नई दिल्ली। काला रंग ही दुनिया के सबसे बड़े पॉप सिंगर को मार गया। ये बात चंद लोग ही जानते हैं कि इस इंसान को दिन की रोशनी में मेकअप के बिना उसकी पत्नी कभी नहीं देख पाई। वो अपने बच्चे चाहता था लेकिन वो ये नहीं चाहता था कि उसके बच्चों का रंग काला हो। उसने अपना चेहरा तो बदल लिया लेकिन कैसे बदलवाता अपना डीएनए इसलिए उसने कुछ ऐसा किया जिसकी कल्पना भी मुमकिन नहीं। वो उनका बायोलॉजिकल पिता तक नहीं बना। Show माइकल जैक्सन हर वक्त बनावटी चेहरे और मेकअप की कई तहों के नीचे छिपा रहता था। 1994 में अपनी इकलौती महबूबा मशहूर सिंगर एलविस प्रेसली की बेटी लिजा मारी प्रेसली के साथ माइकल ने शादी की। लिजा कहती हैं कि हर वक्त माइकल मेकअप में ही रहता था। अपनी पौने दो साल की शादी में मैंने कभी भी माइक को उसके असली रूप में नहीं देखा। बिना मेकअप के उसे नहीं देखा। वो सोते हुए भी पूरे मेकअप के साथ सोता था। सुबह उठने पर तकिए में मेकअप के रंग दिखते। मेरे सुबह उठने से पहले ही वो फिर मेकअप कर लेता। एक बार मैंने उसे हैरान करने की ठानी। मैं सुबह जल्दी उठ गई और मैंने उसके कंधे को थपथपा कर उन्हें जगाया, वो मुझे देखते ही चीख पड़े। चिल्लाए कि जाओ यहां से, मुझे मत देखो, मुझे मत देखो और ये कहते-कहते वो भाग कर बाथरूम में घुस गए। जैक्सन की पत्नी के मुताबिक जैक्सन का ज्यादातर वक्त बाथरूम में मेकअप लगाने और उतारने में ही बीतता था। पॉप किंग माइकल जोसेफ जैक्सन खुद को गोरा रखना चाहता था। उसने अपनी चमड़ी का रंग तो बदल डाला - दवाओं, 13 ऑपरेशन और मेकअप की वजह से वो गोरा भी दिखने लगा, लेकिन फिर भी इस सितारे को चैन नहीं मिला। चैन कैसे मिलता - उसे बच्चों की ख्वाहिश थी लेकिन वो नहीं चाहता था कि उसके बच्चे भी उसकी तरह अश्वेत दिखें। इस मकसद को साधने के लिए जैक्सन ने जिंदगी का सबसे बड़ा जुआ खेला। PAGE_BREAK जैक्सन ने फैसला किया कि वो बच्चों का बाप तो बनेगा लेकिन ये बच्चे उसके अपने नहीं होंगे। गोरे बच्चों की ख्वाहिश में लिए गए इस फैसले ने पत्नी को तोड़ कर रख दिया। जैक्सन की रहस्य भरी जिंदगी से पहले से ही हैरान परेशान लिजा ने इससे इनकार कर दिया। और यहां से जिंदगी में तूफान की तरह दाखिल हुआ एक ऐसा चेहरा जो 10 साल पहले भी जैक्सन को जानता था। 80 के दशक में जैक्सन ने अपनी त्वचा बदलने के लिए एक डॉक्टर से संपर्क साधा था। उस डॉक्टर की दवाओं के साइड इफेक्ट्स हो गए। मजबूरन डॉ़क्टर ने जैक्सन का ख्याल रखने के लिए अपनी नर्स डेबी रॉ को भेजा। उस वक्त जैक्सन ने खुश हो कर उस नर्स को एक नई नवेली कार प्रेजेंट की थी। वही डेबी रॉ दोबारा जैक्सन की जिंदगी में आई - उसके बच्चों की मां बनने की प्लानिंग के साथ। 1996 में डेबी के दो गोरे बच्चे हुए। बेटा माइकल जैक्सन जूनियर और बेटी पेरिस माइकल जैक्सन। जैक्सन ने अपने दोनों बच्चों प्रिंस और पेरिस की मां डेबी रोवे से बाद में विवाह किया। परंतु लॉस एंजेलिस स्थित चिकित्सक अर्नाल्ड क्लेन दोनों बच्चों के जैविक पिता हैं। जैक्सन ने पूरी दुनिया से ये सच छिपाया कि इन बच्चों को नाम जैक्सन का मिला है लेकिन वो दरअसल उसकी अपनी संतानें नहीं हैं। अपने जिंदा रहते हुए जैक्सन ने हमेशा इन बच्चों को अपना ही बताया। 