माध्यमिक स्तर पर जीव विज्ञान शिक्षण की आवश्यकता क्यों है स्पष्ट कीजिए - maadhyamik star par jeev vigyaan shikshan kee aavashyakata kyon hai spasht keejie

विषयसूची

  • 1 माध्यमिक स्तर पर जीव विज्ञान शिक्षण की आवश्यकता क्यों है स्पष्ट कीजिए?
  • 2 पाठ्यक्रम क्या है सामाजिक विज्ञान के महत्व को समझाइए?
  • 3 विज्ञान शिक्षण का प्रमुख उद्देश्य क्या है?
  • 4 पाठ्यक्रम क्या है सामाजिक विज्ञान में इसके महत्व को सही ठहराता है?

माध्यमिक स्तर पर जीव विज्ञान शिक्षण की आवश्यकता क्यों है स्पष्ट कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंमानसिक अनुशासन में वृद्धिः जीव विज्ञान माध्यमिक स्तर के बालकों के लिये मानसिक अनुशासन में सहायक है। जीव विज्ञान के विभिन्न प्रयोग करते समय बालक को अपनी बुद्धि को सचेत रखना पड़ता है। वह अपने कार्य का क्रम बद्ध रूप से उपयोग करता है। इस प्रकार जीव विज्ञान मानसिक अनुशासन में सहायक है।

पाठ्यक्रम क्या है सामाजिक विज्ञान के महत्व को समझाइए?

इसे सुनेंरोकेंसामाजिक विज्ञान का महत्व इस विषय का अध्ययन कर आत्मसात करने से व्यक्ति को समाज में रहने की समझ विकसित होती है. एक मानव का दूसरे मानव के प्रति, मानव का पशु-पक्षियों तथा मानव का पर्यावरण के प्रति सामाजिक कार्यों और दायित्वों की समझ विकसित होती है. इससे विकसित समाज का निर्माण होता है.

गृह विज्ञान के मुख्य तत्व कौन कौन से हैं?

इसे सुनेंरोकेंगृह विज्ञान में गृह-प्रबन्ध एवं गृह-सज्जा, गृह कार्य-व्यवस्था, गृह अर्थव्यवस्था, सामान्य स्वास्थ्य एवं शरीर शास्त्र, प्राथमिक चिकित्सा एवं गृह-परिचर्या, आहार एवं पोषण विज्ञान, वस्त्र विज्ञान तथा पारिवारिक समाजशास्त्र एवं मनोविज्ञान आदि अनेक विषयों का अध्ययन किया जाता है।

विज्ञान शिक्षा की आवश्यकता क्यों है?

इसे सुनेंरोकेंविज्ञान यह निश्चित करता है कि सिर्फ ज्ञान ही काफी नहीं, ज्ञान निर्माण एवं ज्ञान निर्माण की प्रक्रिया भी उतनी ही आवश्यक है जितना विषय की समझ। विज्ञान ज्ञान निर्माण के एक आधार स्तम्भ की तरह है जिस पर अन्य विषयों की सहायता से पूर्ण ज्ञान का निर्माण किया जा सकता है।

विज्ञान शिक्षण का प्रमुख उद्देश्य क्या है?

इसे सुनेंरोकेंविज्ञान शिक्षण का प्रमुख उद्देश्य यह है कि विद्यार्थियों को यह समझाया जाए कि विज्ञान का संबंध केवल पुस्तक तथा प्रयोगशाला तक ही सीमित नहीं है बल्कि उसका संबंध दैनिक जीवन में भी है। विज्ञान का शिक्षण तभी सफल हो सकता है जब विज्ञान शिक्षण दैनिक जीवन की क्रियाओं पर आधारित हो।

पाठ्यक्रम क्या है सामाजिक विज्ञान में इसके महत्व को सही ठहराता है?

