अध्ययन में दावा: लंबी आयु के ये हैं चार मूल मंत्र, हमेशा बने रहेंगे स्वस्थ और बढ़ जाएगी उम्रहेल्थ डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: Abhilash Srivastava Updated Sun, 19 Sep 2021 05:27 PM IST Show
बुजुर्ग कहा करते थे, आज आप जैसा करेंगे आगे चलकर उसका वैसा ही परिणाम मिलेगा। सेहत के मामले में भी कुछ ऐसा ही है, मतलब अगर वयस्कावस्था से ही सेहत पर ध्यान दिया जाए तो यह बुढ़ापे के लिए फायदेमंद हो सकता है। अब आते हैं असल मुद्दे पर- स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, पिछले एक से दो दशकों में देखने को मिला है कि समय के साथ लोगों की उम्र घटती जा रही है। जहां पहले लोग 100 साल तक जिया करते थे वहीं अब उम्र सिमटकर औसत
70-80 साल तक की रह गई है। इसका मुख्य कारण हाल के वर्षों में जीवनशैली में आया बदलाव और शारीरिक निष्क्रियता है। विशेषज्ञ कहते हैं, हर कोई चाहता है कि वह लंबे समय तक जीवित रहे पर ऐसा करने में सफल कम ही लोग हो पा रहे हैं। लंबी आयु चाहते हैं तो रोज करें व्यायाम प्रकृति से बना लें नजदीकी खान-पान पर ध्यान रखना सबसे जरूरी सावधान रहें ------------- अस्वीकरण नोट: यह लेख नेचर जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के आधार पर तैयार किया गया है। लेख में शामिल सूचना व तथ्य आपकी जागरूकता और जानकारी बढ़ाने के लिए साझा किए गए हैं। ज्यादा जानकारी के लिए आप अपने चिकित्सक से संपर्क कर सकते हैं। Authored by Rakesh Jha | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: Apr 28, 2022, 4:00 PM दुनिया में दो ऐसी चीजें है जो जितना मिले वह कम लगता है एक धन और दूसरी आयु। इनमें भी आयु से बढ़कर कुछ भी नहीं है। भगवान श्रीकृष्ण ने गीता में भले ही आत्मा के महत्व को बताया है लेकिन यह भी सत्य है कि जो जीवन हमें मिला है उसे सुरक्षित रखा जाए क्योंकि इस शरीर से जो कर्म हो सकते हैं वही हमारे आने वाले अन्य जन्मों के लिए मार्ग भी बनाते हैं। क्योंकि एक बार शरीर छूट जाने के बाद फिर दुनिया के सारे नाते, सुख समाप्त हो जाते हैं और फिर आत्मा को अनंत सफर पर नए शरीर की प्राप्ति के लिए इंतजार करना पड़ता है।जीने की इच्छा किस में नहीं रहती? स्वस्थ रहकर आप 100 साल तक भी जी लिए तो इससे बेहतर जिंदगी का कोई दूसरा अचीवमेंट शायद नहीं हो सकता। लेकिन आजकल 50 के बाद लोग ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक, डायबिटीज आदि बीमारियों के अलावा कैंसर जैसी गंभीर बीमारी की चपेट में भी आ जाते हैं। क्या है इसका कारण और क्या है इसके निदान जानेंगे अगले पन्नों पर। > आपकी आयु आपके शरीर की उपचय और अपचय की क्रियाओं पर निर्भर है यानी यदि आपके शरीर में अपचय की तुलना में उपचय की क्रियाएं बढ़ रही होती हैं तो इसका मतलब आप बुढ़ापे की ओर बढ़ रहे हैं। योगाभ्यास इस हेतु ही करते हैं कि अंतःस्रावी ग्रंथियों के क्रम और चक्रों को उचित व्यवस्था में स्थित किया जा सके। शरीर की चयापचयी क्रियाओं में संतुलन स्थापित कर शरीर के चक्र को सुधारकर शरीर को पूरी तरह दुरुस्त किया जा सकता है।> सवाल यह है कि क्या आप सचमुच ही 150 वर्ष जीना चाहते हैं तो हम आपके लिए यहां लाए हैं कुछ ऐसे जानकारी जिसके सहारे आप ज्यादा कुछ मेहनत किए बगैर शतायु तो हो ही सकते हैं। योग और आयुर्वेद में ऐसे ढेर सारे नियम और उपाय बताए गए हैं। उन्हीं में से हमने कुछ उपायों को चुनकर आपके सामने रखा है। अगले पन्ने पर पहला नियम और उपाय... 100 साल तक जीने के लिए क्या करें?खान-पान पर ध्यान रखना सबसे जरूरी
शरीर की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर स्वस्थ और संतुलित आहार लें। आहार में हरी सब्जियों और फलों को जरूर शामिल करें।
लंबी उम्र के लिए क्या खाना चाहिए?समीक्षा में वैज्ञानिकों ने पाया कि फलियां, साबुत अनाज, सब्जियां नट्स और ऑलिव ऑयल का सेवन करना चाहिए. मछली खानी चाहिए, चिकन कम खाना चाहिए और रेड-प्रोसेस्ड मीट बिल्कुल भी नहीं खाना चाहिए. इसके अलावा डाइट में चीनी और रिफाइंड अनाज जैसे सफेद ब्रेड, व्हाइट पास्ता का भी सेवन नहीं करना चाहिए. डार्क चॉकलेट भी खाई जा सकती है.
लंबी आयु के लिए क्या करना चाहिए?लंबी आयु के लिए कम से कम हर दिन 6 घंटे का विश्राम जरूर करना चाहिए। लेकिन इस बात का ध्यान बहुत जरूरी है कि आप सूर्योदय और सूर्यास्त के समय विश्राम ना करें। इस समय ध्यान करें और मन को शांत रखने का प्रयास करें। इस समय कुछ भी खाने से भी परहेज रखना चाहिए ऐसा शास्त्रों में कहा गया है।
200 साल जीने के लिए क्या करना चाहिए?खान-पान भी महत्त्वपूर्ण है। इसलिए अधिक उम्र जीने के लिए फल-सब्जियां खानी चाहिए। मिशिगन विश्वविद्यालय के एक शोध में सामने आया है कि फल और सब्जियां खाने वाली महिलाओं की आयु दूसरी फल-सब्जी कम खाने वाली महिलाओं की तुलना में अधिक होती है। जापान के ओकीनावा में रहने वाले शतायु बुजुर्ग दूसरी जगह के मुकाबले सबसे ज्यादा हैं।
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