2003 में एक इंटरव्यू के दौरान जैक्सन ने कहा था -मेरा छोटा बेटा प्रिंस बिल्कुल मेरा है, हां उसकी पैदाइश सरोगेट मदर से हुई है लेकिन स्पर्म सेल मेरा ही है, मेरे दूसरे दोनों बच्चे यानि जूनियर और पेरिस भी मेरे ही स्पर्म सेल यानि शुक्राणु से पैदा हुए हैं। PAGE_BREAK जैक्सन की तस्वीरें टाटुम ओ नील और ब्रुक शील्ड्स के साथ छपीं। लेकिन किसी ने इन तस्वीरों को कभी गंभीरता से नहीं लिया। किसी को ये यकीन न हुआ कि जैक्सन जैसा शर्मीला इंसान इन औरतों के साथ रोमांस कर सकता है। टाटुम ने एक बार कहा भी था - कोई भी लड़की माइकल जैक्सन के साथ कैसे कोई रिश्ता बना सकती है। जब भी वो साथ में होता है, वो इतना शर्मीला है कि बमुश्किल दो शब्द बोल पाता है। सेक्स के प्रति उसकी कोई दिलचस्पी नहीं दिखती। लेकिन जैक्सन का बच्चों के प्रति प्रेम जगजाहिर था। इसी प्रेम के चक्कर में 1994 में उनपर 11 साल के जोर्डी जैंडलर के यौन शोषण का संगीन आरोप लगा। लेकिन जैक्सन के खिलाफ कोई सबूत न मिला और सालों बाद अदालत से बाहर 20 मिलियन डॉलर में ये केस सुलझा लिया गया। जैक्सन अपने बेडरूम में बच्चों के साथ सोते थे, लेकिन उनका कहना था वो एक पिता-एक मां की तरह उन बच्चों के साथ पेश आते थे। PAGE_BREAK खुद को बदलने की सनक के दस साल 1984 में जैक्सन ने अपनी नाक और अपने भौंह की प्लास्टिक सर्जरी करवाई। लोगों ने कहा कि जैक्सन खुद को बदलना चाहता है। कुछ अफ्रीकी मूल के लोगों को ये अच्छा नहीं लगा लेकिन कुल मिलाकर फैंस ने इसका स्वागत किया। 1985- इस साल माइकल के चेहरे में और तब्दीली आ गई। नाक और सीधी हो गई, जैक्सन की पेशानी, उसका रंग, उसका जबड़ा सब में पहले से काफी तब्दीली थी यानि गोरा होने की तरफ माइकल के बढ़ते कदम। 1987- इस साल माइकल की जो तस्वीर सामने आई उसके बाद ये बहस तेज हो गई कि जैक्सन खुद को गोरा बना रहा है, इस तस्वीर में जैक्सन बिल्कुल गोरे रंग में है, उसके चीक बोन्स भी दिख रहे हैं, वो खूबसूरत दिख रहा है। इस तस्वीर को देखकर लोगों ने कहा कि माइकल का मार्लिन मुनरो प्रेम उसकी इस शक्ल में झलक रहा है। 1991- माइकल की नाक और पतली हो गई। रंग और सफेद, बाल भी पहले के मुकाबले लंबे और घुंघराले। कुछ लोगों को माइकल का ये नया चेहरा अच्छा लगा तो कइयों को वाहियात। हालांकि माइकल ने अपने बदलते रंग पर चल रही बहस को ये कहकर लगाम लगाने की कोशिश की ये दरअसल वीटीलिगो का कमाल है, वीटीलिगो एक बीमारी होती है जिसमें स्किन का रंग सफेद हो जाता है, लेकिन जैक्सन की इस दलील को डॉक्टर्स ने सिरे से नकार दिया था। 1993- माइकल की प्लास्टिक सर्जरी उसके चेहरे पर साफ झलकने लगी। कई प्लास्टिक सर्जरी से उसकी नाक खराब होनी शुरू हो गई। नाक की निचला हिस्सा कुछ अजीब सी शक्ल में इस तस्वीर में दिखता है। माइकल का ये नया लुक मंकी लुक के नाम से मशहूर हुआ। 1997- में ऑपरेशन के जरिए नए गाल लगवाए जो ज्यादा व्हाइट थे। अब लोगों ने कहना शुरू कर दिया कि माइकल सनकी है, उसे अपना चेहरा बदलने की सनक सवार है। 