इसे सुनेंरोकेंएक कोर्स संभवतः एक विशेष एकाग्रता क्षेत्र, जैसे समाजशास्त्र, मनोविज्ञान या अन्य लागू विज्ञान पर ध्यान केंद्रित करेगा। विषयों में अंतरंगता, सामाजिक न्याय और सक्रियता, आर्थिक सिद्धांत, नैतिकता, परिवर्तन सिद्धांत और मानव विज्ञान शामिल हो सकते हैं। पाठ्यक्रम में एक समुदाय सेवा घटक हो सकता है।

अंतर्विषयक मूल्यांकन क्या है?

इसे सुनेंरोकेंअंतर्विषयकता (interdisciplinarity) दो या उस से अधिक विद्यार्जन विषयों के मिश्रित अध्ययन क्षेत्र को कहते हैं। उदाहरण के लिये भूमंडलीय ऊष्मीकरण में भौतिकी, भूगोल, जीव विज्ञान और कई अन्य विद्या शाखाओं का एक अंतर्विषयक क्षेत्र है। .

गृह विज्ञान का जनक कौन है?

इसे सुनेंरोकें1910 में स्वर्ण कुमारी देवी की पुत्री सरला देवी चौधरानी ने केवल स्त्रियों के लिए भारत स्त्री मण्डल की स्थापना करके स्त्रियों को उनके घर पर ही शिक्षित करने का अभियान चलाया था।

इसे सुनेंरोकेंप्रयोग और अध्ययन द्वारा प्रकृति के नियमों को निर्धारित करना। प्रकृति पर नियन्त्रण पाने के लिये आवश्यक प्रयोग करना, प्रेक्षण लेना तथा उसके निष्कर्ष निकालना। प्रकृति में उपलब्ध साधनों का समस्याओं के निराकरण में उपयोग कर मानव जीवन को उत्कृष्ट बनाना। मानव समाज में व्याप्त अन्धविश्वासों से समाज को मुक्त कराना।

माध्यमिक स्तर पर जीव विज्ञान शिक्षण का क्या उद्देश्य होना चाहिए?

के निरीक्षण द्वारा सीखना आदि मनोवैज्ञानिक सिद्धान्तों को विज्ञान शिक्षण में प्रयोग किया जाता है । इससे विद्यार्थियों की रचनात्मक एवं निर्माणात्मक प्रवत्तियों का विकास होता है । विज्ञान व्यक्ति की जिज्ञासा को शांत करता है और उसकी स्वाभाविक रूचियों के विकास में सहायता प्रदान करता है ।

माध्यमिक स्तर पर जीव विज्ञान पढ़ाने का क्या महत्व है इसे समझाओ?

इसे सुनेंरोकेंमानसिक अनुशासन में वृद्धिः जीव विज्ञान माध्यमिक स्तर के बालकों के लिये मानसिक अनुशासन में सहायक है। जीव विज्ञान के विभिन्न प्रयोग करते समय बालक को अपनी बुद्धि को सचेत रखना पड़ता है। वह अपने कार्य का क्रम बद्ध रूप से उपयोग करता है। इस प्रकार जीव विज्ञान मानसिक अनुशासन में सहायक है।

माध्यमिक स्तर पर विज्ञान शिक्षण की आवश्यकता क्यों है स्पष्ट कीजिए?

उच्च माध्यमिक स्तर पर विभिन्न विज्ञान विषयों के शिक्षण से शिक्षार्थियों में समकालीन ज्ञान का बोध, कलात्मक समझ तथा प्रक्रिया कौशल विकसित होती हैं । प्रयोगात्मक तथा प्रक्रिया कौशल के साथ संप्रत्यय ज्ञान शिक्षार्थी को अर्थपूर्ण अनुभव के लिए तैयार करता है जो जीवन में गुणात्मक प्रभाव डालता है।

जीव विज्ञान शिक्षण की आवश्यकता क्यों है?

विद्यार्थी पौधों और जीव-जन्तुओं के बारे में जानने को उत्सुक होते है । अतः यह खोज का विषय भी है। को समझने, समस्याओं के निदान के लिए जीव विज्ञान का अध्ययन आवश्यक है । जीव विज्ञान के अध्ययन से वैज्ञानिक बोध उत्पन्न होता है जिससे वैज्ञानिक शोध होते है तथा मानव की चिन्तन दिशाएँ विस्तृत होने लगती है।