मेंडलीफ की आवर्त सारणी के प्रमुख दोष क्या है इन्हें आधुनिक आवर्त सारणी में किस प्रकार दूर किया जा सकता है? - mendaleeph kee aavart saaranee ke pramukh dosh kya hai inhen aadhunik aavart saaranee mein kis prakaar door kiya ja sakata hai?

Solution : मेण्डलीय की आवर्त सारणी के मुख्य दोष निम्नलिखित है- `(1)` हाइड्रोजन का स्थान निश्चित नहीं है| `(2)` अनेक तत्व परमाणु भार के बढ़ते क्रम में नहीं है,कुछ भारी तत्वों को हल्के तत्वों से पहले रखा गया है| `(3)` समस्थानिको को एक ही स्थान पर रखा गया है| `(4)` आसमान गुण वाले तत्वों को एक ही वर्ग में एक साथ रखा गया है| `(5)` समान गुण वाले तत्वों को अलग -अलग स्थान पर रखा गया है| `(6)` आठवे वर्ग में तत्वों की स्थिति अनुपयुक्त है| `(7)` अक्रिय गैसों को स्थान नहीं दिया गया था| <br> आधुनिक आवर्त सारणी में तत्वों को बढ़ते हुये परमाणु क्रमांक के क्रम रखा गया है जिसके कारण मेण्डलीफ आवर्त सारणी के अधिकांश दोष दूर हो गये है| <br> `(1)` अधिक परमाणु द्रव्यमान वाले तत्व का कम परमाणु द्रव्यमान वाले तत्व के पहले रखा जाना-आधुनिक आवर्त सारणी में इन्हें परमाणु संख्या के क्रम में रखा गया है जिससे परमाणु द्रव्यमान के आधार पर रखने से जो दोष उत्पन्न हो गये थे वह दूर हो गये | जैसे - `Ar` परमाणु संख्या `18` को पोटैशियम परमाणु संख्या `19` होने से कोई विसंगति नहीं है| <br> `(2)` समस्थानिको का स्थान- किसी तत्व के सभी समस्थानिको का परमाणु क्रमांक एक ही होता है इसलिये समस्थानिको के लिये अलग-अलग स्थान देने की आवश्यकता नहीं है| <br> `(3)` आसमान गुण वाले तत्वों को एक ही स्थान पर रखा गया है- आधुनिक आवर्त सारणी में आसमान गुण वाले तत्वों को अलग-अलग रखा गया है| जैसे -उपवर्ग `IA` के `Li,Na,K` को वर्ग `A` में तथा उपवर्ग `IB` के `Cu,Ag, Au` को वर्ग `II` में रखा गया ही| <br> `(4)` अक्रिय गैसों का स्थान -आधुनिक आवर्त सारणी में अक्रिय गैसों को प्रबल वैधुत ऋणात्मक तत्वों (वर्ग `17` ) और प्रबल वैधुत धनात्मक तत्वों (वर्ग `1` ) के बीच में रखा गया है जो सेतु जैसा कार्य करते है |

मेंडलीफ की आवर्त सारणी क्या है इसके दोष लिखिए?

<br> मेण्डेलीफ की आवर्त सारणी में निम्नलिखित दोष थे - <br> (i ) सारणी में कुछ स्थानों पर परमाणु भार के बढ़ते क्रम का पालन नहीं किया गया। <br> (ii) कुछ समान गुण वाले तत्व अलग-अलग वर्ग में तथा असमान गुण वाले तत्व एक ही वर्ग में रखे गये। <br> (iii) सारणी में हाइड्रोजन को निश्चित स्थान नहीं दिया गया ।

आधुनिक आवर्त सारणी के दोष क्या है?

आवर्त सारणी (अथवा, तत्वों की आवर्त सारणी) रासायनिक तत्वों को उनकी संगत विशेषताओं के साथ एक सारणी के रूप में दर्शाने की एक व्यवस्था है। आवर्त सारणी में रासायनिक तत्त्व परमाणु क्रमांक के बढ़ते क्रम में सजाये गये हैं तथा आवर्त (पिरियड), प्राथमिक समूह, द्वितीयक समूह में वर्गीकृत किया गया है।

आधुनिक आवर्त सारणी तथा मेंडलीफ की आवर्त सारणी में क्या अंतर है?

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मेंडलीफ का आधुनिक आवर्त नियम क्या है?

इस नियम के अनुसार तत्वों के भौतिक एवं रासायनिक गुण उनके परमाणु भारों के आवर्ती फलन होते हैं। अर्थात् तत्वों को यदि उनके परमाणुभार के क्रम में रखा जाए तो उनके गुणधर्म की पुनरावृत्ति एक नियत क्रम में होती रहती है और समान रासायनिक गुणधर्मवाले तत्व एक निश्चित क्रम में मिलते हैं।