1999- इस साल आई तस्वीर में जैक्सन का चेहरा पहले से बेहतर नजर आ रहा था। उसके गाल बेहतर हो गए था। नए हो गए थे। नाक भी नई लग गई थी यानि नाक पर एक और प्लास्टिक सर्जरी। उसके होठ भी पूरी तरह से बदले हुए दिख रहे थे। 2000- माइकल का जबड़ा पहले के मुकाबले चौड़ा हो गया, लेकिन चेहरे पर प्लास्टिक सर्जरी का असर दिखना शुरू हो गया। 2001- 42 साल की उम्र में माइकल की शक्ल उसके सनक का नतीजा थी। कई सर्जरी से उसकी नाक खराब हो चुकी थी। नाक के आगे का हिस्सा गायब हो गया, होठ और चेहरे पर गड्ढे नजर आने लगे। माइकल जैक्सन की प्लास्टिक सर्जरी की सनक से उसके डॉक्टर भी परेशान थे। जैक्सन के डॉक्टर ने तो उसके चेहरे को बचाने के लिए कई झूठे ऑपरेशन भी किए, जिसमें उसे सिर्फ बेहोश रखा गया और दरअसल ऑपरेशन किया ही नहीं। 2002- नाक पहले के मुकाबले बेहतर तो हुई लेकिन अच्छी नहीं नाक का अगला हिस्सा खराब हो चुका था। 2004 - जैक्सन ने फिर अपने चेहरे पर काम करवाया। गिरती गलती नाक को थोड़ा बेहतर करवाया। बाल बढ़ा लिए ताकि खराब होते चेहरे के कई हिस्से छिप सकें। कुल मिलाकर माइकल जैक्सन की खुद को गोरा बनाने, अपना रंग रूप बदलने की सनक पूरी जिंदगी सवार रही और इसी वजह से वो पूरी जिंदगी दर्द, इंजेक्शन और दवाओं के साथ जीता रहा। शायद उसकी यही सनक थी कि मरते वक्त भी सबकुछ होने के बावजूद उसके पेट में सिर्फ दवाएं मिलीं और जिस्म में सिर्फ इंजेक्शन के निशान। माइकल जैक्सन के बारे में अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें। ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी| FIRST PUBLISHED : July 01, 2009, 15:24 IST माइकल जैक्सन काले से गोरे कैसे हो गए?माइकल जैक्सन सफेद दाग यानी विटिलिगो नाम की बीमारी से जूझ रहे थे. जिसमें शरीर पर सफेद चकत्ते जैसे दिखने शुरू हो जाते हैं. कुछ समय बाद स्किन का रंग ही बदल जाता है. मीडिया से बातचीत में इसकी पुष्टि उनके परिवार के सदस्यों ने भी की.
माइकल जैक्सन ने अपने चेहरे पर कितनी बार सर्जरी करवाई?जैक्सन ने केवल दो बार प्लास्टिक सर्जरी करवाने की बात स्वीकार की थी. अगर आप जैक्सन के करियर की शुरुआत की और बाद की तस्वीरों को देखेंगे तो आपको उनके लुक में काफी बदलाव देखने को मिलेंगे. इसकी वजह से वह विवादोंं में भी रहे.
माइकल जैक्सन कितने साल जिंदा रहे?25 जून 2009 को लॉस एंजिलिस में उन्होंने आज ही के दिन इस दुनिया को अलविदा कह दिया था। महज 50 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हुआ था। उनके निधन की खबर से सभी सकते में गए थे। आज उनकी डेथ एनिवर्सरी के मौके पर हम आपको उनके जीवन से जुड़ी कुछ बातें बताने जा रहे हैं।
क्या माइकल जैक्सन के सिर पर बाल थे?कोनार्ड मूरे ने अदालत में बयान दिया है कि जैक्सन के होंठ प्राकृतिक गुलाबी नहीं थे बल्कि असल में वह गुलाबी टैटू थे। इसके अलावा उनकी भंवों पर बाल नहीं थे बल्कि उनकी जगह भी टैटू ही थे। माइकल की जांच में डा. मूरे ने पाया कि माइकल के सिर में भी ठीक उस जगह टैटू बने हुए थे, जहां पर वो बालों का विग पहनते थे।
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