क्या पेट में गैस बनने से बीपी बढ़ता है? - kya pet mein gais banane se beepee badhata hai?

हेल्दी रहने के लिए ब्लड प्रेशर, पानी और मिनरल्स का संतुलन बनाए रखना जरूरी है। एसिड और बेस अल्कली का बैलेंस भी आवश्यक है। बॉडी का सामान्य पीएच सात से थोड़ा ज्यादा होना चाहिए। आजकल शरीर में एसिड का लेवल बढ़ता जा रहा है। इसे मेटाबॉलिक एेसिडोसिस कहलाता है। ब्लड में एसिड का स्तर बढ़ने से ब्लॉकेज बनना शुरू हो जाते हैं। इन ब्लॉकेज से हार्ट अटैक, लकवा और वेरीकोज वैन्स आदि प्रॉब्लम हो सकती है। इस बढ़े हुए एसिड को कंट्रोल करके कई प्रॉब्लम से बचा जा सकता है। एक्सपर्ट से समझें कि एसिड बढ़ने पर शरीर में क्या-क्या बदलाव होते हैं। इन्हें कैसे ट्रीट किया जा सकता है।

डॉ. अमित कुमार, नेफ्रोलॉजिस्ट, रांची

डॉ. कमलेश प्रसाद आयुर्वेद विशेषज्ञ, रांची

मेटाबॉलिक एसिड से होती हैं ये बीमारियां
हाई ब्लड प्रेशर : एसिड अधिक होने से अल्कलाइन मेटल्स जैसे पोटैशियम और मैग्नीशियम का स्तर खून में कम होना ब्लड प्रेशर को बढ़ाता है।

किडनी स्टोन : एसिड के कारण किडनी में स्टोन बनना शुरू हो जाता है, क्योंकि बढ़े हुए एसिड को कम करने के लिए हड्डियों से कैल्शियम निकालना पड़ता है। यह कैल्शियम किडनी में जाकर जमा होने पर स्टोन्स बनाता है।

ऑस्टियोपोरोसिस: हड्डियों से कैल्शियम के निकलता है। इससे ऑस्टियोपोरोसिस हो जाता है।

जल्दी बुढ़ापा आना : एेसिड बढ़ने से सेल्स जल्दी-जल्दी मरने लगते हैं, इसलिए बुढ़ापा शीघ्र आ जाता है। बालों का जल्दी सफेद होना, झुर्रियां आना, इम्युनिटी का कमजोर पड़ना और थकान भी जल्दी होती है।

दांत और मसूड़ों की समस्या : एसिड से दांत और मसूड़ों की तकलीफें बढ़ती हैं, इससे ये जल्दी खराब होना शुरू हो जाते हैं।

दिमाग की एक्टिविटी डिस्टर्ब होना : एसिड बढ़ने पर आरबीसी की ऑक्सीजन ले जाने की क्षमता में कमी आती है। कम ऑक्सीजन मिलने से दिमाग अपने कार्य करने में दिन-प्रतिदिन कमजोर होता चला जाता है।

ब्लॉकेज बनना : एसिड बढ़ने से रक्त में थक्के बनने लगते हैं, जिससे ब्लॉकेज बनने लगते हैं और हार्ट अटैक, लकवा जैसी घातक समस्या होने की आशंका बढ़ जाती हैं।

कैसे सुधारें एसिडिक पीएच का लेवल : लौकी का जूस, पुदीने की चटनी या तुलसी की पत्तियों को कुछ दिन खाने से बढ़ा हुआ एसिड कंट्रोल होता है। ज्यादा तेल और मसाले वाले खाने से बचें। डाइट में मौसमी फल और सब्जियां शामिल करें। अल्कोहल और कॉफी से दूर रहें। पास्ता, व्हाइट ब्रेड और एेनिमल फैट लेने से बचना चाहिए।

क्यों बढ़ता है बॉडी में एसिड लेवल
वातावरण में ऑक्सीजन कम और कार्बन डाई-ऑक्साइड बढ़ने से यह ब्लड में मौजूद पीएच लेवल को घटा देती है। लंग्स और किडनी से एसिड उत्सर्जन होता है। इनके सही तरीके से काम नहीं करने पर शरीर में एसिड का स्तर बढ़ जाता है। इसलिए मेटाबॉलिक एेसिडोसिस के उपचार के समय इन दोनों अंगों का खास ख्याल रखना चाहिए।

सब्जियां, फ्रूट्स, ड्रायफ्रूट्स की बजाय नॉनवेज, शुगर, अल्कोहल, चाय, कॉफी, रिफाइंड तेल और आटे का ज्यादा उपयोग करने से सभी मिलकर शरीर में एसिड की मात्रा बढ़ाते हैं।

क्या गैस से हाई बीपी होता है?

वातावरण में ऑक्सीजन कम और कार्बन डाई-ऑक्साइड बढ़ने से यह ब्लड में मौजूद पीएच लेवल को घटा देती है। लंग्स और किडनी से एसिड उत्सर्जन होता है। इनके सही तरीके से काम नहीं करने पर शरीर में एसिड का स्तर बढ़ जाता है। इसलिए मेटाबॉलिक एेसिडोसिस के उपचार के समय इन दोनों अंगों का खास ख्याल रखना चाहिए।

अचानक बीपी क्यों बढ़ता है?

Cause of High BP: तनाव, गुस्सा, पलूशन, अन्य हेल्थ प्रॉब्लम्स जैसे कई कारण हैं, जिनके चलते आज के समय में लोगों में हाई बीपी (High BP) की समस्या बहुत तेजी से बढ़ रही है. ज्यादातर लोगों के पता है कि बीपी लो (Low BP) होने पर चीनी नमक का घोल लेना चाहिए या तुरंत कुछ मीठा (Eat Sweet) खा लेना चाहिए.

क्या हाई बीपी को जड़ से खत्म किया जा सकता है?

हाइपरटेंशन (Hypertension) या हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) एक गंभीर समस्या है, जिसे 'साइलेंट किलर' भी कहा जाता है। इस बीमारी के चपेट में आने वाला व्यक्ति केवल इसे मेडिकेशन की मदद से कंट्रोल कर सकता है। इसे जड़ से खत्म नहीं किया जा सकता है।

40 साल की उम्र में ब्लड प्रेशर कितना होना चाहिए?

जबकि 36 से 40 साल के पुरुषों का SBP 120.5 mm Hg और DBP 75.5 होता है। इसके अलावा, 41-45 आयुवर्ग के मर्दों का नॉर्मल सिस्टोलिक बीपी लेवल 115.5 mm Hg और नीचे वाला नंबर 78.5 mm Hg होना चाहिए। वहीं, 46-50 की उम्र के मर्दों का SBP 119.5 और DBP 80.5 होना चाहिए