वजह से वह अपनी समस्याओं का डाटा ठीक करने के लिए पहुंचाने में असमर्थ हो रहे हें। कईयों को संबंधित एसडीओ के व्हाट्सएप से कोई जवाब न आने पर परेशानी थी। कई लोग बिजली बिलों को दुरुस्त कराने के लिए बिजली विभाग में सिफारिश लगवाने में भी पीछे नहीं थे। विभागीय उच्चाधिकारियों के साथ ही क्षेत्र के प्रभावशाली लोगों की खूब सिफारिश लगाई गई।
दोगुने, तिगुने बिल आए, बालीवुड में भी उठी आवाज़इस लॉकडाउन के दौरान जून महीने के बिजली के बिल पिछले महीनों की तुलना में दोगुना या तिगुने आ गए। अमूमन ज्यादातर मसलों पर खामोश रहने वाले बालीवुड वालों ने भी बिल अधिक आने पर आवाज उठाई। उन्होंने ट्विटर के जरिए बिजली बिल का मामला उठाया। पिंक, सांड़ की आंख जैसी फिल्मों में अभिनय के झंडे गाड़ चुकी एक्ट्रेस तापसी पन्नू ने बताया कि उनका मई महीने का बिजली का बिल 3850 रुपए आया था, जबकि जून महीने का बिल 36 हजार रुपए आया। इसी तरह अभिनेता आशुतोष राणा की पत्नी और सुरभि सीरियल से लोगों के दिलों में बसी एक्ट्रेस रेणुका शहाणे ने उनका बिजली का बिल मई महीने में 5510 रुपए और जून महीने में 29 हजार 700 रुपए आने पर हैरत जताई। वीर दास और डीनो मारिया जैसे एक्टरों ने भी बढ़े बिजली बिल को लेकर लोगों के सामने अपने सवाल रखे। ऐसा पहली बार देखने को मिला जब बिजली बिल के खिलाफ अभिनेता, अभिनेत्री मुखर हुए। अंतिम शब्द –दोस्तों, आपको बता दें कि मुंबई में टाटा पावर और अडानी इलेक्ट्रिसिटी मुख्य बिजली सप्लाई करने वाली कंपनियां हैं। मुंबई में बढ़े हुए बिजली के बिल आने के खिलाफ आम लोग पहले से ही मुखर थे। यह सभी कंपनी के पास लिखित शिकायत के पक्षधर थे, ताकि इनके दोगुने, तिगुने आए बिजली के बिल ठीक किए जा सकें। दोस्तों, इस पोस्ट के जरिए हमने आपको बताया कि यदि आप का बिजली का बिल ज्यादा आ जाए तो आप क्या करें। उम्मीद है कि यह जानकारी आपकी बिल से संबंधित मुश्किल का हल करेंगी। यदि इसी तरह के किसी अन्य विषय पर आप हमसे पोस्ट चाहते हैं तो उसके लिए हमें नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स पर कमेंट करके अपनी बात कह सकते हैं। आपका कोई सुझाव या प्रतिक्रिया हो तो उसको भी आप इसी तरह हम तक भेज सकते हैं। हमें आपके सुझाव और प्रतिक्रियाओं का इंतजार रहेगा।।। धन्यवाद।। |