सर्दियों के मौसम के दौरान, भारत के उत्तर-पश्चिमी भाग से वर्षा होती है
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Answer (Detailed Solution Below)Option 3 : पश्चिमी विक्षोभ Free Teaching Aptitude Mock Test 10 Questions 20 Marks 12 Mins सर्दियों के मौसम के दौरान, भारत के उत्तर-पश्चिमी हिस्से में पश्चिमी विक्षोभ से वर्षा होती है।
कौन सा भारत के उत्तर पश्चिम भाग में सर्दियों के दौरान वर्षा का कारण बनता है?✎... पश्चिमी विक्षोभ भारत के उत्तर-पश्चिमी भाग में सर्दियों के दौरान वर्षा का कारण बनता है। पश्चिमी विक्षोभ उष्णकटिबंधीय चक्रवात होते हैं, जो भूमध्यसागरीय क्षेत्र में उत्पन्न होते हैं और ईरान, पाकिस्तान, अफगानिस्तान जैसे देशों से होते हुए पूर्व की तरफ बढ़ते हुए भारत तक पहुंचते हैं।
सर्दियों में पश्चिमी विक्षोभ के चलते होने वाली बारिश को क्या कहते हैं?पश्चिमी दिशा से प्रवेश करने के कारण इस मानसून को "पश्चिमी विक्षोभों का मानसून" के उपनाम से जाना जाता है। इस मानसून से राजस्थान में उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में वर्षा होती है। यह मानसून मुख्यतः सर्दीयों में वर्षा करता है। सर्दियों में होने वाली वर्षा को स्थानीय भाषा में मावठ कहते हैं।
राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभ से वर्षा कब होती है?राजस्थान में वर्षाकाल अल्पावधि का होता है राजस्थान में मानसून 15 जून से 15 जुलाई के बीच पहुंचता है तथा सितंबर से पुनः लौटना प्रारंभ हो जाता है। अतः इन कुछ महीनों में ही वर्षा प्राप्त कर ली जाती हैं इसके साथ ही कभी-कभी दिसंबर-जनवरी में पश्चिमी विक्षोभ से 'मावट' के रूप में वर्षा होती हैं।
VIII उत्तर पश्चिमी भारत में शीतकालीन वर्षा का क्या कारण है?यह गड़बड़ी आमतौर पर बादल वाले आसमान, रात के उच्च तापमान और असामान्य बारिश से जुड़ी होती है। ये नमी से भरपूर पश्चिमी विक्षोभ अंत में हिमालय टकराते हैं और अवरुद्ध हो जाते हैं, परिणामस्वरूप नमी फंस जाती है और उत्तर पश्चिम भारत और कभी-कभी उत्तर भारत के अन्य भागों में बर्फ और बारिश के रूप में वर्षा साझा की जाती है।
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